आपका-अख्तर खान

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23 मई 2015

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग पुरे  राजस्थान के सभी ज़िलों में रिकॉर्डतोड़ सदस्य बनाएगा ,,इस मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अल्पसंख्यक विभाग की तरफ से नियमित विभाग की संभागीय कार्यकारिणीं की नियमित बेठके आयोजित की जा रही है ,,निज़ाम कुरैशी की अध्यक्षता में होने वाली अल्पसंख्यक विभाग की नियमित प्रदेश बैठकों को युवा तुर्क नेता मक़सूद अहमद को ऑर्डिनेट कर रहे है , बैठक में कोटा संभाग के चेयरमेन एडवोकेट  अख्तर खान  अकेला ने भी विभाग से लोगों को जोड़ने के लिए उनके दुःख दर्द जानकार उनका संग साथी बनने का आह्वान किया ,,,,कल शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में उदयपुर और अजमेर संभाग के सभी जिला अध्यक्षों और संभागीय अध्यक्षों की बैठक में निज़ाम कुरैशी ने क्षेत्र के पदाधिकारियों से कांग्रेस सदस्य्ता अभियान और अल्पसंख्यकों की समस्या समाधान विषय पर फीडबैक लेकर चर्चा करते हुए सभी जिला कार्यकारिणियों का शीघ्र सक्रिय कार्यकर्ताओं को जोड़कर पुनर्गठित करने का आह्वान किया ,,निज़ाम कुरैशी ने पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा के पदाधिकारियों को विभाग के कार्यकर्ताओं को सामजिक सरकार से भी खुद को जोड़ना होगा लोगों के सुख दुःख का साथी बनना होगा तभी आम जनता का हम दिल जीत  सकेंगे ,,निज़ाम कुरैशी ने सभी पदाधिकारियों  को सम्बोधित करते हुए कहा के जो काम करना चाहता है वोह संगठन में रहे जो आराम करना चाहता है उसके लिए संगठन में कोई जगह नहीं है उन्होंने पदाधिकारियों से कहा के अपने क्षत्र में जेन ,,सिक्ख ,,ईसाई समाज के पर्तीिनिधियों को भी जोड़कर उनका दुःख दर्द जाने और संगठन में खुद को मज़बूत करे जबकि निज़ाम कुरैशी ने आगामी अगस्त में प्रस्तावित  पालिका चुनाव में योजनाबद्ध तरीके से कांग्रेस का झंडा मज़बूत करने के लिए भी अवस्ग्यक दिशा निर्देश जारी किया ,,को ओर्डीनेटर मक़सूद अहमद ने सभी पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हेु कहा के संभाग स्तर पर सम्मेलन कराये ,,जिला स्तर पर बेठके करे और प्रदेश स्तर पर किसी भी कार्यकर्ता या पदाधिकारी की कोई समस्या हो तो  वोह अध्यक्ष जी या फिर को ओर्डीनेटर से सम्पर्क कर उसका समाधान का प्रयास करे ,,,बैठक में अजमेर से अब्दुल रशीद खान ,,,,उदयपुर से असलम चौधरी के नेतृत्व में सभी  संभाग के पदध्दिकारी जिला अध्यक्ष उपस्थित थे ,,,कल  सोमवार  पच्चीस मई को कोटा संभाग के कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों की बैठक होगी ,,कोटा संभाग के चेयरमेन एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने बताया की कोटा संभाग की इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय जयपुर में कोटा ,,कोटा देहात ,,बारां ,,बूंदी ,,झालावाड़ के सभी पदाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे बैठक में नयी कार्यकारिणीं के गठन पर भी चिंतन मंथन होगा ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

