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24 अगस्त 2015

छेड़छाड़ के बाद लड़की ने FACEBOOK पर डाली आरोपी की फोटो, हुआ अरेस्ट


नई दिल्ली. रविवार रात तिलक नगर में छेड़छाड़ की शिकार हुई स्टूडेंट ने आरोपी की फोटो फेसबुक पर शेयर की और पुलिस में भी केस दर्ज कराया। इसके बाद सोमवार दोपहर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली महिला आयोग ने भी घटना की निंदा करते हुए पुलिस से एक्शन लेने की मांग की थी।
क्या है मामला?
पीड़ित लड़की ने फेसबुक पेज ‘INDIAN ARMY KIDS’ पर घटना की जानकारी देते हुए लोगों से इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करने की अपील की थी। उसने फेसबुक पेज पर लिखा कि रविवार रात करीब आठ बजे वह तिलक नगर के एक ट्रैफिक सिग्नल पर रुकी। तभी उसकी गाड़ी के बगल में एक रॉयल एनफील्ड आकर रुकी। स्टूडेंट ने लिखा, “उस आदमी ने मुझ पर गंदे कमेंट्स किए। मैंने अपने फोन से आरोपी की फोटो ली और उससे कहा कि मैं इसकी शिकायत पुलिस से करूंगी तो उसने मुझे धमकी दी।”
पीड़िता के मुताबिक, आरोपी ने फोटोशूट जैसा पोज देते हुए कहा, “जो कर सकती है कर ले, कमप्लेन करके दिखा, फिर देखियो क्या करता हूं मैं।” स्टूडेंट के मुताबिक, दुख की बात यह है कि घटना के वक्त सिग्नल पर करीब 20 लोग खड़े थे, लेकिन किसी ने उस आदमी को रोकने की कोशिश नहीं की। फेसबुक पर शेयर किए गए फोटो में आरोपी बाइक पर बैठा नजर आता है। स्टूडेंट ने बाइक का नंबर भी अपने पेज पर दिया था।

देश में दो मंदिर ऐसे भी: एक में नेता-मंत्री-जज की एंट्री बैन, दूसरे में दान 'Not Allowed'

