देश भर के मुसलमानो में साक्षरता के प्रति बेदारी पैदाकर ,, उनके हको के
संघर्ष के लिए ,,,जागरूकता पैदा करने वाले ,,,मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री
,,,पूर्व अल्पसंख्यक आयोग चेयरमेन ,,दलित मुस्लिम समस्याओं और समाधान के
अनुसंधान विशेषज्ञ ,,आल इण्डिया मुस्लिम एजुकेशन सोसाइटी के राष्ट्रिय
महासचिव और मध्यप्रदेश मुस्लिम एजुकेशन सोसाइटी के सुप्रीमो ,,,,,अलहाज
इब्राहिम कुरैशी के नेतृत्व में ,,,मध्यप्रदेश के भोपाल में ,,ताजुल मसाजिद
अहाते में ,,,संचालित मुस्लिम एजुकेशन एवं गाइड सेंटर से ,,मध्यप्रदेश के
कई बेरोज़गार ,,,छात्र छात्राओ को फायदा पहुंचा है ,,,,,,भोपाल के इस गाइड
सेंटर में कम्प्यूटर प्रशिक्षण स्कीम के तहत हर साल सेकड़ो छात्र छात्राएं
लाभान्वित होते है ,,,तो नौकरी और रोज़गार संबंधित जानकारियों से हज़ारो हज़ार
बेरोज़गार छात्र छात्राएं अपना भविष्य संवारते है ,,,कार्यालय में एक
हिस्से में गरीब मुस्लिम बच्चो के रहने ,,ठहरने और पढ़ने की अलग से व्यवस्था
है ,,,जहाँ प्रतीभावांन छात्रों को निशुल्क छात्रावास सुविधा दी जाकर
,,,कोचिंग के प्रति जागरूक किया जाता है ,,इब्राहिम कुरैशी की महनत का ही
नतीजा है ,,,,के यहां रहकर दो आई ऐ एस और एक आई पी एस बन चुके है ,,,जबकि
मध्य प्रदेश शासन की सहयोगी प्रशासनिक और दूसरी नौकरियों में तो सेकड़ो लोग
लाभान्वित हुए है ,,इब्राहिम कुरैशी के नेतृत्व में बेटियों को पढ़ाओ
जागरूकता अभियान के तहत कॉलेज ,,तकनीकी कॉलेज ,,व्यवसायिक कॉलेज ,,स्कूलों
को मायनोरीटी एजुकेशन का दर्जा दिलवाया गया है जिसमे सिंधी भाषी ,,पंजाबी
भाषी ,,क्रिश्चियन ,,जेन और मुस्लिम समाज के डेढ़ सो से भी अधिक कॉलेज
संचालित है ,,,इसका फायदा केवल मायनोरीटी के छात्र छात्राओ को मिल रहा है
,,,,इब्राहिम कुरैशी की साक्षरता की अलख से ,,मध्यप्रदेश के पिछड़े दलित
मुस्लिम समाज के लोगों में ,,,साक्षरता की मशाल जली है और जहाँ मुस्लिम
साक्षरता प्रतीशत चालीस प्रतीशत था ,,,,अब वोह बढ़कर पच्यासी प्रतीशत पहुंच
गया है ,,,,इब्राहीम कुरैशी जब मध्यप्रदेश सरकार में दिग्विजय सिंह के
मुख्यमंत्री कार्यकाल में मंत्री दर्जा अल्प संख्यक आयोग के चेयरमेंन थे
,,,,,तब ताजुल मस्जिद के इस हिस्से में पुलिस की टुकड़ियों को हटाकर
इब्राहीम कुरैशी ने रातो रात इस परिसर में मुस्लिम इदारे क़ायम करवाये
,,,,जिसमे मदरसा बोर्ड ,,वक़्फ़ बोर्ड सहित कई मुस्लिम इदारों के कार्यालय
स्थापित हुए,,, इसी परिसर में से एक हिस्से में बैठकर इब्राहीम कुरैशी देश
भर के मुस्लिम ,,,दलित लोगों के लिए,,, रोज़गार ,,साक्षरता ,,उनके
जीविकोपार्जन ,,,सामजिक सुरक्षा ,,,पुलिस सुरक्षा ,,साम्प्रदायिक सद्भाव
योजनाओ का संचालन करते है ,,,इब्राहीम कुरैशी के बारे में कहा जाता है के
वर्तमान में पुरे देश भर में मुस्लिम और दलित समस्याओं के मामले में थिंक
टेंक के रूप में जानकार और महत्वपूर्ण सुझाव देकर खिदमते ख़ल्क़ करने वाला
कोई दुसरा शख्स नहीं है इब्राहीम कुरैशी मदरसा मॉडर्नाइजेशन ,,,अल्पसंख्यक
वित्तविकास निगम की योजनाओ की क्रियान्विति ,,,वक़्फ़ प्रबंधन और वक़्फ़ विकास
परिषद से सम्पत्ति का पर्यटन और व्यवसायिक दृष्टि से उपयोग ,,स्कूली
शिक्षा से लेकर कॉलेज शिक्षा तक छात्र छात्राओं को कैसे लाभान्वित करे
,,हज प्रबंधन कैसे सस्ता और पुख्ता किया जाए ,,इसका नुस्खा रखते है,,
इब्राहिम कुरैशी के प्रयासों से ही ,,जेन समाज को अल्सपंख्य्क सूचि में जोड़
कर अल्पसंख्यक का दर्जा दिया गया है ,,इब्राहीम कुरैशी ,,,,ने इनके
अल्सपंख्य्क आयोग चेयरमेन कार्यकाल में जो पुख्ता योजनाये मध्यप्रदेश में
लागू करते थे वोह मॉडल सभी कांग्रेस शासित राज्यों में लागु कर कांग्रेस
वाह वाही लूट कर अल्पसंख्यकों को अपनों से जोड़े हुए थी ,,,कांग्रेस अगर
दलित और मुस्लिमों को फिर से अपने साथ जोड़कर अपना वोट बैंक बढ़ाना चाहती है
तो कांग्रेस को इब्राहीम कुरैशी को उनके अनुभवों को देखते हुए एक पृथक से
विभाग खोलकर ज़िम्मेदारी देना होगी ताकि उनके काम करने के तोर तरीक़ो और
सुझावों से दलित और मुस्लिम समाज के लोग जो कांग्रेस के प्रति अविश्वास
होने से बिखर कर दूर हो गए है वोह फिर से एक जुट होकर कांग्रेस का अपना
हमदर्द समझे और कांग्रेस के साथ जुड़कर कांग्रेस को देश भर में एक बार फिर
ज़िंदाबाद कर सत्ता में वापसी करे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला
कोटा राजस्थान