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20 मई 2015

जज़्बा मुस्कुराता है

कदम जब चूम ले मंज़िल तो जज़्बा मुस्कुराता है
दुआ लेकर चलो माँ की तो रस्ता मुस्कुराता है
किताबोँ से निकलकर तितलियाँ ग़ज़लेँ सुनाती हैँ
टिफिन रखती है मेरी माँ तो बस्ता मुस्कुराता है
सभी रिश्ते यहाँ बर्बाद हैँ मतलब परस्ती से
मगर सदियोँ से माँ-बेटे का रिश्ता मुस्कुराता है।
सुहब उठते ही जब मैँ चूमता हूँ माँ की आँखोँ को
ख़ुदा के साथ उसका हर फरिश्ता मुस्कुराता है
मेरी माँ के बिना मेरी सभी ग़ज़लेँ अधूरी हैँ
अगर माँ लफ़्ज़ शामिल हो तो किस्सा मुस्कुराता है
दिया था जो उसे हामिद ने मेले से कभी लाकर
अमीना की रसोई मेँ वो चिमटा मुस्कुराता है।
वो उजला हो के मैला हो या मँहगा हो के सस्ता हो
ये माँ का सर है इस पे हर दुपट्टा मुस्कुराता है
फरिश्तोँ ने कहा आमाल का संदूक क्या खोलेँ
दुआ लाया है माँ की, इसका बक्सा मुस्कुराता है।.

यह थामा गुलाब किस को दू

इस इम्तेहान मै दिल का हिसाब किस को दू
हिसाब -ऐ - इश्क़ पे लिखी किताब किस को दू
हर एक शख्स को मुझ से बहुत मुहब्बत है
सवल यह है की वफ़ा का जवाब किस को दू
मेरे खलुसो मुहब्बत वफ़ा है सब के लिय
सोचता हु लब- ऐ लुबाब किस को दू
मेरे लिय तो सब ही लोग एक जैसे है
सुकून किस को दू में बेकली किस को दू
हुजूमऐ हुस्न के मेले सोचता हु
यह थामा गुलाब किस को दू

मिटटी मेरे शहर की

इस पुल के जरिये उठी जारही है मिटटी मेरे शहर की
याद ही याद रह गई है उस सुहानी बनासे सहर की
बेरंग होती जारही है कुदरत मेरे शहर की
रुका पानी खुदी नदिया टूटे पहाड़ मेरे शहर के
खोये हुए सोये हुए बाशिंदे है मेरे शहर के
यह शहर रहा था केअदाबे गुलशन था चमन का
नवाब थे या नवाबी नगरी थी यहां
बनास थी के खरबूजा मंडी थी यहाँ
मोहब्बत थी खरबूजे की खुसबू थी यहां
चमन में किस तरह की नवाबी रौनक थी यहां
इसके दबे खजाने यु बर्बाद हो रहे है
गफलत में यु इस के बाशिंदे सोरहे है

मुम्ताज़ुद्दौल्ला (नवाब फारुख अली खान )टोंक रियासत के छटे शासक(नवाब) थे

मुम्ताज़ुद्दौल्ला (नवाब फारुख अली खान )टोंक रियासत के छटे शासक(नवाब) थे आप का जन्म 16 अगस्त 1885 को हुआ था नवाब सादात अली खान साहिब की मृत्यु के बाद आप उस दौर में नवाब बने जब अग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध पुरे भारत वर्ष में अंतिम चरण का विरोध चल रहा था आप ने कुल सात महीने टोंक की गद्दी पर शासन किया यह ऐसा दौर था जिस में टोंक के मुस्लिम भारत छोड़ कर पाकिस्तान जारहे थे और टोंक खाली होने को था एक तरफ टोंक के लोग टोंक को छोड़ चुके थे तो दूसरी तरफ पाकिस्तान से आये हिन्दू भाइयो को टोंक में बसना था नवाब साहब एक बेहद बुद्धिमान व्येक्ति थे उन्होंने पाकिस्तान से आये हिन्दू भाइयो को उन ख़ाली घरो में ठहरया जो मुस्लिम छोड़ कर चले गए थे जगह न होने पर उनको मस्जिदो में रहने की जगह दी वही दूसरी और वो लोग जो हिन्दुतानी हुकूमत के रोकने के बावजूद भारत में नही रुक रहे थे और पाकिस्तान जारहे थे को अपनी बुद्धिमानी से रोक साथ ही मेवात क्षेत्र के लोगो और कायमखानीयो को और अन्य मज्लुमिन को टोंक में पुलिस सुरक्षा में बुलाया और बसाया जिन्होंने टोंक से गए लोगो की पूर्ति की जब पूरा देश हिन्दू -मुस्लिम के नाम पर कत्ले आम और फसाद में डूबा था उस वक्त हमारा टोंक हिन्दू मुस्लिम भाईचारे में डूबा था एक तरफ हिन्दू भाइयो को बसाया जारहा था तो दूसरी तरफ जो मुस्लिम भाई टोंक छोड़ कर जारहे थे को सुरक्षित भेजा जारहा था तो वही पाकिस्तान और देहली की और से आने वाले मज़्लूमिन हिन्दू - मुस्लिमो को जिन्होंने आप ना सब कुछ उस दौर के कत्ले आम में खोदिया था उन्हें बसाया जारहा था नवाब साहब अपनी तीर्व बुद्धि के लिय बहुत जल्द मशहूर होगये और आपने टोंक वालो और टोंक के बेहतर भविष्य के लिय अपनी मांगे रखने हेतु जनवरी में देहली जाने लगे 7 जनवरी 1948 में रस्ते में ही आप का आकस्मिक देहांत होगया यह किस प्रकार हुआ मन्ना है की हार्ट अटैक के कारन हुआ तो कुछ इस बात को नकारते है लकिन यह तय था की टोंक और टोंक के लोगो ने एक बेहतर रहनुमा खोदिया था यह टोंक का सबसे बड़ा दुर्भाग्य रहा जिसे टोंक को आगे भुगतना पड़ा है और पड़रहा है.