  • रोहिताश्व कृष्ण मिश्र

  • Aug 24, 2015, 16:45 PM IST
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फोटो पद्मनाभस्वामी मंदिर की है, जिसके पीआरओ ने लोगों को मंदिरों में दान देने से बचने की सलाह दी है।
नई दिल्ली. वीजा टेंपल के नाम से मशहूर हैदराबाद का चिलकुर बालाजी मंदिर है जहां दान देना सख्त मना है। आपको इस मंदिर में एक भी दान पात्र नहीं मिलेगा। हफ्ते में सिर्फ 3 दिन खुलने वाले इस मंदिर में 70 हजार से 1 लाख श्रद्धालु आते हैं। लेकिन मंदिर इन श्रद्धालुओं से एक रुपया भी दान नहीं लेता है। उलटा यहां के पुजारी अपने मंदिर में दान देने की जगह भक्तों को गरीबों पर खर्च करने की सलाह देते हैं। मंदिर का खर्चा परिसर के बाहर बने पार्किंग से आने वाले पैसों से अच्छे से चलता है। वहीं, एक दूसरा मंदिर विनाशक शनि जहां जज, नेता, मंत्री, आईएएस-पीसीएस और सांसद-विधायक की एंट्री बैन है। मंदिर का मानना है कि इनके चलते ही भ्रष्टाचार बढ़ रहा है।
एक तरफ देश में ऐसे अपने तरह के दो अलग मंदिर है। वहीं, दूसरी ओर भारत के सबसे बड़े मंदिरों में से एक शिर्डी साईं बाबा मंदिर के महंत यानी मुख्य पुजारी सुलेखाजी को दान के पैसों को चोरी करना गलत नहीं लगता है। उनका कहना है कि जहां तक दान के पैसों के गलत इस्तेमाल की बात है तो मेरी नजर में मंदिर में आए दान में से 5 या 10 फीसदी की चोरी करना कोई गलत नहीं है।
सुलेखाजी का ये बयान उस अपील पर आया है जिसमें मंदिरों में दान ना देकर सीधे अनाथों या गरीबों को दान करने की बात कही गई थी। ये कमेंट्स 11 अगस्त को देश के 4 बड़े मंदिरों में दान के गलत इस्तेमाल से जुड़ी चौंकाने वाली भास्कर की रिपोर्ट पर आए थे। कुल 1.20 लाख से ज्यादा रीडर्स ने अपने कमेंट दिए। इस मामले में वर्ल्ड काउंसिल ऑफ आर्य समाज के अध्यक्ष स्वामी अग्निवेश, बाबा रामदेव और श्रीश्री रविशंकर से बात की गई तो उन्होंने भी दान देना गलत बताया।
ये तो बात हुई देश के एक जाने-माने मंदिर के मुख्य पुजारी की, अब एक नजर डालें बाकी 3 अन्य बड़े और अमीर मंदिरों के मुख्य पुजारियाें और ट्रस्ट के जिम्मेदार अधिकारियों का मंदिर में दान देने की जगह अनाथों पर खर्च की अपील पर क्या कहा...
श्रीकांत मिश्रा, मुख्य पुजारी, काशी विश्वनाथ मंदिर गजानन मोदक, मुख्य पुजारी, सिद्धि विनायक मंदिर सुलेखाजी, मुख्य पुजारी, शिर्डी साईं मंदिर ए. वी. रमन्ना दीक्षितुलु, मुख्य पुजारी, तिरुपति तिरुमला मंदिर शंकर, पीआरओ, पद्मनाभस्वामी मंदिर ट्रस्ट पी. एन. द्विवेदी, डिप्टी सीईओ, काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट
"मंदिरों में दिए जाने वाले दान के पैसों से मंदिरों की व्यवस्था चलती है। इसलिए दान ना देना गलत होगा। श्रीश्री रविशंकर, रामदेव सब फालतू की बात कर रहे हैं। एक तरफ रविशंकर खुद दान ना देने की बात कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर उन्होंने खुद कई बार काशी विश्वनाथ मंदिर में आकर पुजारियों को हजारों-हजारों रुपए दान दिए हैं। अगर मंदिर दान के पैसों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं तो उन्होंने दान क्यों दिया? वैसे भी लोग मंदिर में दान नहीं देंगे तो क्या कूडेदान में पैसा फेकेंगे...? ये सब आज दान ना देने की बात कर रहे हैं। कल को मंदिर को ही खत्म कर देने की बात करेंगे। मैं पूरी तरह से रामदेव, अग्निवेश और रविशंकर से असहमत हूं।" "धर्मगुरुओं के बयान पर कोई कमेंट नहीं करना चाहता हूं। हां, कुछ मंदिरों में दान के पैसों का गलत इस्तेमाल जरूर हो रहा है, लेकिन ऐसा सभी मंदिरों में नहीं है। श्रद्धालुओं पर मंदिरों में दान करने का कोई दबाव नहीं है। जिसकी मर्जी हो वो दान दे, जिसे नहीं देना वो ना दे।" "रामदेव, अग्निवेश और रविशंकर बड़े लोग हैं और हम पुजारी छोटे इंसान। इन्हें धर्म का ज्ञान नहीं है और ना हम सिखा सकते हैं। बस इतना कहूंगा भगवान तीनों धर्मगुरुओं को सदबुद्धि दें। जहां तक दान के पैसों के गलत इस्तेमाल की बात है तो मेरी नजर में मंदिर में आए दान में से 5 या 10 फीसदी की चोरी करना कोई गलत नहीं है।" क्या रामदेव, रविशंकर और अग्निवेश ने कभी तिरुपति या अन्य मंदिरों में दान दिया है जो दान के पैसों के गलत इस्तेमाल की बात कर रहे हैं। मुझे इस मामले में कोई कमेंट नहीं करना है। "तीनों धर्मगुरुओं ने जो कहा वो एकदम सही है। लोगों को मंदिरों में दान देने से बचना चाहिए।" "मैं मंदिरों में दान न देने की बात से सहमत नहीं हूं। इसका विरोध भी करता हूं। मंदिरों में भ्रष्टाचार तो है लेकिन भ्रष्टाचार कहां नहीं है? रामदेव जैसे लोगों को मंदिरों की ग्राउंड रियलिटी नहीं पता है। सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए मंदिरों में दान न देने की बात कर रहे हैं।"
देश के 6 बड़े मंदिरों का हाल- एक दिन में आता है 10 करोड़ दान
वैष्णो देवी, जगन्नाथ पुरी, तिरुपति तिरुमला, शिर्डी साईं बाबा, सिद्धि विनायक और काशी विश्वनाथ। इन 6 मंदिरों की एक दिन की औसत कमाई करीब 10 करोड़ रुपए है। वहीं, सालाना कमाई 3,287 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है। ये पैसा दान के रूप में मंदिरों के पास आता है। पैसा मंदिरों के रख-रखाव के अलावा भी कई तरह से इस्तेमाल होता है। दरअसल, अकेले तिरुपति तिरुमला मंदिर की ही कुल संपत्ति 1.30 लाख करोड़ रु. है, जो मुकेश अंबानी की दौलत से भी ज्यादा है। फोर्ब्स 2015 की रिपोर्ट के अनुसार, अंबानी 1.29 लाख करोड़ रु. के मालिक हैं।

