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19 जून 2015

इंटरनेशनल योगा डेः ईसाई संगठन ने 21 जून के आयोजन पर उठाए सवाल



नई दिल्ली में शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान एक लड़की।
नई दिल्ली में शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान एक लड़की।
नई दिल्ली. 21 जून को इंटरनेशनल योगा डे को लेकर कुछ मुस्लिम धर्मगुरुओं की आपत्ति के बीच अब एक ईसाई संगठन ने भी संडे के इसके आयोजन को लेकर सवाल उठाए हैं। नागालैंड बाप्टिस्ट चर्च काउंसिल (एनबीसीसी) ने केन्द्र सरकार के योगा डे आयोजन पर आपत्ति जताई है। एनबीसीसी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि रविवार को ऐसे कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है और अगर इसके लिए जोर-जबरदस्ती की गई तो इसे संविधान की ओर से दी गई धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन माना जाएगा। देश में योग को किसी धर्म विशेष से जोड़कर नहीं देखने की अपील की जा रही है, लेकिन एनबीसीसी का कहना है कि इसकी जड़ें हिंदू धर्म से जुड़ी हुई हैं।
बता दें कि 21 जून को रविवार है और रविवार को देश भर में छुट्टी होती है। ईसाई समाज के लोग रविवार को चर्च में प्रार्थना के लिए जाते हैं। संगठन ने इस दिन योग कार्यक्रम रखने को धार्मिक भवनाएं आहत करने वाला बताया है।
हमले की आशंका, खुफिया एजेंसी ने किया सतर्क
खुफिया एजेंसियों ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर दिल्ली में आतंकी हमले से संबंधित अलर्ट जारी किया है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने राजपथ के आसपास इलाकों में दो दिनों तक गुब्बारा, पतंग आदि उड़ाने पर बैन लगा दिया है। 21 जून को करीब 40 हजार लोग राजपथ पर योग करने वाले हैं।
योगा डे को लेकर पलटी उत्तराखंड सरकार
उत्तराखंड की कांग्रेस शासित सरकार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस न मनाने के अपने फैसले से पलट गई है। हरीश रावत के नेतृत्व वाली सरकार ने ऑफिशियली इस समारोह को मनाने का डिसीजन लिया है। इतना ही नहीं सीएम हरीश रावत खुद 21 जून को राज्य स्तरीय योग वर्कशॉप की अध्यक्षता करने जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने अपनी राज्य सरकारों को योग कार्यक्रमों के प्रति उत्साह दिखाने के लिए पहले ही सचेत कर दिया है। इसलिए रावत का फैसला कांग्रेस हाईकमान को धत्ता बताने जैसा माना जा रहा है।
अब सीएम बनेंगे वर्कशॉप के चीफ गेस्ट
21 जून को को विश्व योग दिवस के अवसर पर देहरादून के पवेलियन ग्राउंड में राज्यस्तरीय वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यशाला में मुख्यमंत्री हरीश रावत चीफ गेस्ट होंगे। राज्य के प्रमुख सचिव ओम प्रकाश ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इस कार्यक्रम में राज्य के हेल्थ सेक्रेटरी सुरेंद्र सिंह नेगी भी आएंगे।
पहले किया था किनारा
इससे पहले हरीश रावत ने 17 को देहरादून में कहा था, “हम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह का हिस्सा नहीं बनेंगे, क्योंकि हमारी इस बारे में ढोल पीटने में दिलचस्पी नहीं है।” रावत ने ये भी कहा था कि उत्तराखंड शारीरिक और मानसिक देखभाल की प्राचीन भारतीय पद्धति को प्रोत्साहन देने के पक्ष में है और इसके लिए उसकी अपनी योजना है, हम सितंबर से योग को प्रोत्साहन देने के लिए जल्द ही विस्तृत कार्य योजना के साथ आएंगे।
फैसला बदलने को लेकर चुप्पी
हालांकि बुधवार के योग दिवस न मनाने के फैसले को एक दिन बाद ही रावत सरकार ने क्यों बदल दिया, इस पर कोई सफाई सरकार की ओर से नहीं दी गई है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि सरकार को ऐसा लगता है कि अगर इस योग दिवस से दूर रहा गया तो जनता में इसका गलत संकेत जा सकता है क्योंकि उत्तराखंड का योग से बहुत प्राचीन संबंध है। योग राज्य के पर्यटन और आर्थिक कारणों से भी जुड़ा है। हरिद्वार में पतंजलि योग पीठ और शांतिकुंज जैसे प्रसिद्ध योग संस्थान भी हैं।