वीर महाराणा प्रताप

वीर महाराणा प्रताप जी की जयंती के उपलक्ष्य में आज विशाल रक्तदान शिविर सम्पन
आयोजन के मुख्य अतिथि आपके भाई राष्ट्रीय नवनिर्माण संस्थान के प्रमुख हिम्मत सिंह ने शिविर का फीता काट महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण कर शुभारम्भ किया व आयोजन समिति के अंतराष्ट्रीय क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष डॉ चंदन सिंह एवं कुमार गौतम ने हिम्मत सिंह का माला सफा पहना स्वागत किया
हिम्मत सिंह ने महाराणा प्रताप जी के जीवन के बारे में बताते हुए कहा की प्रताप जी ने अपना संपूर्ण जीवन राष्ट्र और अपने लोगो के लिये न्योछावर कर दिया आन बाण शान सम्मान स्वाभिमान के पथ पर चलकर उन्होंने अपने रक्त से इस धरती मां को सिचां है अब हमे मौका हमे मिला है महाराणा जी के त्याग बलिदान को याद करते हुये रक्त की कुछ बुंदे देकर किसी जरूरतमंद की प्राण की रक्षा कर उस गौरव की अनुभूति तो कर ही सकते है...क्योंकि क्षत्रिय का धर्म ही रक्षा करना है और इस भीषण गर्मी में रक्त की सभी जगह बेहद कमी है जरुरत के समय काम आना यह हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए
इसके बाद हिम्मत सिंह ने रक्तदान कर शिविर की शुरुवात करी जिसके बाद जागरूक युवाओ ने स्वैछिक रक्तदान किया शिविर में 67 यूनिट रक्त एकत्रित कर जरुरतमंदो की सहायता के लिये न्यू मेडीकल कॉलेज ब्लड बैकं और कृष्णा रोटरी ब्लड बैकं को दिया गया
आयोजन में महाराणा प्रताप जी के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री व प्लास्टिक से होने वाले नुकसान को देखते हुए डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखा कर सभी को जागरूक किया गया

