तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
19 अगस्त 2015
अजीब बात है ,
अजीब बात है ,,जिन सरकारी स्कूलों में भवन नहीं ,,नीम के पेड के निचे पढ़ाई
होती हो ,,स्कूल तक जाने की सड़के नहीं ,,,स्कूल में पानी भरा रहता हो
,,बाथरूम नहीं ,,,लेट्रीन नहीं ,,अध्यापक नहीं ,,छात्र ,,छात्राओ को साइकिल
योजना ,,मुफ्त यूनिफॉर्म ,,मिड डे मील ,,मुफ्त किताबें ,,कापियां और
छात्रव्रत्ति देने का लालच देकर घर घर घूम कर स्कूलों में भर्ती की जाती हो
,,उन स्कूलों में व्यवस्था सुधारे बगैर अधिकारियिों के बच्चो को पढ़ाने का
हुक्म ,,संवेधानिक अधिकारों के उलंग्घन जैसा है ,,,,,,स्कूलों
के मास्टर तो जानवरो की गिनती ,,जनसंख्या सर्वे ,,पोलियो उन्मूलन
,,,,चुनाव सहित दूसरे कामो में लगाये जाते है ,स्कूलों के अध्यापको पर
ट्रांसफर की तलवार हमेशा लटकी रहती है ,,हालात यह है के इंग्लिश के अध्यापक
से संस्कृत ,,उर्दू के अध्यापक से संस्कृत ,,, विज्ञानं के अध्यापक से
अंग्रेजी जैसे विषय उल्ट सुलट कर पढ़ाये जा रहे है ,,,स्टफिंग पैटर्न के नाम
पर लूट है तो स्कूलों में ट्रांसफर उद्योग से सभी शिक्षक पीड़ित है
,,स्कूलों में प्रयोग किये जाते है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,ऐसे में इन
स्कूलों की व्यवस्था सुधारने के लिए पहले अतिरिक्त बजट और सुझाव लेकर
सरकारी स्कूलों की हालत बदलने ,,स्कूलों में पुख्ता इंतिज़ाम करने ,,,पढ़ाई
के वातावरण के लिए स्कूल के अध्यापकों में ट्रांसफर का असमंजस खत्म करने
,,स्पेशल ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाने ,,राजनितिक द्वेषता से अलग रखने
,,,,,सहित महत्वपूर्ण सुधार कार्यक्रम लागु किये जाए ,,,,,,,,,,अख्तर खान
अकेला कोटा राजस्थान
एक बढ़े आंदोलन के लिए अब उर्दू के हमदर्दों को तय्यार होना ही है
दोस्तों एक बढ़े आंदोलन के लिए अब उर्दू के हमदर्दों को तय्यार होना ही है
,,,सरकार की हठधर्मिता के चलते ,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान द्वारा किये गए
सभी प्रयास विफल साबित हो रहे है ,,सरकार के शिक्षा निदेशक ,,मुख्य शिक्षा
सचिव ,,मुख्यमंत्री सचिव ,,जिला शिक्षा अधिकारी ,,,,उप निदेशक शिक्षा
,,,विधायक ,,सांसद ,,,जन्पर्तीिनिधि सहित सभी अधिकारी चाहते है के राजस्थान
में उर्दू यथावत रहे ,,सर्वे के मुताबिक़ कोटा सहित सभी जिला शिक्षा
अधिकारीयों ने उर्दू वापस सभी स्कूलों में खोलने के प्रस्ताव भेजे
है ,,,,,,ऐसे में मुख्यमंत्री कार्यालय से भी इस मामले में सहमति बनी है
लेकिन केवल एक ज़िद्दी हठधर्मी शख्सियत की वजह से राजस्थान में संशोधित
स्टफिंग पैटर्न सूचि में से फिर उर्दू के विषय हटा दिए गए है और उर्दू
यथावत रखने के प्रस्ताव शिक्षा अधिकारी कोटा द्वारा जो भिजवाये गए थे वोह
द्वेषतापूर्ण कार्यवाही करते हुए कचरे की टोकरी में डाल दिए गए है ,,,,ऐसे
में दोस्तों आगे की रणनीति बनाने के लिए तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान की एक
एमरजेंसी मीटिंग सरपरस्त क़ाज़ी ऐ शहर कोटा अनवार अहमद की सरपरस्ती में शाम
को टिपटा स्थित अल्लामा इक़बाल लाइब्रेरी हॉल में रखी गई है
,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
मानो न मानो
आखिर पति के लिए
पत्नी क्यों जरूरी है??