ललित मोदी विवादः बीजेपी ने कहा-अपने पद पर बनी रहेंगी वसुंधरा-सुषमा

फाइल फोटो: सुषमा स्वराज से मिलतीं वसुंधरा राजे (दाएं)।
फाइल फोटो: सुषमा स्वराज से मिलतीं वसुंधरा राजे (दाएं)।
नई दिल्ली. आईपीएल के पूर्व कमिश्नर और करप्शन के आरोपी ललित मोदी की मदद कर विवादों में आईं राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को बीजेपी उनके पद से नहीं हटाया जाएगा। सुषमा और राजे के इस्तीफे की अटकलों को बीजेपी ने शुक्रवार को विराम लगा दिया। पार्टी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने मीडिया से कहा कि सुषमा के बारे में पार्टी पहले ही साफ कर चुकी है और वसुंधरा के खिलाफ आए दस्तावेजों की प्रामाणिकता अभी साबित नहीं हुई है। दोनों नेताओं के इस्तीफे के सवाल पर त्रिवेदी ने कहा, 'यह सवाल ही काल्पनिक है। तकनीकी और कानूनी आधार पर यह नहीं कहा जा सकता है कि किसी तरह का कोई गलत काम हुआ है।' सुषमा स्वराज के बचाव में बीजेपी पहले ही कह चुकी है कि विदेश मंत्री ने मानवीय आधार पर ललित मोदी की मदद की थी।
वसुंधरा राजे के बचाव में उतरी राजस्थान बीजेपी
बीजेपी की राजस्थान ईकाई और प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वसुंधरा राजे और उनके बेटे और बीजेपी सांसद दुष्यंत सिंह का बचाव किया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि दुष्यंत सिंह और ललित मोदी की कंपनी के बीच जो भी लेन-देन हुआ वह दो प्राइवेट कंपनियों के बीच की डील थी और वह सही थी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा, 'दुष्यंत सिंह की कंपनियों में किसी प्रकार की गड़बडिय़ां नहीं हैं। कंपनियों के शेयर कैपिटल गेन पूरी तरह से इनकम टैक्स विभाग को दिखा दिए गए हैं ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ियां हों तो वह जांच कर ले, लेकिन वहां से किसी प्रकार की ऐसी बात सामने नहीं आई है।
लेन-देन का सारा ब्योरा कंपनी की बैलेंस शीट में है। शेयरों के मूल्यों को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। व्यापारिक ट्रांजैक्शन पर भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं।'
अमित शाह से नहीं मिलीं वसुंधरा
वसुंधरा ने शुक्रवार को अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात नहीं की। ऐसी खबरें थीं कि शुक्रवार को पंजाब के आनंदपुर साहिब के 350वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वह बीजेपी के वरिष्ठ नेतओं से मिलेंगी और विवाद पर अपना पक्ष रखेंगी। पर बाद में वसुंधरा के ऑफिस से फैक्स भेज कर जानकारी दी गई कि वे आनंदपुर साहिब नहीं जाएंगी।
ललित मोदी ने लिया प्रणब का नाम, कहा-वित्त मंत्री रहते मेरे पीछे ED को लगाया
विवादों में आए ललित मोदी ने दावा किया है कि 2010 में तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने उनके खिलाफ ईडी को जांच करने के लिए कहा था। उऩ्होंने 11 अप्रैल, 2010 को आईपीएल फ्रेंचाइजी सुनंदा पुष्कर के पास 25 फीसदी शेयर होने के बारे में ट्वीट किया। ललित मोदी ने कहा, ''इसके कारण भारतीय राजनीति में भूचाल आ गया। इसी के बाद भारतीय वित्तीय एजेंसियां मेरे खिलाफ जांच में जुट गईं, जिसकी जानकारी मुझे मेरे अटॉर्नी से मिली। इस संबंध में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने एक मीटिंग भी बुलाई थी। 18 को शशि थरूर को इस्तीफा देना पड़ा और 25 अप्रैल की आधी रात मुझे बीसीसीआई ने आईपीएल चेयरमैन पद से सस्पेंड कर दिया।''
सुषमा से मिलने पहुंचे मुरली मनोहर जोशी
करप्शन के आरोपी आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की मदद करने का आरोप झेल रहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के घर पर गुरुवार देर शाम बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मार्गदर्शक मंडल के सदस्य मुरली मनोहर जोशी पहुंचे। इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है। इससे पहले मार्गदर्शक मंडल के ही सदस्य और पार्टी के सीनियर लीडर लालकृष्ण आडवाणी ने एक इंटरव्यू में देश में फिर से इमरजेंसी के हालात बनने की आशंका से इनकार नहीं किया। उनके बयान को विपक्ष मोदी सरकार के कामकाज से जोड़कर देख रहा है। सुषमा स्वराज और मुरली मनोहर जोशी को आडवाणी खेमे का माना जाता है। 


