आपका-अख्तर खान

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10 जुलाई 2015

बहुत सुन्दर

बहुत सुन्दर शब्द जो एक गुरुद्वारे के दरवाज़े पर लिखे थे :
"सेवा करनी है तो, घड़ी मत देखो !
लंगर छ्कना है तो, स्वाद मत देखो !
सत्संग सुनाना है तो, जगह मत देखो !
बिनती करनी है तो, स्वार्थ मत देखो !
समर्पण करना है तो, खर्चा मत देखो !
रहमत देखनी है तो, जरूरत मत देखो !!
यार से ऐसी यारी रख
दुःख में भागीदारी रख,
चाहे लोग कहे कुछ भी
तू तो जिम्मेदारी रख,
वक्त पड़े काम आने का
पहले अपनी बारी रख,
मुसीबते तो आएगी
पूरी अब तैयारी रख,
कामयाबी मिले ना मिले
जंग हौंसलों की जारी रख,
बोझ लगेंगे सब हल्के
मन को मत भारी रख,
मन जीता तो जग जीता
कायम अपनी खुद्दारी रख.

अमेठी: राहुल गांधी के भांजे रेहान ने नहीं खाई रोटी, गांववालों से की अंग्रेजी में बात

गांव के पूर्व प्रधान के घर खाना खाते रेहान वाड्रा।
गांव के पूर्व प्रधान के घर खाना खाते रेहान वाड्रा।
लखनऊ. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा के बेटे रेहान अपने मामा राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंचे। उनके साथ दो दोस्त भी थे। अमेठी के एक गांव में उन्होंने खाने का लुत्फ उठाया। लेकिन रोटी नहीं खाई। चारपाई पर मच्छरदानी में रात भी बिताई। रात में 10 बजे सोने के बाद रेहान अगले दिन सुबह 9 बजे उठे। रेहान और उनके दोस्तों ने नाश्ते में पराठा, आलू, टमाटर और मटर की सब्जी और दही का मजा लिया। गांववालों ने बताया कि रेहान और उनके साथी गांव में घूमे भी और कुछ लोगों से बात की, लेकिन अंग्रेजी में बोलने की वजह से किसी को कुछ समझ नहीं आया।
गांववालों से की घंटों बातें
रेहान वाड्रा और उनके दोस्त मंगलवार को तीन लग्जरी कारों से अमेठी के गौरीगंज के कौहार गांव पहुंचे। उनका पहला पड़ाव एक सेल्फ हेल्प ग्रुप की अध्यक्ष सीमा का घर था। यहां से वे गांव घूमने निकल गए। रेहान और उनके दोस्तों ने गांववालों से घंटों बातें की। वह अंग्रेजी में बात कर रहे थे, इसलिए उन्होंने कई बातें साथ आए अधिकारियों से जानीं जो गांववालों से हिंदी में बातें जानकर रेहान को अंग्रेजी में बता रहे थे। रेहान और उनके दोस्तों को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई। रेहान ने मंगलवार दोपहर का खाना एक ढाबे पर खाया। इसके बाद वे गांव के पूर्व प्रधान राम अवध पांडे के घर चले गए। रात का खाना वहीं खाया और वहीं मच्छरदानी लगवाकर सो गए। बुधवार सुबह वे मुंशीगंज के एक गेस्ट हाऊस चले गए।
राजनीति में दिलचस्पी रखते हैं रेहान
पिछले साल 16 जुलाई को रेहान वाड्रा अपने दोस्तों के साथ संसद की कार्यवाही देखने पहुंचे थे। इससे पहले, लोकसभा चुनाव में वह अपने मामा के साथ रोड शो में भी नजर आए थे। रेहान वाड्रा का फेसबुक पेज बताता है कि वह अभी से राजनीति में दिलचस्पी ले रहे हैं। हालांकि, वह पिछले कई महीनों से एक्टिव नहीं हैं, लेकिन इससे पहले वे लगातार राजनीतिक पोस्ट्स टाइमलाइन पर डालते रहे हैं। उन्होंने महंगाई को लेकर बीजेपी पर निशाना साधने वाले कई पोस्ट शेयर किए थे। इसके अलावा, सहारनपुर दंगे पर उनके मामा द्वारा जताए गए दुख को भी साझा किया था।
रेहान के आने पर हुई खुशी
स्वयं सहायता समूह से जुड़ी सीमा कहती हैं कि प्रियंका गांधी के बेटे रेहान उनके घर आए इससे सबको बहुत खुशी हुई। पूरे गांव वाले उनके घर को घेरे हुए थे। रेहान के साथ उनके दोस्तों की मेहमाननवाजी करके सीमा अपने आप को काफी खुशनसीब बता रही थीं। उन्‍होंने कहा कि दोस्‍तों के साथ रेहान जब आए तो उनको घर के बरामदे में बिठाया गया। उन्‍होंने बिस्‍कुट खाकर पानी पिया। इस दौरान रेहान अपने दोस्तों से अंग्रेजी में बात करते रहे। रात में वे सभी घर के बाहर तख्‍त पर बैठकर घर की बनी दाल, चावल, रोटी और आलू परवल की सब्जी खाई। रेहान ने देसी घी की तड़का लगी दाल भरपेट खाई।
12 बजे रात तक नहीं आई लाइट
सीमा के भाई सुशील कुमार पांडे ने बताया कि रात में घर के बरामदे में सभी के लिए चारपाई पर बिस्तर लगाया गया। मच्छरदानी की व्यवस्था की गई थी। वे सभी थोड़ी देर बात करने के बाद रात करीब दस बजे सो गए। सुशील ने बताया कि उस दिन भी लाइट रोज की तरह रात 12 बजे आई थी।

