आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

09 मई 2015

एक शख्सियत ,,सादगी ,,,लोगों का दुःख दर्द बांटने का जज़्बा

एक शख्सियत ,,सादगी ,,,लोगों का दुःख दर्द बांटने का जज़्बा ,,दोस्तों के प्रति समर्पण , ,,महनत ,,लगन ,,, अपने काम के प्रति ईमानदारी ,,,,मुस्कुराता चेहरा ,,,,किसी भी इंसान को कामयाब बना देता है ,,,जी हाँ दोस्तों में बात कर रहा हूँ एक सरकारी दफ्तर में बाबूजी बनकर लोगों की हक़ की लड़ाई लड़ने वाले भाई धर्मेन्द्र सिंह राठोड की जिन्होंने अपने कार्यकाल में सभी का दिल जीता ,,हर दिल अज़ीज़ बनकर खुद का नेतृत्व साबित किया ,,लोगों का दुःख दर्द जाना उन्हें इन्साफ दिलाया ,,,,और इसीलिए उन्हें राजस्थान सरकार के शीर्ष पद पर राजस्थान राज्य बीज निगम का चेयरमेन बनाकर लोगों की खिदमत का मौक़ा दिया गया ,, उन्हें मंत्री दर्जा मिला लेकिन दोस्तों ,,किसानो ,,,, अपने साथियों के लिए वोह हमेशा एक कार्यकर्ता एक दोस्त बनकर रहे ,,यही वजह है के उन्होंने कुर्सी की वजह से इज़्ज़त नहीं पाई बल्कि इज़्ज़त की वजह से कुर्सी पाई और इसीलिए आज भी वोह लोगों के दिलों पर राज करते है ,,,,डॉक्टर धर्मेन्द्र सिंह राठोड ,,यूँ तो किसी परिचय का मोहताज नहीं ,,जाना पहचाना नाम है ,,,लेकिन फिर भी मेरे मित्रों की इल्तिजा है के इस अज़ीम खूबसीरत हस्ती से लोगों को मिलाया जाए ,,दो अप्रेल उन्नीस सो अड़सठ को ग्राम बिलाली ,,तहसील बानसूर ,,जिला अलवर में जन्मे भाई धर्मेन्द्र सिंह राठोड के पिता नाहर सिंह राठोड भी अपने इलाक़े के एक नामचीन नेतृत्व थे ,,,बी कॉम करने के बाद आप पशुपालन विभाग में राजकीय सेवा में रहे वहां कृषक और ग्रामीणो की सेवा की ,,अपने कर्तव्यों को ईमानदारी और निर्भीकता से निभाया ,,अपने साथियों के लिए संघर्ष किया ,,इनके संघर्ष को देखते हुए धर्मेन्द्र को राराजस्थान कर्मचारी संघ बनाया गया आप की नेतृत्व क्षमता और संघर्ष क्षमता को देखते हुए आपको आंदोलन की कठिन घडी में अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत का प्रदेश संयोजक बनाया गया और हर संघर्ष इनके नेतृत्व में कामयाब हुआ ,,कर्मचारी साथियों के मान सम्मान और इंसाफ के लिए इन्होने रात दिन एक कर उन्हें इंसाफ दिलाया ,,इनके नेतृत्व को सभी सरकारों ,,सभी राजनीतिक दलों और तबकों ने सलाम किया ,,,संघर्ष के दौरान आपका सम्पर्क मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत और दूसरे कोंग्रेसी नेताओं से हुआ आप अशोक गेहलोत की ईमानदारी ,,साफगोई ,,,गांधीगिरी ,,और कर्मचारियों के प्रति उनके लगाव की वजह से जुड़कर कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य बनाये गए ,,,,इनकी नेतृत्व क्षमता को देखते हुए धर्मेन्द्र राठोड को प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव बनाया गया ,,,आप अलवर के ब्लॉक निर्वाचन अधिकारी रहे ,,आपको कुशल प्रभावशाली वक्ता होने की वजह से राहुल गांधी के संसदीय चुनावी क्षेत्र में सरेनी विधानसभा क्षेत्र का चुनाव पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया जहाँ इन्होने राहुल गांधी की उपस्थिति में खुद को साबित किया ,,,,धर्मेन्द्र सिंह राठोड की सादगी ,,मृदुल स्वभाव ,,मुस्कुराता चेहरा ,,,लोगों को खुद ब खुद इनकी तरफ आकर्षित कर लेता है और जो एक बार इनसे मिल लिया वोह हमेशा के लिए इनका ही होकर रह जाता है ,,धर्मेन्द्र सिंह राठोड इन तो ज़ीरो से हीरो बने है एक किसान के बेटे से शहर के हीरो बने है ,,,लेकिन इन्होने किसानो ,,,शहरी लोगों सहित कर्मचारियों के लिए जो ऐतीहासिक संघर्ष किया है वोह यादगार और इतीहास है ,,,राजस्थान के साथ लाख कर्मचारियों के इंसाफ की लड़ाई ,,अनशन ,,धरने ,,प्रदर्शन ,,लाठी भाठा जंग ,,पुलिस अत्याचार का उत्पीड़न सभी कुछ तो इन्होने सहा है ,,,चाहे दिल्ली में प्रदर्शन हो ,,चाहे जयपुर में आंदोलन का आगाज़ हो ,,मानवाधिकार संबंधित कार्यशालाएं सेमीनार हो पदयात्राएं हो ,,,सुचना के अधिकार को लागु करवाने का आनदोलन हो ,,,किसानो के हक़ का संघर्ष हो ,,,कच्ची बस्तियों के नियमन और पुनर्वास का संघर्ष हो ,,,बेवाओं की पेंशन ,, बुज़ुर्गो का इलाज हो ,,,गांधीवादी आंदोलन हो ,,,,चंद्रशेखर आज़ाद की क्रांति हो ,,साम्प्रदायिक हिंसा की आग को बुझाकर पीड़ित लोगों को इंसाफ दिलाने का काम हो ,,शांति सद्भावना की रैली हो ,,,राष्ट्रिय कार्यक्रम हो ,,,देशभक्ति से जुड़े मामले हो ,,गरीबों का संघर्ष हो ,,सम्पूर्ण साक्षरता ,,सम्पूर्ण चिक्तिसा का अभियान हो हर कम इन्होने अपने नेतृत्व में बखूबी कामयाबी के साथ निभाया है और इसीलिए राजस्थान बीज निगम के चेयरमेन पद पर रहकर धर्मेन्द्र राठोड ने मंत्री दर्जा रहते हुए भी सादगी के साथ किसानो को उच्च गुणवत्ता का बीज नई तकनीक उपलब्ध कराई नतीजा किसानो की फसल का उत्पादन लक्ष्य से अधिक हुआ और कम कीमत में अधिक फसल पाकर किसानो की बल्ले बल्ले हो गयी ,,,धर्मेन्द्र राठोड को जब सदस्य्ता अभियान समिति का मन्वयक नियुक्त किया गया तो इनके कार्यकाल में वर्ष दो हज़ार दस तक अधिकतम सदस्यु बनाये गए थे ,,नतीजन कांग्रेस सत्ता में आई और कांग्रेस की जय जयकार हुई ,,,,,,,ऐसे समर्पित ,,जंगजू ,,मृदुल स्वभावी ,,ईमानदार शख्सियत को सलाम ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मीडिया विंग को मज़बूत और आक्रामक बनाने का सुझाव दिया है