शिक्षाविद लियाक़त अंसारी ने समाजसेवा के कार्यक्षेत्र में खुद को आकाश कर लिया

राजस्थान में अंसारी समाज सहित सभी निर्धन परिवारो को एक जुट कर उनमे दहेज़ की कुरुति और फ़िज़ूल खर्ची के खिलाफ जज़्बा पैदा कर न्यूनतम राशि में सामूहिक विवाह सम्मेलन का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाने वाले कोटा के शिक्षाविद लियाक़त अंसारी ने समाजसेवा के कार्यक्षेत्र में खुद को आकाश कर लिया है ,,,लियाक़त अंसारी अंसारी समाज के अध्यक्ष भी है और वोह मुस्लिम समाज सहित दूसरे समाजो में शिक्षा ,,साक्षरता और प्रतीभावां छात्र छात्राओ को मदद कर उनको आगे पढ़ाने की मुहीम में भी जुटे है ,,लियाक़त अंसारी हर साल अंसारी समाज के बैनर तले ऐतिहासिक सामूहिक विवाह सम्मेलन करवाते है जिसमे सभी छत्तीस कॉम के लोग शामिल होते है ,,कोटा में हज़ारो हज़ार लोगों का जमावड़ा ,,,देश भर के बहुप्रतिष्ठित वी वी आई पी का कोटा आगमन ,,सेकड़ो दूल्हा दुल्हन को खुशहाली की दुआओ के साथ साथ न्यूनतम प्रतीकात्मक खर्च पर आवश्यक घर में कामकाज आने वाले सभी सामान उपहार स्वरूप दिए जाते है ,,,कई परिवार लियाक़त अंसारी और उनकी टीम को इस पुण्य कार्य के लिए आज भी दिलो जान से याद करते है ,,दुआएं देते है ,,,,,,,,सामजिक सुधार ,,,दहेज़ प्रतििषेध ,,विवाह में फ़िज़ूल खर्ची पर रोक ,,,बेंड बाजे सहित दूसरी कुरीतियों के खर्च पर रोक के साथ साथ बेटी पढ़ाओ ,,बेटी बचाओ के अभियान में जुटे लियाक़त अंसारी लगातार अंसारी समाज के निर्वाचित अध्यक्ष है इनके कार्यकाल में सरकार से रियायती दर पर भूखंड आवंटित करवाने की लम्बी लड़ाई सफलता पूर्वक लड़ने के बाद अब वहां अंसारी समाज का बहुउद्देशीय भवन लगभग बनकर तय्यार होने वाला है ,,,शिक्षाविद लियाक़त अली यूँ तो एक साधारण अध्यापक है ,,इनके निर्देशन में सहारा शिक्षा समिति द्वारा कई स्कूल संचालित है जहां भी गरीब बच्चो की फ़ीस ,,यूनिफॉर्म ,,किताबो की मुफ्त मदद मिलती है ,,,,,,,,,,,,,लियाक़त अंसारी अपने सभी कार्य टीम भाव से समाज के सभी लोगों से सलाह मशवरा कर उन्हें साथ लेकर करते है इसलिए लाखो ,,करोड़ों के आयोजन में भी उन्हें पीछे मुड़कर देखने की ज़रुरत नहीं होती ,,सेकड़ो शादी के जोड़े ,,उनके परिवार ,,बाराती उनके लिए कोटा में व्यवस्थाओ के नाम पर अलग से शहर की बसावट करना होती है जो लियाक़त अंसारी के नेतृत्व में सफलतापूर्वक कार्य अंजाम दिया जाता है ,,,अंसारी समाज की खुसूसी डिश ज़ायकेदार खाटा पूड़ी बनाने के लिए ,,हलवाई दूरदराज़ से बुलाये जाते है रात भर खाने का काम चलता है और सुबह निकाह की ज़िम्मेदारी ,,उपहार के सामान सौंपने सहित महमाँनवाज़ी और दूसरी व्वयस्थाओ के साथ साथ सभी बरातियों को एक साथ बिठाकर बिना किसी अव्यवस्था के खाना खिलाना सच कमाल का ही काम है और यह कमाल लियाक़त अंसारी खूब अच्छी तरह से करना जानते है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,लियाक़त अंसारी के इस समाज सेवी जज़्बे को सलाम ,,सेल्यूट ,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

खतरा बना लड़ाकू विमान MIG, कभी बाइक पर गिरा तो कभी ली लोगों की जान

राजस्थान के बाड़मेर दुर्घटनाग्रस्त लडाकू विमान मिग-21 की चपेट में आई बाइक। इन सेट में मिग विमान का मलबा।
राजस्थान के बाड़मेर दुर्घटनाग्रस्त लडाकू विमान मिग-21 की चपेट में आई बाइक। इन सेट में मिग विमान का मलबा।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में बड़गाम के नजदीक वायु सेना का एक लड़ाकू विमान मिग-21 ‘बायसन’ सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मिग विमानों के दुर्घटनाग्रस्त हाेने की यह पहली घटना नहीं है। देशभर में पिछले आठ महीने में यह चौथी दुर्घटना है। जिसमें करीब दो लोगों की मौत हु्ई और एक घायल हुआ। साल की शुरुआत में राजस्थान के बाड़मेर में मिग-27 विमान गिरा था। जिसकी चपेट में एक बाइक सवार आ गया था। हादसे में व्यक्ति तो बच गया पर उसकी बाइक जलकर खाक हो गई थी।
जम्मू-कश्मीर में सोमवार को सेना का एक मिग-21 एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया। सेंट्रल कश्मीर के बड़गाम जिले के सोयबग इलाके में यह हादसा हुआ। सौभाग्य से पायलट इस दुर्घटना में सुरक्षित बच निकलने में सफल रहा। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल एन एन जोशी ने श्रीनगर में यह दुर्घटना सुबह 10.59 बजे उस समय हुई जब यह विमान अभ्यास के दौरान उतर रहा था। विमान खुली जगह पर गिरा इसलिए जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। पायलट को मामूली चोटें आयी हैं और उन्हें सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि यह विमान पश्चिमी कमान द्वारा यहां चलाए जा रहे अभ्यास में शामिल था।
एक नजर
> यह वायुसेना के मिग श्रृंखला के विमानों की तीन वर्षों में 13 वीं दुर्घटना है।
> पिछले तीन साल में वायु सेना के 21 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं।
> 13 मिग, तीन सुखोई और पांच जगवार विमान शामिल हैं।

जैन समाज की धार्मिक आस्थाओ के प्रतीक संथारा

जैन समाज की धार्मिक आस्थाओ के प्रतीक संथारा प्रथा के खिलाफ हाईकोर्ट की रोक के बाद जेन समाज के हज़ारो लोगों ने आज मोन जुलुस निकालकर कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया ,,प्रदर्शन में जेन समाज के पुरुष ,,कलाई पट्टी बांधकर थे जबकि महिलाये ,,बच्चे ,,दूध पीते बच्चे भी इस जुलुस में लाये गए थे ,,,मोन जुलुस के दौरान जेन समाज के लोगों ने रामपुरा सहित कुछ स्थानो पर स्कूल भी बंद करवाये जबकि इस जुलुस में बुज़ुर्ग महिलाये और पुरुष भी शामिल थे एक सत्यांवे साल की जेन महिला का जज़्बा देखने लायक था ,,श्रीमती चन्द्र प्रीती जेन नयापुरा तक वाहन से आई और वहां से अपने रिश्तेदारो के साथ वृद्धावस्था बीमारी की हालत में भी व्हील चेयर पर बैठकर आयीं ,,श्रीमती चन्द्र प्रीती से जब मेने उम्र के इस पड़ाव पर जुलुस में आने के बारे में सवाल किया तो उनका कहना था के धर्म की आस्था का संघर्ष है इसके लिए उम्र और बीमारी की कोई रोक नहीं है बल्कि इस संघर्ष में सब को जी जान से लगना होगा ,,, कलेक्ट्रेट पर पहुंच कर जेन समाज के लोगों ने सफेद कपड़े पर हताक्षर अभियान भी चलाया जबकि मोन जुलुस कलेक्ट्रेट पर आम सभा के रूप में परिवर्तित हो गया जहाँ ,,राजनीति भी हुई ,,,जेन समाज के लोगों को सम्बोधित करते हुए भवानी सिंह राजावत ने समाज की समाज की संथारा प्रथा का समर्थन करने हुए एक सितम्बर के बाद खुद कल्केट्रेट के बाहर प्रदर्शन की बात कही जबकि उन्होेन कहा के भारत देश में भीष्म पितामह इच्छा मृत्यु के प्रतीक है जबकि श्री रामचन्द्र के काल में भी इच्छा मृत्यु थी ऐसे में सरकार या कोई भी धार्मिक आस्थाओ को बांध नहीं सकते ,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मोदी के मंत्री बोले- हमने नहीं कहा कि अच्छे दिन आएंगे, लोगों ने मुंह में डाला नारा