लव जेहाद ...लव जेहाद ...लव जेहाद

लव जेहाद ...लव जेहाद ...लव जेहाद चिल्लाते लोगो कभी अपनी सूरत देखी है ? ...वक्त के आईने में कम्वख्त अपनी सूरत तो देख, सब समझ में आ जाएगा . घरों में कितनी घुटन है ,...शोषण है लड़कियों का ...बचपन से ही लड़कियों को समझा दिया जाता है कि तुम पराये घर की हो ...घर पर घरेलू नौकर की तरह काम लिया जाता है ...इस शोषण में भाई भी शामिल रहते हैं ...बहने भाईयों के कपडे धोती हैं कितने भाई हैं जो बहनों के कपडे धोते हैं ? ...इस उपेक्षा ,अपमान ,तिरस्कार और दोयम दर्जे का नागरिक होने के अहसास से ऊबी हुयी लडकी जब आज़ाद हवा में सांस लेने की कोशिश करती है तो प्यार के सुनियोजित छल में फंस ही जाती है . घर के तिरस्कार और बाहर के प्यार में उसे स्वाभाविक रूप से प्यार आकर्षित करता है और अंत में उसे प्यार की मरीचिका छल लेती है ...वह ठगी सी खड़ी होती है . हम अपने घर में बेटे -बेटी के बीच समानता का वातावरण क्यों नहीं बनाते ? हम घर में लड़कियों के लिए कुंठित समाज क्यों तैयार करते हैं ? हम अपने ही समाज में उनको प्यार के इज़हार के अवसर क्यों नहीं देते ? ...स्वयंवर यानी स्वयं अपने जीवनसाथी यानी वर का वरण करना दैविक युग में था , त्रेता में था सीता के स्वयंवर का प्रकरण भूल गए क्या ? ...कृष्ण के काल द्वापर में था ...मनुष्मृति में है , मिताक्षर में है , याज्ञवल्क स्मृति में है ...पर पोंगा पंडितों की पाठशाला में नहीं है . परिणाम प्यार के अवसर न होने से घुटन है और लव जेहाद भी इसी घुटन की घटना है . इधर चिड़िया घुटन से अपने घोंसले से उडती है उधर बहेलिया प्यार का चुगा डाल कर जाल बिछाए बैठा है . हम अपनी बेटियों का /बहनों का स्वाभिमान तो घर के अन्दर ही कुचल डालते हैं ...दलित कर देते हैं . यही बात हिन्दुओं के लिए ही नहीं मुसलमानों के लिए भी है जहाँ औरतों का शोषण सीमान्त है . और शोषण से ऊबी मुसलमान औरतें दुनिया के देह व्यापार में बहुसंख्यक है . हर विश्व की सातवीं बाल वैश्य मुसलमान है ...चार -चार वाइफ के वाबजूद तवाइफ़ भी चाहिए . हम अपने बेटे -बेटियों को अपने ही समाज में प्यार के उचित और स्वस्थ अवसर क्यों नहीं देते ? ... हम दहेज़ के नाम पर देह व्यापार करते हैं ....दहेज़ लेकर हुयी हर शादी विशुद्ध देह व्यापार है जिसमें पुरुष वैश्या धन के बदले अपनी देह का सौदा करती है और जब हमारा समाज ऐसी दहेजखोर पुरुष वेश्याओं से आक्रान्त हो तो उन पुरुष वैश्याओं में पौरुष कहाँ होगा ...वह तो वैश्या हैं और वैश्या में भला पौरुष कहाँ ? परिणाम स्वरुप पौरुष की तलाश में समाज की दहलीज लांघती लडकियाँ जिस घटना /छल या मरीचिका का शिकार होती हैं उसे हम 'लव जेहाद' कहते हैं ....आपना फ़जीहत दीगरान नसीहत ...हम अपने सामाज को स्वस्थ बनाएं . हिन्दू और मुसलमानों ने मिल कर विश्व में वेश्याओं की फ़ौज खड़ी कर दी है ...दिखती नहीं तुम्हें ?....देखो ! ...सच के आईने में अपनी सूरत देखो !! ...प्यार के अभाव में घरों से भाग रहे हमारे बच्चे प्यार की मरीचिका से ग्रस्त हैं ...हम घरों में अपनी ही बेटियों /बहनों को इतना कुंठित क्यों कर रहे हैं कि वह आपाधापी में भाग रही हैं और गलत निर्णय ले रही हैं ...मेरी प्यारी बेटी /बहन ...मेरी प्यारी चिड़िया उड़ने के पहले सावधान बाहर बहेलिया बैठा है." -------- राजीव चतुर्वेदी

ख़ानक़ाहों से निकल आओ

ख़ानक़ाहों से निकल आओ मिसाले-शमशीर,
सिर्फ़ तक़रीर से बख़शिश नहीं होने वाली !
ख़ुद को तक़सीम कई ख़ानों में करने वालो,
तुमसे ज़र्रों में भी जुम्बिश नहीं होने वाली !
क़त्ल होना हमें मंज़ूर है, लेकिन 'राना' ,
हमसे क़ातिल की सिफ़ारिश नहीं होने वाली !!
(जनाब मुनव्वर राना)

भारतीय होने हम पर क्यों शर्म करें

लोग सरकार को लेकर शर्मिन्दा हो सकते हैं लेकिन भारतीय होने हम पर क्यों शर्म करें? एक तरफ़ आप कहते हैं कि गर्व करो कि गणेश को हाथी का सिर लगने से भारत में प्लास्टिक सर्जरी की शुरुआत हुई ... और दूसरी तरफ़ आप कहते हैं कि 2014 से पहले भारतीयों के पास गर्व करने को कुछ था ही नहीं ?
मोदी को विदेशों में भारत की अच्छी बातों की बात करनी चाहिए। उन्हें विपक्ष की बुराई करनी है तो भारत वापस आकर भी कर सकते हैं।

राजीव गाँधी जी की पुण्यतिथि

21 मई स्वर्गीय राजीव गाँधी जी की पुण्यतिथि को "बलिदान दिवस" के रूप में मनाया जाएगा..
सारा लहू बदन का जमी को पिला दिया
हम पे वतन का कर्ज था हमने चुका दिया
राजीव गांधी अमर रहे
राजीव जी ने जिस संचार क्रांति का सूत्रपात किया उसी की बदौलत आज देश तरक्की कर रहा है राजीव जी ने 19 वीं सदी में ही 21 वीं सदी के भारत का सपना सजोया था और पर धर्यपूर्वक कार्य किया। देश में कम्प्यूटरीकरण कर संचारक्रांति के नायक बने। कहा कि संचार क्रांति की ही देन है कि आज हर अमीर-गरीब के हाथों में मोबाइल दिख रही है। वहीं 45 से 55 प्रतिशत नौजवान आधुनिक भारत में रोजगार पारहे है पंचायती राज महिला सशक्तीकरण के साथ ही 18 वर्ष में ही नौजवानों को मताधिकार देकर राष्ट्र को सशक्त बनाने का कार्य किया

पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने अपने फेसबुक पेज पर आज टिप्पणियां


1. कांग्रेस सरकार के समय गठित तीन कृषि विश्वविद्यालयों को स्वीकृति प्रदान करने का फैसला स्वागत योग्य है। मेट्रो और रिफाइनरी सहित पूर्ववर्ती सरकार के अन्य सभी जन कल्याणकारी निर्णयों पर सरकार को इसी सोच के साथ कार्य करना चाहिए। सरकार ने जो नकारात्मक सोच अपना रखी है, उससे प्रदेशवासियों में भयंकर आक्रोश फैलता जा रहा है। भाजपा ने चुनाव पूर्व 15 लाख बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के वादे किये थे, अब डेढ साल बाद उनको इसकी याद आई है एवं इसके लिए अब एक नये विभाग के गठन करने का फैसला भी किया गया है।
2. भीषण गर्मी शुरू होते ही जिस प्रकार राजस्थान में पानी की किल्लत शुरू हो गई है, इसे गम्भीरता से लेते हुए सरकार को पूरे प्रदेश में गांवों-ढाणी तक पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि प्रदेश की आम जनता को परेशानी न हो।
3. प्रदेश में भीषण गर्मी का दौर शुरू हो चुका है। ऐसी गर्मी में जिस प्रकार कांग्रेस सरकार ने मनरेगा श्रमिकों को गर्मी एवं लू से राहत देने के लिए उनके काम के समय को प्रातः 7 से 11 बजे कर दिया था, उसी तर्ज पर वर्तमान सरकार को भी संवेदनशीलता दिखाते हुए तुरंत प्रभाव से काम के समय में परिवर्तन कर देना चाहिए। इसके साथ ही मौसमी बिमारियों से बचाव के लिए मनरेगा श्रमिकों के कार्यस्थल पर प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था भी की जानी चाहिए।
सादर प्रकाशनार्थ।
निजी सचिव

आंसुओं को

में मेरे आंसुओं को
बेशक़ीमती समझ बैठा
बस इसीलिए
यूँ ही तुम्हारे सामने
जाया करता गया ,,,,,,,,,,,,,,,

आपसे मिलिए राजस्थान में उर्दू जुबां के हस्ताक्षर कहे जाने वाले डोक्टर शाहिदुल हक चिश्ती

दोस्तों आपसे मिलिए राजस्थान में उर्दू जुबां के हस्ताक्षर कहे जाने वाले डोक्टर शाहिदुल हक चिश्ती जिन्हें हाल ही में उर्दू लेचरर से प्रिंसिपल बना दिया गया है ,,,डॉक्टर शाहिद उर्दू को फरोग देने के लिए जो खिदमात फ़राहम करवा रहे है उसका कोई सानी नहीं है ,,डॉक्टर शाहीद खुद पढ़ते है ,,पढ़ाते है ,,लिखते है ,,इनकी कई किताबें ,,कई आलेख उर्दू क्लासों में पढ़ाई भी जाती है ,,उर्दू रिसालों में दिलचस्पी लेकर उर्दू को ज़िंदाबाद करने की कोशिशों मे जुटे डॉक्टर शाहीद को राजस्थान सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान उर्दू साहित्य एकेडमी की तरफ से उर्दू फरोग के लियें दिए जाने वाले पुरस्कार से सम्मानित किया है डॉक्टर शहीद उर्दू को फरोग देने के लिए उर्दू फरोग सेमिनार भी करवाते है और उर्दू आम फहम की ज़ुबान उर्दू तहज़ीब की जुबां है थी और रहेगी यह सभी को समझाने में कामयाब भी होते है ..डोक्टर शाहिद चिश्ती अजमेर में ही पले बढ़े इसी शहर में उर्दू अदब से जुड़े और उर्दू में मास्टर डिग्री के बाद बी एड करने के साथ साथ यहाँ उर्दू अदब की रौशनी आमफहम करने के लियें जूनियर लेक्चरर हो गए ...अपने अध्ययन के दोरान खुद पढो और दुसरो को भी पढाओ की तर्ज़ पर शाहिद भाई ने उर्दू विषय में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त कर खुद को अदीब बना लिया ....इनकी कार्यशेली ..समर्पण और उर्दू अदब को फरोग देने के जज्बे को सलाम करते हुए राजस्थान उर्दू साहित्य एकेडमी ने इन्हें उर्दू एवार्ड से नवाज़ा ..डोक्टर शाहीद जितने अदीब है इतने ही लोगों के दिलों के करीब है इनकी सादगी ..इनकी मिलनसारी और उर्दू के प्रति इनके समर्पण का जज्बा इन्हें लोगों का चहेता बनाने के लियें काफी है ..डोक्टर शाहिद खादिम परिवार से है और खिदमत इन्हें विरासत में मिली है ख्वाजा साहब के दरबार में आपका अपना खानदानी हुजरा नंबर 114 दरगाह के आहाते में लोगों की खिदमत और दुआ गोई का मिसाल बना हुआ है और यहाँ भी आप जायरीनों के लियें खिदमत अंजाम देते है ..डोक्टर शाहीद की काबलियत ..सादगी और सेवाभाव को सलाम ........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ये मिर्ची

