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27 अगस्त 2015

मेनका गांधी बोलीं- नहीं रुक सकता रेप, जब तक मर्द-औरत हैं ये होता रहेगा



मेनका गांधी बोलीं- नहीं रुक सकता रेप, जब तक मर्द-औरत हैं ये होता रहेगा
भोपाल. देश में रेप, छेड़छाड़ और महिलाओं के साथ मारपीट की घटनाओं पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को नहीं रोका जा सकता। जब तक देश में मर्द और औरत हैं, यह होता रहेगा। लेकिन औरतों को ‘सेल्फ डिफेंस’ की ट्रेनिंग के साथ ताकतवर बनाकर इसे रोकने के प्रयास किए जा सकते हैं। मेनका गांधी गुरुवार को मीडिया से बात कर रही थीं। उनसे जब विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शौर्य दल बन गए हैं। आने वाले समय में लड़के उनसे डरने लगेंगे तो ऐसी घटनाएं अपने आप कम हो जाएंगी।

12वीं पास लड़की को पुलिस ट्रेनिंग : मेनका गांधी ने यह भी जोड़ा कि गृह मंत्रालय से चर्चा हुई है। वे हर गांव में ‘एसपी ऑफ’ योजना लागू करने पर सहमत है। इसके तहत पूरे देश के हर गांव में 21 वर्ष से अधिक आयु की 12वीं पास एक लड़की को पुलिस की ट्रेनिंग दी जाएगी।
क्लाइमेट चेंज के कारण बढ़ी महंगाई
दाल और प्याज की आसमान छूती कीमतों और अच्छे दिन पर मेनका गांधी ने यह कहकर केंद्र सरकार का बचाव किया कि क्लाइमेट चेंज का असर महंगाई पर पड़ रहा है। 30 सालों से लगातार जंगल काटे जा रहे हैं। में शोर मचा रही हूं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा। मैं घर में सब्जियां उगाती हूं। मेरा क्षेत्र भी ग्रामीण है। बीज पनपते हैं और बारिश आ जाती है।
पहले दो माह बारिश के और तीन माह गर्मी के थे, अब पांच महीने जब चाहे ओले-बारिश हो जाती है। यही वजह है कि महंगाई बढ़ रही है। जब उनसे कहा गया कि क्या पिछले एक साल में मौसम बदला है तो उन्होंने हंसकर इस सवाल को टालते दिया। अच्छे दिन पर कहा कि वह तो भाजपा की सरकार आते ही हो गए।
पोषण आहार में अंडे के भी खिलाफ
पोषण आहार में अंडा देने का भी मेनका गांधी ने विरोध किया। उन्होंने बताया कि कई राज्यों को इस संबंध में पत्र लिखा है। जब तक कोल्ड स्टोरेज की चेन विकसित नहीं होती, तब तक अंडा परोसना खतरनाक होगा। उन्होंने कहा कि हर जगह फ्रिज तो नहीं है। अंडा खराब हो गया और बच्चों को परोसा गया तो उसके नुकसान होंगे। वैसे भी अंडे में कॉलेस्ट्रॉल ज्यादा होता है।

सरकार ने बताए स्मार्ट सिटी बनने वाले 98 शहरों के नाम, जानिए कैसे होंगे ये शहर

नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने गुरुवार को उन 98 शहरों के नाम जारी कर दिए, जिन्‍हें स्मार्ट सिटी के रूप में डेवलप किया जाएगा। यूपी ने 13 शहरों के नाम भेजे थे, लेकिन 12 को ही चुना गया। सबसे ज्‍यादा शहर इसी राज्‍य से हैं। जम्मू कश्मीर सरकार ने अपने शहरों के नाम तय करने के लिए कुछ और समय मांगा है। इसलिए राज्‍य के दो शहरों के नाम गुरुवार को अनाउंस नहीं किए जा सके। दिल्ली में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने यह भी बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर 48 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। दिल्ली सहित सभी केंद्र शासित प्रदेशों को इस लिस्ट में शामिल किया गया है।
किस राज्य के कितने शहर
राज्य का नाम शहरों की संख्या
उत्तर प्रदेश 12
तमिलनाडू 12
महाराष्ट्र 10
मध्य प्रदेश 07
गुजरात 06
कर्नाटक 06
पश्चिम बंगाल 04
राजस्थान 04
बिहार 03
आंध्र प्रदेश 03
छत्तीसगढ़ 02
हरियाणा 02
तेलंगाना 02
ओडिशा 02
पंजाब 03
अंडमान निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, असम, चंडीगढ़, दमन एंड दीव, दादरा और नागर हवेली, दिल्ली, गोवा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, केरल, लक्षद्वीप, त्रिपुरा, उत्तराखंड, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पुड्डुचेरी और सिक्किम। 01