गुलाब किस को दू

इस इम्तेहान मै दिल का हिसाब किस को दू
हिसाब -ऐ - इश्क़ पे लिखी किताब किस को दू
हर एक शख्स को मुझ से बहुत मुहब्बत है
सवल यह है की वफ़ा का जवाब किस को दू
मेरे खलुसो मुहब्बत वफ़ा है सब के लिय
सोचता हु लब- ऐ लुबाब किस को दू
मेरे लिय तो सब ही लोग एक जैसे है
सुकून किस को दू में बेकली किस को दू
हुजूमऐ हुस्न के मेले सोचता हु
यह थामा गुलाब किस को दू

मिटटी मेरे शहर की

इस पुल के जरिये उठी जारही है मिटटी मेरे शहर की
याद ही याद रह गई है उस सुहानी बनासे सहर की
बेरंग होती जारही है कुदरत मेरे शहर की
रुका पानी खुदी नदिया टूटे पहाड़ मेरे शहर के
खोये हुए सोये हुए बाशिंदे है मेरे शहर के
यह शहर रहा था केअदाबे गुलशन था चमन का
नवाब थे या नवाबी नगरी थी यहां
बनास थी के खरबूजा मंडी थी यहाँ
मोहब्बत थी खरबूजे की खुसबू थी यहां
चमन में किस तरह की नवाबी रौनक थी यहां
इसके दबे खजाने यु बर्बाद हो रहे है
गफलत में यु इस के बाशिंदे सोरहे है

टोंक रियासत के छटे शासक

मुम्ताज़ुद्दौल्ला (नवाब फारुख अली खान )टोंक रियासत के छटे शासक(नवाब) थे आप का जन्म 16 अगस्त 1885 को हुआ था नवाब सादात अली खान साहिब की मृत्यु के बाद आप उस दौर में नवाब बने जब अग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध पुरे भारत वर्ष में अंतिम चरण का विरोध चल रहा था आप ने कुल सात महीने टोंक की गद्दी पर शासन किया यह ऐसा दौर था जिस में टोंक के मुस्लिम भारत छोड़ कर पाकिस्तान जारहे थे और टोंक खाली होने को था एक तरफ टोंक के लोग टोंक को छोड़ चुके थे तो दूसरी तरफ पाकिस्तान से आये हिन्दू भाइयो को टोंक में बसना था नवाब साहब एक बेहद बुद्धिमान व्येक्ति थे उन्होंने पाकिस्तान से आये हिन्दू भाइयो को उन ख़ाली घरो में ठहरया जो मुस्लिम छोड़ कर चले गए थे जगह न होने पर उनको मस्जिदो में रहने की जगह दी वही दूसरी और वो लोग जो हिन्दुतानी हुकूमत के रोकने के बावजूद भारत में नही रुक रहे थे और पाकिस्तान जारहे थे को अपनी बुद्धिमानी से रोक साथ ही मेवात क्षेत्र के लोगो और कायमखानीयो को और अन्य मज्लुमिन को टोंक में पुलिस सुरक्षा में बुलाया और बसाया जिन्होंने टोंक से गए लोगो की पूर्ति की जब पूरा देश हिन्दू -मुस्लिम के नाम पर कत्ले आम और फसाद में डूबा था उस वक्त हमारा टोंक हिन्दू मुस्लिम भाईचारे में डूबा था एक तरफ हिन्दू भाइयो को बसाया जारहा था तो दूसरी तरफ जो मुस्लिम भाई टोंक छोड़ कर जारहे थे को सुरक्षित भेजा जारहा था तो वही पाकिस्तान और देहली की और से आने वाले मज़्लूमिन हिन्दू - मुस्लिमो को जिन्होंने आप ना सब कुछ उस दौर के कत्ले आम में खोदिया था उन्हें बसाया जारहा था नवाब साहब अपनी तीर्व बुद्धि के लिय बहुत जल्द मशहूर होगये और आपने टोंक वालो और टोंक के बेहतर भविष्य के लिय अपनी मांगे रखने हेतु जनवरी में देहली जाने लगे 7 जनवरी 1948 में रस्ते में ही आप का आकस्मिक देहांत होगया यह किस प्रकार हुआ मन्ना है की हार्ट अटैक के कारन हुआ तो कुछ इस बात को नकारते है लकिन यह तय था की टोंक और टोंक के लोगो ने एक बेहतर रहनुमा खोदिया था यह टोंक का सबसे बड़ा दुर्भाग्य रहा जिसे टोंक को आगे भुगतना पड़ा है और पड़रहा है..... मुमताज़ खान

