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29 अगस्त 2015

इंडोनेशिया का शिव मंदिर, श्राप के कारण इस मंदिर में हैं देवी जीवन मंत्र डेस्क Aug 29, 2015, 05:18 AM IST Print Decrease Font Increase Font Email Google Plus Twitter Facebook COMMENTS 0 1 of 9 Next इंडोनेशिया का शिव मंदिर, श्राप के कारण इस मंदिर में हैं देवी भगवान शिव के मंदिर दुनियाभर में मौजूद हैं। जहां भगवान शिव के साथ-साथ कई देवी-देवताओं को अलग-अलग नामों से पूजा जाता है। भगवान शिव का ऐसा ही एक बहुत सुंदर और प्राचीन मंदिर इंडोनेशिया के जावा में है। 10वीं शताब्दी में बना भगवान शिव का यह मंदिर प्रम्बानन मंदिर के नाम से जाना जाता है। शहर से लगभग 17 कि.मी. की दूरी पर स्थित यह मंदिर बहुत सुंदर और प्राचीन होने के साथ-साथ, इससे जुड़ी एक कथा के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां रोरो जोंग्गरंग के पूजा जाता है देवी दुर्गा के रूप में इस मंदिर में भगवान शिव के साथ एक देवी की भी मूर्ति स्थापित है। उस मूर्ति को देवी दुर्गा के रूप में पूजा जाता है। यहां पर देवी की स्थापना के पीछे एक कहानी है। कहा जाता है कि एक समय पर जावा का प्रबु बका नाम का एक दैत्य राजा था। उसकी एक बहुत ही सुंदर बेटी थी, जिसका नाम रोरो जोंग्गरंग था। बांडुंग बोन्दोवोसो नाम का एक व्यक्ति रोरो जोंग्गरंग से शादी करना चाहता था, लेकिन रोरो जोंग्गरंग ऐसा नहीं चाहती थी। बांडुंग बोन्दोवोसो के शादी के प्रस्ताव को मना करने के लिए रोरो जोंग्गरंग ने उसके आगे के शर्त रखी। शर्त यह थी कि बांडुंग बोन्दोवोसो को एक ही रात में एक हजार मूर्तियां बनानी थी। अगर वह ऐसा कर दे, तो ही रोरो जोंग्गरंग उससे शादी करेगी। शर्त को पूरा करने के लिए बांडुंग बोन्दोवोसो ने एक ही रात में 999 मूर्तियां बना दी और वह आखिरी मूर्ति बनाने जा रहा था। यह देखकर रोरो जोंग्गरंग ने पूरे शहर के चावल के खेतों में आग लगवा कर दिन के समान उजाला कर दिया। जिस बात से धोखा खा कर बांडुंग बोन्दोवोसो आखरी मूर्ति नहीं बना पाया और शर्त हार गया। जब बांडुंग बोन्दोवोसो को सच्चाई का पता चला, वह बहुत गुस्सा हो गया और उसने रोरो जोंग्गरंग को आखिरी मूर्ति बन जाने का श्राप दे दिया। प्रम्बानन मंदिर में रोरो जोंग्गरंग की उसी मूर्ति को देवी दुर्गा मान कर पूजा जाता है।

 

इंडोनेशिया का शिव मंदिर, श्राप के कारण इस मंदिर में हैं देवी
भगवान शिव के मंदिर दुनियाभर में मौजूद हैं। जहां भगवान शिव के साथ-साथ कई देवी-देवताओं को अलग-अलग नामों से पूजा जाता है। भगवान शिव का ऐसा ही एक बहुत सुंदर और प्राचीन मंदिर इंडोनेशिया के जावा में है। 10वीं शताब्दी में बना भगवान शिव का यह मंदिर प्रम्बानन मंदिर के नाम से जाना जाता है। शहर से लगभग 17 कि.मी. की दूरी पर स्थित यह मंदिर बहुत सुंदर और प्राचीन होने के साथ-साथ, इससे जुड़ी एक कथा के लिए भी प्रसिद्ध है।