कैसे चुने गए शहर

सबसे पहले राज्यों ने अपने शहर चुने। इसके लिए केंद्र की ओर से कुछ गाइडलाइंस तय की गईं थीं। राज्यों से स्मार्ट सिटी के लिए प्रप्रोजल्स के साथ कुछ सुझाव भी मांगे गए थे। सभी राज्यों से दी गई लिस्ट को एक एक्सपर्ट कमिटी के पास भेजा गया। इस कमिटि में देश और विदेश के एक्सपर्ट थे। इनके निर्णय के आधार पर शहरों के नाम फाइनल किए गए।
कैसे होगी प्रोजेक्ट फंडिंग
पहले चरण में 20 और अगले हर दो साल में 40-40 शहरों को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए सिलेक्ट किया जाएगा। हर स्मार्ट सिटी को अगले पांच साल तक केंद्र सरकार हर साल 100 करोड़ रुपए देगी।
स्मार्ट सिटीज़ बनाने पर फोकस क्यों?
शहरी विकास मंत्रालय के कॉन्सेप्ट नोट के मुताबिक, देश में अभी शहरी आबादी 31 फीसदी है, लेकिन इसकी भारत के जीडीपी में हिस्सेदारी 60 फीसदी से ज्यादा है। अनुमान है कि अगले 15 साल में शहरी आबादी की जीडीपी में हिस्सेदारी 75 फीसदी होगी। इस वजह से 100 स्मार्ट सिटीज़ बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
क्या हैं स्मार्ट सिटी के बुनियादी सिद्धांत?
सरकार ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को तीन सिद्धांताें पर तैयार किया है।
1. क्वालिटी ऑफ लाइफ
स्मार्ट सिटी में रहने वाले हर व्यक्ति को क्वालिटी लाइफ मिले। यानी किफायती घर हो, हर तरह का इन्फ्रास्ट्रक्चर हो। पानी और बिजली चौबीसों घंटे मिले। एजुकेशन के ऑप्शंस हों। सुरक्षा हो। एंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स के साधन हों। आसपास के इलाकों से अच्छी और तेज कनेक्टिविटी हो। अच्छे स्कूल और अस्पताल भी मौजूद हों।
2. इन्वेस्टमेंट
स्मार्ट सिटी में वहां मौजूद ह्यूमन रिसोर्स और नेचुरल रिसोर्स के मुताबिक पूरा इन्वेस्टमेंट भी आए। बड़ी कंपनियों को वहां अपनी इंडस्ट्री लगाने के लिए सुविधाएं और सहूलियत मिले। उन पर टैक्स का ज्यादा बोझ न हो।
3. रोजगार
स्मार्ट सिटी में इन्वेस्टमेंट ऐसा आए जिससे वहां या आसपास रहने वाले लोगों को रोजगार के पूरे मौके मिलें। स्मार्ट सिटी के अंदर रहने वालों को अपनी आमदनी के लिए उस इलाके से ज्यादा दूर नहीं जाना पड़े।
जो सुविधाएं आजादी के बाद से अब तक आपको नहीं मिलीं, वे स्मार्ट सिटी में दिलाने के दावे
स्मार्ट सिटी में ट्रांसपोर्ट, रेजिडेंशियल, बिजली-पानी, हेल्थ और एजुकेशन की सुविधाएं देने के लिए कुछ मानक तय किए गए हैं।
1. ट्रांसपोर्ट
- स्मार्ट सिटी के अंदर एक स्थान से दूसरे स्थान जाने का ट्रैवल टाइम 45 मिनट से ज्यादा न हो।
- कम से कम 2 मीटर चौड़े फुटपाथ हों।
- रिहाइशी इलाकों से 800 मीटर की दूरी या 10 मिनट वॉक पर बस या मेट्रो की सुविधा हो।
2. रिहाइश
- 95 फीसदी रिहाइशी इलाके ऐसे हों जहां 400 मीटर से भी कम दूरी पर स्कूल, पार्क और रीक्रिएशन पार्क मौजूद हों।
- 20 फीसदी मकान आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए हों।
- कम से कम 30 फीसदी रिहाइशी और कमर्शियल इलाके बस या मेट्रो स्टेशन से 800 मीटर की दूरी के दायरे में ही हों।
3. बिजली और पानी
- स्मार्ट सिटी में 24*7 पानी और बिजली सप्लाई हो।
- 100 फीसदी घरों में बिजली कनेक्शन हों। सारे कनेक्शनों में मीटर लगा हो।
- लागत में नुकसान न हो। यानी कोई बिजली-पानी चोरी न कर पाए।
- प्रति व्यक्ति कम से कम 135 लीटर पानी दिया जाए।
4. वाईफाई कनेक्टिविटी
- 100 फीसदी घरों तक वाईफाई कनेक्टिविटी हो।
- 100 एमबीपीसी की स्पीड पर वाईफाई पर मिले।
5. हेल्थ
- स्मार्ट सिटी में इमरजेंसी रिस्पॉन्स टाइम 30 मिनट से ज्यादा न हो।
- हर 15 हजार लोगों पर एक डिस्पेंसरी हो।
- एक लाख की आबादी पर 30 बिस्तरों वाला छोटा अस्पताल, 80 बिस्तरों वाला मीडियम अस्पताल और 200 बिस्तरों वाला बड़ा अस्पताल हो।
- हर 50 हजार लोगों पर एक डायग्नोस्टिक सेंटर हो।
5. एजुकेशन
- 15 फीसदी इलाका एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स के लिए हो।
- हर 2500 लाेगों पर एक प्री-प्राइमरी, हर 5000 लोगों पर एक प्राइमरी, हर 7500 लोगों पर एक सीनियर सेकंडरी और हर एक लाख की आबादी पर पहली से 12वीं क्लास तक का एक इंटिग्रेटेड स्कूल हो।
- सवा लाख की आबादी पर एक कॉलेज हो।
- 10 लाख की आबादी पर एक यूनिवर्सिटी, एक इंजीनियरिंग कॉलेज, एक मेडिकल कॉलेज, एक प्रोफेशनल कॉलेज और एक पैरामेडिकल कॉलेज हाे।

रक्षाबंधन पर ऑटो चालक,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

रक्षाबंधन पर ऑटो चालक भाइयों द्वारा बहनो को आधे किराये की छूट दी जायेगी ,,इस अवसर पर ऑटो यूनियन के अध्यक्ष अनीस राईन ,,संरक्षक मोहम्मद हुसेन पार्षद ,,डॉक्टर सुधीर सहित कई लोगों की उपस्थिति में ऑटो पर छूट संबंधित लगाये जाने वाले बैनर का विमोचन अतिरिक्त कलेक्टर कोटा सुनीता डागा ने किया रक्षाबंधन पर कोटा ऑटो यूनियन कोटा में ऐसे 100 ऑटो चलाएगी जो विभिन्न मार्गो पर बहनो ,,महिलाओ के लिए निर्धारित किराए से आधे किराये पर संचालित होंगे ,,,,,,,,,,
बहनों को ऑटो किराये में 50 प्रतिशत की छुट देने वाले पोस्टर का विमोचन गुरूवार को
अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुनीता डागा ने किया विमोचन के बाद सुनीता डागा ने ऑटो यूनियन
की इस पहल की सराहना की इस मौके पर यूनियन संरक्षक मोहम्मद हुसैन ,अध्यक्ष अनीस
राईन ,डॉ सुधीर गुप्ता , मनोहर सिंह मनोज , एडवोकेट मोहनलाल राव ,एडवोकेट अख्तर खान
अकेला ,एडवोकेट इमरान खान ,विजय पालीवाल ,शोएब कुरैशी ,,,रजत खन्ना ज़हीर खान ,सहित कई
समाजीक कार्यकर्त्ता मौजूद रहे हुसैन ने बताया की जीस ऑटो में यह बेनर लगे होंगे उनमें
महिलाओं बालिकाओं के सफ़र करने पर सुनिश्चित किराये में 50 प्रतिशत की छुट मिलेगी
अध्यक्ष अनीस राईन ने बताया की यूनियन की ओर से यह सुविधा 29 अगस्त सुबह 6 बजे से
रात 9 बजे तक दी जाएगी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के मोन जुलुस आंदोलन

