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17 अगस्त 2015

झूठे निकले रोहतक सिस्टर्स के आरोप, पुलिस ने कोर्ट में पेश किया चालान योगेन्द्र सागर Aug 18, 2015, 02:37 AM IST Print Decrease Font Increase Font Email Google Plus Twitter Facebook COMMENTS 0 1 of 6 Next पूजा और आरती पूजा और आरती रोहतक। चलती रोडवेज बस में कथित छेड़छाड़ के मामले में सोनीपत निवासी दोनों बहनों की ओर से तीन लड़कों पर लगाए गए आरोप संदेह के घेरे में गए हैं। वहीं, 28 नवंबर 2014 को हुई इस घटना का वीडियो बनाने वाली महिला ने भी छेड़छाड़ की बात से इंकार कर दिया है। उसने यह भी कहा है कि घटना का वीडियो बनाने के लिए मोबाइल एक बहन ने ही दिया था। यह खुलासा पुलिस की ओर से अदालत में पेश किए गए चालान में हुआ है। पुलिस ने यह चालान पॉलीग्राफिक टेस्ट, फॉरेंसिक फिजियोलॉजिकल असेसमेंट और अन्य जांच के आधार पर तैयार किया है। पुलिस ने पॉलीग्राफ टेस्ट में आरोपी लड़कों के जवाब ट्रुथफुल बताए हैं, जबकि दोनों बहनों के जवाब भ्रामक और कपटपूर्ण। मामले से जुड़े पांचों लोगों का पॉलीग्राफिक टेस्ट और फोरेंसिक फिजियोलॉजिकल असेसमेंट 18 22 दिसंबर को हुआ था। दोनों लड़कियों ने टेस्ट में वीडियो बनाने के लिए मोबाइल देने से इंकार किया है। कितना सही? न्यूरोलॉजीमें होने वाले ईईजी टेस्ट की तरह इस टेस्ट में भी सवाल पूछते हुए आरोपी या संदिग्ध के ब्लड प्रेशर, पल्स रेट, रेस्पिरेशन और मसल्स मूमेंट को चेक किया जाता है। ये मूमेंट ईसीजी की तरह ग्राफ बनाती जाती है। संदिग्ध में आए फिजियोलॉजिकल चेंज से बने ग्राफ से पता लगाते हैं कि संदिग्ध सच बोल रहा है या नहीं। इसकी एक्यूरेसी 90% रहती है। ...लेकिन, कोर्ट नहीं मानता पॉलीग्राफिक टेस्ट जांचएजेंसियां सच उगलवाने के लिए लाइट डिटेक्शन टेस्ट (पोलिग्राफिक), नारको और ब्रेन मेपिंग का सहारा लेती हैं। हिमाचल प्रदेश स्टेट फोरेंसिक साइंस लैब, धर्मशाला के असिस्टेंट डायरेक्टर और पीजीआई के पूर्व न्यूरो साइंटिस्ट डॉ. सुरेंद्र कुमार पाल की मानें तो इन तीनों टेस्ट में लाइट डिटेक्शन टेस्ट की एक्यूरेसी सबसे ज्यादा है। लेकिन, कोर्ट में इसकी अहमियत नहीं है। क्योंकि, सुप्रीम कोर्ट ने अब्दुल रहीम तेलगी के केस में इस टेस्ट की कानूनी वैधता पर सवाल उठाए थे। सुप्रीम कोर्ट का मानना था कि ये तीनों ही टेस्ट संविधान की धारा 20 (3) का उल्लंघन है।

