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25 मई 2015

सुंदरकांड से जुड़ी ये बात बहुत कम लोग जानते हैं

सुंदरकांड से जुड़ी ये बात बहुत कम लोग जानते हैं
हनुमानजी की सफलता के लिए सुंदरकाण्ड को याद किया जाता है। श्रीरामचरित मानस के इस पांचवें अध्याय को लेकर लोग अक्सर चर्चा करते हैं कि इस अध्याय का नाम सुंदरकाण्ड ही क्यों रखा गया है? यहा जानिए इस प्रश्न का उत्तर...

श्रीरामचरित मानस में हैं 7 काण्ड

श्रीरामचरित मानस में 7 काण्ड (अध्याय) हैं। सुंदरकाण्ड के अतिरिक्त सभी अध्यायों के नाम स्थान या स्थितियों के आधार पर रखे गए हैं। बाललीला का बालकाण्ड, अयोध्या की घटनाओं का अयोध्या काण्ड, जंगल के जीवन का अरण्य काण्ड, किष्किंधा राज्य के कारण किष्किंधा काण्ड, लंका के युद्ध का लंका काण्ड और जीवन से जुड़े प्रश्नों के उत्तर उत्तरकाण्ड में दिए गए हैं।

सुंदरकाण्ड का नाम सुंदरकाण्ड क्यों रखा गया?

हनुमानजी, सीताजी की खोज में लंका गए थे और लंका त्रिकुटाचल पर्वत पर बसी हुई थी। त्रिकुटाचल पर्वत यानी यहां 3 पर्वत थे। पहला सुबैल पर्वत, जहां के मैदान में युद्ध हुआ था। दूसरा नील पर्वत, जहां राक्षसों के महल बसे हुए थे और तीसरे पर्वत का नाम है सुंदर पर्वत, जहां अशोक वाटिका निर्मित थी। इसी अशोक वाटिका में हनुमानजी और सीताजी की भेंट हुई थी। इस काण्ड की यही सबसे प्रमुख घटना थी, इसलिए इसका नाम सुंदरकाण्ड रखा गया है।

 पहले सुंदरकांड का पाठ करने का विशेष महत्व माना गया है। जब भी किसी व्यक्ति के जीवन में ज्यादा परेशानियां हों, कोई काम नहीं बन रहा हो, आत्मविश्वास की कमी हो या कोई और समस्या हो, सुंदरकांड के पाठ से शुभ फल प्राप्त होने लग जाते हैं। कई ज्योतिषी और संत भी विपरीत परिस्थितियों में सुंदरकांड का पाठ करने की सलाह देते हैं। यहां जानिए सुंदरकांड का पाठ विशेष रूप से क्यों किया जाता है?

सुंदरकाण्ड के पाठ से प्रसन्न होते हैं हनुमानजी

माना जाता है कि सुंदरकाण्ड के पाठ से बजरंग बली की कृपा बहुत ही जल्द प्राप्त हो जाती है। जो लोग नियमित रूप से इसका पाठ करते हैं, उनके सभी दुख दूर हो जाते हैं। इस काण्ड में हनुमानजी ने अपनी बुद्धि और बल से सीता की खोज की है। इसी वजह से सुंदरकाण्ड को हनुमानजी की सफलता के लिए याद किया जाता है।

गुर्जर आंदोलन: आंदोलनकारियों ने फिर बंद करवाया जयपुर-आगरा हाईवे

दौसा के सिकंदा चौराहे पर गुर्जर आंदोलनकारियों ने सड़क पर टायर जलाकर जाम लगाने की कोशिश की।
दौसा के सिकंदा चौराहे पर गुर्जर आंदोलनकारियों ने सड़क पर टायर जलाकर जाम लगाने की कोशिश की।
जयपुर/दौसा. राजस्थान में आरक्षण की मांग कर रहे गुर्जर समुदाय का आंदोलन हिंसक होता जा रहा है। सोमवार को गुर्जर आंदोलनकारी और सैनी समुदाय के बीच विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। आंदोलनकारी रेल की पटरियों पर जमे हुए हैं जिसके कारण करीब 45 ट्रेन्स को रद्द करना पड़ा है। सड़क यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हालात बिगड़ते देख केंद्र सरकार ने अर्द्ध सैनिक बलों की 14 टुकडि़यां राजस्थान में तैनात कर दी हैं। सुरक्षा बलों ने सख्ती दिखाते हुए जयपुर-आगरा हाईवे को खुलवा दिया। लेकिन शाम होते-होते प्रदर्शनकारियों ने हाईवे फिर से बंद करवा दिया। गुर्जर समाज के नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने सरकार से कहा है कि अगर बातचीत करना है तो उनके प्रतिनिधि को बवाना आना होगा। बैंसला पर राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज किया जा चुका है।
गुर्जर और सैनी समुदाय में मारपीट