सुबह नाश्ते में खाया पराठा
सीमा बताती हैं कि रेहान और उनके दोस्त सुबह करीब साढ़े नौ बजे सोकर उठे। उसके बाद घर में ही सभी फ्रेश हुए और नाश्ता किया। सुबह के नाश्ते में उन्हें पराठा, आलू, टमाटर और मटर की सब्जी और दही परोसा गया। इसे उन्‍होंने बड़े ही चाव से खाया। सीमा ने बताया कि रेहान चाय नहीं पीते हैं।

मेरे देश में भारतीय राष्ट्रिय कोंग्रेस से जुड़े साथियों

मेरे देश में भारतीय राष्ट्रिय कोंग्रेस से जुड़े साथियों ज़रा अपने अपने विधायक ,सांसद ,,,मंत्री ,कोंग्रेस के जिलाअध्यक्ष पदाधिकारियों के बारे में कोंग्रेस के विधान के तहत यह आवश्यक तत्व जांच कर बताना और पदाधिकारियों ,नेताओं से पूंछना वरना ऐसे लोग जो कोंग्रेस संविधान की आवश्यक नियमावली पूरी नहीं करते है उन्हें कोंग्रेस से निकाल कर कोंग्रेस को शुद्धिकरण कीजिये नयी संवेधानिक कोंग्रेस लाइए ताकि देश भी बचे कोंग्रेस भी बचे जनता का सुकून भी बचे ,,,,,,,,कोंग्रेस के संविधान नियम अनुच्छेद तीन की उपधारा चार बी में लिखा है कोंग्रेस के सक्रीय सदस्य के लिए खादी पहनना आवश्यक है यानि वोह खादी बोर्ड से प्रमाणित खादी के कपड़े ही पहनेगा अगर वोह ऐसा नहीं करता है तो वोह किसी भी सूरत में सक्रिय कोंग्रेसी सदस्य नहीं रह सकता ,,,,क्या आपके मंत्री ,,पूर्वमंत्री ,,ज़िला अध्यक्ष पदाधिकारी खादी ही पहनते है या फिर कोई और अगर ऐसा नहीं तो उन्हें हटाइये ,,,,,,
इसी धारा के भाग सी में स्प्ष्ट प्रावधान है के कोई भी शराब पीने वाला कोंग्रेसी नहीं होगा आपके कितने मंत्री कितने पदाधिकारी शराब पीते हुए पकड़े गए है और रोज़ शराब पीकर उत्पात मचाते है उन्हें कोंग्रेस से हटाओ भगाओ ,छुआछूत भेदभाव जातिवाद का ज़हर नहीं फैलाएंगे ,सीलिंग क़ानून से ज़यादा अपनी सम्पत्ति नहीं रखेंगे लेकिन अरबपति सेठ ज़मींदार कोंग्रेस में है ,तो भाई ऐसे फ़र्ज़ी नियम विरुद्ध कोंग्रेसियों को तलाशो उनका कान पकड़ो और कांग्रेस से  निकाल फेंको आज कोंग्रेस की दुरदशा का कारन यही नियमोंको तोड़ कर कोंग्रेस पर क़ब्ज़ा करने वाले लोग है जो दूसरी पार्टियों के एजेंट है और कोंग्रेस में सिर्फ और सिर्फ कोंग्रेस को बर्बाद करने के लिए आये है ,,,,,,,,,,विधान की की धारा पांच बी में लिखा है के प्रत्येक कोंग्रेसी साल भर में एक सप्ताह नदी नालों और मोहल्लों में सफाई और सेवा कार्य करेंगे ,,क्या आजतक किसी कोंग्रेसी ने ऐसा करके दिखाया है ,,,कोंग्रेसी दहेज़ के खिलाफ अभियान चलाएंगे लेकिन सभी कोंग्रेसी दहेज़ भी लेते है और सामाजिक बुराइयां बढ़ाते भी है  प्रत्येक कोंग्रेसी पांच सो रूपये कमाई पर एक प्रतीशत परतीमाह कोंग्रेस में जमा कराएगा और इसे अधिक कमाई होने पर कोंग्रेस के संविधान में लिखा है के प्रत्येक कोंग्रेस अपनी बेलेंस शीट तैय्यार कर कोंग्रेस कार्यालय में जमा कराएगा और उसका एक प्रतिशत कोंग्रेस के फंड में जमा कराएगा ,लेकिन दोस्तों क्या किसी भी मंत्री ,,कार्यकर्ता या फिर नेता को ऐसा करता देखा है नहीं ना ,कोंग्रेस का आवश्यक नियम है के वोह स्व्देशी  वस्तुएं इस्तेमाल करेगा लेकिन दोस्तों सभी कोंग्रेसियों के पास विदेशी करें ,विदेशी घड़िया ,,विदेशी मोबाइल विदेशी वस्तुए है कई लोगों के पास तो विदेशी पत्निया है अब बताइये कोंग्रेस के प्रत्येक नियम का उलंग्घन करने वाले कोंग्रेस में सर्वोच्च है नेता है पदाधिकारी है मंत्री है ज़िला अध्यक्ष परदेश अध्यक्ष है तो फिर कोंग्रेस की मूल निति से अलग हट्ने पर कोंग्रेस तो कचरा बनकर देश में बदबू फैलाएगी ही सही इसलिए दोस्तों कोंग्रेस को शुद्ध करो और इस शुद्ध के लिए युद्ध करो अपने अपने ज़िला कोंग्रेस कार्यालय में ऐसे लोगों की सूची बनाओ जो इन नियमों पर नहीं चल रहे है और उन्हें खुद साधारण बैठक कर कोंग्रेस से निष्कासित करो ,समाज और कोंग्रेस हाईकमान के सामने नंगा करो क्या ऐसा कर सकेंगे कोंग्रेस शुद्ध होगी तो देश बचेगा वर्ण अशुद्ध कोंग्रेस देश को देश के नागरिकों को खत्म कर देगी भाई ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आग लगी थी. .

आग लगी थी. .
मेरे घर में
सब जानने वाले आये, हाल पुछा और चले गये
एक सच्चे दोस्त ने पूछा -:
"क्या क्या बचा है. . ? ?".
मैने कहा -:
कुछ नहीं "सीर्फ मैं बच गया हूँ. . ! !
".उसने गले लगाकर कहा -:
साले ! "फिर जला ही क्या है।