पूजा और आरती
पूजा और आरती
रोहतक। चलती रोडवेज बस में कथित छेड़छाड़ के मामले में सोनीपत निवासी दोनों बहनों की ओर से तीन लड़कों पर लगाए गए आरोप संदेह के घेरे में गए हैं। वहीं, 28 नवंबर 2014 को हुई इस घटना का वीडियो बनाने वाली महिला ने भी छेड़छाड़ की बात से इंकार कर दिया है। उसने यह भी कहा है कि घटना का वीडियो बनाने के लिए मोबाइल एक बहन ने ही दिया था। यह खुलासा पुलिस की ओर से अदालत में पेश किए गए चालान में हुआ है। पुलिस ने यह चालान पॉलीग्राफिक टेस्ट, फॉरेंसिक फिजियोलॉजिकल असेसमेंट और अन्य जांच के आधार पर तैयार किया है। पुलिस ने पॉलीग्राफ टेस्ट में आरोपी लड़कों के जवाब ट्रुथफुल बताए हैं, जबकि दोनों बहनों के जवाब भ्रामक और कपटपूर्ण। मामले से जुड़े पांचों लोगों का पॉलीग्राफिक टेस्ट और फोरेंसिक फिजियोलॉजिकल असेसमेंट 18 22 दिसंबर को हुआ था। दोनों लड़कियों ने टेस्ट में वीडियो बनाने के लिए मोबाइल देने से इंकार किया है।
कितना सही?
न्यूरोलॉजीमें होने वाले ईईजी टेस्ट की तरह इस टेस्ट में भी सवाल पूछते हुए आरोपी या संदिग्ध के ब्लड प्रेशर, पल्स रेट, रेस्पिरेशन और मसल्स मूमेंट को चेक किया जाता है। ये मूमेंट ईसीजी की तरह ग्राफ बनाती जाती है। संदिग्ध में आए फिजियोलॉजिकल चेंज से बने ग्राफ से पता लगाते हैं कि संदिग्ध सच बोल रहा है या नहीं। इसकी एक्यूरेसी 90% रहती है।
...लेकिन, कोर्ट नहीं मानता पॉलीग्राफिक टेस्ट
जांचएजेंसियां सच उगलवाने के लिए लाइट डिटेक्शन टेस्ट (पोलिग्राफिक), नारको और ब्रेन मेपिंग का सहारा लेती हैं। हिमाचल प्रदेश स्टेट फोरेंसिक साइंस लैब, धर्मशाला के असिस्टेंट डायरेक्टर और पीजीआई के पूर्व न्यूरो साइंटिस्ट डॉ. सुरेंद्र कुमार पाल की मानें तो इन तीनों टेस्ट में लाइट डिटेक्शन टेस्ट की एक्यूरेसी सबसे ज्यादा है। लेकिन, कोर्ट में इसकी अहमियत नहीं है। क्योंकि, सुप्रीम कोर्ट ने अब्दुल रहीम तेलगी के केस में इस टेस्ट की कानूनी वैधता पर सवाल उठाए थे। सुप्रीम कोर्ट का मानना था कि ये तीनों ही टेस्ट संविधान की धारा 20 (3) का उल्लंघन है।

मोदी सरकार के मंत्री ने 'बाला साहब ठाकरे को बताया आतंकी'

वाराणसी. नरेंद्र मोदी कैबिनेट में राज्य मंत्री महेश शर्मा ने बाला साहब ठाकरे को आंतकवादी बताया है। शर्मा ने ये बात सोमवार को एक मैगजीन में छपे विवादित पोस्टर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कही। वाराणसी के बेनियाबाग पार्क में एयरफोर्स द्वारा आयोजित आयोजित ट्रेड फेयर के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे सिविल एविएशन स्टेट मिनिस्टर महेश शर्मा से मैगजीन में छपे पोस्टर का हवाला देते हुए जब पूछा गया कि आप दाऊद इब्राहिम, याकूब मेमन, खालिस्तानी आतंकवादी भिंडरावाला और बाला साहब ठाकरे में से किसे बड़ा आतंकवादी मानते हैं तो उन्होंने कहा कि आतंकवादी छोटा या बड़ा नहीं होता। मेरी नजर में ये चारों आतंकवादी हैं।
क्या छपा है मैगजीन में
मैगजीन के ताजा अंक में दाऊद इब्राहिम, याकूब मेमन, खालिस्तानी आतंकवादी भिंडरावाला और बाला साहब ठाकरे के फोटो एक साथ छापे हैं। इसमें बाला साहब की तुलना आतंकवादियों से की गई है। मीडिया से बातचीत के दौरान मंत्री ने पाकिस्‍तान को चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो भारत उसे करारा जवाब देगा। सोमवार को महेश शर्मा ने वाराणसी अंतरराष्‍ट्रीय हवाई अड्डे से शारजाह के लिए सीधी उड़ान का शुभारंभ किया।