 

बीजेपी MLA ने कहा-हेल्मेट लगाने से बाल झड़ जाते हैं, बर्ताव भी होता है खराब

विधायक भवानीसिंह राजावत
विधायक भवानीसिंह राजावत
कोटा (राजस्थान). कोटा रेंज पुलिस की ओर से हेल्मेट को लेकर आयोजित वर्कशॉप में बीजेपी विधायक भवानी सिंह राजावत ने विवादित बयान दे दिया। भवानी ने वर्कशॉप में हेल्मेट का ही जमकर विरोध कर दिया। भवानी ने कहा, 'मैं हेल्मेट का घोर विरोधी हूं। हेल्मेट लगाने के फायदे कम नुकसान ज्यादा हैं। इससे बाल झड़ जाते हैं और व्यवहार भी खराब होता है।' इस मौके पर मौजूद पुलिस अफसर भवानी सिंह के बोलने से पहले हेल्मेट के पक्ष में दलीलें दे रहे थे। जैसे ही भवानी ने यह बात कही, सब बंगले झांकने लगे।
किसने हेल्मेट जरूरी किया?
भवानी राजावत ने वर्कशॉप में कहा, 'जाने कौन सी सरकारों और अधिकारियों ने एसी कमरों में बैठकर हेल्मेट की अनिवार्यता को लागू किया। पुलिस चोरी, चेन स्नैचिंग, लूट की वारदातें तो खोल नहीं पाती, हेल्मेट पर सेमिनार कर रही है। हेल्मेट की बजाय इन विषयों पर सेमिनार हो तो ज्यादा सार्थक रहेगी।' इसके बाद भी जब कार्यशाला में मौजूद लोगों ने हेल्मेट को आवश्यक बताया तो राजावत कार्यशाला छोड़कर चले गए। इसके बाद कोटा एसपी डॉ. अमनदीप सिंह कपूर, एमबीएस अधीक्षक वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ. विजय सरदाना, डिविजनल कमिश्नर ओंकार सिंह सभी ने हेल्मेट लगाने की सलाह दी।

हेल्मेट की तुलना देवताओं से करने का विरोध भी किया
कार्यशाला में सेंटर फॉर रोड सेफ्टी की कोऑर्डिनेटर प्रेरणा सिंह ने कहा था कि चालान के डर से नहीं बल्कि हेलमेट लगाना आदत होनी चाहिए। देवता कहीं भी मुकुट लगाकर जाते थे। इसका प्रेरणा सिंह ने एनिमेशन वीडियो भी दिखाया। राजावत ने इसका भी विरोध किया। उन्होंने कहा, 'हेल्मेट की तुलना देवताओं के मुकुट से करना गलत है।'