मानो न मानो
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जब तुम दुःखी हो तो वो तुम्हे
कभी अकेला नहीं छोड़ेगी।।
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हर वक्त, हर दिन तुम्हे तुम्हारे अन्दर
की बुरी आदतें छोड़ने को कहेगी।।
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हर छोटी छोटी बात पर तुमसे
झगड़ा करेगी, परंतु ज्यादा देर
गुस्सा नहीं रह पाएगी।।
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तुम्हें आर्थिक मजबूती देगी।।
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कुछ भी अच्छा ना हो फिर
भी तुम्हें यही कहेगी- चिन्ता मत
करो, सब ठीक हो जाएगा।।
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तुम्हें समय का पाबंद बनाएगी।।
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यह जानने के लिए कि तुम क्या कर
रहे हो, दिन में 15 बार फोन करके
हाल पूछेगी।।
.
.
.
कभी कभी तुम्हे खीझ
भी आएगी पर सच यह है कि तुम कुछ
कर नहीं पाओगे।।
..
..
चूंकि पत्नी ईश्वर का दिया एक
स्पेशल उपहार है, इसलिए
उसकी उपयोगिता जानो और
उसकी देखभाल करो।।
ये मैसेज हर विवाहित पुरुष के
मोबाइल मे होना चाहिए,
ताकि उन्हें
अपनी पत्नी के महत्व
का अंदाजा हो
अंत में हम दोनों ही होंगे !!!.
भले ही झगड़ें, गुस्सा करें,
एक दूसरे पर टूट पड़ें
एक दूसरे पर दादागिरि करने के
लिए, अंत में हम दोनों ही होंगे...
जो कहना है, वह कह ले
जो करना है, वह कर ले
एक दूसरे के चश्मे और
लकड़ी ढूंढने में,
अंत में हम दोनों ही होंगे
मैं रूठूं तो तुम मना लेना,
तुम रूठो तो मैं मना लूंगा
एक दूसरे को लाड़ लड़ाने के लिए..
अंत में हम दोनों ही होंगे
आंखें जब धुंधली होंगी,
याददाश्त जब कमजोर होगी
तब एक दूसरे को एक दूसरे
में ढूंढने के लिए,
अंत में हम दोनों ही होंगे
घुटने जब दुखने लगेंगे,
कमर भी झुकना बंद करेगी
तब एक दूसरे के पांव के नाखून काटने के लिए,
अन्त में हम दोनों ही होंगे
"अरे मुुझे कुछ नहीं हुआ,
बिलकुल नॉर्मल हूं"
ऐसा कह कर एक दूसरे को
बहकाने के लिए
अंत में हम दोनों ही होंगे
साथ जब छूट जाएगा,
विदाई की घड़ी जब आ जाएगी
तब एक दूसरे को माफ करने के लिए
अंत में हम दोनों ही होंगे..
युवा नेता" बनने की विधि. .
कुल लागत/इन्वेस्टमेंट : 15 लाख
आवश्यक सामग्री :- 1 SUV दस-बारह लाख की ।।
सफ़ेद कलफ लगे कुर्ते-पजामे, सफ़ेद लिनेन के शर्ट पेंट ।।
सोने की 2 चेन ।।
सोने की अंगूठी-ब्रेसलेट ।।
2 आई फोन ।।
ब्रांडेड जूते-सेंडिल ।।
ब्रांडेड कलाई घडी ।।
1 चश्मा Ray ban का ।।
क्लासिक का सिगरेट पैकेट ऑफर करने के लिए ।।
रजनीगंधा का डिब्बा ।।
4-6 जी हुजूरी करते चेले..