वाराणसी एक आध्‍यात्मिक नगरी
एयरफोर्स द्वारा बेनियाबाग पार्क में आयोजित ट्रेड फेयर की प्रशंसा करते हुए महेश शर्मा ने कहा कि वाराणसी एक आध्यात्मिक नगरी है। यहां इस तरह के आयोजनों की बहुत जरूरत है। वाराणसी में देश के कोने-कोने से ही नहीं बल्कि पाकिस्तान से भी लोग आ रहे हैं। इस तरह के आयोजन देश को एकसूत्र में बांधने का प्रयास करते हैं।
उमर अब्‍दुल्‍ला पर भी साधा निशाना
उमर अब्‍दुल्‍ला ने अपने एक बयान में कहा है कि मस्जिद के अंदर पीएम नरेंद्र मोदी नाटक कर रहे हैं। उनके इस बयान पर भी महेश शर्मा ने पलटवार किया। उन्‍होंने कहा कि उमर हिंदुस्‍तान की तहजीब के बारे में नहीं जानते हैं। यहां गंगा-जमुनी तहजीब के लोग रहते हैं। यहां हिंदू और मुस्लिम एकसाथ मिलकर रहते हैं। वहीं, पीएम मोदी ने देश की इस विचारधारा को हमेशा आगे बढ़ाने का काम किया है।

यूपी: कांग्रेसियों को पुलिस ने दौड़ा कर पीटा, राज बब्‍बर भी जख्मी

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लखनऊ. यूपी की राजधानी लखनऊ में सोमवार को पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। ये नेता विधानसभा का घेराव करने पहुंचे थे। पुलिस के लाठीचार्ज में राज बब्‍बर सहित कुछ कांग्रेसियों को हल्‍की चोट भी आई। बाद में लखनऊ से विधायक रीता बहुगुणा जोशी सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पुलिस के दमन के खिलाफ गिरफ्तारी दी।
क्‍यों और कैसे हुआ लाठीचार्ज
राज्य सरकार पर नाकामी का आरोप लगाकर कांग्रेस ने विधानसभा घेरने का प्‍लान बनाया था।कांग्रेसियों ने पहले विधानसभा के बाहर धरना दिया, लेकिन जब पुलिस ने वहां से उन्हें खदेड़ दिया, तो वे लक्ष्मण मेला मैदान पहुंचे। वे वहां प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान उन्होंने अपनी 15 सूत्री मांगें रखीं और सरकार विरोधी नारे लगाए। इसके बाद वे दोबारा विधानभवन जाने लगे, तो पुलिस ने पानी की बौछारों से उन्हें रोकने की कोशिश की। कार्यकर्ता नहीं रुके तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जवाब में कार्यकर्ताओं ने पथराव किया। इसमें एक दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ता घायल हुए हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री सहित राज बब्बर को भी चोट आई है। उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया।
कांग्रेस के विरोध के मुद्दे
- यूपी की ध्वस्त कानून-व्यवस्था और नोएडा के चीफ इंजीनियर यादव सिंह के मामले में भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश।
- दलित और महिलाओं के साथ बढ़ रहे अत्याचार और आपराधिक मामले।
-प्रदेश में बिजली के दामों में भारी बढ़ोतरी और बिजली की भीषण कटौती।
-पश्चिमी यूपी में सांप्रदायिक तनाव पर सरकार की लापरवाही।
-सरकारी नौकरियों में हो रही भर्तियों में घोटाले।
-सरकारी भर्ती में अल्पसंख्यकों को सिर्फ तीन फीसदी प्रतिनिधित्व।
-बुनकर और मदरसों की खस्ताहालत, दलित छात्रों की छात्रवृत्ति बंद करना।
-किसानों के गन्ना मूल्य के बकाये का भुगतान न होने और चीनी मिल मजदूरों को वेतन न देना।