अविवाहित बेटी हुई गर्भवती, शर्मिंदा मां-बाप और बेटे-बेटी ने दी जान हरिआेम सिंह Jun 19, 2015, 19:56 PM IST Print Decrease Font Increase Font Email Google Plus Twitter Facebook COMMENTS 9 1 of 1 Next मामले की पड़ताल करते अधिकारी। मामले की पड़ताल करते अधिकारी। भोपाल. मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के गोहपारू थाने के तहत मलमाथर गांव में एक ही परिवार के चार लोगों ने गुरुवार देर रात सिंचाई विभाग के डैम में कूद कर सामूहिक आत्महत्या कर ली। पुलिस को हादसे की जानकारी शुक्रवार को पता चली। इस परिवार का 12 साल का एक बेटा किसी तरह अपनी जान बचाने में सफल रहा। मरने वालो में माता-पिता और बेटी-बेटा शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इस परिवार की 19 साल की बेटी शादी से पहले गर्भवती हो गई थी। गांव के एक युवक के साथ उसका प्रेम संबंध था। लड़का भीमसेन शादी के लिए तैयार नहीं था। लिहाजा, शर्मिंदगी से बचने के लिए परिवार ने मरने का फ़ैसला किया। यह है पूरा मामला... शहडोल जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर मलमाथर गांव के रामभारत (40), उनकी पत्नी प्रेमबाई सिंह (38), रामभारत की बेटी कुमारी यशोदा सिंह (19) और यशोदा के भाई विनोद सिंह (10) ने एक साथ डैम में कूद कर जान दे दी। सभी ने अपने आप को एक साथ रस्सी में बांध लिया था। परिवार में सिर्फ 14 वर्षीय संतोष सिंह भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहा है। रात में दी गांव में खबर रात में लगभग 3 बजे संतोष ने गांव वालों को बताया, तब घटना की जानकारी हुई। सुबह गोहपारू थाने को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक सुशांत सक्सेना, डीएसपी एसके सिंह, एसडीएम एसपी मिश्रा और टीआई प्रशांत सेन सहित अन्य पुलिस का स्टाफ घटना स्थल पर पहुंच गया था। प्रेम में मिला धोखा डीएसपी एसके सिंह ने बताया कि मृतक यशोदा सिंह का गांव के ही भीमसेन सिंह पिता दौली सिंह (22) नाम के युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस बात की जानकारी परिवार वालों को लग गई थी और यशोदा गर्भवती भी हो गई थी। परिवार वाले दोनों की शादी करना चाहते थे। इसके लिए 16 जून को समाज के ही रिश्तेदार व अन्य लोगों के साथ बैठक की गई थी, लेकिन मामला सुलझा नहीं। धीरे-धीरे समाज और नात रिश्तेदार व गांव में यशोदा सिंह के मामले की बात फैलने लगी थी। लोकलाज डर से यशोदा के पिता रामभारत सिंह ने फैसला किया कि पूरे परिवार के साथ जान दे दें वही अच्छा होगा। गुरुवार की देर रात परेशान पिता पूरे परिवार को लेकर डैम के पास गया और वहां नायलॉन की रस्सी से सबको अपने साथ बांध लिया। इस बीच बड़ा बेटा भाग गया और तब तक वह अपनी पत्नी, बेटी व छोटे बेटे के साथ डैम के 20 फिट गहरे पानी में कूद गया। जब तक लोगों को पता लगा तब तक चारों की सांस बंद हो चुकी थी। सरपंच के मुताबिक ग्राम पंचायत मलमाथर की सरपंच झिरिया बाई ने बताया कि रामभारत सिंह की बेटी की मामले को लेकर 16 जून की शाम छह बजे बैठक हुई थी, जिसमें समाज के छह-सात लोग मौजूद थे। लड़की के मामा अमर शाह और दादा जबर सिंह भी बैठक में थे। इनके अलावा सुंदर सिंह सहित कई लोग थे। झिरिया बाई ने बताया कि वह बैठक में नहीं जा पाई थी, लेकिन इस बात की जानकारी उसे है कि बैठक हुई थी और बात नहीं बन पाई थी। मृतक रामभारत के बताए अनुसार उसकी बेटी का प्रेम प्रसंग भीमसेन सिंह के साथ था। उसका बेटा संतोष भी यह बता रहा है कि उसकी बहन को लेकर पिता परेशान थे और उसी बात को लेकर वह जान देने के लिए सपरिवार डैम के पास गए थे। दर्ज हुआ मामला गोहपारू टीआई टीआई प्रशांत सेन ने बताया कि आरोपी भीमसेन सिंह के खिलाफ धारा 376, 306 के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है। टीआई ने बताया कि आरोपी को जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस युवक के कारण ही पूरे परिवार की मौत हुई है। आगे मामले की विवेचना की जा रही है। टीआई ने बताया कि मृतक आदिवासी परिवार से था और खेती-बाड़ी व मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता था।