इंदौर. 'अच्छे दिन' के जिस चुनावी नारे की लहर पर सवार होकर भाजपा ने लोकसभा में बहुमत हासिल कर केंद्र में सरकार बनाई, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मानें तो वह नारा भाजपा ने दिया ही नहीं था। तोमर के मुताबिक इस नारे को तो लोगों ने पार्टी के मुंह में डाल दिया था। जबकि सच यह है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के तुरंत बाद बड़ौदा में पहली जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने खुद एक नहीं बल्कि दो-दो बार अच्छे दिन आने के नारे लोगों से लगवाए थे।
'पब्लिक ने सोशल मीडिया से उठाकर भाजपा के मुंह में डाला'
तोमर ने सोमवार शाम इंदौर में मीडिया से चर्चा में कहा कि भाजपा ने कभी यह नहीं कहा कि अच्छे दिन आएंगे। उन्होंने कहा कि यह बात सोशल मीडिया में चल रही थी कि अच्छे दिन आने वाले हैं और राहुल गांधी नानी के घर जाने वाले हैं। जनता ने इसे उठा कर भाजपा के मुंह में डाल दिया। हम जनता की भावना का सम्मान करते हैं, लेकिन भाजपा ने ऐसा कभी नहीं कहा कि अच्छे दिन आने वाले हैं।
खुद मोदी ने लगवाए थे अच्छे दिन के नारे
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद 2014 में मोदी सबसे पहले बड़ौदा पहुंचे थे और वहां एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह कहा था... मंच पर विराजमान भाजपा के सभी वरिष्ठ महानुभाव और पूरा हिन्दुस्तान...बड़ौदा के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, देशभर के टीवी मीडिया के लोग आज सुबह से चाहते थे कि मैं कुछ बोलूं, लेकिन मेरा मन कहता था कि यदि बोलूंगा तो बड़ौदा जाकर बोलूंगा। यदि पहला हक़ है तो बड़ौदा के मेरे भाइयों और बहनों का है। आप ज़रा ये बताइए आज के दिन कैसा लग रहा है। इसके बाद मोदी ने एक बार नहीं बल्कि दो बार सभा में उपस्थित लोगों से अच्छे दिन के नारे लगवाए। मोदी ने कहा अच्छे दिन... और लोगों ने एक सुर में कहा-आ गए हैं। मोदी ने फिर से कहा अच्छे दिन... लोग बोले-आ गए हैं।

रघुवीर सिंह कौशल अब हमारे बीच नहीं रहे है

पूर्व सांसद और राजस्थान सरकार में लोकर्पिय मंत्री ,,भाजपा के राजस्थान के सुप्रीमो रहे आदरणीय रघुवीर सिंह कौशल अब हमारे बीच नहीं रहे है ,,वोह पक्षाघात से पीड़ित थे आज उनका निधन हो जाने से भाजपा ,,राजस्थान सरकार और कोटा के सभी लोग शोकाकुल है ,,,रघुवीर सिंह के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गाँव भोज्याखेड़ी अन्ता में  सुबह दस बजे क्या जाएगा ,,,उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने कोटा अभिभाषक परिषद में बुधवार छब्बीस अगस्त को शोक सभा आयोजित की जायेगी ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,भारतीय जनसंघ से ,,आर एस एस का ,,,जनता पार्टी और फिर भारतीय जनता पार्टी में रहकर कार्यकर्ताओें की सुनवाई ,,पार्टी का ईमानदारी से काम ,,सर्वोच्च पदों पर रहने के बाद भी ईमानदारी की मिसाल ,,,बेईमान ,,अकर्मण्य कार्यकर्ताओं के लिए कोपभाजन की मिसाल रहे आदरणीय रघुवीर सिंह कौशल कोटा भाजपा की नाक रहे है ,,,,,,,,,,,,,,,,,बाईस फरवरी उन्नीस सो तेतीस में कोटा ज़िले के ग्राम भोज्याखेड़ी में कन्हय्या लाल कौशल के घर में श्रीमती सोमवती देवी ने इस प्रतीभा को जन्म दिया ,,,,कोटा में ही पढ़ाई विधि स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद भी गाँव से लगाव के कारण यह गाँव में कृषि व्यवसाय से जुड़े रहे और कृषि तकनीक में कई विधाओ को विकसित किया ,,,अंता कृषि उपज सोसाइटी से जुड़कर किसानो की राजनीति शुरू की ,,आर एस एस के सजग सतर्क सिपाही रहे ,,,भारतीय जनसंघ के पदाधिकारी रहे ,,,,कोटा कॉपरेटिव बैंक के पदाधिकारी रहे ,,चेयरमेन रहे ,,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के फाउंडर सक्रिय कार्यकर्ता रहे ,,भारतीय किसान संघ ,,सहकारी संघ ,,,कृषक संघ से जुड़े रहने के बाद रघुवीर सिंह कौशल राष्ट्रिय सेवक संघ के संभागीय अध्यक्ष रहे ,,,रघुवीर सिंह कौशल राजस्थान में कोटा ज़िले से चार बार विधायक रहे ,,दो बार केबीनेट मंत्री रहे ,,पर्यावरण ,,वन ,,बिजली जैसे महत्वपूर्ण विभाग इनकी ज़िम्मेदारी थे ,,,,बाद में संगठन को दिशा देने के लिए रघुवीर सिंह कौशल को राजस्थान भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया ,,रघुवीर सिंह कौशल दो बार लोकसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए ,,,जहां एक दर्जन से भी ज़्यादा प्रमुख समितियों में सदस्य रहकर सलाह मशवरा देते रहे ,,,रघुवीर सिंह कौशल साफ गोई के लिए प्रसिद्ध थे ,,उनके कार्यकर्ता अगर लॉग लपेट या फिर फेंका फेंकी करते है तो उन्हें पसंद नहीं वोह ज़मीन से जुड़े नेता होने से ज़मीन से जुड़े कार्यकर्ताओें को ही पसंद करते थे ,,आसमान में उड़ने वाले कार्यकर्ता ,,नेता उन्हें पसंद नहीं थे ,,वोह मंत्री पद पर रहे या न रहे लेकिन उनकी अधिकारीयों पर पकड़ मज़बूत रहती थी ,,उनके निजी सम्बन्ध मज़बूत थे ,,वोह कांग्रेस भाजपा के कार्यकर्ता नहीं देखते सिर्फ पीड़ा देखते थे अगर पीड़ित किसी भी धर्म मज़हब समाज का हो तो उसकी पीड़ा हरना ही उनका राजनितिक