दौसा के सिकंदरा चौराहे पर आंदोलनकारियों ने राजस्थान रोडवेज की बसों में तोड़फोड़ की। खबरों के मुताबिक सड़कों पर टायर जलाकर उन्हें जाम करने की भी कोशिश की गई है। एक अनुमान के अनुसार राजस्थान रोडवेज को इस आंदोलन के कारण हर रोज करीब 15 लाख रुपए का घाटा हो रहा है। आंदोलनकारियों ने दौसा में ही सैनी समुदाय के एक धार्मिक कार्यक्रम पर पथराव किया जिसके बाद दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। बाद में पुलिस के पहुंचने पर हालात काबू में किए जा सके।

ट्रेन यात्री परेशान

दिल्ली-मुंबई रूट की 45 ट्रेन्स को इस आंदोलन के कारण रद्द किया गया है और करीब 85 ट्रेन्स के रूट को चेंज किया गया है। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। इस आंदोलन की सबसे ज्यादा मार उन यात्रियों पर पड़ रही है जिन्होंने कई महीने पहले आरक्षण करा लिया था लेकिन बावजूद इसके वह यात्रा पर नहीं कर पा रहे हैं।
ये ट्रेनें हैं प्रभावित :

1.गाड़ी न.59607/59608, अजमेर-पुष्कर-अजमेर सवारी गाड़ी
2.गाड़ी न.14807/14808, जयपुर-अलवर-जयपुर, एक्सप्रेस
3. गाड़ी न. 04805/04806, अलवर-खैरथल-अलवर स्पेशल
4. गाड़ी न.51973/51974, मथुरा- जयपुर-मथुरा सवारी गाड़ी

दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा, जनादेश का सम्मान करें एलजी


दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा, जनादेश का सम्मान करें एलजी
 
नई दिल्ली. दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा है कि दिल्ली सरकार के एंटी करप्शन ब्यूरो को दिल्ली पुलिस पर भी कार्रवाई का अधिकार है। साथ ही, हाईकोर्ट ने कहा है कि उपराज्यपाल को जनादेश का सम्मान करना चाहिए साथ ही दिल्ली सरकार और कैबिनेट के फैसलों में सलाहकार की भूमिका निभाना चाहिए। हाईकोर्ट ने कहा है कि उप राज्यपाल को उन प्रस्तावों पर भी गंभीरता से अपना नजरिया स्पष्ट करना चाहिए जो राज्य विधानसभा के जरिए लाए गए हैं। हाईकोर्ट के इस फैसले को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र को बड़ा झटका बताया है। केजरीवाल ने ट्वीट कर हाइकोर्ट के इस फैसले को को राहत भरा बताते हुए कहा है कि इससे 21 मई को भेजे गए केंद्र के नोटिफिकेशन की संदिग्धता प्रमाणित हो जाती है।
हाई कोर्ट ने रद्द कि दिल्ली पुलिस के कॉन्सटेबल की जमानत याचिका
हाई कोर्ट ने यह फैसला भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल अनिल कुमार की जमानत याचिका को खारिज करते हुए यह बात कही। गौरतलब है कि हाल ही में एलजी बनाम दिल्ली सरकार की बहस में केंद्र ने अधिसूचना जारी कर एसीबी को केंद्रीय कर्मचारियों पर कार्रवाई करने से रोका दिया था।
दिल्ली सरकार को बड़ी राहत
हाई कोर्ट का फैसला ऐसे समय आया है जब 'आप' सरकार शुक्रवार को दिल्ली सरकार के अधिकारों को लेकर भेजे गए केंद्र के नोटिफिकेशन को चुनौती देने की तैयारी कर रही थी। केंद्र ने अपने नोटिफिकेशन में उप राज्यपाल को दिल्ली का मुख्य प्रशासनिक अधिकारी बताया था। दिल्ली सरकार और उप राज्यपाल के अधिकारों को लेकर जस्टिस विपिन सांघी ने ये बातें तब कहीं, जब उनकी अदालत भ्रष्टाचार के मामले में एसीबी के द्वारा गिरफ्तार किए गए दिल्ली पुलिस के एक कॉन्सटेबल अनिल कुमार की जमानत अर्जी पर सुनवाई कर रही थी।
हाईकोर्ट का फैसला दिल्ली के लोगों की जीत-आप
हाईकोर्ट के फैसले को दिल्ली सरकार ने आम आदमी और दिल्ली के लोगों की जीत बताया है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक जीएनसीटीडी एक्ट 1991 के आर्टिकल 239 और 239 AA के सेक्शन 41-44 में इस बात का जिक्र है कि सरकार को मिले जनादेश का उप राज्यपाल को सम्मान करना चाहिए।
हाईकोर्ट फैसला केंद्र के लिए शर्मिंदगी की बात
केजरीवाल ने ट्विट कर बताया कि, 'हाईकोर्ट का फैसला केंद्र सरकार के लिए बड़ी शर्मिंदगी की बात है। हाई कोर्ट ने यह भी कहा कि 21 मई को जारी की गई गृह मंत्रालय की अधिसूचना 'संदिग्ध' है।' दिल्ली पुलिस सीधे तौर पर गृह मंत्रालय के अधीन काम करती है। केंद्र की अधिसूचना ने एसीबी को दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार के किसी भी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई से रोक दिया था।