कोटा के पूर्व पार्षद उमर सी आई डी और दरगाह जंगलीशाह कमेटी के जानशीन गद्दीनशीन हाजी अज़ीज़ जावा ने भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी का सोशल मिडिया विंग और मीडिया विंग को मज़बूत और आक्रामक बनाने का सुझाव दिया है ,,हाजी अज़ीज़ जावा और उमर सी आई डी ने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सुझाव दिया है के ,,वर्तमान परिस्थितियों में कांग्रेस को सोशल मिडिया और मिडिया के लिए आक्रामक ,,टीम की ज़रूरत है ,,लेकिन वर्तमान में कांग्रेस की यह विंग कमज़ोर है ,,सोशल मडिया पर जो कुछ भी है वोह कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ताओं द्वारा स्वेच्छा से किया जा रहा है जबकि कांग्रेस के सोशल मीडिया ,मिडिया चेयरपर्सन के पदों पर ऐसे लोगों को बैठाया गया है जिनका खुद का अपना सोशल मिडिया एकाउंट भी नहीं है ,,,,हाजी अज़ीज़ जावा और उमर सी आई डी ने कहा के सोशल मिडिया और मिडिया विंग में ऐसे लोगों को नियुक्त कर ज़िम्मेदारी दी जाए जिनका अपना सोशल मिडिया एकाउंट हो ,,जो खुद अपने सोशल मिडिया एकाउंट को नियमित संचालित करते हो ,,किसी दूसरे से संचालित नहीं करवाते हो साथ ही आक्रामक रुख अपनाकर ,,आक्रामक मुद्दे अपनी लेखनी में उकेरने और जनता को वैचारिक दिशा देने की क्षमता रखते हो ,,,,उक्त लोगों ने राजस्थान में इस मामले में लोकेश शर्मा ,,मुमताज़ मसीह में से किसी एक को ज़िम्मेदारी देने की भी मांग की है ,,ताकि राजस्थान सरकार की नाकामयाबी की रोज़ नियमित पोल खोल कर जनता को सरकार की अकर्मण्यता का सच और कांग्रेस में जनता के हित के बारे में समझाया जा सके ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भ्रष्टाचार निरोधक मामलात विशिष्ठ न्यायालय कोटा

