आपका-अख्तर खान

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18 मई 2015

राजस्थान अल्पसंख्यक अधिकारी कर्मचारी संघ के प्रदेश अद्यक्ष हारून खान की अध्यक्षता में कल यहां कोटा में बिजली हादसे में मृतक बिजली कर्मचारी आरिफ खान को एक शोक सभा में भीगी आँखों से श्रद्धांजली दी गई ,,,,,,,,,,आरीफ खान बिजली कर्मचारी होने के नाते चोरी की बिजली रोकने के लिए अधिकारीयों के निर्देशों पर तार पर चढ़कर आंकड़े हटाने गए थे लेकिन हाईटेंशन लाइन चालु होने से उनके करंट लग गया और उनकी अकाल मोत हो गई ,,,हारुन खान ने कहा के आरिफ खान एक कर्मठ कर्चारी थे उनकी मोत से संगठन को ,,उनके परिवार को अपूरणीय क्षति  पहुंची है ,,,हारुन खान ने कहा के इस हादसे में आरिफ खान ने अपनी तो आहुति दे दी लेकिन बिजली महकमे के अधिकारीयों द्वारा कर्मचारियों के कैसे असुरक्षित छोड़कर कैसे जोखिम में झोंखा जाता है उसकी पोल खुल गई है ,,उन्होंने कहा के मृतक कर्मचारी को सच्ची श्रद्धांजलि उसके परीजनों को उचित मुआवज़ा ,,,दोषी लापरवाह अधिकारीयों के खिलाफ कार्यवाही ,,निष्पक्ष जांच और उसके परीजनों में से आश्रित को उचित वेतनमान पर बिजली महकमे में नौकरी देना ही एक सच्ची श्रद्धांजलि  होगी ,,,,,,,,हारून खान ने कोटा संभाग के कर्मचारियों अधिकारीयों की बैठक को भी सम्बोधित कर इस तरह के हादसों और कर्मचारियों के दुःख सुख में एक जुट होकर उनके हक़ की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया ,,,,,,,हारून खान ने तहसील स्तर पर भी पदाधिकारियों की बैठक ली जिसमे उन्होंने केथुन क़स्बे में भी कर्मचारियों के हाल जाने तो सांगोद ,अन्ता के तहसील महासंघ के सदस्यों से भी मिलकर उनके दुःख दर्द जाने ,,,,हारुन खान के साथ तहसील दार तनवीर अली ,,,कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश पदाधिकारी उजागर सींह सेठी ,,,कोटा जिला अध्यक्ष सलीम जावेद ,,,बारां के जिला अध्यक्ष जाहिद खान ,,शब्बीर खान ,,बारां बिजली कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रइस खान सहित कई दर्जन कर्मचारी अधिकारी मौजूद थे ,,उनके साथ बंजारा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश बंजारा ,,  सुल्तानपुर के  पूर्व उप प्रधान  रईस खान ,,,खिदमत ओर्गेनाइज़ेशन के हाफ़िज़ अब्दुल रशीद क़ादरी ,कोटा संभाग कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमेन एडवोकेट अख्तर खान अकेला ,,,मेव समाज के राष्ट्रिय महासचिव हुसेन भाई मेव ,,,चेचट ,,रामगंजमंडी के पदाधिकारी अधिकारी  ,,,बारा ज़िले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ,,सांगोद भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भी मौजूद थे ,,,,हारून खान ने सभी कर्मचारियों अधिकारीयों से एक दूसरे के सामाजिक सरोकारों में दुःख दर्द में साथ रहकर एक दूसरे  का मददगार बनने का भी आह्वान  किया ,,,हारून खान ने कहा के जल्दी ही कर्मचारियों और अधिकारीयों के सामजिक सरोकार से जुड़े कामों को पूरा करने के लिए प्रदेश स्तर पर कार्यकारिणीं की बैठक बुलाकर कल्याणकारी कार्यों को क्रियान्वित करने के लिए एक संकल्पं कार्ययोजना तैयार की जायेगी जिसमे कर्मचारियों अधिकारीयों के बच्चो की शिक्षा ,,विवाह ,,पारिवारिक दुःख दर्द में आर्थिक और सामाजिक मदद कर उन्हें सम्बल देने सहित परिवार से जुड़े सभी मुद्दों में हम एक दूसरे के कैसे हमराह बने इस पर विचार होगा जिसमे गैर राजनितिक तरीके से सभी वर्ग ,,सभी समाजो और सभी राजनितिक दलोें से भी मदद ली जायेगी ,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