बैंकाॅक में हिंदू मंदिर के बाहर ब्‍लास्‍ट: 27 की मौत, 80 से ज्यादा घायल

बैंकाॅक। थाईलैंड की राजधानी बैंकाॅक में सोमवार शाम एक जबरदस्त ब्लास्ट हुआ। मरने वालों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है, जबकि 80 से ज्यादा लोग घायल हैं। मृतकों में चार विदेशी नागरिक बताए जा रहे हैं। देश के नेशनल सिक्युरिटी चीफ ने ब्लास्ट बम की वजह से होना बताया है। यह धमाका एक हिंदू मंदिर इरावन के बाहर हुआ है। यहां कई टूरिस्‍ट इस मंदिर को देखने के लिए आते हैं। अभी तक किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

लोकल मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्लास्ट के बाद इलाके में अफरातफरी का माहौल हो गया। ब्लास्ट इतना ताकतवर था कि कई मीटर दूर तक शवों के टुकड़े बिखर गए। जिस हिंदू इरावन मंदिर के बाहर यह धमाका हुआ है, उसके पास में ही एक फाइव स्टार होटल भी है। ब्लास्ट के बाद कई मीटर दूर तक नेशनल पुलिस प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल प्रावुत थवोर्नसिरी ने कहा, "यह ब्लास्ट बम से किया गया है। हालांकि, बम किस तरह का था, इसकी हम जांच कर रहे हैं।"

बताया जा रहा है कि ब्लास्ट से कई मोटरसाइकिलें भी जल गई हैं। पुलिस का मानना है कि यहां और भी बम हो सकते हैं। इसलिए पूरे इलाके की जांच की जा रही है। बैंकॉक पोस्ट ने डिफेंस मिनिस्टर प्रावित वांगसूवॉन के हवाले से लिखा है कि बम इरावन मंदिर के अंदर प्लांट किया गया था। पुलिस को रचप्रासोंग इलाके से एक और बम बरामद हुआ, जिसे डिफ्यूज कर दिया गया है।

सेंट्रल बैंकॉक स्थित यह मंदिर भगवान ब्रह्मा का है। हालांकि, हर दिन हजारों की संख्या में यहां बौद्ध श्रद्धालु आते हैं। यह मंदिर तीन ओर से बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल्स से घिरा हुआ है।

यह नदियों का मुल्क है,

यह नदियों का मुल्क है,
पानी भी भरपूर है।
बोतल में बिकता है,
पन्द्रह रू शुल्क है।
:
यह शिक्षकों का मुल्क है,
स्कूल भी खूब हैं।
बच्चे पढ़ने जाते नहीं,
पाठशालाएं नि:शुल्क है।
:
यह गरीबों का मुल्क है,
जनसंख्या भी भरपूर है।
परिवार नियोजन मानते नहीं,
नसबन्दी नि:शुल्क है।
:
यह अजीब मुल्क है,
निर्बलों पर हर शुल्क है।
अगर आप हों बाहुबली,
हर सुविधा नि:शुल्क है।
:
यह अपना ही मुल्क है,
कर कुछ सकते नहीं।
कह कुछ सकते नहीं,
बोलना नि:शुल्क है।
:
यह शादियों का मुल्क है,
दान दहेज भी खूब हैं।
शादी करने को पैसा नहीं,
कोर्ट मैरिज नि:शुल्क हैं।
:
यह पर्यटन का मुल्क है,
रेलें भी खूब हैं।
बिना टिकट पकड़े गए तो,
रोटी कपड़ा नि:शुल्क है।
:
यह अजीब मुल्क है,
हर जरूरत पर शुल्क है।
ढूंढ कर देते हैं लोग,
सलाह नि:शुल्क है।
:
यह आवाम का मुल्क है,
रहकर चुनने का हक है।
वोट देने जाते नहीं,
मतदान नि:शुल्क है।

प्याज

प्याज काट कर रखने से यह वातावरण में मौजूद बैक्टीरिया सोख लेता है.
- कान दर्द : प्याज गर्म राख में भुनकर उसका पानी निचोड़कर कान में डाले। दर्द में तुरंत लाभ होगा
- मोतिया बिन्द : प्याज का रस एक तोला, असली शहद एक तोला, भीमसेनी कपूर तीन माशे सबको खूब मिलाकर लगाने से मोतिया का असर नहीं होता।
- पेट के कीड़े-प्याज का कच्चा रस पिलाने से पेट के कीड़े नष्ट हो जाते हें
- बारूद से जलने पर- यदि शरीर का कोई भाग बारूद से जल जाये तो उस स्थान पर प्याज का रस लगाने से लाभ होता है।
- कब्‍ज दूर करता है .
- गले की खराश मिटाए- यदि आप सर्दी, कफ या खराश से पीडित हैं तो आप ताजे प्‍याज का रस पीजिये। इमसें गुड या फिर शहद मिलाया जा सकता है।
- ब्‍लीडिंग समस्‍या दूर करे- नाक से खून बह रहा हो तो कच्‍चा प्‍याज काट कर सूघ लीजिये।
- पाइल्‍स की समस्‍या में सफेद प्‍याज खाना शुरु कर दें। - मधुमेह करे कंट्रोल- कच्‍चा प्याज खाया जाए तो यह शरीर में इंसुलिन उत्‍पन्‍न करेगा।
- दिल की सुरक्षा- कच्‍चा प्‍याज हाई ब्‍लड प्रेशर को नार्मल करता है और बंद खून की धमनियों को खोलता है जिससे दिल की कोई बीमारी नहीं होती।
- कोलेस्‍ट्रॉल कंट्रोल करे- इसमें मिथाइल सल्‍फाइड और अमीनो एसिड होता है जो कि खराब कोलेस्‍ट्रॉल को घटा कर अच्‍छे कोलेस्‍ट्रॉल को बढाता है।
- कैंसर सेल की ग्रोथ रोके- प्‍याज में सल्‍फर तत्‍व अधिक होते हैं। सल्‍फर शरीर को पेट, कोलोन, ब्रेस्‍ट, फेफडे और प्रोस्‍टेट कैंसर से बचाता है।
- एनीमिया ठीक करे- प्‍याज काटते वक्‍त आंखों से आंसू टपकते हैं, ऐसा प्‍याज में मौजूद सल्‍फर की वजह से होता है। इस सल्‍फर में एक तेल मौजूद होता है जो कि एनीमिया को ठीक करने में सहायक होता है। खाना पकाते वक्‍त यही सल्‍फर जल जाता है, तो ऐसे में कच्‍चा प्‍याज खाइये।
- बाल गिरने की समस्या से निजात पाने के लिए प्याज बहुत ही असरकारी है। गिरते हुए बालों के स्थान पर प्याज का रस रगडने से बाल गिरना बंद हो जाएंगे। इसके अलावा लेप लगाने पर काले बाल उगने शुरू हो जाते हैं।
- पथरी की शिकायत में प्याज बहुत उपयोगी है। प्याज के रस को चीनी में मिलाकर शरबत बनाकर पीने से पथरी की से निजात मिलता है। प्याज का रस सुबह खाली पेट पीने से पथरी अपने-आप कटकर बाहर निकल जाती है।
- गठिया के लिए – गठिया में प्याज बहुत ही फायदेमंद होता है। गठिया में सरसों का तेल व प्याज का रस मिलाकर मालिश करें, फायदा होगा।
- प्याज का पेस्ट लगाने से फटी एडियों को राहत मिलती है।
- दांत में पायरिया है, तो प्याज के टुकड़ों को तवे पर गर्म कीजिए और दांतों के नीचे दबाकर मुंह बंद कर लीजिए। इस प्रकार 10-12 मिनट में लार मुंह में इकट्ठी हो जाएगी। उसे मुंह में चारों ओर घुमाइए फिर निकाल फेंकिए। दिन में 4-5 बार 8-10 दिन करें, पायरिया जड़ से खत्म हो जाएगा, दांत के कीड़े भी मर जाएंगे और मसूड़ों को भी मजबूती प्राप्त होगी ।
- प्याज के सेवन से आंखों की ज्योति बढ़ती है।
- प्याज के रस का नाभि पर लेप करने से पतले दस्त में लाभ होता है। अपच की शिकायत होने पर प्याज के रस में थोड़ा-सा नमक मिलाकर सेवन करें।
- सफेद प्याज के रस में शहद मिलाकर सेवन करना दमा रोग में बहुत लाभदायक है।