कैसे बने :- अपने SUV के नंबर प्लेट में नंबर की जगह अपनी पार्टी के झंडे का चिन्ह बनवाये और अपने 4-6 चेलो को अपनी SUV में सदैव
बैठा कर रखे।।
SUV में बैठ के मोबाइल कान में ही लगा के रखे..
भले ही आप काले हो और ये वस्त्र आप पर जमे नहीं पर अपनी देह को सफ़ेद कुर्ते-पजामे और सोने
के आभूषण से सुसज्जित करे..
और किसी भी एक बड़े
नेता के इर्द गिर्द परिक्रमा प्रारम्भ करे..
अपने नेता को प्रसन्न करने के लिए "मंच-माइक-माला" की यथासंभव ज्यादा से ज्यादा व्यवस्थाये करे..
नेता जी के आगे पीछे
घूमते हुए उनकी "सेवा-पूजा" करते रहे, अपने नेता जी के साथ और उनके भी नेता जी के साथ फोटो खिंचवा कर घर एवं अपने व्यापारिक
प्रतिष्ठान में लगावे..
हर छोटे बड़े कार्यक्रम, त्यौहार, जन्मदिन पर पुरे शहर में फ्लेक्स लगवाये..
मीडिया के लोगो से सेटिंग कर अपनी फ़ोटो अखबारो में छपाते रहे..
समय समय पर अपने क्षेत्र में
चतुर्थ श्रेणी के सरकारी अधिकारियों पर रौब झाड़ते रहे..
* भले ही घर का आटा भी पीसाने नहीं गए हो पर लोगो से मिलकर उनके काम करे
* भले माता पिता की रत्ती भर सेवा और प्यार से बात न की हो पर लोगो से हमेशा हाथ जोड़कर और कोमलता से ही बात करे
* अपने छर्रे तमंचो के छोटे फ़ोटो भी साथ में फ्लेक्स पर लगवाते रहे और नास्ता पानी की व्यवस्था कराते रहे
तभी वो आपके आसपास मंडराएंगे
* भले ही कितने पापी हो और बचपन से मंदिर नहीं गए हो पर समय समय पर धार्मिक अनुष्ठान, यज्ञ और भंडारों में अपनी उपस्थिति और भजन का आयोजन कराते रहे । ध्यान रखे इसमें भी होर्डिंग बाजी जरुरी है
* भजन आयोजन में भले ही आवाज फटे बाँस जेसी हो पर कभी कभी भजन भी गए
* मोबाइल के साथ, कभी दाढ़ी में, काले चश्मे में, तिलक लगाकर हाथ जोड़े हुए फ़ोटो फ्लेक्स पर लगाते रहे ताकि जनता हर रूप में पहचानने लगे
*प्रदर्शन में बाद चढ़कर हिस्सा ले और ध्यान रखे की पेपर की फोटो और टीवी न्यूज़ में आप ज्यादा दिखे.... इसके लिए थोडा ख़र्च भी करें ..ताकि आप मीडिया में दीखते रहें
*रैली में लोगो की गाडी में 100 रुपये का पेट्रोल भरा कर नास्ता पानी करा के रैली में ज्यादा से ज्यादा लोगो को इक्ठ्ठा करने की जुगाड़ करे
* वादे ,झूट और आस्वासन देंना सीखे
लो जी अब तैयार हैं शहर
का एक और युवा नेता..
***** ये 15 लाख लागत नहीं इन्वेस्टमेंट है कोई पद मिलने पर इसका 1000 गुना रिटर्न पक्का है..
विश्व की 5 वीं सबसे बड़ी मस्जिद
आज हमारे देश के PM आबु धाबी जा रहे है. सबसे पहले जिस जगह जाएंगे वह है
शेख ज़ायद मस्जिद. जो विश्व की 5 वीं सबसे बड़ी मस्जिद है. इसके निर्माण का
विवरण----
लागत--- 3 हजार करोड़ रू
क्षेत्रफल--- 40 एकड़
विशेषता--- बेशकीमती हीरे और 24 केरेटgold लगा है
1000 पिल्लर और 800 के लगभग गुम्बद बने है. यहां के लिए स्पेशल कालिन ईरान से बन कर आया है जिसका वजन 350 टन है. इसमें एक ही समय पर 40 हजार लोग नमाज़ पड़ सकते है. इसको देखने रोज हजारो पर्यटक आते है. इसकी दो खूबसुरत विडियो देखें
लागत--- 3 हजार करोड़ रू
क्षेत्रफल--- 40 एकड़
विशेषता--- बेशकीमती हीरे और 24 केरेटgold लगा है
1000 पिल्लर और 800 के लगभग गुम्बद बने है. यहां के लिए स्पेशल कालिन ईरान से बन कर आया है जिसका वजन 350 टन है. इसमें एक ही समय पर 40 हजार लोग नमाज़ पड़ सकते है. इसको देखने रोज हजारो पर्यटक आते है. इसकी दो खूबसुरत विडियो देखें
सच्चे मुसलमान के दिल की आवाज
__________________
हम मुसलमानो के हांथो में शहनाई
थमा दी जाती है तो हम उस्ताद
बिस्मिल्लाह खान बन जाते।
हमारे हांथो में तब ला थमा दिया जाता है
तो हम जाकिर हुसैन साहब बनजाते हैं,
हमारे हांथो में म्यूजिक थमा दिया जाता है
तो हम आस्कर जीतने वाले
ए० आर० रहमान बन जाते हैं,
हमारे हांथो में कंही दिलकश
अदाकारी थमा दिया जाता है
युसूफ <दिलीपकुमार>बन जाते हे।
हमारे हांथो में कंही दिलकश आवाज के देश
की शान
मुहम्मद रफी बन जाते हे।
हमारे हाँथ में टेनिस का रैकेट
थमा दिया जाता है तो हमारी बहने
सानिया मिर्ज़ा बन जाती हैं,
हमारे हाँथ में जब साइंस थमा दी जाती है
तो हम
अब्दुल कलाम बन जाते हैं,
वतन का जज्बा थमा दिया तो
अशफाक़उल्ला खान कही अब्दुलहमीद खान बन
जाते हे ,
क्या हर बात की शहादत दे हजारो दीन के
उलेमा कुर्बान हुए जंगे आजादी में ,
हमारे हाँथ में जब गेंद और
बल्ला पकड़ा दिया जाता है तो हम
नबब पटेदि अली खान और जाहिर खान बन
जाते हैं,
क्योंकि हमें अव्वल रहने की आदत है,
हमारे कदम लड़खड़ाए तो हम
हाजी मस्तान भी बन गये हों,
हमे तालीम चाहिए हम जालिम नही हे , हमे
रोजगार दे दो हम हुनरमंद हे ,
हम मरकजे इल्म हे ,हमे दहशतगर्द मत समझो ,
इस जमीं पर सजदा भी हम पाक होकर करते हे ,
मर कर भी इस ख़ाके वतन
की मिटटी में पाक
ही दफ्न होंगे ,
कुरान का सिखाया हुआ हर लफ्ज रवां हे , उस पर हर मुसलमान का इमां पक्का हे ,
मरते मर जायंगे पर वतन से गद्दारी नही करेंगे , ये सच्चे मुसलमा का वादा हे
दोस्तों लम्बी उम्र ,,लेकिन जवानी पर स्थगन आदेश