तहज़ीब की जुबां उर्दू के हक़ की लड़ाई के लिए तहज़ीब के दायरे में रहकर प्रदर्शन ,,मोन जुलुस नकालने की हिदायते लगातार अलग अलग टोलियों को दी जा रही है ,,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के सरपरस्त शहर क़ाज़ी कोटा अनवार अहमद इस मामले में आज भी अलग अलग टोलियों ,,अलग अलग संगठनो के प्रमुखों ,,कार्यकर्ताओं से मिले ,,,,,,,,,,,,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के सरपरस्त अनवार अहमद ने सभी को समझाइश करते हुए कहा के यह हमारी तहज़ीब की ज़ुबान के अस्तित्व का सवाल है इसलिए सभी लोग दो सितमबर को सुबह दस बजे अपने कारोबार बंद कर गुमानपुरा मल्टीपर्पस स्कूल पहुंचे ,,,अनवार अहमद ने कहा के तहज़ीब की ज़ुबान उर्दू के हक़ के लिए संघर्ष तहज़ीब के दायरे में होगा जिसम मोन जुलुस ,,अनुशासन के साथ निकाला जाएगा ,,अनवार अहमद ने हिदायत दी के सभी लोग घर से वुज़ू बनाकर निकले ,,,,सफेद लिबास हो ,,,,,अनवर अहमद ने कहा के तहज़ीब के दायरे में रहकर सभी के सर ढके हो और कलेक्ट्रेट तक चलते वक़्त अपनी मांग के समर्थन में ख्याल रखकर दरूद शरीफ पढ़ते रहे ,,जुलुस कलेक्ट्रेट पहुंचेगा जहाँ तफ्सील बयांन होने के बाद सभी लोग फिर दरूद शरीफ पढ़ते हुए पैदल ही अपने अपने घरो पर शांतिपूर्ण तरीके से जाएंगे ,,,,,,,,,,,,,,,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के इस मोन जुलुस आंदोलन को राजस्थान भर में ज़बरदस्त समर्थन मिल रहा है ,,राजस्थान के सभी इलाक़ो से लोगों के समर्थन के फोन आ रहे है ,,,,,,,कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमेन निज़ाम कुरैशी ,,को ओर्डीनेटर मक़सूद खान ,,राजस्थान क्रिकेट एकेडमी के अमीन पठान ,,,,सहित सभी ने खुलकर समर्थन का ऐलान किया है ,,कोटा में स्टेशन के कॉमरेड गफ्फार ,,फातेहाँन समिति के रहीम खान ,,,घोसियन समिति के उमर भाई ,,अब्बासी वेलफेयर सोसाइटी के आबिद अब्बासी ,,,,,,,,,बंजारा समाज के कैलाश बंजारा ,,मदनी वेलफेयर सोसायटी के तबरेज़ पठान मदनी ,,,खिदमत ओर्गेनाइज़ेशन के हाफ़िज़ रशीद क़ादरी ,,,,,मुस्लिम एजुकेशन सोसाइटी के सलीम अब्बासी ,,निजामुद्दीन बबलू ,,,जंगलीशाह बाबा के जानशीन हाजी अज़ीज़ जावा ,,,,,मौलाना कोंसिल के मौलाना रौनक ,,,,सुल्तानपुर के पूर्व डाइरेक्टर मंज़ूर तंवर ,,सुल्तानपुर के सरपंच ,,मंगू भाई ,,डॉक्टर इकराम खान ,,शानवाज़ खान ,,,,ह्यूमन रिलीफ सोसाइटी ,,अंजुमन इस्लामिया मदरसा ,,,,,पूर्व वक़्फ़ के चेयरमेन निज़ामुद्दीन बबलू ,,,,बालक बाबा ,,,सलमान पंचायत के अब्दुल रज़ाक सहित सभी संस्थाओ ने आंदोलन को खुल कर समर्थन दिया ,,, आज कोटा शहर क़ाज़ी अनवर अहमद ने इस मामले में हाजी जमील अहमद ,,एडवोकेट अख्तर खान अकेला ,,गुलशेर अहमद ,,,,रफ़ीक़ बेलियम ,,,ज़ाकिर हुसेन ,,फईम खान ,,,अमिन खान ,,,मुज़फ्फर राईन सहित सभी लोगों से विचार विमर्श कर आवश्यक निर्देश जारी किये ,,आज सभी कार्यकर्ताओं ने प्रचार सामग्री कोटा ,,बूंदी ,,बारां ,,झालावाड़ सहित क़स्बे के क्षेत्रो में भिजवाई ,,,,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान को एडवोकेट मोहन लाल राव ,,,ब्रह्ममानन्द शर्मा ,,,,पाँचुलाला ऋषि ,,,,,सहित सभी संस्थाओ ने तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान को समर्थन दिया है ,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

क़ुरआन का संदेश

 
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