रातों को जब तुम

रातों को जब तुम
किसी की बाहों में होते हो
रातों को जब तुम
सुकून से सोते हो
जब में तड़पता हूँ
जब में जागता हूँ
जब में करवटें लेता हूँ
ऐसे में
कमबख्त वोह तकिया
जो तुम्हारी बाहों में होता है
उसे क्या कहते है
मुझे क्या कहते है ,,,,,,,अख्तर

में उदास हूँ

मेरी हर ख्वाहिश
पूरी करके खुश होने वाले
ज़रा तुम ही बताओ
किस अधूरी पढ़ी
ख्वाहिश के लिए
कितने दिनों से
में उदास हूँ ,,,अख्तर

पांडवों ने गुरु को दान किया था यह गांव, आज कुछ ऐसा आता है नज़र

पांडवों ने गुरु को दान किया था यह गांव, आज कुछ ऐसा आता है नज़र
गुडगांव. हरियाणा लगातार तरक्की की सीढियां चढ़ते जा रहा है। अर्थव्यवस्था हो या फिर इन्फ्रास्ट्रक्चर सभी क्षेत्रों में हरियाणा ने प्रगति की है। नए बिज़नेस, इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से लेकर कई उद्योग राज्य में स्थापित किए गए हैं। इन सभी विकास कार्यों के बारे में बताने के लिए हमने 'झलक हरियाणा की' सीरीज शुरू की है। जिसके तहत आज हम आपको हरियाणा की आईटी सिटी गुड़गांव के बारे में बता रहे हैं, जो कभी पांडवो की हुआ करती थी। इसके बारे में मान्यता है कि कभी इस गांव की धरती पर महान शासकों पांडव और कौरवों का राज हुआ करता था. दरअसल गुरु द्रोण द्वारा पांडवों की युद्ध शिक्षा की तारीफ किए जाने पर पांडवों ने इस गांव को अपने गुरु द्रोण को दान कर दिया था, जिससे इसका नाम गुरु ग्राम पड़ा लेकिन आगे चलकर यह गांव गुड़गांव के नाम से जाने लगा।
गुड़गांव हरियाणा के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। जो की दिल्ली और हरियाणा की सीमा पर है। कभी खेती पर चलने वाले इस शहर में आज 500 से ज्यादा नेशनल और इंटरनेशनल कंपनियों के ऑफिस हैं। बड़े-बड़े मॉल और आसमान छूती इमारतें इस शहर की शान बन चुकीं हैं। आज यहां कोका कोला, पैप्सी, आबीएम, अमेरिकन एक्प्रैस, माइक्रोसॉफ्ट, मिस्तूबिशी इलेक्ट्रिक और बैंक ऑफ अमेरिका जैसी बड़ी कंपनियों के दफ्तर हैं।

यहां पर लोगों के आने जाने के लिए भी उच्च स्तर के इंतजाम किए गए हैं। गुड़गांव से नोएडा तक की दूरी तय करने के लिए मेट्रो है और शहर में ही एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए रैपिड मेट्रो शुरू की गई है।
सन् 1966 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने रेडिय़ो से हरियाणा के अलग राज्य की घोषणा करते हुए कहा था कि हरियाणा और पंजाब के आपसी संबन्ध मजबूत बनाने के लिए चंडीगढ़ दोनों प्रांतों की संयुक्त राजधानी होगी और इसे केन्द्रशासित प्रदेश का दर्जा दिया जाएगा। इसके बाद हरियाणा ने उच्च स्तर पर विकास किया। राज्य में एक ओर जहां खेती को आय का मुख्य श्रोत बनाते हुए विकास किया गया। वहीं दूसरी ओर हरियाणा का ही एक शहर है गुड़गांव जो कुछ ही सालों में एक छोटे से गांव से एक आधुनिक शहर में बदल गया।