एक लड़का एक लड़की को छेड़ रहा था

एक लड़का एक लड़की को छेड़ रहा था ,
लड़की ने उसे कहा-क्या प्रॉब्लम है, बुलाऊ
पुलिस
को.......
लड़के ने कहा-पुलिस को बुलाएगी ....बुला
पुलिस को,
तेरी जेसी बहोत देखी है मैंने....... और उसने उस
पर बन्दुक
तान दी...........वोलड़की रोने लग गयी। ।
पास में बहुत सारी भीड़ इकठ्ठी हो गयी, सब
तमाशा
देख रहे थे,
इतने में जो लड़के ने कहा उसे सुनकर सब
ताज्जुब में पड़ गए,
शर्म के मारे किसी का सर नही उठा,
लड़के ने कहा -बचाने नही आओगे इसे .....क्या
इतनी
भीड़ में किसी की हिम्मत नही ,की इस लड़की
को
बचा सके , कल जब इंडिया गेट पर इसकी लाश
पड़ी
होगी ,तब जनाजे में बहोत भीड़ होगी
.........इसकी
जगह आपकी कोई बहन होती ,तो क्या आप
ऐसे ही खड़े
तमाशा देखते ,क्या इस लड़की की मौत पर
सिर्फ न्यूज़
पेपर पर हेड लाइन ही काफी है क्या ........?
क्या यही है हमारा देश ,यही है हमारे देश के
युवा
.........मर जाना चाहिए तुमको .......की तुम
अपनी
बहन बेटियो के हिफाजत नही कर सकते ।
सबको अपने फेसबुक प्रोफाइल पर तिरंगे या
देशभक्ति
की पिक्चर लगाने का शौक है। लेकिन कोई
उसकी
मर्यादा का ध्यान नही देता , ये लड़की मर रही
है तुम
लोग तमाशा देख रहे हो ,
फिर उस लड़के ने कहा - इस लड़की जेसी मेरी
बहन थी
,मार डाला .......दरिंदो ने, तुम लोगो की
हैवानियत
ने.........सब ऐसे ही तमाशा देखते रह गए , किसी
ने
उसकी मदद नही की......
अब यही होगा तुम लोगो के साथ ......फिर
देखना
तमाशा......
फिर उस लड़के ने उस लड़की से माफ़ी मागते हुए
कहा-
बहन माफ़ करना ,मेरा आपका दिल दुखाने का
इरादा
नही था .......शायद मेरे इस प्रयास से इन लोगो
की
अंतरात्मा जाग जाए ।
उस लड़की ने वापस कहा-भैया आपको मेरा
सलाम ,
काश सब ऐसे होते तो आपकी बहन आज
जिन्दा होती
,आज से आप मेरे भाई हो....

बिखर गया

बिखर गया है सब कुछ, मेरी लाईफ में !
कुछ यादें बची हैं, इस दिल के पेन ड्राईव में !!
:
जिस दिन मैंने दुनिया में, लॉग इन किया !
सारा मोहल्ला खुशियों से रंगीन किया !!
:
स्कूल में मेरी, होती अक्सर
पिटायी थी !
मैं 2G था, और मैडम वाईफाई थी !!
:
उस पर मेरा, सॉफ्टवेयर बडा पुराना था !
ट्यूब लाईट था मैं, जब CFL का जमाना था !!
:
गणित में तो, मैं बचपन से ही फ़्लॉप था !
भेजे का पासवर्ड, बड़े दिनों तक लॉक था !!
:
कितना भी मारो, भेजे को सिगनल मिलता
नहीं !
बिन सिगनल, जिंदगी का नेटवर्क चलता
नहीं !!
:
जब जब स्कूल जाने में, मैं लेट हुआ !
प्रिंसपल की डाँट से, सॉफ़्टवेयर अपडेट हुआ !!
:
हाईस्कूल में, ईश्क का वायरस घुस बैठा !
भेजे में सुरक्षित, सारा डाटा चूस बैठा !!
:
नजरों से नजरें टकरायी, 10th क्लास में !
मैसेज आया, मेरे दिल के इनबॉक्स में !!
:
जब जब मैंने, आगे बढकर पोक किया !
धीरे से उसने, नजरें झुकाकर रोक लिया !!
:
कॉलेज में देखा किसी गैर के साथ, तो मन बैठा !
ईश्क का वायरस, एंटीवायरस बन बैठा !!
:
वो रियल थी, लेकिन फ़ेक आईडी
सी लगने लगी !
बातों से अपनी, मेरे यारों को भी ठगने
लगी !!
:
आयी वो वापस, दिल पे मेरे नॉक किया !
लेकिन फ़िर मैंने, खुद ही उसको ब्लॉक किया !!
:
मेरे जीवन में, अब प्यार के लिए स्पेस
नहीं !
मैं 'मीत' हूँ पगली, मजनू का अवशेष
नहीं !!
:
कॉलेज से निकला, दुनियादारी सीखने लगा !
बना मैं शायर, देशप्रेम पर लिखने लगा !!
:
जब दिल चाहे, तसवीर नयी बनाता हूँ !
आदमी को उसका, असली चेहरा दिखलाता
हूँ !!
:
डरता है दिल, जिंदगी मेरी ना वेस्ट हो !
जो कुछ लिखूँ, सदियों तक कॉपी पेस्ट हो !!
:
ख्वाहिश है, मेरे गीत जहाँ में लाउड हों !
इस 'ज़िंदगी' का क्या है, जाने कब लॉग आउट हो !