सारी गलतिया

अब खुद से मिलने को जी करता है "मुमताज़"
बहुत बुरा हु ...बहुत से लोगो से सुना है
याद है मुझ को अपनी सारी गलतिया
एक मोहब्बत की
दूसरी तुम से की
तीसरी बेपन्हा की

तुम भी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

तुम भी शीशे की तरह बेवफा निकले
जो सामने आया उसी के हो जाते हो
मैं लफ्ज़ो में कुछ भी इजहार नही करता
मतलब यह नही के तुझ से प्यार नही करता
चाहता हु मैं तुझे बे इन्तहा आज भी पर
तेरी सोच में अपना वक्त बेकार नही करता
जो कुछ मिला है उसी में खुश हु में
तेरे लिय ख़ुदा से टकरार नही करता
कुछ तो है तेरी फितरत में ओ ज़ालिम
वरना तुझे चाहने की भूल बार बार नही करता

रुलाया नही करते

हस्ते हुऐ लोगो को रुलाया नही करते
हम अपना ज़ख्म दिखाया नही करते
एक बार हम जिसे निगाहो से गिरा दे
फिर उस को दिल में बसाया नही करते
उस सख्स से मिलकर मुझे एसस हूआ
जो पेड़ बड़े होते है साया नही करते
रखते है सदा उन्हें सीने से लगा कर
दुःखअपना किसी को सुनाया नही करते
यह खेल मोहब्बत का सोच लो देखो
खो देते है यहा सब कुछ पाया नही करते

ये है ‘विक्की डोनर’ भैंसा, मालिक को हर साल कमा कर देता है 40 लाख रुपए

'युवराज' भैंसा के साथ उसका मालिक करमवीर सिंह।
'युवराज' भैंसा के साथ उसका मालिक करमवीर सिंह।
चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा का इतिहास बेहद गौरवशाली है। देश के सबसे अमीर राज्यों में शामिल इन दोनों राज्यों में कई अजब-गजब किस्से-कहानियां भी प्रचलित हैं। dainikbhaskar.com 'अजब-गजब ' सीरीज के तहत आपको इस तरह के किस्सों और कहानियों से अवगत करवाएगा।
आज की कड़ी में एक ऐसे भैंसा की बात जो अपनी कीमत के कारण कई बार चर्चा में आ चुका है। हम बात कर रहे हैं विक्की डोनर भैंसा की। ये भैंसा अपने मालिक के लिए धन का स्रोत बना हुआ है। हरियाणा के किसान करमवीर सिंह युवराज नाम से मशहूर इस भैंसा का वीर्य बेचकर प्रति वर्ष 40 लाख रुपए की कमाई करते हैं। इस भैंसा के वीर्य की मांग पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश और राजस्थान सहित कई राज्यों में है। करमवीर ने ‘युवराज’ को पंजाब कृषि मेले से खरीदा था। करमवीर ने अपने इस भैंसा का नाम भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी युवराज के नाम पर रखा गया है। यह भैंसा मुर्राह नस्ल का है जो भारत में पाए जाने वाली नस्लों में सबसे बढ़िया नस्ल मानी जाती है।
इसलिए है युवराज की डिमांड
इस भैंसा के वीर्य की डिमांड इसलिए हैं क्योंकि आमतौर पर एक बार के स्खलन में एक भैंसा के डोज में 500-600 शुक्राणु होते हैं, लेकिन युवराज के डोज में दो करोड़ शुक्राणु होते हैं।
नाइट्रोजन के कंटेनर में रखते हैं भैंसा का वीर्य
युवराज को किसी मादा भैंस की मदद से उत्तेजित करके स्खलित करवाया जाता है जिसे एक कृत्रिम योनी में इकट्ठा किया जाता है। कर्मवीर सिंह इसके वीर्य को अपने घर में -196 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर 50 लीटर तरल नाइट्रोजन के कंटेनर में रखते हैं।