यहां रोरो जोंग्गरंग के पूजा जाता है देवी दुर्गा के रूप में

इस मंदिर में भगवान शिव के साथ एक देवी की भी मूर्ति स्थापित है। उस मूर्ति को देवी दुर्गा के रूप में पूजा जाता है। यहां पर देवी की स्थापना के पीछे एक कहानी है। कहा जाता है कि एक समय पर जावा का प्रबु बका नाम का एक दैत्य राजा था। उसकी एक बहुत ही सुंदर बेटी थी, जिसका नाम रोरो जोंग्गरंग था। बांडुंग बोन्दोवोसो नाम का एक व्यक्ति रोरो जोंग्गरंग से शादी करना चाहता था, लेकिन रोरो जोंग्गरंग ऐसा नहीं चाहती थी। बांडुंग बोन्दोवोसो के शादी के प्रस्ताव को मना करने के लिए रोरो जोंग्गरंग ने उसके आगे के शर्त रखी। शर्त यह थी कि बांडुंग बोन्दोवोसो को एक ही रात में एक हजार मूर्तियां बनानी थी। अगर वह ऐसा कर दे, तो ही रोरो जोंग्गरंग उससे शादी करेगी। शर्त को पूरा करने के लिए बांडुंग बोन्दोवोसो ने एक ही रात में 999 मूर्तियां बना दी और वह आखिरी मूर्ति बनाने जा रहा था। यह देखकर रोरो जोंग्गरंग ने पूरे शहर के चावल के खेतों में आग लगवा कर दिन के समान उजाला कर दिया। जिस बात से धोखा खा कर बांडुंग बोन्दोवोसो आखरी मूर्ति नहीं बना पाया और शर्त हार गया। जब बांडुंग बोन्दोवोसो को सच्चाई का पता चला, वह बहुत गुस्सा हो गया और उसने रोरो जोंग्गरंग को आखिरी मूर्ति बन जाने का श्राप दे दिया। प्रम्बानन मंदिर में रोरो जोंग्गरंग की उसी मूर्ति को देवी दुर्गा मान कर पूजा जाता है।

स्थानीय लोग कहते हैं इसे रोरो जोंग्गरंग मंदिर

इस मंदिर की कथा रोरो जोंग्गरंग से जुड़ी होने की वजह से यहां के स्थानीय लोग इस मंदिर को रोरो जोंग्गरंग मंदिर के नाम से भी जानते हैं। रोरो जोंग्गरंग मंदिर या प्रम्बानन मंदिर हिंदुओं के साथ-साथ वहां के स्थानीय लोगों के लिए भी भक्ति का एक महत्वपूर्ण केन्द्र है।

ब्रह्मा,विष्णु और शिव तीनों हैं यहां विराजित

प्रम्बानन मंदिर में मुख्य तीन मंदिर हैं- एक भगवान ब्रह्मा का, एक भगवान विष्णु का और एक भगवान शिव का। सभी भगवानों की मूर्तियों के मुंह पूर्व दिशा की ओर है। हर मुख्य मंदिर के सामने पश्चिम दिशा में उससे संबंधित एक मंदिर है। यह मंदिर भगवानों के वाहनों को समर्पित है। भगवान ब्रह्मा के सामने हंस, भगवान विष्णु के लिए गरूड़ और भगवान शिव के लिए नन्दी का मंदिर बना हुआ है। इनके अलावा परिसर में और भी कई मंदिर बने हुए हैं।

महिला से अश्लील चैट में सेना के ऑफिसर्स ने कर दी सीक्रेट इनफॉर्मेशन लीक

 

नई दिल्ली. सेना के कुछ ऑफिसर्स ने फेसबुक पर सेक्स से जुड़ी चैटिंग करते हुए कई सीक्रेट इनफॉर्मेशन लीक कर दी है। जिन तीन ऑफिसर्स का नाम सामने आया है उनमें से एक कर्नल, एक मेजर और एक लेफ्टिनेंट रैंक के हैं। कर्नल रैंक का ऑफिसर आर्मी वॉर कॉलेज महू मध्यप्रदेश में पोस्टेड है। मेजर 2 राजपूत यूनिट से है और लेफ्टिनेंट आर्मी ऑर्डिनेंस कोर से है और 3 राजपूत यूनिट से अटैच हैं। सेना के अफसरों द्वारा फेसबुक पर एक महिला के साथ चैटिंग करते हुए सेना से जुड़ी जानकारी लीक करने का मामला सामने आया है। तीन अफसर जो इसमें लिप्त पाए गए हैं वह कर्नल, मेजर और लेफ्टिनेंट रैंक के हैं।
अश्लील चैटिंग के बदले खोल रहे थे खुफिया राज
अफसरों ने फेसबुक पर सेक्स से जुड़ी चैटिंग करते हुए अपनी पहचान बताई। यही नहीं सेना के यूनिट की लोकेशन और बाकी जानकारी भी दी है। ये लोग ऑफिस समय में भी फेसबुक पर पोर्न चैटिंग करने के बदले ये जानकारियां दे रहे थे। मिलिट्री इंटेलीजेंस के एक लेटर के अनुसार ये हरकत सैन्य ऑफिसर्स के अपने पद पर बने रहने लायक नहीं है। ऐसा शक है कि और ऑफिसर भी इसमें शामिल हो सकते हैं।