प्यार कबुल नही किया

एक लडकी ने एक लडके का प्यार कबुल नही किया तो लडके ने
लडकी के मुँह पर तेजाब फेक दिया तो लडकी ने लडके से चंद
पंक्तीयाँ कही आप एक बार इन पंक्तीयो को जरुर पढना👏
NEXT
👉चलो, फेंक दिया
सो फेंक दिया....@
अब कसूर भी बता दो मेरा
तुम्हारा इजहार था
मेरा इन्कार था
बस इतनी सी बात पर
फूंक दिया तुमने
चेहरा मेरा....@
गलती शायद मेरी थी
प्यार तुम्हारा देख न सकी
इतना पाक प्यार था
कि उसको मैं समझ ना सकी....@
अब अपनी गलती मानती हूँ
क्या अब तुम ... अपनाओगे मुझको?
क्या अब अपना ... बनाओगे मुझको?@
क्या अब ... सहलाओगे मेरे चहरे को?
जिन पर अब फफोले हैं...@
मेरी आंखों में आंखें डालकर देखोगे?
जो अब अन्दर धस चुकी हैं
जिनकी पलकें सारी जल चुकी हैं
चलाओगे अपनी उंगलियाँ मेरे गालों पर?
जिन पर पड़े छालों से अब पानी निकलता है
हाँ, शायद तुम कर लोगे....@
तुम्हारा प्यार तो सच्चा है ना?
अच्छा! एक बात तो बताओ
ये ख्याल 'तेजाब' का कहाँ से आया?
क्या किसी ने तुम्हें बताया?
या जेहन में तुम्हारे खुद ही आया?
अब कैसा महसूस करते हो तुम मुझे जलाकर?
गौरान्वित..???@
या पहले से ज्यादा
और भी मर्दाना...???@
तुम्हें पता है
सिर्फ मेरा चेहरा जला है
जिस्म अभी पूरा बाकी है
एक सलाह दूँ!...@
एक तेजाब का तालाब बनवाओ
फिर इसमें मुझसे छलाँग लगवाओ
जब पूरी जल जाऊँगी मैं
फिर शायद तुम्हारा प्यार मुझमें
और गहरा और सच्चा होगा....@
एक दुआ है....@
अगले जन्म में
मैं तुम्हारी बेटी बनूँ
और मुझे तुम जैसा
आशिक फिर मिले
शायद तुम फिर समझ पाओगे
तुम्हारी इस हरकत से
मुझे और मेरे परिवार को
कितना दर्द सहना पड़ा है।...@
तुमने मेरा पूरा जीवन
बर्बाद कर दिया है

खूबसूरत शायरी में गीता सार -:


👍 यह जिस्म तो किराये का घर है; एक दिन खाली करना पड़ेगा:!!👌
👍 सांसे हो जाएँगी जब हमारी पूरी यहाँ; रूह को तन से अलविदा कहना पड़ेगा:!!👌
👍 वक्त नही है तो बच जायेगा गोली से भी; समय आने पर ठोकर से मरना पड़ेगा:!!👌
👍 मौत कोई रिश्वत लेती नही कभी; सारी दौलत को छोंड़ के जाना पड़ेगा:!!👌
👍 ना डर यूँ धूल के जरा से एहसास से तू; एक दिन सबको मिट्टी में मिलना पड़ेगा:!!👌
👍 सब याद करे दुनिया से जाने के बाद; दूसरों के लिए भी थोडा जीना पड़ेगा:!!👌
👍 मत कर गुरुर किसी भी बात का ए दोस्त:! तेरा क्या है..? क्या साथ लेके जाना पड़ेगा...!!👌
👍 इन हाथो से करोड़ो कमा ले भले तू यहाँ... खाली हाथ आया खाली हाथ जाना पड़ेगा:!!👌
👍 ना भर यूँ जेबें अपनी बेईमानी की दौलत से... कफ़न को बगैर जेब के ही ओढ़ना पड़ेगा..!!👌
👍 यह ना सोच तेरे बगैर कुछ नहीं होगा यहाँ; रोज़ यहाँ किसी को 'आना' तो किसी को 'जाना' पड़ेगा...!