बीजेपी को बहुमत मिलने पर

बीजेपी को बहुमत मिलने पर
एक मोदीभक्त 16- मई-2014 को ख़ुशी के
मारे बेहोश हुआ
और सीधा कोमा में चला गया था।
लगभग 12 महीने कोमा में रहने के बाद कल
ही उसे होश
आया. . . .. . ।
होश में आते ही उसने अपने डाक्टर
दोस्त से निम्न प्रश्न पूछे ....
1. भ्रष्टाचार मुक्त भारत में कैसा
लगता हैं?
2. रोबर्ट वाढरा कौनसी जेल में हैं?
3. राहुल और सोनिया भी जेल में है
या इटली भाग गए?
4. ओबामा हिंदुस्तान के सामने
अभी भी नाक रगड़ रहे हैं या मोदी जी ने
उन्हें माफ़ कर दिया?
5. लाहोर को राजस्थान में जोड़
दिया या पंजाब में?
6. हिंदी भाषा चीन की फर्स्ट
लैंग्वेज बन गयी या अभी भी चायनीज
ही हैं?
7. अपने लहौलिया गाव से लखनऊ
जाने के लिए
बुलेट ट्रैन ठीक रहेगा या हवाई
जहाज ?
8. काला धन गिनने में कितने दिन
लगे?
9. 35 रुपये में एक डॉलर मिलता हैं
की नहीं?
10. जीवनावश्यक बोलके, सब्जी-
प्याज- टमाटर तो मोदी जी ने फ्री कर
दिए होंगे?
11. धारा 370 हटाने के बाद
सांप्रदायिक दंगे हुए क्या?
12. राममंदिर बनने में कितने दिन
लगे?
13. 🔵मुझे अंधभक्त बोलने वाले तो अब
चुल्लूभर पानी में डूब मरे होंगे?
👉इन सवालों को सुनकर बेचारा डॉक्टर
कोमा में चला गया।
अब तो बेचारे उस डॉक्टर
का इलाज़ चल रहा है,
जिस पर पुरे हॉस्पिटल ने उम्मीद छोड़
दी है😔 !
और
प्रश्नो का उत्तर सुन कर भक्त को
''आगरा '' में एडमिट करा दिया है !!!

राजस्थान: सरकार से गुर्जरों की बातचीत फेल, जारी रहेगा आंदोलन


राजस्थान: सरकार से गुर्जरों की बातचीत फेल, जारी रहेगा आंदोलन
 
बयाना (राजस्थान). सरकारी नौकरियों में पांच फीसदी आरक्षण की मांग कर रहे राजस्थान के गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों और सरकार के बीच शनिवार शाम हुई बातचीत बेनतीजा रही। राजस्थान सरकार के प्रतिनधियों के साथ बयाना के नजदीक पिलुकपुरा में हुई बैठक के बाद गुर्जर प्रतिनिधि हिम्मत सिंह ने मीडिया को जानकारी दी, 'इनके पास (सरकार के पास) कोई प्रस्ताव नहीं है। एक अक्षर नहीं बताया कि हमें रिजर्वेशन कैसे मिलेगा। हमें चाय पिलाने बुलाया गया था। हमारा आंदोलन अब और तेज होगा।'
गुर्जर समाज के नेता किरोणी बैंसला शनिवार को सरकार से बात करने के लिए राजी हुए थे। बातचीत में सरकार के तीन मंत्री शामिल हुए।
तीसरे दिन ट्रेनों की आवाजाही पर असर
गुर्जर समाज के लोग अपनी मांगों को लेकर राजस्थान के बयाना के पिलुकपुरा इलाके में रेल ट्रैक पर गुरुवार शाम से बैठे हुए हैं। इस वजह से दिल्ली-मुंबई रूट की कई ट्रेनों को या तो रद्द करना पड़ा है या उनके रास्ते बदल दिए गए हैं। शनिवार को दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से रवाना होने वाली अगस्त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस को रद्द करना पड़ा।