किसी ने पूछा...
ये मिर्ची किस मौसम में लगती है?
मैंने कहा
इसका कोई मौसम नहीं,
जब
सच बोलो तब लगती है.

कांग्रेस की सदस्य्ता अभियान

कांग्रेस की सदस्य्ता अभियान में कुछ गुप्तचर सदस्यों के आवेदन पर दी गई घोषणा किसी भी तरह के नशे से दूर रहने के मामले में खुफिया जांच कर रहे है जबकि कुछ ऐसे लोग भी होने की शिकायत है जिनकी सदस्य्ता भाजपा में भी है और कांग्रेस में भी ऐसे में थोक में बनाये गए सदस्यों की तहक़ीक़ात जारी है ,,शराब या किसी नशे के आदतन की शिकायत होने पर ऐसे सदस्यों के आवेदन निरस्त भी किये जा सकते है ,,,,अख्तर

पत्थर की मूरत

पत्थर की मूरत को दीया जलाने की जरूरत
नही है साहेब
किसी का दिल न जले ये ध्यान रहे तो समझो..
पूजा हो गई.

तुमने नहीं देखा

तुमने नहीं देखा खुद को
मेरी हाथ की लकीरों में
शायद इसी मुगालते में
हर बार तुम इंकार करते हो
हर बार इंकार के साथ मिलते हो ,,,अख्तर

घर में मंदिर बनाने से नहीं होती बरकत, पढ़िए प्रसिद्ध वास्तु विशेषज्ञ की बातें

रांची स्थित पहाड़ी मंदिर में वास्तु विशेषज्ञ डॉ. नरेश सिंगल ने पूजा-अर्चना कर पहाड़ी बाबा की उतारी आरती।
रांची स्थित पहाड़ी मंदिर में वास्तु विशेषज्ञ डॉ. नरेश सिंगल ने पूजा-अर्चना कर पहाड़ी बाबा की उतारी आरती।
रांची। वास्तु विशारद और वास्तुशिल्प से नवाजे गए देश के जाने-माने वास्तु विशेषज्ञ डॉ. नरेश सिंगल मंगलवार को रांची पहुंचे थे। उन्होंने यहां पहाड़ी मंदिर का मुआयना किया। वास्तु के हिसाब से प्रत्येक चीजों की बारीकी से अध्ययन किया। इससे पूर्व नरेश सिंगल पहाड़ी बाबा की पूजा-अर्चना कर आरती में शामिल हुए।
मंदिर में नहीं होता घर

डॉ. नरेश सिंगल ने कहा कि घर में मंदिर नहीं बनाना चाहिए। यह वास्तुशास्त्र के अनुसार नहीं है। यह तो पाखंडी और आलसी लोग बनाते हैं। घर में मंदिर नहीं पूजा स्थल होता है। दोनों में काफी फर्क है। मंदिर में देवता को स्थापित किया जाता है। यह भी कहा कि मंदिर में घर नहीं होता है। वह दैनिक भास्कर से खास बातचीत कर रहे थे।नरेश सिंगल ने बताया कि जिस घर में संतान नहीं है, उनलोगों को गर्भवती स्त्री या गाय की सेवा करनी चाहिए। जिनको पितृ दोष का भय है, उन्हें अपने दोनों हाथों के अंगूठे से मां के पैरों को अंगूठे से स्पर्श करना चाहिए। घर में बॉक्स वाले पलंग में बर्तन, पढ़ाई के किताब-कॉपी नहीं रखना चाहिए। अच्छा नहीं होता है।