हम गुस्सा करते समय चिल्लाते क्यों है


एक बार एक संत अपने शिष्यों के साथ बैठे थे।
अचानक उन्होंने सभी शिष्यों से एक सवाल पूछा;
"बताओ जब दो लोग एक दूसरे पर गुस्सा करते हैं तो
जोर-जोर से चिल्लाते क्यों हैं?"
शिष्यों ने कुछ देर सोचा और एक ने उत्तर दिया - "हम
अपनी शांति खो चुके होते हैं इसलिए चिल्लाने लगते
हैं।"
संत ने मुस्कुराते हुए कहा - दोनों लोग एक दूसरे के
काफी करीब होते हैं तो फिर धीरे-धीरे भी तो बात
कर सकते हैं। आखिर वह चिल्लाते क्यों हैं?"
कुछ और शिष्यों ने भी जवाब दिया लेकिन संत संतुष्ट
नहीं हुए और उन्होंने खुद उत्तर देना शुरू किया।
वह बोले - "जब दो लोग एक दूसरे से नाराज होते हैं
तो उनके दिलों में दूरियां बहुत बढ़ जाती हैं। जब
दूरियां बढ़ जाएं तो आवाज को पहुंचाने के लिए
उसका तेज होना जरूरी है। दूरियां जितनी ज्यादा
होंगी उतनी तेज चिल्लाना पड़ेगा। दिलों की यह
दूरियां ही दो गुस्साए लोगों को चिल्लाने पर
मजबूर कर देती हैं। जब दो लोगों में प्रेम होता है तो
वह एक दूसरे से बड़े आराम से और धीरे-धीरे बात करते
हैं। प्रेम दिलों को करीब लाता है और करीब तक
आवाज पहुंचाने के लिए चिल्लाने की जरूरत नहीं।
जब दो लोगों में प्रेम और भी प्रगाढ़ हो जाता है
तो वह खुसफुसा कर भी एक दूसरे तक अपनी बात
पहुंचा लेते हैं। इसके बाद प्रेम की एक अवस्था यह भी
आती है कि खुसफुसाने की जरूरत भी नहीं पड़ती। एक
दूसरे की आंख में देख कर ही समझ आ जाता है कि
क्या कहा जा रहा है।"
शिष्यों की तरफ देखते हुए संत बोले - "अब जब भी
कभी बहस करें तो दिलों की दूरियों को न बढ़ने दें।
शांत चित्त और धीमी आवाज में बात करें। ध्यान रखें
कि कहीं दूरियां इतनी न बढ़े जाएं कि वापस आना
ही मुमकिन न हो।"