हिसाब किस को दू

इस इम्तेहान मै दिल का हिसाब किस को दू
हिसाब -ऐ - इश्क़ पे लिखी किताब किस को दू
हर एक शख्स को मुझ से बहुत मुहब्बत है
सवल यह है की वफ़ा का जवाब किस को दू
मेरे खलुसो मुहब्बत वफ़ा है सब के लिय
सोचता हु लब- ऐ लुबाब किस को दू
मेरे लिय तो सब ही लोग एक जैसे है
सुकून किस को दू में बेकली किस को दू
हुजूमऐ हुस्न के मेले सोचता हु
यह थामा गुलाब किस को दू

नहीं तुमसा कोई अच्छा

नहीं तुमसा कोई अच्छा .तुम्है ही पे दिल ये आया
तुम्हारी हो गयी जब से , न कोई और भाया है ||
अजब ये रंग हैं इसके , हिना सा रंग लाया है
तुम्हारे इश्क़ में खोकर , ख़ुदी को मैंने पाया है ||
.......................पूनम माटिया 'पूनम'

कश्‍मीर का ब्रांड एंबेसडर नहीं बनना चाहते सलमान खान, बोले- बनूंगा तो देश का

कश्मीर में शूटिंग के दौरान फिल्म बजरंगी भाईजान के डायरेक्टर कबीर के साथ सलमान खान (दाएं)।
कश्मीर में शूटिंग के दौरान फिल्म बजरंगी भाईजान के डायरेक्टर कबीर के साथ सलमान खान (दाएं)।
सोनमर्ग. हिट एंड रन मामले में सजा और बेल मिलने के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए बॉलीवुड एक्टर सलमान खान ने अपने तमाम फैन्स को धन्यवाद दिया है। कश्मीर में अपनी फिल्म की शूटिंग के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने मुश्किल समय में अपने साथ खड़े रहने के लिए अपने प्रशंसकों का आभार जताया है। इसी दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या आप कश्मीर का ब्रांड एंबेसडर बनना चाहेंगे? इसके जवाब में उन्होंने कहा, ''अगर मुझे ब्रांड एंबेसडर बनना होगा तो मैं चाहूंगा कि मैं भारत का ब्रांड एंबेसडर बनूं।'' बता दें कि सलमान खान अपनी आने वाली फिल्म 'बजरंगी भाईजान' की शूटिंग के लिए कश्मीर में हैं। हिट एंड रन मामले में सजा और बेल के बाद वह यहां दोबारा शूटिंग के लिए पहुंचे हैं।
अपने फैन्स से कहा- कुछ अपने लिए भी मांग लिया करो
कश्मीर में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने अपने तमाम फैन्स को धन्यवाद देते हुए कहा, ''मेरे लिए दुआ करने वालों कभी अपने लिए भी कुछ मांग लिया करो।'' बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा पिछले दिनों सजा पर रोक लगाए जाने के बाद पहली बार मीडिया से बतचीत में सलमान खान ने कहा, ''मेरे साथ खड़े रहने वाले सभी लोगों का शुक्रिया। मैं आप लोगों का बहुत आदर करता हूं और आपने जो मेरे लिए किया उसके लिए आपका आभारी हूं। आपकी प्रार्थनाओं के लिए आपको धन्यवाद।''