धर्म था ,,,,,,,,आपात काल में मीसा क़ानून के तहत बंदी बनाये जाने के बाद भी आप निर्भीकता से प्रशासन के शोषण उत्पीड़न का मुखर होकर मुक़ाबला करते ,,,,,एक मुस्लिम चिकित्स्क किसी झूंठे मामले में फंसाये गए ,,कांग्रेस का शासन ,,इन चिकित्स्क महोदय ने कांग्रेस के सभी नेताओं से पूर्लिस के आला अधिकारीयों को सिफारिश करवाई ,,लेकिन काम उलटा हुआ ,,पुलिस इन्हे गिरफ्तार करने घर पहुंच गयी ,,तब यह चिकित्स्क परेशान से मेरे पास आये ,,पूरा मुक़दमा झूंठा ,,भूमाफियाओं का नंगा खेल ,,,,पुलिस और भूमाफियाओं की मिली भगत ,,मेने इन्हे वरिष्ठ कोंग्रेसियों और सत्ता में बैठे मंत्रियों से मिलने की सलाह दी सभी से यह मिल चुके लेकिन नतीजा सिफर रहा ,,,मुझे ध्यान आया तो मेने इन चिकित्स्क महोदय से रघुवीरसिंघ कौशल से संबंधो के बारे में पूंछा ,,कौशल से इन चिकित्स्क महोदय के बेहतर सम्बन्ध थे ,,लेकिन मुझ से इन चिकित्स्क महोदय ने कहा के में परेशानी में हूँ सरकार कांग्रेस की है और आप भाजपा के नेता से सिफारिश की सलाह दे रहे है उलटा काम कैसे होगा ,,मेने जब उनसे कहा के अगर काम करवाना है ,,न्याय प्राप्त करना है तो वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के पास उन्हें ही ले जाना होगा ,,खेर मरता क्या नहीं करता ,, चिकित्स्क महोदय उठे और रघुवीर सिंह कौशल को अपना दुखड़ा सुनाया ,,कौशल जी ने कहा में चलता हूँ लेकिन तुम्हारी बात समझाने के लिए अख्तर को बुला लो ,,में भी साथ गया ,,,,अधिकारी ने कौशल के पाँव छुए ,,कोफ़ी का पूंछा फिर कैसे आना हुआ कहा तब कौशल साहब ने अधिकारी से कहा के यह डॉक्टर मेरा पारिवारिक मित्र है ,,ईमानदार है ,,,,परेशान है ,,,इसके खिलाफ फ़र्ज़ी कार्यवाही है ,,,अगर यह डॉक्टर अपराधी है तो में भी अपराधी हूँ ,,इसलिए इसे इंसाफ दो ,,,उन्होंने मेरी तरफ इशारा किया कहा आप मामला समझाओ ,,पुलिस अधिकारी ने फ़ाइल मंगाई और ताज्जुब जताया के फ़र्ज़ी मामले में यह कार्यवाही कैसे हुई ,,बस उस दिन से आज तक पुलिस ने इन चिकित्स्क महोदय के मामले में दूध का दूध पानी का पानी कर दिखाया और प्रकरण बंद हो गया ,,,,आज भी अपने कमरे में बैठे रघुवीर सिंह कौशल राजस्थान सरकार हो या फिर भारत सरकार इसके किसी भी विभाग में इन्साफ के लिए कोई भी काम करवाने की क्षमता रखते थे ,,,भारतीय जनसंघ से ,,आर एस एस का मार्च ,,,जनता पार्टी और फिर भारतीय जनता पार्टी में रहकर कार्यकर्ताओें की सुनवाई ,,पार्टी का ईमानदारी से काम ,,सर्वोच्च पदों पर रहने के बाद भी ईमानदारी की मिसाल ,,,बेईमान ,,अकर्मण्य कार्यकर्ताओं के लिए कोपभाजन की मिसाल रहे आदरणीय रघुवीर सिंह कौशल कोटा भाजपा की नाक थे ,आज रघुवीर सिंह कौशल के सिर्र्फ क़िस्से और यादे शेष बची है ,,उनके आदर्श ,,उनके संदेश ,,उनकी जीवनशैली एक प्रेरणा ,,आएक मार्दर्शक ,,एक यादगार है उनको श्रद्दा सुमन ,,श्रद्धांजलि ,,ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और दुखी परिवार ,,भाजपा परिवार को इस संकट की घडी में हिम्मत और सब्र प्रदान करे ,,,,अखतर खान अकेला कोटा राजस्थान ,,,,,,,,,,,,,,