☆ शबे क़द्र और इस की रात का महत्वः

….
रमज़ान महीने में एक रात ऐसी भी आती है, जो हज़ार महीने की रात से बेहतर है। जिसे शबे क़द्र कहा जाता है। शबे क़द्र का अर्थ होता हैः ” सर्वश्रेष्ट रात “, ऊंचे स्थान वाली रात”, लोगों के नसीब लिखी जानी वाली रात।
शबे क़द्र बहुत ही महत्वपूर्ण रात है, जिस के एक रात की इबादत हज़ार महीनों (83 वर्ष 4 महीने) की इबादतों से बेहतर और अच्छा है। इसी लिए इस रात की फज़ीलत क़ुरआन मजीद और प्रिय रसूल मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) की हदीसों से प्रमाणित है।
क़द्र वाली रात का महत्वः
(1) इस पवित्र रात में अल्लाह तआला ने क़ुरआन करीम को लोह़ महफूज़ से आकाश दुनिया पर उतारा फिर 23 वर्ष की अवधि में आवयश्कता के अनुसार मुहम्नद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) पर उतारा गया। जैसा कि अल्लाह तआला का इर्शाद है।
• अल कुरान: “हमने इस (क़ुरआन) को क़द्र वाली रात में अवतरित किया है।……..” – (सुराः ९७ क़द्र)
(2) यह रात अल्लाह तआला के पास बहुत उच्च स्थान रखती है। इसी लिए अल्लाह तआला ने प्रश्न के तरीके से इस रात की महत्वपूर्णता बयान फरमाया है और फिर अल्लाह तआला ने स्वयं ही इस रात की फज़ीलत को बयान फरमाया कि यह एक रात हज़ार महीनों की रात से उत्तम है।
• अल कुरान: “और तुम किया जानो कि क़द्र की रात क्या है ?, क़द्र की रात हज़ार महीनों की रात से ज़्यादा उत्तम है।” – (सुराः ९७ क़द्र)
(3) इस रात में अल्लाह तआला के आदेश से अनगीनत फरिश्ते और जिब्रईल (अलैहि सलाम) आकाश से उतरते है। अल्लाह तआला की रहमतें, अल्लाह की क्षमा ले कर उतरते हैं। इस से भी इस रात की महत्वपूर्णता मालूम होती है। जैसा कि अल्लाह तआला का इर्शाद हैः
• अल कुरान: “फ़रिश्ते और रूह (जिब्रईल अलैहि सलाम) उस में अपने रब्ब की आज्ञा से हर आदेश लेकर उतरते हैं।” – (सुराः ९७ क़द्र)
(4) यह रात बहुत सलामती वाली है। इस रात में अल्लाह की इबादत में ग्रस्त व्यक्ति परेशानियों, ईश्वरीय संकट से सुरक्षित रहते हैं। इस रात की महत्वपूर्ण, विशेषता के बारे में अल्लाह तआला ने क़ुरआन करीम में बयान फरमाया हैः
• अल कुरान: “यह रात पूरी की पूरी सलामती है उषाकाल के उदय होने तक। ” – (सुराः ९७ क़द्र)
(5) यह रात बहुत ही पवित्र तथा बरकत वाली हैः इस लिए इस रात में अल्लाह की इबादत की जाए, ज़्यादा से ज़्यादा अल्लाह से दुआ की जाए, अल्लाह का फरमान हैः
• अल कुरान: “हमने इस (क़ुरआन) को बरकत वाली रात में अवतरित किया है।…….. ” – (सुराः ९७ क़द्र)