इस्तीफे पर कुछ नहीं बोलीं सुषमा, डोभाल ने कहा-सवाल पूछने का मौका नहीं

राष्ट्रपति भवन में पीएम नरेंद्र मोदी से बात करतीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज।
राष्ट्रपति भवन में पीएम नरेंद्र मोदी से बात करतीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज।
नई दिल्ली. ललित मोदी को विदेश में ट्रैवेल वीजा दिलाने में मदद के आरोप लगने के बाद शुक्रवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राष्ट्रपति भवन में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं को बातचीत करते देखा गया। इस मौके पर एक टीवी चैनल के रिपोर्टर ने विदेश मंत्री से उनके इस्तीफे को लेकर चल रही अटकलों पर सवाल पूछा तो सुषमा ने जबाव नहीं दिया। इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने टीवी रिपोर्टर से कहा कि इस समय वे (सुषमा) अपने मंत्रालय का काम कर रही हैं, यह मौका सवाल पूछने का नहीं है।
पीएम और सुषमा तंजानिया के राष्ट्रपति जकाया मिसरो किकवेटे की अगुवाई के लिए राष्ट्रपति भवन में मौजूद थे।
वाराणसी में जुटे बीजेपी-संघ के नेता
बताया जा रहा है कि शुक्रवार शाम वाराणसी में बीजेपी और संघ के कई वरिष्ठ नेता ललित मोदी की मदद को लेकर चल रहे विवाद पर चर्चा कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि योग दिवस के बाद रविवार रात को बीजेपी के नेता इस विवाद पर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। हालांकि, बीजेपी ने अभी कहा है कि सुषमा या वसुंधरा के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता है।
ललित मोदी विवाद पर पीएम मोदी से मिले शाह
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रधानमंत्री आवास पर गुरुवार देर रात जाकर मोदी से ललित मोदी विवाद को लेकर लंबी बातचीत की। सूत्रों का कहना है कि सुषमा और वसुंधरा राजे विवाद को लेकर शाह आरएसएस नेताओं के संपर्क में भी हैं।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा सिंधिया से इस्तीफे की मांग को लेकर उनका पुतला फूंका ,