भ्रष्टाचार निरोधक मामलात विशिष्ठ न्यायालय कोटा ने झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति घोटाला मामले में प्रमाणित आरोपियों के खिलाफ दो साल बाद भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं करने पर भ्रष्टाचार निरोधक पुलिस अनुसंधान अधिकारी को उनके खिलाफ कार्यवाही के प्रूव अनुसंधान की प्रगती रिपोर्ट आगामी पच्चीस मई को पेश करने के निर्देश दिए है ,,,परिवादी अब्दुल सलाम ने वर्ष दो हज़ार सात में झालावाड़ मेडिकल कॉलेज की भर्ती घोटाला मामले की सुचना के अधिकार के तहत जानकारियां प्राप्त की और घोर अनियमितता होने के कारण अपने वकील अख्तर खान अकेला ,,,आबिद अब्बासी के ज़रिये तात्कालिक अधीक्षक झालावाड़ मेडिकल कॉलेज डॉक्टर सुषमा पांडे ,, डीन डॉक्टर पीके गुप्ता ,,,हरीशंकर वर्मा ,,,ओमेन्द्र माथुर ,,मनोज गोयल को नामज़द अभियुक्त बनाते हुए भ्रष्टाचार निरोधक न्यायलय में वर्ष दो हज़ार तेरह में एक परिवाद पेश किया जिस पर एक एफ आई आर 177/ 2013 भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत परिवाद के तथ्यों के विपरीत ,,पूर्व अनुसंधान कर एडिशनल एस पी नरेंद्र कासठ ने खुद फरियादी बनकर एफ आई आर दर्ज कर ली जिसमे कुछ अपराधियों को बचाने का प्रयास होने पर ,,परिवादी ने जून दो हज़ार चोवदाह में अपने वकील अख्तर खान अकेला ,,,आबिद अब्बासी के ज़रिये प्रकरण की प्रगति रिपोर्ट तलब करने और भ्रष्टाचार निरोधक पुलिस को परिवाद के तथ्यों के विपरीत तथ्य बदलकर खुद परीवादी बनकर मुक़दमा दर्ज करने के मामले में दंडित करने की प्रार्थना भी की ,,भ्रष्टाचार निरोधक पुलिस ने प्रकरण में घोटाला मानते हुए ,,कुछ तफ्तीश बाक़ी होना बताया और शीघ्र ही कार्यवाही का आश्वासन दिया इस प्रार्थना पत्र को न्यायालय ने चौबीस जून दो हज़ार चोवदह को निस्तारित कर दिया लेकिन जब एक वर्ष के लगभग वक़्त गुज़रने पर भी पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की तो फिर परिवादी अब्दुल सलाम ने पगति रिपोर्ट का प्रार्थना पत्र पेश किया ,,भ्रष्टाचार निरोधक मामलात न्यायालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए टिप्पणी की के दो वर्ष में तफ्तीश चल रही है ,,पूर्व प्रगति रिपोर्ट में अपराध प्रमाणित बताया गया था लेकिन एक वर्ष गुज़रने पर भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है ,,न्यायलय ने पुलिस अनुसंधान के इस रवय्ये पर आश्चार्य व्यक्त करते हुए कहा के यह गंभीर बात है ,,न्यायालय ने इस मामले में कोई भी कार्यवाही अनुसंधान अधिकारी के खिलाफ करने के पहले मामले की प्रगती रिपोर्ट पच्चीस मई को देने के निर्देश जारी किये है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोन कहता है

कोन कहता है
इश्क़ निकम्मा करता है
इश्क़ अगर कामयाब हो
तो बस फिर तो
इश्क़ दवा बनकर
बीमार को ठीक करता है ,,,,,,,
क्यों ग़ालिब झूंठ बोलकर गए है ना,,
मुन्ना भाई एम बी बी एस की जादू की झबकी सही इलाज है ना ,,,अख्तर

मर गया होता

में तो
कब का
मर गया होता
अगर बढ़कर
आगे तुमने
मुझे गले
ना लगाया होता ,,,,,,,,,,,,,,,

बात जो तूने कही .

लिख वो प्यार की-
बात जो तूने कही .
लिख उसके बाद की
पीड़ा जो तूने सही
लिख की तू मुहजोर
नहीं कायर है .
लिख की तू तमाशबीन
नहीं शायर हैं .

आज वो हर बात -
लिख जो तूने कही है
जमाना जानता है
वो कितनी सटीक
कितनी सही है .
आज ही लिख -
अपनी अंतरात्मा का
वो सच - जो
कल कोई नहीं सुनेगा .
कोई नहीं पढ़ेगा .
कम से कम - कोई
अलग से अपने
मायने नहीं गढ़ेगा .,,,सतीश चन्द्र शर्मा

क़ुरआन का संदेश

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...