मुझे पता है
तुम खूबसूरत मोरनी
मुझे पता है
तुम्हारा खूबसूरत
सभी को मोह लेने वाला डांस
मुझे सब पता है
तुम कितनी खूबसूरत हो
बस सुन ऐ मोरनी
तुम्हारी खूबसूरती का
सिर्फ एक कलंक हूँ में
हाँ तुम खूबसूरत मोरनी हो
तुम्हारे बदसूरत पैर हूँ में
वही बदसूरत पैर
जिन्हे ख़ुशी में झूम कर नाचते वक़्त
देखते हो जब तुम
तब फुट फुट कर रो पढ़ते हो
अपनी इस कमी
अपनी इस बदसूरती पर तुम।
लेकिन ऐ खूबसूरत
ज़रा सुन
में तुझ खूबसूरत के पैर ही सही
ज़रा सोच में बदसूरत तो हूँ
लेकिन अगर
में ना होता तो ज़रा सोच
क्या तुम
मोरनी कहलाती
क्या तुम झूम कर नाच पाती
में अगर ना होता
तो ज़रा तुम ही बताओ
क्या तुम
इठलाती ,,,, लोगों को अपना नाच दिखाती
नहीं ,,नहीं ,,नहीं
में बदसूरत ही सही
फिर भी फख्र है मुझे
में पहचान हु तुम्हारी
में ज़िम्मेदारी हूँ तुम्हारी
तुम्हे नफरत है मुझ से अगर
तुम्हे नफरत है
मेरी बदशकली से अगर
तो सुनो
काट डालो मुझे
अपनी खूबसूरती से
कर डालों अलग मुझे
में तो मर जाऊंगा तुम्हारे बगैर
लेकिन ज़रा बताओ
क्या तुम
नाच पाओगे मेरे बगैर
क्या तुम
इठला पाओगे मेरे बगैर
क्या तुम इतराओगे मेरे बगैर
क्या तुम
जी पाओगे मेरे बगैर ,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम खूबसूरत मोरनी
मुझे पता है
तुम्हारा खूबसूरत
सभी को मोह लेने वाला डांस
मुझे सब पता है
तुम कितनी खूबसूरत हो
बस सुन ऐ मोरनी
तुम्हारी खूबसूरती का
सिर्फ एक कलंक हूँ में
हाँ तुम खूबसूरत मोरनी हो
तुम्हारे बदसूरत पैर हूँ में
वही बदसूरत पैर
जिन्हे ख़ुशी में झूम कर नाचते वक़्त
देखते हो जब तुम
तब फुट फुट कर रो पढ़ते हो
अपनी इस कमी
अपनी इस बदसूरती पर तुम।
लेकिन ऐ खूबसूरत
ज़रा सुन
में तुझ खूबसूरत के पैर ही सही
ज़रा सोच में बदसूरत तो हूँ
लेकिन अगर
में ना होता तो ज़रा सोच
क्या तुम
मोरनी कहलाती
क्या तुम झूम कर नाच पाती
में अगर ना होता
तो ज़रा तुम ही बताओ
क्या तुम
इठलाती ,,,, लोगों को अपना नाच दिखाती
नहीं ,,नहीं ,,नहीं
में बदसूरत ही सही
फिर भी फख्र है मुझे
में पहचान हु तुम्हारी
में ज़िम्मेदारी हूँ तुम्हारी
तुम्हे नफरत है मुझ से अगर
तुम्हे नफरत है
मेरी बदशकली से अगर
तो सुनो
काट डालो मुझे
अपनी खूबसूरती से
कर डालों अलग मुझे
में तो मर जाऊंगा तुम्हारे बगैर
लेकिन ज़रा बताओ
क्या तुम
नाच पाओगे मेरे बगैर
क्या तुम
इठला पाओगे मेरे बगैर
क्या तुम इतराओगे मेरे बगैर
क्या तुम
जी पाओगे मेरे बगैर ,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान