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23 अगस्त 2015

n, Shraavana Month, Lord Shiva, Shanidev, Incarnation Of Lord Shiva शिव ने दिया था विष्णु को सुदर्शन चक्र, ये हैं रोचक कथाएं जीवन मंत्र डेस्क Aug 23, 2015, 08:53 AM IST Print Decrease Font Increase Font Email Google Plus Twitter Facebook COMMENTS 0 1 of 4 Next शिव ने दिया था विष्णु को सुदर्शन चक्र, ये हैं रोचक कथाएं भगवान शिव आदि और अनंत है यानी न कोई इनकी उत्पत्ति के बारे में जानता है और न कोई अंत के बारे में। अनेक ग्रंथों में भगवान शिव की महिमा का वर्णन किया गया है। शिव से जुड़ी अनेक कथाएं में पुराणों में बताई गई हैं। सावन के पवित्र महीने में हम आपको भगवान शिव की वही रोचक कथाएं बता रहे हैं- भगवान शिव ने दिया था विष्णु को सुदर्शन चक्र भगवान विष्णु को हर चित्र व मूर्ति में सुदर्शन चक्र धारण किए दिखाया जाता है। यह सुदर्शन चक्र भगवान शंकर ने ही जगत कल्याण के लिए विष्णु को दिया था। इस संबंध में शिवपुराण की कोटिरुद्र संहिता में एक कथा है। उसके अनुसार- एक बार जब दैत्यों के अत्याचार बहुत बढ़ गए तब सभी देवता श्रीहरि विष्णु के पास आए। तब भगवान विष्णु ने कैलाश पर्वत पर जाकर भगवान शिव की विधिपूर्वक आराधना की। वे हजार नामों से शिव की स्तुति करने लगे। वे प्रत्येक नाम पर एक कमल का फूल भगवान शिव को चढ़ाते। तब भगवान शंकर ने विष्णु की परीक्षा लेने के लिए उनके द्वारा लाए एक हजार कमल में से एक कमल का फूल छिपा दिया। शिव की माया के कारण विष्णु को यह पता न चला। एक फूल कम पाकर भगवान विष्णु उसे ढूंढने लगे। परंतु फूल नहीं मिला। तब विष्णु ने एक फूल की पूर्ति के लिए अपना एक नेत्र निकालकर शिव को अर्पित कर दिया। विष्णु की भक्ति देखकर भगवान शंकर बहुत प्रसन्न हुए और श्रीहरि के समक्ष प्रकट होकर वरदान मांगने के लिए कहा। तब विष्णु ने दैत्यों को समाप्त करने के लिए अजेय शस्त्र का वरदान मांगा। तब भगवान शंकर ने विष्णु को सुदर्शन चक्र प्रदान किया। विष्णु ने उस चक्र से दैत्यों का संहार कर दिया। इस प्रकार देवताओं को दैत्यों से मुक्ति मिली तथा सुदर्शन चक्र उनके स्वरूप के साथ सदैव के लिए जुड़ गया।



शिव ने दिया था विष्णु को सुदर्शन चक्र, ये हैं रोचक कथाएं
भगवान शिव आदि और अनंत है यानी न कोई इनकी उत्पत्ति के बारे में जानता है और न कोई अंत के बारे में। अनेक ग्रंथों में भगवान शिव की महिमा का वर्णन किया गया है। शिव से जुड़ी अनेक कथाएं में पुराणों में बताई गई हैं। सावन के पवित्र महीने में हम आपको भगवान शिव की वही रोचक कथाएं बता रहे हैं-

भगवान शिव ने दिया था विष्णु को सुदर्शन चक्र

भगवान विष्णु को हर चित्र व मूर्ति में सुदर्शन चक्र धारण किए दिखाया जाता है। यह सुदर्शन चक्र भगवान शंकर ने ही जगत कल्याण के लिए विष्णु को दिया था। इस संबंध में शिवपुराण की कोटिरुद्र संहिता में एक कथा है। उसके अनुसार-
एक बार जब दैत्यों के अत्याचार बहुत बढ़ गए तब सभी देवता श्रीहरि विष्णु के पास आए। तब भगवान विष्णु ने कैलाश पर्वत पर जाकर भगवान शिव की विधिपूर्वक आराधना की। वे हजार नामों से शिव की स्तुति करने लगे। वे प्रत्येक नाम पर एक कमल का फूल भगवान शिव को चढ़ाते। तब भगवान शंकर ने विष्णु की परीक्षा लेने के लिए उनके द्वारा लाए एक हजार कमल में से एक कमल का फूल छिपा दिया। शिव की माया के कारण विष्णु को यह पता न चला। एक फूल कम पाकर भगवान विष्णु उसे ढूंढने लगे। परंतु फूल नहीं मिला।
तब विष्णु ने एक फूल की पूर्ति के लिए अपना एक नेत्र निकालकर शिव को अर्पित कर दिया। विष्णु की भक्ति देखकर भगवान शंकर बहुत प्रसन्न हुए और श्रीहरि के समक्ष प्रकट होकर वरदान मांगने के लिए कहा। तब विष्णु ने दैत्यों को समाप्त करने के लिए अजेय शस्त्र का वरदान मांगा। तब भगवान शंकर ने विष्णु को सुदर्शन चक्र प्रदान किया। विष्णु ने उस चक्र से दैत्यों का संहार कर दिया। इस प्रकार देवताओं को दैत्यों से मुक्ति मिली तथा सुदर्शन चक्र उनके स्वरूप के साथ सदैव के लिए जुड़ गया।

जयपुर की कोमल बनीं मिस राजस्थान, 500 मॉडल्स को पछाड़ कर पाया खिताब

मिस राजस्थान जयपुर की कोमल और दाएं हिुमाली पारीक।
मिस राजस्थान जयपुर की कोमल और दाएं हिुमाली पारीक।
जयपुर. प्रदेश की पांच सौ गर्ल्स के बीच दो महीने से भी अधिक विभिन्न दौर में चले मुकाबले के बाद रविवार को हुए फाइनल राउंड में जयपुर की कोमल महेचा ने मिस राजस्थान का खिताब जीत लिया। जवाहर सर्किल स्थित रोज गार्डन में हुए इस फाइनल मुकाबले में जयपुर की ही हिमाली पारीक ने फर्स्ट और सीप शर्मा ने सैकंड रनर अप का खिताब जीता। फाइनल राउंड में प्रदेश के विभिन्न शहरों की चुनी गईं 26 गर्ल्स ने हिस्सा लिया। इस दौरान इंट्रोडक्शन, वेस्टर्न और ट्रेडिशनल राउंड के जरिए इनके टैलेंट को पांच जजों की ज्यूरी ने परखा।
क्वेश्चन आंसर राउंड भी हुआ। जजेज के पैनल में वी चैनल सुपर सिंगर रवींद्र उपाध्याय भी थे। काॅन्टेस्ट के कनविनर मोहित सांड और योगेश मिश्रा ने बताया कि मिस राजस्थान काॅन्टेस्ट प्रदेश का सबसे पुराना ब्यूटी और टैलेंट काॅन्टेस्ट है। 1991 से 2001 तक चलने के बाद यह बंद हो गया था। चौदह साल बाद इसे फिर से चालू किया गया है। आखिरी बार अभिनेत्री जूही परमार ने यह खिताब जीता था।
छाया रवींद्र उपाध्याय का जादू
काॅन्टेस्ट के दौरान जज के रूप में मौजूद सुपर सिंगर रवींद्र उपाध्याय के गाए गीतों को वहां मौजूद लोगों ने खूब एंज्वाय किया। फाइनल ट्रेडिशनल राउंड रवींद्र के गाए केसरिया बालम गीत की धुन पर कोरियोग्राफ किया गया था।
ये है मिस राजस्थान का प्रोफाइल
नाम : कोमल महेचा, उम्र : 19 साल,
मां का नाम : रीटा सोनी,
पिता का नाम : विवेक सोनी,
अल्टीमेट ड्रीम : मिस इंडिया काॅन्टेस्ट में भाग लेकर विनर बनना,
हॉबी : कथक डांस,
गुरु : रेखा ठाकर

शुरूआती जीवन औरंगजेब


औरंगजेब का जन्म ४ नवम्बर १६१८ को दाहोद, गुजरात में हुआ था। वो शाहजहाँ और मुमताज़ की छठी संतान और तीसरा बेटा था। उसके पिता उस समय गुजरात के सूबेदार थे। जून १६२६ में जब उसके पिता द्वारा किया गया विद्रोह असफल हो गया तो औरंगजेब और उसके भाई दारा शिकोह को उनके दादा जहाँगीर के लाहौर वाले दरबार में नूर जहाँ द्वारा बंधक बना कर रखा गया। २६ फ़रवरी १६२८ को जब शाहजहाँ को मुग़ल सम्राट घोषित किया गया तब औरंगजेब आगरा किले में अपने माता पिता के साथ रहने के लिए वापस लौटा। यहीं पर औरंगजेब ने अरबी और फारसी की औपचारिक शिक्षा प्राप्त की।
औरंगजेब पवित्र जीवन व्यतीत करता था। अपने व्यक्तिगत जीवन में वह एक आदर्श व्यक्ति था। वह उन सब दुर्गुणों से सर्वत्र मुक्त था, जो एशिया के राजाओं में सामन्यतः थे। वह यति-जीवन जीता था। खाने-पीने, वेश-भूषा और जीवन की अन्य सभी-सुविधाओं में वह संयम बरतता था। प्रशासन के भारी काम में व्यस्त रहते हुए भी वह अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए क़ुरान की नकल करके और टोपियाँ सीकर कुछ पैसा कमाने का समय निकाल लेता था।
औरंगजेब ने बनवाया था बालाजी मंदिर!
वैसे तो मुगल शासक औरंगजेब हिंदुओं के मंदिर तुड़वाने और धार्मिक कट्टरता के लिए बदनाम रहा। लेकिन भगवान श्रीराम की तपोस्थली चित्रकूट के मंदाकिनी तट पर 'बालाजी मंदिर' बनवाकर उसने धार्मिक सौहार्द की मिसाल भी कायम की थी। इतना ही नहीं हिंदू देवता की पूजा-अर्चना में कोई बाधा न आए इसलिए उसने इस मंदिर को 330 बीघा बे-लगानी कृषि भूमि भी दान की थी।
उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड के प्रसिद्ध तीर्थस्थल चित्रकूट में भगवान श्रीराम ने अपने बारह वर्ष वनवास के बिताए थे। इसी से यह हिंदू समाज के लिए विशेष श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है। यहां हर माह की अमावस्या को देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जमा होती है। यहां कुछ ऐसे भी ऐतिहासिक मंदिर हैं जो धार्मिक सद्भावना की मिसाल कायम किए हैं। इनमें से एक है मंदाकिनी नदी के किनारे गोपीपुरम का बालाजी मंदिर।
इसका निर्माण मुगल शासक औरंगजेब ने 328 साल पहले सन् 1683 में कराया था। जिसके अभिलेखीय प्रमाण अब भी मौजूद हैं। इतना ही नहीं इस मंदिर में विराजमान भगवान 'ठाकुर जी' की पूजा-अर्चना में कोई बाधा न आए इसके लिए आठ गांवों की 330 बीघा कृषि भूमि दान कर लगान (भूमि कर) भी माफ किया था।

sunday की छुट्टी का कारण

भारत में sunday की छुट्टी का कारण
हमारे ज्यादातर लोग sunday
की छुट्टी का दिन enjoy करने
में लगाते है।
उन्हें लगता है, की हम इस sunday
की छुट्टी के हक़दार है।
क्या हमें ये बात का पता है,
की sunday के दिन हमें
छुट्टी क्यों मिली? और ये
छुट्टी किस
व्यक्ति ने हमें
दिलाई? और इसके पीछे उस महान
व्यक्ति का क्या मकसद
था? क्या है इसका इतिहास?
साथियों, जिस व्यक्ति की वजह से हमें
ये छुट्टी हासिल
हुयी है, उस महापुरुष का नाम है
"नारायण मेघाजी लोखंडे".
नारायण मेघाजी लोखंडे ये जोतीराव
फुलेजी के सत्यशोधक
आन्दोलन के कार्यकर्ता थे। और
कामगार नेता भी थे।
अंग्रेजो के समय में हफ्ते के सातो दिन
मजदूरो को काम
करना पड़ता था। लेकिन "नारायण
मेघाजी लोखंडे" जी का ये
मानना था की,
हफ्ते में सात दिन
हम अपने परिवार के लिए काम करते है।
लेकिन जिस समाज
की बदौलत हमें नौकरियाँ मिली है, उस
समाज
की समस्या को सुलझाने के लिए हमें एक दिन
छुट्टी मिलनी चाहिए।

उसके लिए उन्होंने अंग्रेजो के सामने
1881 में प्रस्ताव रखा।
लेकिन अंग्रेज ये प्रस्ताव मानने के लिए
तयार नहीं थे। इसलिए
आख़िरकार नारायण
मेघाजी लोखंडे जी को इस Sunday
की छुट्टी के लिए 1881 में आन्दोलन
करना पड़ा। ये आन्दोलन
दिन-ब-दिन बढ़ते गया। लगभग 8 साल
ये आन्दोलन चला।
आखिरकार 1889 में
अंग्रेजो को sunday
की छुट्टी का ऐलान
करना पड़ा।
ये है इतिहास।
क्या हम इसके बारे में जानते है?
जहाँ तक
मेरी जानकारी है, कई पढ़े-लिखे लोग
भी इस बात
को नहीं जानते होंगे। अगर
जानकारी होती तो Sunday के दिन
enjoy नहीं करते....समाज का काम
करते....और अगर समाज
का काम ईमानदारी से करते तो समाज में
अशिक्षा, भुखमरी, सूचनाओं की कमी, बेरोजगारी, बलात्कार, गरीबी,
लाचारी जैसी समस्याओं का निपटारा हो चूका होता।
भाइयों, इस sunday की छुट्टी पर
हमारा हक़ नहीं है, इसपर
"समाज" का हक़ है।
मुमकिन है आज तक हम इस बात से अंजान थे, लेकिन अगर आज
हमें मालूम हुआ है तो आज से ही Sunday
का ये दिन हम "Mission Day" के रूप में मनायेंगे।
आज रविवार है किसी भी कार्य का प्रांरभ करके कार्यशील बने।

साइंस के लिए पहेली से कम नहीं है ये शिवलिंग, रोज 3 बार बदलता है अपना रंग

राजस्थान के धौलपुर में स्थित शिवलिंग।
राजस्थान के धौलपुर में स्थित शिवलिंग।
धौलपुर. सावन के पवित्र महीने में भगवान शिव की पूजा का खास महत्व होता है। भोले भंडारी भी इस दौरान अपने भक्तों को निराश नहीं करते हैं और खुलकर मुरादें पूरी करते हैं। राजस्थान के धौलपुर में चम्बल नदी के बीहड़ों में स्थित अचलेश्वर महादेव मंदिर पर इन दिनों भक्तों का तांता लगा हुआ है। इसकी कारण है यहां का चमत्कारिक शिवलिंग, जो दिन में 3 बार अपना रंग बदलता है। dainikbhaskar.com आपको बता रहा है धौलपुर के इस ऐतिहासिक मंदिर से जुड़ी खास बातें।
रोज 3 बार बदलता है शिवलिंग का रंग
धौलपुर का यह शिवलिंग दिन में 3 बार अपना रंग बदलता है। शिवलिंग का रंग दिन में लाल, दोपहर को केसरिया और रात को सांवला हो जाता है। ऐसा क्यों होता है इसका जवाब अब तक किसी वैज्ञानिक को नहीं मिल सका है। कई बार मंदिर में रिसर्च टीमें आकर जांच-पड़ताल कर चुकी हैं। फिर भी इस चमत्कारी शिवलिंग के रहस्य से पर्दा नहीं उठ सका है।
शिवजी की कृपा से मिलता है मनचाहा वर
चमत्कारी शिवलिंग के विषय में ऐसा माना जाता है कि जो भी कुंवारा या कुंवारी यहां शादी से पहले मन्नत मांगने आते हैं तो बहुत जल्दी उनकी मुराद पूरी हो जाती है। लड़कियों को मनचाहा वर भी शिवजी की कृपा से मिलता है। शिवलिंग की मान्यता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है।
एक हजार साल पुराना है शिव मंदिर
यहां आने वाले भक्तों की मानें तो शिव मंदिर करीब हजार साल पुराना है। बुर्जुगों बताते हैं कि मंदिर बीहड़ में होने से पहले यहां भक्त डर की वजह से कम आते थे, क्योंकि यहां जंगली जानवरों और दस्युओं का आना-जाना था। लेकिन अब हालात बदलने लगे हैं और दूर-दूर से लाखों की संख्या में भक्त यहां आने लगे हैं।

उर्दू को फिर से बहाल करने की मांग को लेकर कोटा सहित सभी ज़िलों में मोन जुलुस निकालकर विशाल प्रदर्शन करेंगे

तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के आह्वान पर आगामी दो ,सितम्बर को उर्दू के हमदर्द राजस्थान के स्कूलों में स्टाफिंग पैटर्न नियमों के खिलाफ बंद की गई उर्दू को फिर से बहाल करने की मांग को लेकर कोटा सहित सभी ज़िलों में मोन जुलुस निकालकर विशाल प्रदर्शन करेंगे ,,इस संबंध में आज तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान की बैठक में सरपरस्त कोटा शहर क़ाज़ी अनवार अहमद की बैठक में फैसला लिया गया ,,,,,,,,,, तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान की बैठक में आज सर्वसम्मति से राजस्थान सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा उर्दू के अध्यापकों के विधि विरुद्ध समाप्त किये गए पदो को पूर्ववत बहाल करने के पूर्ण आश्वासन और कोटा जिला शिक्षा अधिकारी सहित सभी शिक्षा अधिकारीयों द्वारा मांग करने के बाद भी अब तक पूर्ववत बहाल नहीं करने पर तहरीक की बैठक में सरकार के खिलाफ गुस्सा ज़ाहिर करते हेु निंदा प्रस्ताव भी पारित किया गया ,,,बैठक में अब तक उर्दू के पद बहाल नहीं करने पर नाराज़गी जताते हुए सभी सदस्यों ने एक मत होकर आगामी दो सितम्बर को कोटा में उर्दू के हमदर्द और समर्थकों का एक विशाल मोन जुलुस कोटा गुमानपुरा स्थित मल्टीपर्पस स्कूल से गुमानपुरा ,,,गीताभवन ,,सरोवर टाकिज़ ,,,जेन दिवाकर ,,अग्रसेन चौराहा होते हुए कलेक्ट्रेट तक पहुंच कर शांतिपूर्ण प्रदर्शन का फैसला किया ,,,बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार दो सितमबर को उर्दू के हमदर्द सभी लोग अपना कारोबार बंद रखकर उर्दू के अस्तित्व के इस मोन संघर्ष में शामिल होंगे ,,,,,,,,जुलुस को कामयाब बनाने के लिए तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान की एक बैठक आगामी उन्तीस अगस्त को सुबह दस बजे कोटा जंगलीशाह बाबा परिसर में रखने की घोषणा की गई जिसमे कोटा शहर सहित संभाग के प्रबुद्ध लोगों सहित उर्दू के शायर ,,कवियों ,,साहित्त्यकारों को भी आमंत्रित किया गया है ,,,बैठक में जुलुस को शांतिपूर्ण व्यस्थित तरीके से सफल बनाने के लिए विभिन्न कमेटियां बनाकर ज़िम्मेदारियाँ भी दी गई जो सभी क्षेत्रो में जाकर जनजागरण अभियान चलायेंगी ,,,,बैठक में राजस्थान के सभी ज़िलों में लोगों से सम्पर्क कर दो सितमबर को सभी ज़िलों में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपने के आह्वान करने का भी निर्णय लिया गया ,,,,,,,,,,,,बैठक में वक्ताओं ने कहा के हमारे सब्र का बहुत इम्तिहान हो चूका ,,हमारी वाजिब मांगो के मामले में सरकार और शिक्षा विभाग के अधिकारी गंभीर नहीं है इसलिए मजबूरी में यह क़दम उठाना पढ़ रहा है जो एक ऐतिहासिक प्रदर्शन होगा ,,,,,,,,,,,,,,,,बैठक में स्कूल के उर्दू पढ़ने के इच्छुक छात्र छात्राओ ने भी शांतिपूर्ण प्रदर्श की इच्छा ज़ाहिर की थी लेकिन इस संबंध में छात्र छात्रों को जिला कलेक्टर के नाम स्कूल के संस्था प्रधानो के ज़रिये आगामी इकत्तीस अगस्त को ज्ञापन देने की हिदायत देकर रुखसत किया गया ,,,बैठक की अध्यक्षता तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के सरपरस्त शहर क़ाज़ी अनवार अहमद ने की जबकि संचालन तहरीक के संयोजक एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने किया ,,,बैठक में नईमुद्दीन गुड्डू , खलील इंजीनियर ,,अज़ीज़ अंसारो ,,,अशफ़ाक़ हुसेन ,,,ज़फर चिश्ती ,,, साजिद खान अमीन खान ,,अज़ीम पठन ,एडवोकेट जमील अहमद ,,रईस नवाब ,,,ज़ाकिर हुसेन ,,शोएब खान ,,,,शफी खान ,,नायब क़ाज़ी ज़ुबेर अहमद ,,सैफुल्ला भाई ,,आसिफ खान ,,,,मुज़फ्फर राईन ,,,रफ़ीक़ बेलियम ,,,ज़ाकिर रिज़वी ,,,,,मुजाहिद भाई ,,,शराफत हुसेन ,,,,,सहित कई लोग शामिल थे ,,,,,,,,,,,बैठक के तुरंत बाद बाद कोटा शहर क़ाज़ी की सरपरस्ती में तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान का एक शिष्ट मंडल कोटा कलेक्टर डॉक्टर रवि कुमार सुरपुर से उनके निवास मिला और ज्ञापन सोंपु कर कोटा के सभी स्कूलों में पूर्ववत उर्दू के सभी पद बहाल करने की मांग की ,,,शिष्ट मंडल ने कलेक्टर को आगामी दो सितमबर को प्रस्तावित मोन प्रदर्शन की भी जानकारी दी ,,,,,,शिष्ट मंडल में शफी खान ,,नईमुद्दीन गुड्डू ,,अख्तर खान अकेला ,,ज़ाकिर हुसेन ,,,रईस नवाब शामिल थे ,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

वीके सिंह की बेटी भी रिटायर्ड फौजियों के साथ, मोदी सरकार से मांगा OROP




नई दिल्ली. वन रैंक वन पेंशन (OROP) की मांग कर रहे रिटायर्ड फौजियों के साथ अब विदेश राज्य मंत्री रिटायर्ड जनरल वीके सिंह की बेटी मृणालिनी सिंह भी आ गई हैं। रविवार को उन्होंने जंतर-मंतर पर पहुंच कर आंदोलन के समर्थन में आवाज उठाते हुए मोदी सरकार से OROP की मांग की। OROP को लेकर 12 जून से रिटायर्ड फौजी जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि गाजियाबाद से बीजेपी का सांसद चुने जाने से पहले मृणालिनी के पिता जनरल वीके सिंह आर्मी चीफ भी रह चुके हैं।
क्या कहा जनरल वीके सिंह की बेटी ने?
मृणालिनी ने कहा, ''मैं यहां एक रिटायर्ड फौजी की बेटी के रूप में आई हूं। मेरे दादाजी, मेरे पिता और मेरा पति भी फौजी हैं। हो सकता है कि मेरा बेटा भी एक फौजी ही बने। मुझे एक चीज पता है, मोदीजी जो कहते हैं वो करते हैं। यह कब लागू होगा, नहीं पता लेकिन वन रैंक वन पेंशन सच्चाई जरूर बनेगी। उम्मीद के साथ आई हूं कि हमारी सरकार जल्द ही इनकी (प्रदर्शन कर रहे रिटायर्ड फौजियों की) आवाज सुनेगी।''
: पूर्व सैनिकों ने राहुल को मंच पर चढ़ने से रोका, लगाए वापस जाओ के नारे)
क्यों उठी वन रैंक, वन पेंशन की मांग?
- रिटायर्ड फौजी लंबे समय से वन रैंक-वन पेंशन की मांग कर रहे हैं। वन रैंक-वन पेंशन की मांग को लेकर कई फौजियों ने अपने पदक लौटा दिए थे।
- छठा वेतन आयोग लागू होने के बाद 1996 से पहले रिटायर हुए सैनिक की पेंशन 1996 के बाद रिटायर हुए सैनिक से 82% कम हो गई। इसी तरह 2006 से पहले रिटायर हुए मेजर की पेंशन उनके बाद रिटायर हुए अफसर से 53% कम हो गई।
- मांग उठने की दूसरी वजह यह भी है कि चूंकि फौजी अन्य सरकारी कर्मचारियों की तुलना में जल्दी रिटायर हो जाते हैं, इसलिए उनके लिए पेंशन स्कीम अलग रखी जाए।
- केंद्र के नौकरशाह औसतन 33 साल तक सेवाएं देते हैं और अपनी आखिरी तनख्वाह की 50% पेंशन पाते हैं। आर्मी में सैनिक आमतौर पर 10 से 12 साल की उम्र में रिटायर हो जाते हैं और सैलरी की 50% से कम पेंशन पाते हैं।
क्यों हुई देरी?
सरकार इस पर विचार करती रही कि आर्मी, एयरफोर्स और नेवी के लिए यह योजना लागू करने के बाद कहीं दूसरे अर्द्धसैनिक बलों की तरफ से इस तरह की मांग न उठे। लेकिन केंद्र ने अब इस पेंशन योजना के लिए अलग प्रशासनिक और आर्थिक ढांचा तैयार कर लिया है। मार्च 2015 के पहले पूर्ण बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने डिफेंस पेंशन का कुल बजट 51 हजार करोड़ रुपए से 9% बढ़ाकर 54500 करोड़ रुपए कर दिया था।

उमर सी आई डी का आज कुन्हाड़ी स्थित नेहरू विकास समाज सेवी संस्थान के चेयरमेन सय्यद असद अली ने सम्मान किया

कोटा के प्रख्यात शायर ,,हर दिल अज़ीज़ समाज सेवक ,,, प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग कोटा संभाग के प्रचार सचिव ,,पूर्व पार्षद उमर सी आई डी का आज कुन्हाड़ी स्थित नेहरू विकास समाज सेवी संस्थान के चेयरमेन सय्यद असद अली ने सम्मान किया ,,,,,,,,सय्यद असद अली ने एक सादे समारोह में बहुमुखी प्रतीभा के धनी समाजसेवक उमर सी आई डी का सम्मान करते हुए कहा के कोटा की हर गली ,,हर मोहल्ले में दलित ,,गरीब और ज़रूरत मन्दो के खिदमत गार उमर सी आई डी को हाल ही में राजस्थान सरकार कोटा जिला प्रशासन द्वारा भी उनके अनुकरणीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया है लेकिन उमर सी आई डी के सेवा कार्यों के आगे यह सम्मान बहुत छोटा है ,,,,,,,,सम्मान समारोह में बोलते हेु प्रख्यात कवि ,,समाजसेवक उमर सी आई डी ने कहा के खल्क़े खिदमत ,,आम लोगों की खिदमत उनका बचपन का स्वभाव है और लोगों की दुआओ का ही नतीजा है जो मुझे आज आप सभी भाइयों का प्यार और सम्मान मिल रहा है ,,उन्होंने विहल होकर सय्यद असद अली को गले लगाते हे कहा के आम लोगों को उत्साहित करने के लिए नेहरू विकास समाज सेवी संस्थान द्वारा जो उत्साहवर्धन कार्यक्रम चलाये है उसकी कोटा के ज़रूरत मन्दो को बहुत ज़रूरत है ,,यह कहकर उमर सी आई डी ने छल छलाई आँखों से सय्यद असद अली को परम्परा के खिलाफ उलटे माला पहना कर एक मोमेंटो देकर सम्मानित कर दिया ,,,,सम्मान समारोह में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी कोटा संभाग अल्पसंख्यक विभग चेयरमेन अख्तर खान अकेला ,,,महासचिव प्रवक्ता तबरेज़ पठान मदनी ,,,,,रामपुरा अध्यक्ष प्रमोद लोधा ,,,,इरफ़ान खान ,,,,हाजी अज़ीज़ जावा ,,,,मौलाना रौनक खान ,,,,,,,,,वहीद खान ,,मुन्ना वहीद मदार बक़्श ,,पूर्व प्रधान रईस खान ,,शफी खान ,,,अब्दुल रशीद पेपरवाला ,,,,,,,,,,,साजिद खान ,,अब्दुल करीम खान ,,अशफ़ाक़ बाबा सहित कई लोग शामिल थे जिन्होंने भी उमर सी आई डी के सेवाकार्यों की प्रशंसा कर उन्हें माला पहना कर स्वागत किया ,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

गुजरात: बीजेपी माइनॉरिटी सेल के नेता और बेटे की हत्या, दो गिरफ्तार dainikbhaskar.com Aug 23, 2015, 20:47 PM IST Print Decrease Font Increase Font Email Google Plus Twitter Facebook COMMENTS 0 1 of 1 Next फाइल फोटो- बीजेपी नेता की हत्या के बाद मौका-ए-वारदात पर मौजूद पुलिस। फाइल फोटो- बीजेपी नेता की हत्या के बाद मौका-ए-वारदात पर मौजूद पुलिस। अहमदाबाद . गुजरात बीजेपी के अल्पसंख्यक नेता इलियास खान पठान और उनके बेटे की हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी इलियास के विरोधी अब्बास कचरा से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। पुलिस के मुताबिक इस घटना में अब्बास कचरा भी घायल हुआ है। घर में घुसकर बीजेपी नेता को मार डाला पुलिस के मुताबिक गुजरात बीजेपी अल्पसंख्यक सेल के नेता और हज कमेटी के सदस्य इलियास पठान पर शनिवार रात घर लौटते वक्त हथियारबंद बदमाशों ने हमला कर दिया।इलियास पर हमला करने वाले उनके विरोधी गुट से संबंध रखने वाले बताए जा रहे हैं। गांधीग्राम पुलिस के इंस्पेक्ट आरआर सोलंकी ने कहा, ‘ हमले के दौरान पठान के दो बेटे अकबर और आसिफ उन्हें बचाने के लिए दौड़े, लेकिन वे भी हमले में घायल हो गए।’ पुलिस के मुताबिक घटना के बाद तीनों लोगों को हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां इलाज के दौरान इलियास पठान और उनके छोटे बेटे आसिफ की मौत हो गयी, जबकि उनके बड़े बेटे अकबर की हालत स्थिर बनी हुई है। पुलिस के मुताबिक इस झड़प में अब्बास कचरा भी घायल हो गया है उसे भी अस्पताल ले जाया गया। उजागर नहीं की आरोपियों की पहचान पुलिस के मुताबिक इलियास पठान के छोटे बेटे अकबर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने फिलहाल इस मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों की पहचान उजागर नहीं की है। पुलिस के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच झड़प की वजह पुरानी व्यापारिक रंजिश बताई जा रही है। पुलिस ने कहा कि कचरा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है जबकि कचरा ने भी इलियास के बेटे अकबर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

फाइल फोटो- बीजेपी नेता की हत्या के बाद मौका-ए-वारदात पर मौजूद पुलिस।
फाइल फोटो- बीजेपी नेता की हत्या के बाद मौका-ए-वारदात पर मौजूद पुलिस।
अहमदाबाद . गुजरात बीजेपी के अल्पसंख्यक नेता इलियास खान पठान और उनके बेटे की हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी इलियास के विरोधी अब्बास कचरा से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। पुलिस के मुताबिक इस घटना में अब्बास कचरा भी घायल हुआ है।
घर में घुसकर बीजेपी नेता को मार डाला
पुलिस के मुताबिक गुजरात बीजेपी अल्पसंख्यक सेल के नेता और हज कमेटी के सदस्य इलियास पठान पर शनिवार रात घर लौटते वक्त हथियारबंद बदमाशों ने हमला कर दिया।इलियास पर हमला करने वाले उनके विरोधी गुट से संबंध रखने वाले बताए जा रहे हैं। गांधीग्राम पुलिस के इंस्पेक्ट आरआर सोलंकी ने कहा, ‘ हमले के दौरान पठान के दो बेटे अकबर और आसिफ उन्हें बचाने के लिए दौड़े, लेकिन वे भी हमले में घायल हो गए।’ पुलिस के मुताबिक घटना के बाद तीनों लोगों को हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां इलाज के दौरान इलियास पठान और उनके छोटे बेटे आसिफ की मौत हो गयी, जबकि उनके बड़े बेटे अकबर की हालत स्थिर बनी हुई है। पुलिस के मुताबिक इस झड़प में अब्बास कचरा भी घायल हो गया है उसे भी अस्पताल ले जाया गया।
उजागर नहीं की आरोपियों की पहचान
पुलिस के मुताबिक इलियास पठान के छोटे बेटे अकबर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने फिलहाल इस मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों की पहचान उजागर नहीं की है। पुलिस के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच झड़प की वजह पुरानी व्यापारिक रंजिश बताई जा रही है। पुलिस ने कहा कि कचरा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है जबकि कचरा ने भी इलियास के बेटे अकबर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

जानीये ईस्लाम धर्म के बारे में

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👉ईस्लाम - इस्लाम का अपना कानून है (शरीयत)
इस्लामी संविधान !
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान के साथ साथ उस देश के
कानून का पालन करने का हुक्म देता है जिस देश में आप रहते
हो !
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान में तिनके के बराबर
फेरबदल करनेवालों को इस्लाम से खारिज करदेता है।
👉 ईस्लाम -अपने मुल्क से मोहब्बत करना ईमान का एक हिस्सा
बताता है !
👉 ईस्लाम - सबसे पहले अपने पडोसी के दुःख में
साथ देने का हुक्म देता है !
👉 ईस्लाम - अगर कोई गरीब भूँखा सोने जा रहा है तो
पूरे मोहल्ले का खाना हराम करार देता है।
👉 ईस्लाम - अगर कोई मजबूर किसी गाव का ईद के
दिन नया कपडा न पहने तो सारे गाव वालो के नए कपडे को खराब
बताता है।
👉 ईस्लाम -किसी की बात की
चुगली करने से मना करता है।
👉 ईस्लाम - गरीब, यतीम , लाचार ,
की मदद करने का हुक्म देता है।
👉 ईस्लाम - किसी के माल को हड़पने को हराम करार
देता है।
👉 ईस्लाम - विधवा से
शादी करने का हुक्म देता है।
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान में बेटियों का मर्तबा बेटों
के मुकाबले में बड़ा है।
👉 ईस्लाम - भ्रूण हत्या को
क़त्ल संगीन अपराध
करार दिया है।
👉 ईस्लाम - किसी के साथ किये गए मदद के बदले में
एहसान ज़ाहिर ना करने की शिक्षा देता है।
👉 ईस्लाम- शोहरत के साथ दान करने से मना करता है।
👉 ईस्लाम - शराब को हराम करार देता है।
👉 ईस्लाम - जुआ खेलने को हराम जुए में
जीती गयी रकम को हराम
करार देता है।
👉 ईस्लाम - इस्लामी संविधान नारी जात को
पर्दा करने का हुक्म देता है ! क्योंकि इससे वह गलत नज़रों से
बच सकें।
🔻जो आजकल की लडकिया मुह पर कपडा बांधकर घर से बहार निकलती है।
👉 ईस्लाम - खून कत्ल करने वालों को बे मुद्दत
जहन्नमी करार देता है।
👉 ईस्लाम - कभी पहले वार न करने की
सबक देता है ! और तीसरे वार के बाद जबाब देने का
हुक्म देता है !
👉 ईस्लाम - स्नान करने का तरीका बताता है ! मुह
धोने से लेकर पैर धुलने तक तरीका बताता है।
👉 ईस्लाम - सोने के लिए लेटने का तरीका बताता है !
इस्लाम - इस्लाम मर्दों के लिए सोने चांदी के गहने
पहनने के लिए हराम करार देता है !
👉 ईस्लाम - खड़े होकर खाना खाने को हराम करार देता है।
👉 ईस्लाम - कुत्ता, बिल्ली, शेर, चूहा, सुवर, गधा,
घोडा, हांथी, तोता , गीध , कव्वा , आदि पंजो
से पकड़ कर भोजन करने वाले पसु तथा पंछियो के मांस को हराम
करार देता है।
👉 ईस्लाम - सूद व्याज के पैसों को सुवर के गोस्त के बराबर हराम
करार देता है !
👉 ईस्लाम - कुरआन पढ़ने का हुक्म देता है! कुरआन - में सबसे पहले जो शब्द आया है "इकरा" जिसका मतलब "पढ़ो" ऐसा होता है।और कुरआन
अल्लाह की पहचान बताता है।

अमेठी में स्‍मृति ईरानी ने कहा, गांधी परिवार ने कब्जा की साइकिल फैक्‍ट्री की जमीन

अमेठी. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्‍मृति ईरानी ने रविवार को राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में गांधी परिवार पर जमीन हथियाने का आरोप लगाया। उन्‍होंने कहा कि यहां लगभग 30 साल पहले सम्राट बाइसिकिल्‍स कंपनी की फैक्‍ट्री के लिए ली गई 65.57 एकड़ जमीन सोनिया गांधी की अध्‍यक्षता वाले राजीव गांधी ट्रस्‍ट के नाम कर दी गई है। उन्‍होंने अमेठी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ये आरोप लगाया।
यह जमीन इंडस्ट्रियल एरिया कौहार में उत्तर प्रदेश स्‍टेट इंडस्‍ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (यूपीएसआईडीसी) ने सम्राट बाइसिकिल्‍स को 90 साल की लीज पर दी गई थी। आरोपों के अनुसार, सम्राट बाइसिकिल्‍स ने पहले जमीन अवैध तरीके से अपने नाम दर्ज कराई। फिर फरवरी 2015 में यह नेहरू गांधी परिवार की ओर से संचालित राजीव गांधी ट्रस्‍ट के नाम कर दी।
स्‍मृति ईरानी ने नेहरू गांधी परिवार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस प्रोजेक्ट के जरिए इलाके का औद्योगिक विकास और युवाओं को रोजगार देना था, उसे राजीव गांधी ट्रस्‍ट के नाम कराकर देश के पहले सियासी परिवार ने अमेठी की जनता के साथ विश्‍वासघात किया। इस जमीन को रेवेन्यू रिकॉर्ड में सम्राट बाइसिकिल्‍स के नाम दर्ज कराने के संबंध में अमेठी के एडीएम ने यूपीएसआईडीसी के एक्सक्यूटिव इंजीनियर को इसी साल जून में एक चिट्ठी भी लिखी थी पड़ताल में पता चला कि इस फैक्‍ट्री में कुछ मशीनें लगाई गई थीं और कुछ दिन काम भी हुआ था।
स्मृति ने दिखाए दस्तावेज
केद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि जमीन को गांधी परिवार ने अपने नाम करा लिया। राहुल गांधी किसानों के हितैषी बनते हैं, लेकिन उन्हीं की जमीन को गलत तरीके से कब्जा कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि बीते 60 साल से कांग्रेस ने सिर्फ लोगों को धोखा दिया है। वह लोगों के इमोशन के साथ खेलते हैं।
जमीन देने के बाद भी लोगों को नहीं मिला रोजगार
अमेठी के ही रहने वाले नागेंद्र नारायण पाठक ने बताया कि उनके बुजर्गों की भी 5 बीघा जमीन सम्राट साइकिल फैक्ट्री के लिए ली गई थी। 64 बीघे में बनी इस फैक्ट्री के लिए लोगों को जमीन की मिलकियत के हिसाब से पैसा दिया गया था। लोगों को पांच हजार रुपए बीघे के हिसाब से पैसा मिला था। इसके अलावा रोजगार देने की बात भी कही गई थी, लेकिन फैक्ट्री बंद होने की वजह से रोजगार नहीं मिल पाया। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस ने सम्राट बाइसिकिल्स के नाम पर उनके साथ गद्दारी की है।

अब किसी बाबा को

अब किसी बाबा को विदेशों में रखा कालाधन वापस नहीं चाहिए, ना ही कोल्डड्रिंक अब खतरनाक है ...
अब किसी अन्ना को जनलोकपाल नहीं चाहिए ..
अब किसी जनरैलसिंह को भूतपूर्व सैनिकों के लिए कोई दर्द नहीं ....
अब प्याज के सत्तर अस्सी रू किलो होने पर भी कोई हाय हाय नहीं कर रहा और ना ही कोई अनेक देशों में पेट्रोल की कीमत की तुलना वाली सारणी दिखा रहा है .
बार्डर पर रेगुलर गोलीबारी और मौतों का ना तो किसी को अफसोस और ना ही किसी को एक के बदले दस सर चाहिए ...
अब कोई राष्ट्रवादी सुभाष चंद्र बोस की मौत का राज नहीं जानना चाहता , ना ही वाड्रा को जेल भेजना ...
आहा ! 'निगेटिविटी' से दूर ये दिन कितने अच्छे हैं , इसी चैन सुकून को तो रामराज कहते हैं

क़ुरआन का सन्देश

  
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