मस्जिद में मोदी: कांग्रेस का तंज, मुस्लिम धर्मगुरु बोले- घरेलू मसले अभी न उठाएं

पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को यूएई की शेख जायद मस्जिद में गए थे। यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मस्जिद है।
पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को यूएई की शेख जायद मस्जिद में गए थे। यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मस्जिद है।
नई दिल्ली/अबू धाबी. पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी रविवार को पहली बार किसी मस्जिद के अंदर गए। वह भी भारत में नहीं, बल्कि यूएई की शेख जायद मस्जिद में। वहां उन्होंने प्रोटोकॉल तोड़कर लोगों से मुलाकात की। लेकिन मस्जिद के दौरे से वे नेताओं के निशाने पर भी आ गए। उन पर तंज कसने वालों में सबसे पहले शामिल थे जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम। उन्होंने कहा- ‘मस्जिद में जाना मोदी के लिए टैराकोटा आर्मी वाला मोमेंट था।’ वहीं, कांग्रेस ने कहा- ‘कभी टोपी पहनने से इनकार करने वाले मस्जिद में गए।’ हालांकि, मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने इस पर कहा कि मोदी मुस्लिमों के करीब हैं या नहीं, यह घरेलू सियासी मसला है। इसे अभी उठाना सही नहीं है।
मोदी के मस्जिद जाने पर क्या आईं रिएक्शंस?
1. टैराकोटा आर्मी मोमेंट
जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा- ‘आबू धाबी की मस्जिद बड़ा टूरिस्ट अट्रैक्शन है। यह मोदी के लिए टैराकोटा आर्मी के मोमेंट जैसा था। न उससे ज्यादा, न उससे कम।’
मायने : मोदी ने मई में चीन दौरे के वक्त शियान में टैराकोटा आर्मी म्यूजियम का दौरा किया था। यहां उन्होंने सनग्लासेस पहन रखे थे। एक मूर्ति को छूते हुए उनकी फोटो भी आई थी जो काफी वायरल हुई थी।
2. अयोध्या का जिक्र
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने ट्वीट किया- वाह रे मोदी जी! भले ही भारत की मस्जिद में आप कभी नही गए लेकिन विदेश जाते ही आपको सर्वधर्म समभाव ज्ञान प्राप्त हो गया। भले ही भाजपाइयों ने अयोध्या में मंदिर के नाम पर पूरे देश को मूर्ख बनाया हो लेकिन दुबई में मोदी और भक्त मिलकर भव्य मंदिर का निर्माण करेंगे।
मायने : सिंह के मायने भाजपा और संघ परिवार के राम मंदिर आंदोलन से थे। भाजपा ने कई चुनावों में राम मंदिर को अपने घोषणा-पत्र में शामिल किया था।
3. टोपी पहनने से इनकार
कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा- टोपी पहनने से इनकार करने वाले मस्जिद में गए, इसलिए शुक्रिया। उन्हें बुद्धि आई। उनका दिल बदला। देश में नहीं, विदेश में ही सही, उन्होंने सबको साथ लेकर चलने की शुरुआत की। कांग्रेस के प्रवक्ता मीम अफजल ने कहा, ''मोदी ने कल (रविवार को) पहली बार इस्लाम के बारे में अच्छी बातें कीं। लेकिन लगता है कि वह लोगों को अपनी ओर करने की कोशिश में हैं। बिहार चुनाव को देखते हुए वह ऐसा कर रहे हैं। कुछ दिन पहले कजाकिस्तान में वह एक दरगाह में गए थे लेकिन उसका प्रचार नहीं किया गया था।''