क्या कभी

क्या कभी
तुम्हे हम भी
याद आते है
क्या तुम्हे कभी
हमारी उम्मीद
की परवाह होती है
क्या तुम्हे कभी
हमारे इन्तिज़ार पर
बेक़रारी होती है ,,
क्या तुम्हे
हमारे अंदाज़
याद आते है
या फिर यूँ ही
हम तुमसे
सिर्फ और सिर्फ
एक तरफा
प्यार किये
जा रहे है
कुछ भी हो
लेकिन फिर भी
कड़वा सच है
हम तुम्हारी उम्मीद
तुम्हारे इन्तिज़ार
में जिए जा रहे है ,,,,,,,,,अख्तर

क़ुरआन का सन्देश

  

कांग्रेस के सजग , सतर्क , भाइयो और बहनो सादर प्रणाम

कांग्रेस के सजग , सतर्क , भाइयो और बहनो सादर प्रणाम आप सभी जानते है के एक साल पूर्व भाजपा ने झूठ और फरेब से गलत अफवाह फैला कर लोगो को गुमराह किया और सत्ता हासिल करने के बाद जनता से विश्वासघात किया पुरे एक साल में भाजपा ने रास्ट्र निर्माण का एक काम भी नही किया किसी भी योजना को किर्यान्वित नही किया केवल काँग्रेस किये गए कामो का उद्घटान , काँग्रेस की नीतियों को योजन बदल कर लागु किया जो कुछ भी है वो काँग्रेस का है , भाजपा का अराजकता, दंगा, फसादद, नफरत, रास्ट्र विरोधी गतिविधियों के अलाव कुछ भी मौलिक नही है , स्तिथि ये है के देश पिछड़ रहा है किसान आत्महत्या कर रहे है, बेरोजगारो को रोज़गार नही है, शिक्षा और चिकत्सा का व्यपारी कारण हो रहा है , प्रधानमंत्री देश की सुरक्षा, एकता अखण्डता किसान मज़दूर ग़रीब लोगों के दुःख दर्द जानने के बदले महंगे सूट पहनकर विदेशो में मज़े उड़ा रहें है,भारतीय तक ही खिल्ली उड़ा रहे है , आपके अपने लोकसभा क्षेत्रो में भी भाजपा शासन ने किसान मज़दूर आम जनता बेहाल है।।विकास योजनाये ठप पड़ी है किसान आत्महत्ये कर रहे है पढे लिखे लोग बेरोज़गार घूम रहे है, लचर क़ानून व्यवस्था से आम जनता परेशान है।। प्रशासिनक स्थर पर भरस्टाचार का बोल बाला है,स्तिथि ये है की भाजपा का एक साल आम जनता बेहाल के रूप में हमे किसान , मज़दूर , युवा बेरोजगार , ज़ुल्म क्व शिकार महिला एंव बच्चों को इंसाफ दिलाने के लिए भाजपा की झूठ घिनोना चेहरा जनता के सामने उजागर करना है।
इसके लिए सभी कोटा बून्दी लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेसी पदाशिकारियो कार्येकर्ताओ से विन्रम अपील है की दिनांक 26-5-2015 बुधवार को सुबह 10:30 बजे हज़रो हज़ार की तदाद में जनता को इंसाफ दिलाने भाजपा का झूठ उजागर करने और काँग्रेस का हाथ मज़बूत करने के लिए सभी लोग एकजुट हो कर शांतिपूर्ण तरीके से काँग्रेस के झंडे के साथ सी ए डी सर्किल संम्भागीय आयुक्त कार्यलय पर पहुंचे।।
आपका सचिन पायलट प्रदेश कांग्रेस कमेठी राजस्थान
धीरज गुर्जर विधायक एंव प्रभारी कोटा जिला काँग्रेस।
विक्रम वाल्मीकि प्रदेश सचिव एंव सहप्रभारी कोटा देहात काँग्रेस
अख्तर खान अकेला
कोटा संम्भागीय अध्यक्ष
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