भारत में घुसपैठ के लिए तैयार हैं पाकिस्तान में मौजूद 300 से ज्यादा आतंकवादी


भारत में घुसपैठ के लिए तैयार हैं पाकिस्तान में मौजूद 300 से ज्यादा आतंकवादी
 
नई दिल्ली. लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के 300 से ज्यादा आतंकवादी भारत में घुसपैठ के इंतजार में पाकिस्तान में मौजूद हैं। इन आतंकियों को भारत में घुसपैठ करने के लिए
ट्रेनिंग देने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 17 से ज्यादा ट्रेनिंग कैंप चलाए जा रहे हैं। यहां पाकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तान की आर्मी इनकी मदद कर रही है। सरकार के सूत्रों ने बताया कि यह जानकारियां उन सबूतों का हिस्सा है, जिसे भारत
डोजियर के तौर पर पाकिस्तान को सौंपने वाला था।
एक अलग डोजियर में है दाऊद से जुड़ी जानकारी
खुफिया एजेंसियों और भारत सरकार की तरफ से अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर एक अलग डॉजियर तैयार किया था। इस डोजियर में दाऊद के पाकिस्तान में 9 ठिकानों के बारे में जानकारी भी शामिल थी।
यह है दाऊद के ठिकानों की जानकारी
पाकिस्तान के कराची में दाऊद के जिन 9 ठिकानों की जानकारी सरताज अजीज को सौंपी जानी थी उनमें दाऊद का पहला ठिकाना जहां वो लगातार आता जाता रहता है।
1. मोइन पैलेस,अबदुल्ला शाहगाजी की दरगाह के पास, किल्फटन, करांची
2. 6-A खैबर तंजीम, फेस-V, डिफेंस हाउसिंग एरिया कराची ( यहां आईएसआई का सेफ हाउस भुवन हिल है जो इस्लामाबाद-मुरी-इस्लामाबाद हाई से 20 किलोमीटर की दूरी पर है। 3. P 6/2 स्ट्रीट नंबर-22, हाउस नंबर 29, मारा गल्ला रोड़, इस्लामाबाद
4. 17 CP बाजार सोसाइटी 5- ब्लॉक
6. 7-8 आमिर खान रोड़ कराची
7. 30th स्ट्रीट फेज-6 एक्सटेंशन ऑफ डीएचए कराची
8. 8th फ्लोर मोहरान हाउस, परदेसी हाउस 3 के पास तबर एरिया किल्फटन, कराची
9. पैलेटियल बंगला नूराबाद कराची हैं।

दो सितमबर को आयोजित मोन जुलुस

राजस्थान में सरकारी स्कूलों से ,उर्दू खत्म करने की साज़िश के खिलाफ सभी स्कूलों में पूर्ववत उर्दू के सभी पदों की बहाली की मांग को लेकर तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के दो सितमबर को आयोजित मोन जुलुस कार्यक्रम को कोटा सहित पुरे राजस्थान में भरपूर समर्थन मिल रहा है ,,,,,,,कोटा में आज तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के सभी कार्यकर्ताओं ने अलग अलग टोली बनाकर समाज सेवी संस्थाओ के कार्यकर्ताओं ,,उर्दू अदब से जुड़े लोगों ,,,हिंदुस्तानी जुबां उर्दू के हमदर्दो से सम्पर्क किया ,,,,ज़ाकिर हुसेन ,,,रईस नवाब ,,,रफ़ीक बेलियम ,, मौलाना रौनक ,,सलीम अब्बासी ,,तबरेज़ पठान ,, सलीम भारती ,,,साजिद जावेद , अब्दुल करीम खान ,,मोहम्मद हुसेन पार्षद ,,,,अब्दुल रशीद क़ादरी ,,,अशफ़ाक़ हुसेन ,,,,अख्तर खान अकेला ,,,,उमर सी आई डी ,,,अमीन खान ,,मुज़फ्फर राहीन ,,ज़फर चिश्ती , वहीद कामरेड ,,असलम रोमी ,,,रिज़वान साहब ,,,,वहीद खान ,,,,,,,,,,,,अज़ीज़ जावा ,,,सहित सभी लोगों ने अलग अलग इलाक़ो में जाकर आगामी दो सितम्बर के मोन जुलुस कार्यक्रम और उन्तीस अगस्त को सुबह दस बजे आयोजित की जाने वाली जंगलीशाह बाबा की बैठक के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई ,,,,इस मामले में सदस्यों ने तहरीक ऐ राजस्थान उर्दू के हैंडबिल और पोस्टर का भी विमोचन कर प्रचार कार्यक्रम शुरू किया ,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ज़माना जब भी ,,,,,

ज़माना जब भी मुझे मुश्किल मे डाल देता है.
मेरा ख़ुदा हज़ार रास्ते निकाल देता है....
जमाना आज भी उसकी मिसाल देता है
नेकिया कर के जो दरिया में डाल देता है
अपनी भूख का इलज़ाम उस खुदा को ना दे
वो माँ के पेट में भी बच्चे को पाल देता है

साथ चाहता हूँ..

मैं कुछ लम्हे और उसके साथ चाहता हूँ...
आँखों में थम जाऐ वो बरसात चाहता हूँ...
सुना हैं मुझे बहुत चाहती है वो मगर...
मैं उसके लबो से एक बार इज़हार चाहता.. हूँ।।

क़ुरआन का सन्देश

 
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