मायने : मोदी ने 2011 में गुजरात में एक उपवास के दौरान मुस्लिम टोपी पहनने से इनकार किया था। अखिलेश सिंह उसी वाकये का जिक्र कर रहे थे। वहीं मीम अफजल कह रहे थे कि बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले पीएम ऐसा कर रहे हैं। बिहार में मुस्लिम वोटरों की अच्छी खासी संख्या है।
4. मस्जिद की तुलना ने करें
बीजेपी नेता नलिनी कोहली मुझे लगता है यह कटाक्ष उमर ने अपने ऊपर किया है। वे एक बड़े मस्जिद की टैराकोटा म्यूजियम से तुलना कर रहे हैं। बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने मोदी के मस्जिद में जाने पर कांग्रेस और आप द्वारा उठाए गए सवालों को नकारा है। उन्होंने कहा, ''कुछ लोगों को हर बात में सकारात्मक चीजें दिखती हैं। पीएम जिस देश में जाते हैं वह भारत के प्रतिनिधि के रूप में जाते हैं। वहां उस देश की संस्कृति का सम्मान रखना होता है। ''
5. घरेलू मसले हैं, इस पर अभी न बोलें
मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने एक चैनल से बातचीत में कहा- मोदी मुस्लिमों के करीबी हैं या नहीं, यह घरेलू सियासी मसला है। इसे इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर नहीं उठाना चाहिए। मोदी उस मस्जिद में यूएई के प्रोटाेकॉल के तहत गए होंगे। अगर वे मस्जिद गए तो यह अच्छी बात है। इसे सियासी पहलू से नहीं देखा जाना चाहिए।
इंटरनेशनल मीडिया ने क्या कहा?
मोदी का दोस्ताना रुख
येरुशलम पोस्ट ने अपनी खबर में कहा- मस्जिद के दौरे से मोदी ने अपने देश के मुस्लिमों को यह संकेत देने की कोशिश की है कि वे उनके करीब हैं। मोदी ने यह जताने की कोशिश की है कि वे हर समुदाय को अहमियत देते हैं। भारत की अनेकता में एकता की छवि को बनाए रखना चाहते हैं।
मस्जिद जाकर दिए नए संकेत
द न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा- पीएम मोदी ने मस्जिद का दौरा किया। यह कदम नए संकेत देता है। गुजरात दंगों के बाद लंबे समय तक यह माना जाता रहा है कि मुस्लिम आबादी के साथ उनके रिश्ते असहज रहे हैं। लेकिन मोदी ने मस्जिद का दौरा कर मुस्लिमों के और करीब होने के संकेत दिए हैं।
मोदी और मुस्लिम
1. सितंबर 2011 : अहमदाबाद के गुजरात यूनिवर्सिटी के कन्वेंशन हॉल में मोदी ने ‘सद्भावना उपवास’ रखा था। खुद को नेशनल लीडर के तौर पर प्रोजेक्ट करने की उनकी यह पहली कोशिश मानी गई थी। एक दरगाह के मौलवी सैयद इमाम शाहिद सईद मंच पर गए। उन्होंने मोदी को मुस्लिम टोपी पहनाने की काेशिश की। लेकिन मोदी ने उन्हें रोक दिया। आलोचना हुई तो भाजपा नेता विजय रूपाणी ने कहा कि मोदी माइनॉरिटी अपीजमेंट में यकीन नहीं रखते। किसी ने भी मोदी से मुस्लिम टोपी पहनने की गुजारिश नहीं की थी।