AAP के 2 सांसद सस्पेंड, पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप

फाइल फोटोः आप से सस्पेंड सांसद हरिंदर सिंह खालसा और धर्मवीर गांधी।
फाइल फोटोः आप से सस्पेंड सांसद हरिंदर सिंह खालसा और धर्मवीर गांधी।
नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने दो सांसदों को सस्पेंड कर दिया है। शनिवार को आप ने पंजाब से सांसद धर्मवीर गांधी और हरिंदर सिंह खालसा को सस्पेंड करने का एलान किया। इनके खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधयों में शामिल होने का आरोप लगा है। गांधी पटियाला से और खालसा फतेहगढ़ साहिब से सांसद हैं।
किसने की कार्रवाई?
पंजाब की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (पीएसी) ने दोनों सांसदों को सस्पेंड किया है। आगे की कार्रवाई के लिए एनडीएसी (National Disciplinary Action Committee) के पास मामला रेफर कर दिया गया है। एनडीएसी के तीन मेंबर पंकज गुप्ता, दिलीप पांडे और दीपक बाजपेयी अब उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। पार्टी की ओर से एक प्रेस रिलीज जारी कर कार्रवाई की जानकारी दी गई। बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव में आप के चार सांसद जीते थे। ये सभी पंजाब से आते हैं।
क्यों हुई कार्रवाई?
* दोनों सांसदों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है।
* आरोप है कि इन सांसदों ने पार्टी के खिलाफ रैली भी की थी। इन पर पंजाब में अलग से संगठन खड़ा करने का भी आरोप है।
* दोनों पर पार्टी से अलग रैलियों में अरविंद केजरीवाल और पंजाब में पार्टी के अन्य सांसद भगवंत मान और साधु सिंह के फोटो के इस्तेमाल करने का आरोप है। इन पर शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी की मदद का भी आरोप है।
* धर्मवीर गांधी ने दो हफ्ते पहले ही योगेंद्र और प्रशांत के नेतृत्व वाले 'जय किसान आंदोलन' में कार्यकर्ताओं को शामिल होने को कहा था।
* दोनों ने इसी महीने योगेंद्र और प्रशांत भूषण को पार्टी से निकाले जाने का विरोध किया था।
* दोनों सांसदों ने योगेंद्र और प्रशांत के स्वराज अभियान का भी खुलेआम सपोर्ट किया था।
सस्पेंड होने वाले सांसद ने क्या कहा?
सस्पेंड होने वाले सांसद हरिंदर खालसा ने कहा, ''मैंने कोई अनुशासन नहीं तोड़ा। पार्टी में आवाज उठाना अनुशासन तोडना नहीं होता है।'' धर्मवीर गांधी और हरिंदर सिंह खालसा को केजरीवाल का विरोधी माना जाता हैं। ये दोनों योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण खेमे के नेता माने जाते रहे हैं। ये खुलेआम योगेंद और प्रशांत के सपोर्ट में खड़े हो चुके हैं। बता दें कि पार्टी ने पहले ही योगेंद्र और प्रशांत भूषण को निकाल दिया है।

पैगंबर साहब पर बनी ईरानी फिल्म को लेकर अरब देशों में बवाल, रहमान ने दिया है म्यूजिक