क्या तुम्हे कभी

क्या कभी
तुम्हे हम भी
याद आते है
क्या तुम्हे कभी
हमारी उम्मीद
की परवाह होती है
क्या तुम्हे कभी
हमारे इन्तिज़ार पर
बेक़रारी होती है ,,
क्या तुम्हे
हमारे अंदाज़
याद आते है
या फिर यूँ ही
हम तुमसे
सिर्फ और सिर्फ
एक तरफा
प्यार किये
जा रहे है
कुछ भी हो
लेकिन फिर भी
कड़वा सच है
हम तुम्हारी उम्मीद
तुम्हारे इन्तिज़ार
में जिए जा रहे है ,,,,,,,,,अख्तर

कहो तो हम

तुम
कहो तो हम
हमेशा के लिए
सब को छोड़ कर
चेन की नींद
सो जाए
थक गए है
तुम्हारा
इन्तिज़ार
करते करते ,,,अख्तर

दिल्ली सरकार का फैसला, केंद्र को जवाब देने के लिए होगा असेंबली का सेशन

फाइल फोटो - अवरिंद केजरीवाल।
फाइल फोटो - अवरिंद केजरीवाल।
नई दिल्ली. केंद्र के नोटिफिकेशन का जवाब देने में जुटी दिल्ली सरकार ने नया दांव चला है। दिल्ली सरकार की कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया है कि विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाएगा। यह विशेष सत्र 26 और 27 मई को होगा। विशेष सत्र में केंद्र द्वारा जारी नोटिफिकेशन पर चर्चा की जाएगी। खासकर उप राज्यपाल (एलजी) की भूमिका और शक्तियों पर चर्चा की जाएंगी।
गोपाल सुब्रमण्यम ने दी दिल्ली सरकार को सलाह
केंद्र की अधिसूचना से नाराज़ दिल्ली सरकार क़ानून के जानकारों की सलाह ले रही है। इसी क्रम में पूर्व अटॉर्नी जनरल गोपाल सुब्रमण्यम राय की भी सलाह मांगी गई थी। सुब्रमण्यम ने गृह मंत्रालय के नोटिफिकेशन को असंवैधानिक और गैरकानूनी बताया है। उन्होंने सरकार को भेजी चिट्ठी में लिखा है, 'मुझे उम्मीद है कि ये नोटिफिकेशन राष्ट्रपति की अनुमति के बिना ही जारी हुआ है। ऐसे में ये असंवैधानिक है।'
एक दिन पहले ही गृह मंत्रालय ने जारी किया था नोटिफिकेशन
शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा नोटिफिकेशन जारी कर एलजी नजीब जंग को शासन प्रमुख बताया गया था। गृह मंत्रालय की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया था कि नियुक्ति व तबादलों में भी अंतिम फैसला एलजी ही करेंगे। बाकी मामलों में भी वह सीएम की सलाह लेने के लिए मजबूर नहीं हैं। दिल्ली का उप राज्यपाल लोक व्यवस्था, पुलिस, भूमि और सेवाओं से संबंधित विषयों में ट्रांसफर और पोस्टिंग की शक्तियां रखता है। ऐसा वह राष्ट्रपति द्वारा प्रदान की गई शक्तियों और कृत्यों के निर्वहन के आधार पर करेंगे। अन्य सेवाओं के विषय में वह चाहें तो दिल्ली के मुख्यमंत्री से विचार-विमर्श के आधार पर निर्णय ले सकता है।

क़ुरआन का सन्देश

p659.
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