प्रेमी युगल का अपहरण, युवक की पीट-पीट कर हत्या, युवती बची

पूनम विश्नोई।
पूनम विश्नोई।
ऑनर किलिंग : शहर के पॉश इलाके में पति-पत्नी बन किराए पर रहता था युगल, दोनों पहले से थे शादीशुदा, युवती के पति और साथियों ने हत्या कर शव हाईवे-76 से सटी वीरान जगह फेंका।
उदयपुर. न्यू भूपालपुरा की जैन कॉलोनी गली नंबर 3 में किराए पर रहने वाले प्रेमी युगल का युवती के पति और ससुराल पक्ष सहित अन्य 10-15 लाेगों ने पहले अपहरण किया और इसके बाद हाईवे-76 पर ले जाकर युवक की हत्या कर दी। शव हाईवे से दो किमी अंदर माधवनगर मार्ग पर डाल दिया। जिस युवक की हत्या हुई, उसके एक दिन पहले ही बेटे का जन्म हुआ है। शव पर चोटों के निशान देख पुलिस ने बताया कि युवक की हत्या पीट-पीट कर की गई थी। युवक की शिनाख्त जांगुओं की ढाणी (जालोर) निवासी देवेन्द्र (28) पुत्र भगवान राम विश्नाई के रूप में हुई है। एसएचओ हरेन्द्र सिंह ने बताया दूसरी गाड़ी में बैठे युवती के पति जालोर निवासी प्रकाश पुत्र हरिराम विश्नोई ने नाकाबंदी देख गाड़ी भगाई, जो डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मुंबई निवासी युवती पूनम गाड़ी से निकल कर झाड़ियों में छिप गई। पीछा कर रही पुलिस पहुंची तो युवती सामने आई। पुलिस ने पूनम के पति प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया है। बताया गया कि देवेन्द्र का भाई डोडा चूरा तस्करी मामले में सिरोही जेल में है।
प्रत्यक्षदर्शी बाेले : 10-15 लोग आए और पीटते-घसीटते हुए ले गए दोनों को
जैन कॉलोनी निवासी गौरव सक्सेना ने पुलिस को बताया कि देवेन्द्र और पूनम 20 अप्रैल को पति-पत्नी के रूप में किराए पर कमरा लेने आए थे। देवेन्द्र ज्यादातर बाहर रहता था। मंगलवार रात डेढ़ बजे दो जीपों में 15 लोग आए। इन्होंने देवेन्द्र के बारे में पूछा। उनके हाथों हथियार देख अनहोनी का अंदेशा हुआ, तो पुलिस को सूचना दी। तभी कमरे से चिल्लाने की आवाजें आने लगीं। हमने डर से दरवाजा नहीं खोला। तभी पुलिस आ गई। पुलिस की गाड़ी गली के अंदर आई और दूसरी तरफ आरोपी दूसरे छोर से भाग गए। पुलिस ने पूरे जिले में नाकाबंदी करा दी थी। दस सेकंड पहले पुलिस आती तो शायद युवक बच जाता।

कांस्टेबल की मिलीभगत का आरोप : युवती का पति प्रकाश पिछले काफी दिनों ने दोनों की तलाश में था। उसे पता चला कि दोनों सुखेर थाना क्षेत्र में हैं तो वह कुछ दिन पहले थाने पहुंचा। तब एसएचअाे ने मुम्बई पुलिस को साथ लाने को कहा था। देवेन्द्र के परिजनों ने आरोप लगाया कि प्रकाश और उसके साथी दो कांस्टेबल के सम्पर्क में थे।
दोनों शादीशुदा, बीएसटीसी से शुरू हुई प्रेम कहानी
देवेन्द्र जांगु के निम्बाहेड़ा में शराब के ठेके हैं। पत्नी पूनी उदयपुर में बीएसटीसी कर रही है। इधर मुम्बई निवासी पूनम के पिता बाबूलाल का वहां मेटल का बड़ा व्यापार है। पूनम की चार साल पहले जालोर निवासी प्रकाश जाजुदा (विश्नोई) से शादी हुई थी, जो मुंबई में ही ससुर के साथ व्यापार संभालता है। पूनम दो साल पहले ज्याेति कॉलेज से बीएसटीसी करने उदयपुर आई थी। यहीं पूनी ने भी एडमिशन लिया। दोनों हॉस्टल में रहते सहेलियां बनीं। इस दौरान पूनम की देवेन्द्र से मुलाकात हुई और प्यार हो गया। पत्नियों के जरिए प्रकाश और देवेन्द्र भी एक-दूसरे से परिचित थे। गर्भवती होने पर पूनी कुछ माह पहले गांव चली गई। इधर, नजदीकियां बढ़ने पर देवेन्द्र-पूनम ने साथ रहना तय कर लिया। पूनम पर शक होने पर प्रकाश उसे मुम्बई ले गया। इस पर पूनम 31 मार्च को वहां से देवेन्द्र के साथ चली गई। प्रकाश ने मुम्बई में पूनम की गुमशुदगी दर्ज कराई। फेसबुक पर फोटो देखकर उसे दोनों के साथ होने का पता चला।
पूनम बोली-वो देव को बेरहमी से पीट रहे थे, कोई बचाने नहीं आया
जैन कॉलोनी में जिस कमरे में प्रेमी युगल रह रहा था वहां सीढिय़ों से लेकर सड़क तक खून के निशान हैं। सामान बिखरा पड़ा है और दरवाजा टूटा हुआ है। इस मंजर से साफ जाहिर होता है कि अपहरण से पहले उन्हें किस बेदर्दी से पीटा गया। पूनम ने पुलिस को बताया कि वो कई बार चिल्लाई पर कोई बचाने नहीं आया। वे देव को पीट रहे थे। हमने उनसे रहम मांगी, लेकिन उन्होंने नहीं सुनीं और घसीटते हुए दोनों को अलग-अलग गाड़ी में डाल दिया। वे गाड़ी लेकर हाईवे 76 पर चले गए। देव को एक गाड़ी में डाल वे कहीं ले गए। युवती ने बताया उसे लेकर दूसरी गाड़ी टोल नाके की ओर निकल गई। यहां पुलिस नाकाबंदी देख प्रकाश ने गाड़ी वापस ली। पुलिस ने पीछा किया तो टोल नाके से 8 किलोमीटर पहले गाड़ी डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। प्रकाश को छोड़कर सभी फरार हो गए। मैं बचने के लिए झाड़ियों में छिप गई। पुलिस देखकर मदद की आवाज लगाई। पूनम को साथ लेकर पुलिस ने प्रकाश को हिरासत में लिया।
रिपोर्ट पर करेंगे आईटी एक्ट में कार्रवाई
हत्या के मामले में युवती के पति को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटनाक्रम के प्रति अपने कमेंट फेसबुक पेज पर शेयर करने या पीड़ितों के फेसबुक पेज पर पोस्ट करने के मामले में लड़की या मृतक के परिवार की ओर से कोई रिपोर्ट आती है तो कार्रवाई हो सकती है।
अजयपाल लांबा, एसपी