(6) इस रात में अल्लाह तआला के आदेश से लोगों के नसीबों (भाग्य) को एक वर्ष के लिए दोबारा लिखा जाता है। इस वर्ष किन लोगों को अल्लाह तआला की रहमतें मिलेंगी ? यह वर्ष अल्लाह की क्षमा का लाभ कौन लोग उठाएंगे ?, इस वर्ष कौन लोग अभागी होंगे ?, किस को इस वर्ष संतान जन्म लेगा और किस की मृत्यु होगी ? तो जो व्यक्ति इस रात को इबादतों में बिताएगा, अल्लाह से दुआ और प्रार्थनाओं में गुज़ारेगा, बेशक उस के लिए यह रात बहुत महत्वपूर्ण होगी । जैसा कि अल्लाह तआला का इरशाद हैः
• अल कुरान: “यह वह रात है जिस में हर मामले का तत्तवदर्शितायुक्त निर्णय हमारे आदेश से प्रचलित किया जाता है। ” – (सुराः44 अद् दुखानः 4-5 )
(7) यह रात पापों, गुनाहों, गलतियों से मुक्ति और छुटकारे की रात है। मानव अपनी अप्राधों से मुक्ति के लिए अल्लाह से माफी मांगे, अल्लाह बहुत ज़्यादा माफ करने वाला, क्षमा करने वाला है। खास कर इस रात में लम्बी लम्बी नमाज़े पढ़ा जाए, अधिक से अधिक अल्लाह से अपने पापों, गलतियों पर माफी मांगा जाए, अल्लाह तआला बहुत माफ करने वाला, क्षमा करने वाला है। जैसा कि मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) का कथन हैः
• हदीस: “जो व्यक्ति शबे क़द्र में अल्लाह पर विश्वास तथा पुण्य की आशा करते हुए रातों को तरावीह (क़ियाम करेगा) पढ़ेगा, उसके पिछ्ले सम्पूर्ण पाप क्षमा कर दिये जाएंगे।” – (बुखारी तथा मुस्लिम)
यह महान क़द्र की रात कौन सी है?
यह अल्लाह की ओर से एक प्रदान रात है जिस की महानता के बारे में कुछ बातें बयान की जा चुकी हैं। इसी शबे क़द्र को तलाश ने का आदेश प्रिय रसूल(सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने अपने कथन से दिया है। “जैसा कि आइशा (रज़ियल्लाहु अन्हा) वर्णन करती है –
• हदीस: “रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फरमायाः ” कद्र वाली रात को रमज़ान महीने के अन्तिम दस ताक रातों में तलाशों ” –(बुखारी तथा मुस्लिम)
प्रिय रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने शबे क़द्र को अन्तिम दस ताक वाली (21, 23, 25,27, 29) रातों में तलाशने का आदेश दिया है। शबे क़द्र के बारे में जितनी भी हदीस की रिवायतें आइ हैं। सब सही बुखारी, सही मुस्लिम और सही सनद से वर्णन हैं। इस लिए हदीस के विद्ववानों ने कहा है कि सब हदीसों को पढ़ने के बाद मालूम होता है कि शबे क़द्र हर वर्ष विभिन्न रातों में आती हैं। कभी 21 रमज़ान की रात क़द्र वाली रात होती, तो कभी 23 रमज़ान की रात क़द्र वाली रात होती, तो कभी 25 रमज़ान की रात क़द्र वाली रात होती, तो कभी 27 रमज़ान की रात क़द्र वाली रात होती, तो कभी 29 रमज़ान की रात क़द्र वाली रात होती और यही बात सही मालूम होता है। इस लिए हम इन पाँच बेजोड़ वाली रातों में शबे क़द्र को तलाशें और बेशुमार अज्रो सवाब के ह़क़्दार बन जाए। –
शबे क़द्र की निशानीः
प्रिय रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने इस रात की कुछ निशानी बयान फरमाया है। जिस के माध्यम से इस महत्वपूर्ण रात को पहचाना जा सकता है।