दोस्तों लम्बी उम्र ,,लेकिन जवानी पर स्थगन आदेश ,,,पोता ,,पोती ,,लेकिन
खुद नोजवान ,,,,मुस्कुराहट इनकी जागीर ,,हर दिल अज़ीज़ होने की ख़ुशी इनका
खजाना है ,,जी हाँ में बात कर रहां हूँ अधेड़ हो चुके ,,नोजवान भाई महेश
शर्मा एडवोकेट की जो सामाजिक सरोकार के साथ साथ अपने व्यवसायिक सम्वर्धन
में अव्वल रहते है ,,,,,,एडवोकेट महेश शर्मा यूँ तो किसी परिचय के मोहताज
नहीं ,,यह वरिष्ठतम वकील स्वर्गीय मदन लाल शर्मा पूर्व चेयरमेन बार कोंसिल
ऑफ़ राजस्थान के सुपुत्र है इनके पिता राजस्थान में इन्साफ की लड़ाई
और समाजवादी के संघर्ष के ऐतिहासिक हस्ताक्षर है ,,जिनका कोटा के समाजवाद
संघर्ष के इतिहास में अव्वल स्थान है ,,महेश शर्मा के आदर्श उनके पिता,,जो
इनके उस्ताद ,,मार्गदर्शक भी रहे है ,,,,,,,,,,,चेहरे पर हंसी ,,जुबान में
मिठास ,,लहजे में अपना पन इनका ऐसा हुनर है जो इन्हें हर दिल अज़ीज़ बना देता
है ,,महेश शर्मा छात्र जीवन से ही संघर्ष शील रहे है ,,छात्र आन्दोलन से
जुड़े महेश शर्मा कोटा अभिभाषक परिषद में भी युवा अभिभाषको को एक कर उनमे
एकेडमिक उत्साहवर्धन करने में कामयाब रहे ,,महेश शर्मा गुर्जर गॉड युवा
ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रिय अध्यक्ष रहे है ,,,इस दोरान इन्होने समाज के
युवाओं में दहेज़ प्रथा खत्म करने ,,बेटियों को पढाने ,,उन्हें छात्रव्रत्ति
दिलवाकर उनकी जरूरते पूरी करने का पाठ पढाया और देश भर में युवा
ब्राह्मणों में राष्ट्रभक्ति के साथ सामजिक सुधार मामले में शक्ति का संचार
पैदा किया ,,,,,महेश शर्मा के बगेर लोकतंत्र अधुँरा सा लगता है ,,,,अधिकतम
संस्थाओ और खासकर कोटा अभिभाषक परिषद के वार्षिक चुनाव महेश शर्मा ही
शानातिपूर्ण तरीके से करवा रहे है ,,एडवोकेट महेश शर्मा वकालत व्यसाय में
पारंगत है ,,कानून के ज्ञाता है ,,,,,इनकी पेरवी इनके पक्षकारो में जीत का
भरोसा होती है ,लेकिन यह कानून का दुरूपयोग नहीं करते ,,,,,,,महेश शर्मा
कोटा प्रेस क्लब सहित दर्जनों समाज सेवी संस्थाओ के साथ जुड़ कर सेवा
कार्यों में लगे है ,,अभी हाल ही में एडवोकेट महेश शर्मा को नयापुरा स्थित
जानकी नाथ मन्दिर का महासचीव निर्वाचित किया है और इस मन्दिर से सम्बन्धित
श्रद्धालुओं के कल्याणकारी कार्यक्रम सहित श्रद्धा कार्यक्रमों और धार्मिक
आयोजनों में महेश शर्मा द्वारा किये गए कार्य सराहनीय है ,,,,,,ऐसे नोजवान
,,सभी के हमदर्द ,,हर दिल अज़ीज़ खुश मिजाज़ एडवोकेट महेश शर्मा को उनके किये
गए कार्यों के लिए मुबारकबाद ,,बधाई ,,,सेल्यूट ,,,,,,,अख्तर खान अकेला
कोटा राजस्थान
पुलिस ने 'डैडी' के बारे में पूछा तो 2 मिनट की चुप्पी के बाद कहा-वे मेरे पति हैं
मुंबई. दहेज उत्पीड़न और प्रॉपर्टी हड़पने जैसे आरोपों का
सामना कर रहीं सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां ने बुधवार को मुंबई पुलिस के
सामने हाजिरी लगाई। पुलिस ने दहेज उत्पीड़न के मामले में कांदिवली थाने में
राधे मां से पूछताछ की। 25 मिनट तक चली पूछताछ में राधे मां से 23 सवाल
पूछे गए। पुलिस ने इनमें से कई सवाल उस व्यक्ति के बारे में पूछे जो
'डैडी' के नाम से जाना जाता है। राधे मां के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाली
पीड़िता ने अपने शिकायत में 'डैडी' का कई बार जिक्र किया है। राधे मां ने
'डैडी' के बारे में बताया कि वह उनके पति हैं। लेकिन इससे पहले उन्होंने
लगभग 2 मिनट तक चुप्पी साधे रखी।
'मेरे ऊपर कोई आरोप नहीं'
करीब आधे घंटे तक पुलिस स्टेशन में रहीं राधे मां ने करीब सभी सवालों
को खारिज करते हुए कहा कि उनके ऊपर कोई भी आरोप नहीं है। गौरतलब है कि राधे
मां पर दहेज उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराने वाली महिला ने आरोप लगाया है
कि राधे मां ने उसके ससुराल वालों को उकसाया था कि वे अपनी बहू से दहेज
मांगें। महिला के ससुराल वाले राधे मां के भक्त हैं।
राधे मां से पुलिस ने पूछे गए 23 सवाल और उनके जवाब:
पुलिस- आपने पीड़िता या उसके परिवार से पैसे की मांग की थी?
राधे मां- जी नहीं, मैने कभी एक रुपया भी नहीं लिया।
राधे मां- जी नहीं, मैने कभी एक रुपया भी नहीं लिया।
पुलिस- आप पीड़ित और उसके परिवार से नाराज क्यों थीं?
राधे मां- विवाद है, लेकिन अभी इस पर जवाब नहीं दे सकती।
पुलिस- पीड़िता और उसके पति के बीच के विवाद की आपको जानकारी थी?
राधे मां- हां।
पुलिस- उनके बीच विवाद की वजह क्या आप थीं?
राधे मां- विवाद तो है, लेकिन वजह इस वक्त याद नहीं है.
राधे मां- हां।
पुलिस- उनके बीच विवाद की वजह क्या आप थीं?
राधे मां- विवाद तो है, लेकिन वजह इस वक्त याद नहीं है.
पुलिस- आपके खिलाफ शिकायत करने वाली पीड़िता ने अपने बयान में कई बार 'डैडी' का जिक्र किया है, कौन है ये डैडी? इससे आपका क्या रिश्ता है?
राधे मां- वो मेरे पति हैं।
पुलिस-ये डैडी अब कहां हैं।
राधे मां- फिलहाल वो दुबई में हैं।
पुलिस- डैडी कितने साल से दुबई में हैं ?
राधे मां- 20 साल से ज्यादा हो गए।
पुलिस- क्या आप अभी भी डैडी के संपर्क में हैं?
राधे मां- हां वो मेरे पति हैं और संपर्क में हैं, कभी-कभी मिलते भी हैं।
राधे मां- वो मेरे पति हैं।
पुलिस-ये डैडी अब कहां हैं।
राधे मां- फिलहाल वो दुबई में हैं।
पुलिस- डैडी कितने साल से दुबई में हैं ?
राधे मां- 20 साल से ज्यादा हो गए।
पुलिस- क्या आप अभी भी डैडी के संपर्क में हैं?
राधे मां- हां वो मेरे पति हैं और संपर्क में हैं, कभी-कभी मिलते भी हैं।
पुलिस- क्या आप पंजाब आती जाती रहती हैं?
राधे मां- जब कोई प्रोग्राम होता है तो जाते हैं।
राधे मां- जब कोई प्रोग्राम होता है तो जाते हैं।
पुलिस- क्या आपका पंजाब में घर है।
राधे मां- हां।
पुलिस- पंजाब में कहां? राधे मां- हां।
राधे मां- होशियारपुर में।
पुलिस- पंजाब की ये प्रॉपर्टी किसकी है।
राधे मां- कोई जवाब नहीं कहा, मेरे नाम पर नहीं है।
पुलिस- आपकी प्रॉपर्टी कहां-कहां है ?
राधे मां- मेरे नाम पर कोई प्रॉपर्टी नहीं है।
एक औरत
एक औरत को शादी के कई साल बाद ख्याल आया कि अगर वो अपने पति को छोड़ के चली जाए तो वो कैसा महसूस करेगा।
ये विचार आते ही उसने एक कागज लिया और उसपे लिखा ," अब मै तुम्हारे साथ और नहीं रह सकती,मै उब गयी हु तुम्हारे साथ से,मै घर छोड़ के जा रही हु हमेशा के लिए।"
उस पत्र को उसने टेबल पे रखा और जब पति के आने का टाइम हुआ तो उसकी प्रतिकिरया देखने के लिए बेड के निचे छुप गयी।
पति आया और उसने टेबल पे रखा पत्र पढ़ा। कुछ देर की चुप्पी के बाद उसने पत्र के निचे कुछ लिखा।
फिर वो खुशी की सिटी बजाने लगा,गीत गाने लगा,डांस करने लगा और कपडे बदलने लगा,इसी दौरान उसने अपने फोन से किसी को फोन लगाया और कहा " आज मै एकदम मुक्त हो गया,शायद मेरी मुर्ख पत्नी को समझ आ गया की वो मेरे लायक ही नहीं थी,आज वो घर से हमेशा के लिए चली गयी,अब मै आजाद हु तुमसे मिलने के लिए,मै आ रहा हु कपडे बदल कर तुम्हारे पास,तुम तैयार हो के मेरे घर के सामने वाले पार्क में आ जाओ अभी"
कपडे बदल कर पति बाहर निकल गया, आंसू भरी आँखों से पत्नी बेड के निचे से निकली और कांपते हाथो से पत्र के निचे लिखी लाइन पढ़ी जिसमे लिखा था....
बेड के नीचे से पैर दिख रहे है बावली...पार्क के पास वाली दुकान से सिगरेट ले के आ रहा हु तब तक चाय बना ले
ये विचार आते ही उसने एक कागज लिया और उसपे लिखा ," अब मै तुम्हारे साथ और नहीं रह सकती,मै उब गयी हु तुम्हारे साथ से,मै घर छोड़ के जा रही हु हमेशा के लिए।"
उस पत्र को उसने टेबल पे रखा और जब पति के आने का टाइम हुआ तो उसकी प्रतिकिरया देखने के लिए बेड के निचे छुप गयी।
पति आया और उसने टेबल पे रखा पत्र पढ़ा। कुछ देर की चुप्पी के बाद उसने पत्र के निचे कुछ लिखा।
फिर वो खुशी की सिटी बजाने लगा,गीत गाने लगा,डांस करने लगा और कपडे बदलने लगा,इसी दौरान उसने अपने फोन से किसी को फोन लगाया और कहा " आज मै एकदम मुक्त हो गया,शायद मेरी मुर्ख पत्नी को समझ आ गया की वो मेरे लायक ही नहीं थी,आज वो घर से हमेशा के लिए चली गयी,अब मै आजाद हु तुमसे मिलने के लिए,मै आ रहा हु कपडे बदल कर तुम्हारे पास,तुम तैयार हो के मेरे घर के सामने वाले पार्क में आ जाओ अभी"
कपडे बदल कर पति बाहर निकल गया, आंसू भरी आँखों से पत्नी बेड के निचे से निकली और कांपते हाथो से पत्र के निचे लिखी लाइन पढ़ी जिसमे लिखा था....
बेड के नीचे से पैर दिख रहे है बावली...पार्क के पास वाली दुकान से सिगरेट ले के आ रहा हु तब तक चाय बना ले
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