दिल्ली सरकार के अफसरों ने CM केजरीवाल के खिलाफ पारित किया प्रस्ताव

फाइल फोटो- मनीष सिसोदिया।
फाइल फोटो- मनीष सिसोदिया।
नई दिल्ली. दिल्ली के चाणक्यपुरी में सरकार से नाराज आईएएस अधिकारियों की बैठक खत्म हो गई है। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में दिल्ली सरकार के 60 अफसर और करीब 40 रिटायर्ड अफसर शामिल हुए। बताया जा रहा है कि बैठक में केजरीवाल के खिलाफ पारित किया गया। प्रस्ताव के मुताबिक दिल्ली सरकार के अफसर चाहते हैं कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अफसरों पर दबाव न बनाएं और व्यक्तिगत आरोप न लगाएं। इस प्रस्ताव की कॉपी मुख्यमंत्री और उप राज्यपाल के पास भेजी जाएगी। उधर, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार सुबह भेजी गई उप राज्यपाल (एलजी) की चिट्ठी का जवाब देते हुए उनके ट्रांसफर और नियुक्तियां रद्द करने के फैसले को संविधान के विरुद्ध बताया है।
सिसोदिया ने दिया जीएनसीटी और टीबीआर एक्ट का हवाला
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एलजी नजीब जंग की भेजी चिट्ठी का जवाब देते हुए उनके फैसले को संविधान और जीएनसीटी एक्ट के खिलाफ बताया है। उन्होंने एलजी से पूछा है कि संविधान में ऐसा कौन सा नियम है, जो आपको एक चुनी हुई सरकार को निर्देश देने की इजाजत देता है। गौरतलब है कि बुधवार सुबह ही उप राज्यपाल ने दिल्ली सरकार की तरफ से पिछले 4 दिनों में की गई सभी नियुक्तियों को रद्द कर दिया था। मनीष सिसोदिया ने जीएनसीटी और टीबीआर एक्ट का हवाला देते हुए एलजी के आदेश को संविधान के खिलाफ बताया है।
एलजी को स्टेनो से लेकर आईएएस की नियुक्ति का अधिकार-LG
बुधवार सुबह एलजी ने दिल्ली सरकार की पिछले 4 दिनों में की गई नियुक्तियों को रद्द करते हुए कहा था कि दिल्ली में स्टेनो से लेकर आईएएस तक की नियुक्ति के अधिकार हैं। इसके अलावा उप राज्यपाल को संविधान के नियमों के मुताबिक ट्रांसफर और नियुक्तियों को रद्द किए जाने के अधिकार भी हैं। बुधवार सुबह भेजे गए लेटर में एलजी ने केजरीवाल के उस निर्देश को चुनौती दी थी जिसमें उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा था कि अब से सरकार के फैसलों से संबंधित सभी फाइलें एलजी से पहले सीएम के पास लाई जाएं।
किसी अफसर ने नहीं ली छुट्टी
मीडिया में दिल्ली सरकार के 45 अफसरों के छुट्टी पर जाने और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने की खबरों पर भी उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सफाई दी। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के किसी अफसर ने छुट्टी के लिए एप्लीकेशन नहीं दी है। उन्होंने ट्विटर पर इन अफवाहों का जवाब देते हुए लिखा कि अगर किसी अफसर ने मीडियावालों को छुट्टी की एप्लीकेशन दी तो हमें भेज दें हम उनपर निर्णय करेंगे। गौरतलब है कि मीडिया में सुबह से ऐसी खबरें दिखाई जा रहीं थी जिनमें दिल्ली सरकार के 45 अफसरों के छुट्टी पर जाने की बात कही गई थी।
केजरी-नजीब की 'जंग' में कूदी कांग्रेस
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप राज्यपाल नजीब जंग के बीच जारी जंग में कांग्रेस भी कूद गई है। कांग्रेस नेता अजय माकन ने केजरीवाल सरकार पर मुख्य सचिव के पद पर शकुंतला गैमलिन की नियुक्ति को लेकर लगाए गए आरोपों के मामले में आप सरकार पर हमला बोला है। अजय माकन ने 13 मई को मुख्य सचिव की नियुक्ति के लिए भेजे गए दो नामों में से एक पर सहमति बनाने के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की चिट्ठी भी अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट की है।
दागी को मुख्य सचिव बनाना चाहती थी 'आप'
माकन ने कहा है कि दिल्ली सरकार की तरफ से जिस अफसर परिमल राय को मुख्य सचिव बनाने को कहा गया था, वे भी दागी हैं। माकन ने कहा कि कॉमन वेल्थ घोटाले में परिमल राय का नाम भी सामने आया था। माकन ने बताया कि आम आदमी पार्टी ने परिमल राय के खिलाफ धरना प्रदर्शन भी किया था।