(1) यह रात बहुत रोशनी वाली होगी, आकाश प्रकाशित होगा, इस रात में न तो बहुत गरमी होगी और न ही सर्दी होगी बल्कि वातावरण अच्छा होगा, उचित होगा। जैसा कि मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने निशानी बतायी है, जिसे सहाबी वासिला बिन अस्क़अ वर्णन करते है कि –
• हदीस: रसूल ने फरमायाः “शबे क़द्र रोशनी वाली रात होती है, न ज़्यादा गर्मी और न ज़्यादा ठंढ़ी और वातावरण संतुलित होता है और सितारे को शैतान के पीछे नही भेजा जाता।” – (तब्रानी)
(2) यह रात बहुत संतुलित वाली रात होगी। वातावरण बहुत अच्छा होगा, न ही गर्मी और न ही ठंडी होगी। हदीस रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) इसी बात को स्पष्ट करती है –
• हदीस: “शबे क़द्र वातावरण संतुलित रात होती है, न ज़्यादा गर्मी और न ज़्यादा ठंढ़ी और उस रात के सुबह का सुर्य जब निकलता है तो लालपन धिमा होता है ।” – (सही- इब्नि खुज़ेमा तथा मुस्नद त़यालसी)
(3) शबे क़द्र के सुबह का सुर्य जब निकलता है, तो रोशनी धिमी होती है, सुर्य के रोशनी में किरण न होता है । जैसा कि उबइ बिन कअब वर्णन करते हैं कि –
• हदीस: “रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ) ने फरमायाः उस रात के सुबह का सुर्य जब निकलता है, तो रोशनी में किरण नही होता है।” – (सही मुस्लिम)
शबे क़द्र की रात में कैसी इबादत करे ?
हक़ीक़त तो यह है कि इन्सान इन रातों की निशानियों का परिचय कर पाए या न कर पाए बस वह अल्लाह की इबादतों, ज़िक्रो-अज़्कार, दुआ और क़ुरआन की तिलावत, क़ुरआन पर गम्भीरता से विचार किरे । इख्लास के साथ, केवल अल्लाह को प्रसन्न करने के लिए अच्छे तरीक़े से अल्लाह की इबादत करे, प्रिय रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) की इताअत करे, और अपनी क्षमता के अनुसार अल्लाह की खूब इबादत करे और शबे क़द्र में यह दुआ अधिक से अधिक करे, अधिक से अधिक अल्लाह से अपने पापों, गलतियों पर माफी मांगा जाए। जैसा कि –
• हदीस: आइशा (रज़ियल्लाहु अन्हा) वर्णन करती हैं कि, मैं ने रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) से प्रश्न किया कि यदि मैं क़द्र की रात को पा लूँ तो क्या दुआ करू, तो आप (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फरमायाः “अल्लाहुम्मा इन्नक अफुव्वुन करीमुन, तू हिब्बुल-अफ्व, फअफु अन्नी।” अर्थः ‘ऐ अल्लाह! निःसन्देह तू माफ करने वाला है, माफ करने को पसन्द फरमाता, तू मेरे गुनाहों को माफ कर दे।”
अल्लाह हमें और आप को इस महीने में ज्यादा से ज़्यादा भलाइ के काम, लोगों के कल्याण के काम, अल्लाह की इबादत की शक्ति प्रदान करे और हमारे गुनाहों, पापों, गलतियों को अपने दया तथा कृपा से क्षमा करे।

क़ुरान का सन्देश

 
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