मिटटी मेरे शहर की

इस पुल के जरिये उठी जारही है मिटटी मेरे शहर की
याद ही याद रह गई है उस सुहानी बनासे सहर की
बेरंग होती जारही है कुदरत मेरे शहर की
रुका पानी खुदी नदिया टूटे पहाड़ मेरे शहर के
खोये हुए सोये हुए बाशिंदे है मेरे शहर के
यह शहर रहा था केअदाबे गुलशन था चमन का
नवाब थे या नवाबी नगरी थी यहां
बनास थी के खरबूजा मंडी थी यहाँ
मोहब्बत थी खरबूजे की खुसबू थी यहां
चमन में किस तरह की नवाबी रौनक थी यहां
इसके दबे खजाने यु बर्बाद हो रहे है
गफलत में यु इस के बाशिंदे सोरहे है

देश की पहली आदिवासी महिला गवर्नर बनीं द्रौपदी मुर्मू, अंग्रेजी में ली शपथ

हस्ताक्षर करतीं झारखंड की नई राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू।
हस्ताक्षर करतीं झारखंड की नई राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू।
रांची (झारखंड). द्रौपदी मुर्मू सोमवार को देश की पहली आदिवासी महिला गवर्नर बनीं। उन्‍होंने झारखंड की नौवीं राज्यपाल के रूप में शपथ ली। वह 15 साल पुराने इस राज्‍य की पहली महिला गवर्नर हैं। हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस वीरेंद्र सिंह ने उन्हें राजभवन के बिरसा मंडप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
अंग्रेजी में ली शपथ
द्रौपदी मुर्मू ने अंग्रेजी में शपथ ली। ओड़िशा के मयूरभंज जिले की रहने वाली द्रौपदी मुर्मू ओड़िशा में दो बार रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक रही हैं। वह भाजपा-बीजू जनता दल की ओड़िशा में बनी गठबंधन सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं। 51 साल की द्रौपदी मूर्मू श्याम चरण मूर्मू की पत्नी हैं।
शपथग्रहण देखने मयूरभंज व ओड़िशा से पहुंचे पांच साै लोग
राज्यपाल मुर्मू के होमटाउन मयूरभंज और ओड़िशा के अन्य भागों से करीब 500 लोग उनका शपथ ग्रहण देखने रांची पहुंचे। उनके बैठने के लिए बिरसा मंडप में अलग से व्यवस्था की गई थी।
'केंद्र सरकार का सरप्राइज गिफ्ट'
रविवार को रांची पहुंची मुर्मू को सबसे पहले टीवी के जरिए राज्‍यपाल बनाए जाने की खबर मिली थी। उन्होंने बताया कि पहले तो उन्‍हें यकीन ही नहीं हुआ। उन्‍होंने कहा कि यह केंद्र सरकार का सरप्राइज गिफ्ट है, जिसे कभी सपने में भी नहीं सोचा था।

क्या आपको पता है.

...
😡क्रोध का पूरा खानदान है..😡
क्रोध की एक लाडली बहन है
II ज़िद ॥
क्रोध की पत्नी है
॥ हिंसा II
क्रोध का बडा भाई है
॥ अंहकार ॥
क्रोध का बाप जिससे वह डरता है
॥ भय ॥
क्रोध की बेटिया हैं
॥ निंदा और चुगली ॥
क्रोध का बेटा है
॥ बैर ॥
इस खानदान की नकचडी बहू है
॥ ईर्ष्या॥
क्रोध की पोती है
॥ घृणा ॥
क्रोध की मां है
॥ उपेक्षा ॥
और क्रोध का दादा है
।। द्वेष ।।
तो इस खानदान से हमेशा
दूर रहें और हमेशा खुश रहो।