कोटा जिला कांग्रेस के सह प्रभारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव विक्रम वाल्मीकि के नेतृत्व में आज कोटा कलेक्ट्रेट के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा सिंधिया से इस्तीफे की मांग को लेकर उनका पुतला फूंका ,,प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलेट के निर्देशों पर आज राजस्थान के सभी जिला मुख्यालयों पर जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों अध्यक्षों को इस कार्यक्रम को अंजाम देने के निर्देश थे ,,,,विक्रम वाल्मीकि पिछले तीन हफ्ते से राजस्थान भर के धुआधार दौरे पर थे सचिन पायलेट का निर्देश मिलते ही विक्रम वाल्मीकि आराम हराम है के नारे के साथ कोटा पहुंचे और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार इस कार्यक्रम को अंजाम दिया ,,विक्रम वाल्मीकि के निर्देशो पर जिला कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों कार्यकर्ताओ को इस कार्यक्रम में आना था ,,,प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य क्रान्ति तिवारी ने अपने सहयोगियों से मिलकर तुरंत श्रीमती वसुंधरा का पुतला बनवाया ,,सभी कोंग्रेसी कार्यकर्ता विक्रम वाल्मीकि के नेतृत्व में कोटा सर्किट हाउस के बाहर एकत्रित हुए और वसुंधरा तुम इस्तीफा दो जैसे नारे बाज़ी करते हुए पुतले के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे जहाँ विक्रम वाल्मीकि ने सम्बोधित करते हुए कहा के देश के प्रधानमंत्री कहते है ना खाऊंगा ना खाने दूंगा अब तो वोह खुद ,,उनके मंत्री ,,उनके मुख्यमंत्री इस खेल में शामिल है ,,विक्रम वाल्मीकि ने कहा के मुख्यमंत्री वसुंधरा को राजस्थान की जनता ,,किसान ,,मज़दूर ,,बेरोज़गारों ,,इलाज के अभाव में मर रहे लोगों की फ़िक्र नहीं है उन्हें तो बस ललित मोदी भगोड़े की चिंता है क्योंकि ललित मोदी ने उनके पुत्र की कम्पनी के दस रूपये के शेयर को आश्चर्यजनक रूप से ननियानवे हज़ार रूपये में खरीद कर वसुंधरा को भारी भरकम रिश्वत दी है ,,,,विक्रम वाल्मीकि ने कहा के वैसे तो ऐसी घूंसखोर जनता के प्रति बेपरवाह मत्री को तुरंत बर्खास्त करना चाहिए लेकिन खुद वसुंधरा नैतिकता के नाम पर इस्तीफा दे ,,विक्रम वाल्मीकि ने कहा के अगर वसुंधरा सरकार से इस्तीफा नहीं लिया जाता तो राजस्थान की जनता से विश्वासघात करने वाली सरकार के खिलाफ कांग्रेस सड़कों पर आक्रामक आंदोलन करेगी जिसकी ज़िम्मेदार राजस्थान और केंद्र सरकार होगी ,,विक्रम वाल्मीकि के साथ मुख्य रूप से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य क्रान्ति तिवारी ,,पूर्व विधायक पूनम गोयल ,,पूर्व पार्षद गायत्री सिसोदिया ,,,प्रदेश कांग्रेस कमेटी कोटा संभाग अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमेन एडवोकेट अख्तर खान अकेला ,,,,बंजारा फाउंडेशन के राष्ट्रिय अध्यक्ष कैलाश बंजारा ,,सुल्तानपुर पंचायत समिति के पूर्व उप प्रधान रईस खान ,,अल्पसंख्यक विभाग के जिला अध्यक्ष करीम खान ,,,अज़ीज़ सिद्दीक़ी ,,,डॉक्टर एजाज़ पार्षद शफी खान ,,सपना बर्ट ,,सुश्री लक्ष्मी ,,,युवा नेता नरवाला ,,,सेवादल कोंगेस के मनोज दुबे ,,,तबरेज़ पठान ,,अब्दुल रशीद क़ादरी ,,उमर सी आई डी ,,ओम प्रकाश बंजारा ,,मानसिंघ बंजारा ,,सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे ,,,,,,,,,,,,,,,,इस प्रदर्शन को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरह से कोटा जिला प्रभारी धीरज गुर्जर ,, सह प्रभारी रमा बजाज ,,झालावाड़ प्रभारी पंकज मेहता टेलीफोन के ज़रिये लगातार निगरानी रखे हुए थे ,, तथा कार्यकर्ताओं से सम्पर्क कर उन्हें प्रदर्शन स्थल पर पहुंचें के निर्देश दे रहे थे ,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

क़ुरआन का सन्देश

 
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