2. जुलाई 2013 : भाजपा की तरफ से पीएम उम्मीदवार चुने जाने से पहले एक इंटरव्यू में मोदी की टिप्पणी विवादों में आई। उनसे गुजरात दंगों के बारे में पूछा गया था। जवाब में मोदी ने कहा- ‘अगर कार के नीचे कुत्ते का छोटा बच्चा आ जाए और अगर हम कार नहीं भी चला रहे हों, तब भी हमें पीड़ा होती है।’ उनके इस बयान की काफी आलोचना हुई थी।
3. 2014 की शुरुआत : मोदी ने रमजान के दौरान अपने रेजिडेंस 7 आरसीआर पर इफ्तार नहीं दिया। वे राष्ट्रपति भवन में हुए इफ्तार में भी नहीं गए। जबकि उनके पहले करीब-करीब सभी प्रधानमंत्री इफ्तार पार्टी देते रहे थे। इस मुद्दे पर कांग्रेस ने उन्हें जमकर घेरा। मोदी और मुस्लिमों के बीच दूरी तब भी सामने आई जब जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी ने अपने बेटे की दस्तारबंदी की रस्म में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को तो न्यौता दिया। लेकिन मोदी को नहीं बुलाया। इस बीच, भगवा बिग्रेड के नेताओं ने ऐसी कई टिप्पणियां की जिनसे मोदी सरकार संसद के अंदर अौ बाहर बैकफुट पर आ गई।
4. और डैमेज कंट्रोल : मोदी ने भले ही इफ्तार नहीं दी लेकिन इसी साल अप्रैल में उन्होंने अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर चढ़ाने के लिए मुख्तार अब्बास नकवी को भेजा। हर मौके पर भगवा बिग्रेड को संदेश दिया कि उनके बयानों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। बताया जाता है कि जयपुर में हुई मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में जफर सरेशवाला भी मोदी के प्रतिनिधि की हैसियत से पहुंचे थे। अपनी सरकार का एक साल पूरा होने पर भाजपा ने ‘साल एक-शुरुआत अनेक’ के पर्चे उर्दू में भी छपवाए। ये पर्चे उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार,असम और जम्मू कश्मीर के मुस्लिम बहुल शहरों में भिजवाए गए।
5. मुस्लिम रिप्रेजेंटेटिव्स से 2 बार मुलाकात
मोदी ने अप्रैल 2015 में मुस्लिम नेताओं से दिल्ली में मुलाकात की। इसमें मुस्लिम नेताओं ने धार्मिक स्थलों, मस्जिदों और मदरसों की संपत्तियों से जुड़ी समस्याएं उठाई थीं। फिर जून 2015 में 30 मुस्लिम रिप्रेजेंटेटिव्स से मुलाकात की। इनमें सोशल वर्कर्स, धर्मगुरु और एजुकेशनिस्ट शामिल थे। मोदी ने सबसे अलग-अलग मुलाकात की। सबको खुद चाय सर्व की। इसके बाद बातचीत के दौरान मोदी ने कहा, "अगर आपको रात 12 बजे भी मेरी जरूरत पड़ती है तो मैं आपके लिए उपलब्ध हूं।’ मोदी ने उनसे यह भी कहा कि योग को किसी धर्म से नहीं जोड़ें।

आज सुबह

आज सुबह मैं जेसे ही घर से निकला..
एक बिल्ली मेरा रास्ता काट गई मैं वहीँ रुक गया..
बिल्ली हँसते हुए बोली.._
अबे निकल जा तेरी तो शादी हो चुकी हे......
अब इससे बुरा तेरा क्या होगा...

क़ुरान का सन्देश

 
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