दिग्विजय सिंह के बेटे की शादी में कई कांग्रेसी पहुंचे, सोनिया-राहुल रहे नदारद

फोटो- जयवर्धन की शादी में मौजूद कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया।
फोटो- जयवर्धन की शादी में मौजूद कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया।
नई दिल्ली. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह की मंगलवार रात शादी हुई। जयवर्धन का विवाह बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले स्थित डुमरिया के पूर्व राजा रणविजय शाही की पोती सृजाम्या शाही से हुआ। बरातियों में यूपी के बाहुबली नेता राजा भैया, कांग्रेसी सांसद कमलनाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह के अलावा कुछ अन्य नेता शामिल हुए।ज्यादातर परिवार के लोग और करीबी मित्र ही मौजूद रहे। अब 22 तारीख को होटल अशोका में रिसेप्‍शन होगा। इसमें तमाम बड़े नेताओं के मौजूद रहने की उम्‍मीद है।
महिलाओं के लिए अलग व्‍यवस्‍था
शादी दिल्ली के दक्षिण पश्चिमी जिले स्थित कस्बे कापसहेड़ा के कृष्णा फार्म हाउस में हुई। खाने-पीने और संगीत के लिए कई टेंट लगवाए गए थे। महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था थी। सजावट शाही लुक में की गई थी। मेहमानों को लिए वेज और नॉनवेज, दोनों तरह के खाने का इंतजाम था। संगीत के लिए राजस्थान के जालौर की अनवर एंड पार्टी को बुलाया गया था।
वर-वधू के बारे में
दिग्विजय के बेटे जयवर्धन एमपी के राघोगढ़ से विधायक हैं। वहीं, सृजाम्या सीए की पढ़ाई कर रही हैं। सृजाम्या के दादा रणविजय शाही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के नेता हैं और दो बार विधायक रहे हैं। सृजाम्या के परदादा शत्रुमर्दन शाही बिहार के शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। दिग्विजय सिंह की नानी बिहार की ही थीं।

देह व्यापार की आरोपी लड़कियों ने कस्टमर को बनाया बंधक, 5 लाख फिरौती मांगी



आरोपी ज्योति को गिरफ्तार कर ले जाती महिला पुलिसकर्मी।
आरोपी ज्योति को गिरफ्तार कर ले जाती महिला पुलिसकर्मी।
इंदौर: मध्य प्रदेश के रतलाम शहर में पुलिस ने दो ऐसी लड़कियों को अरेस्ट किया है, जिन पर देह व्यापार के मकसद से कस्टमर को बुलाने और बाद में उसे बंधक बनाकर पांच लाख की फिरौती मांगने का आरोप है। आरोपी लड़कियों के दो पुरुष साथियों को भी गिरफ्तार किया गया है। 
 
क्या है मामला 
पुलिस के मुताबिक, मंगलवार शाम 5 बजे जितेंद्र नायक, गणेश, राजू भाटी और राजू लाला यहां के मार्बल पैलेस के फ्लैट नं. सी-36 में मालती, उसकी बेटी वर्षा के अलावा साथी मुस्कान और ज्योति से मिलने गए। राजू लाला और राजू भाटी वापस लौटे गए। इसके बाद, मालती के अन्य साथी फ्लैट में आ गए और जितेंद्र और गणेश को बंधक बना लिया। दोनों को छोड़ने के बदले पांच लाख रुपए मांगे गए। बाद में सौदा 65 हजार रुपए में तय हुआ। रुपए लाने के लिए मालती ने गणेश को फ्लैट से छोड़ा। गणेश ने पुलिस को जानकारी दी और उसकी निशानदेही पर वर्षा और ज्योति को गिरफ्तार कर लिया गया। मुख्य आरोपी मालती और मुस्कान भागने में कामयाब रहीं।

क़ुरआन का सन्देश

 
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