चीन ने भारत की सड़क-बिजली को बताया खराब, कहा-निवेश नहीं ला पाए मोदी dainikbhaskar.com May 18, 2015, 21:08 PM IST Print Decrease Font Increase Font Email Google Plus Twitter Facebook COMMENTS 1 of 1 Next फाइल फोटो: चीन दौरे पर मोदी ने वहां के राष्ट्रपति जिनपिंग से मुलाकात की। फाइल फोटो: चीन दौरे पर मोदी ने वहां के राष्ट्रपति जिनपिंग से मुलाकात की। बीजिंग. चीन के सरकारी अखबार ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेशी निवेश लाने की कोशिश पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। चीनी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' के मुताबिक एक साल के कार्यकाल में दुनिया के ताकतवर देशों के साथ रिश्ते मजबूत करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपलब्धि है। लेकिन अखबार यह भी लिखता है कि मोदी की कोशिशों के बावजूद भारत में बहुत कम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आ रहा है। अखबार ने भारत के बुनियादी ढांचे की खामियों को निवेशकों के लिए बड़ी चुनौती बताया है। अखबार ने क्या लिखा? चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने 'इकॉनमी ए डाइलेमा फॉर ग्लोब-ट्रॉटिंग मोदी' शीर्षक से छपे संपादकीय लेख में कहा, 'अपनी भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से भारत की राजनयिक स्तर पर साख अच्छी है। भले ही भारत निवेशकों को यह बताने की कोशिश करे कि उनके यहां निवेश करना फायदे का सौदा है, लेकिन मौजूदा स्थितियां ऐसा नहीं बतातीं। बिजली की सप्लाई अक्सर कटती रहती है। वहां अच्छी सड़कों और बंदरगाहों की कमी है। मजदूर हड़ताल करते रहते हैं। ऐसी पृष्ठभूमि में निवेश करवाना बड़ी समस्या साबित होगा।' चीनी अखबार की यह टिप्पणी इसलिए भी अहम है कि मोदी ने कुछ दिनों पहले ही तीन दिनों की चीन यात्रा की है, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया था। लेकिन उनके दौरे के दो दिनों बाद ही वहां के सरकारी अखबार ने भारत की आलोचना की है।

फाइल फोटो: चीन दौरे पर मोदी ने वहां के राष्ट्रपति जिनपिंग से मुलाकात की।
फाइल फोटो: चीन दौरे पर मोदी ने वहां के राष्ट्रपति जिनपिंग से मुलाकात की।
बीजिंग. चीन के सरकारी अखबार ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेशी निवेश लाने की कोशिश पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। चीनी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' के मुताबिक एक साल के कार्यकाल में दुनिया के ताकतवर देशों के साथ रिश्ते मजबूत करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपलब्धि है। लेकिन अखबार यह भी लिखता है कि मोदी की कोशिशों के बावजूद भारत में बहुत कम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आ रहा है। अखबार ने भारत के बुनियादी ढांचे की खामियों को निवेशकों के लिए बड़ी चुनौती बताया है।
अखबार ने क्या लिखा?
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने 'इकॉनमी ए डाइलेमा फॉर ग्लोब-ट्रॉटिंग मोदी' शीर्षक से छपे संपादकीय लेख में कहा, 'अपनी भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से भारत की राजनयिक स्तर पर साख अच्छी है। भले ही भारत निवेशकों को यह बताने की कोशिश करे कि उनके यहां निवेश करना फायदे का सौदा है, लेकिन मौजूदा स्थितियां ऐसा नहीं बतातीं। बिजली की सप्लाई अक्सर कटती रहती है। वहां अच्छी सड़कों और बंदरगाहों की कमी है। मजदूर हड़ताल करते रहते हैं। ऐसी पृष्ठभूमि में निवेश करवाना बड़ी समस्या साबित होगा।'
चीनी अखबार की यह टिप्पणी इसलिए भी अहम है कि मोदी ने कुछ दिनों पहले ही तीन दिनों की चीन यात्रा की है, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया था। लेकिन उनके दौरे के दो दिनों बाद ही वहां के सरकारी अखबार ने भारत की आलोचना की है।

क़ुरआन का सन्देश

 
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