ईरानी फिल्म मोहम्मद का एक सीन।  फिल्म पर बैन लगाने की मांग की गई है।
ईरानी फिल्म मोहम्मद का एक सीन। फिल्म पर बैन लगाने की मांग की गई है।
दुबई. पैगंबर मोहम्मद साहब की जिंदगी पर बनी एक फिल्म को लेकर अरब देशों में बवाल खड़ा हो गया है। सुन्नी समुदाय के मौलाना फिल्म पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने इस ईरानी फिल्म पर बैन लगाने की मांग की है। फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर एआर रहमान हैं। बता दें कि गुरुवार को रिलीज हुई फिल्म 'मोहम्मद- मैसेंजर ऑफ गॉड' शिया बहुल ईरान में बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई कर रही है।
किसने बनाई फिल्म?
फिल्म 'मोहम्मद- मैसेंजर ऑफ गॉड' का डायरेक्शन ऑस्कर विजेता माजिद मजिदी ने किया है। फिल्म सरकारी खर्चे पर बनी है। लागत 253 करोड़ रुपए (40 मिलियन USD) बताई जा रही है। दावा किया जा रहा है कि यह ईरान की अब तक की सबसे महंगी फिल्म है। ईरान की मैग्जीन 'हिजबुल्लाह लाइन' से बातचीत में माजिद ने कहा, ''मैंने वेस्टर्न देशों में इस्लाम को लेकर डर को बढ़ता हुए देख कर इस फिल्म को बनाने का फैसला लिया।'' उनके मुताबिक, वेस्ट के देशों में इस्लाम को हिंसा और आतंकवाद से जोड़ा जाता है। यह फिल्म इन धारणाओं को तोड़ेगी।

क्या है फिल्म में?
फिल्म तीन पार्ट में बनी है। पहला हिस्सा 117 मिनट का है। इसमें पैगंबर साहब के बचपन की स्टोरी दिखाई गई है। हालांकि, उनका रोल करने वाले एक्टर का चेहरा नहीं दिखाया गया है। सिर्फ परछाई ही दिखाई गई है। सुन्नियों का सबसे बड़ा संगठन अल-अजहर इस फिल्म से खफा है। संगठन के इस्लामिक थिओलॉजी फैकल्टी के डीन फतह आलवारी का कहना है, ''शरिया में पैगंबर को साकार दिखाने की कल्पना पर रोक है। इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता।'' दरअसल, संगठन इस बात से नाराज है कि जिसने पैगंबर साहब का रोल किया है, वह किसी और फिल्म में नेगेटिव रोल में भी है। इसके बाद भी वह पैगंबर साहब का रोल कर रहा है तो यह उनका अपमान होगा।

,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के दो सितमबर के प्रस्तावित मोन जुलुस प्रदर्शन को भारी जनसमर्थन

,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के दो सितमबर के प्रस्तावित मोन जुलुस प्रदर्शन को भारी जनसमर्थन मिल रहा है ,,आज यहां कोटा जंगलीशाह परिसर में कोटा शहर और देहात के सभी स्थानो से आये जनप्रतिनिधियों प्रबुद्ध नागरिको ,,समाजसवी संथाओ के प्रमुखों ने एक जुट होकर दो सितमबर को अपने अपन कारोबार बंद रखकर जुलुस में शामिल होने का आह्वान किया ,,,,,,,,,,,,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के सरपरस्त कोटा शहर क़ाज़ी ने कहा के यह आंदोलन ,,यह तहरीक हमारा इम्तिहान है ,,हमे अपने हक़ के लिए संघर्ष करना है ,,,हमे अपने ज़मीर को जगाना है ,,एक जुट होना है ,,आपसी भेदभाव भुलाकर दो सितमबर को अनुशासित तरीके से खामोश प्रदर्शन में एक इतीहास ,.,एक मिसाल बनाना है ,,,शहर क़ाज़ी अनवार अहमद ने कहा के राजस्थान से उर्दू के पदो को खत्म कर सरकार द्वारा साज़िश रची गई है ,,नए उर्दू के पदो पर राजस्थान लोकसेवा आयोेग से परीक्षार्थियों के पास होने पर भी उन्हें अब तक नियुक्तियां नहीं दी गई है जबकि सभी विषयो के अध्यापको की नियुक्तियां हो गई है ,,,उन्होंने कहा के उर्दू हिन्दुस्तानी ज़ुबान है ,,क़ौमी एकता की ज़ुबान है और इस जुबां को बचाने के लिए हमे मिसाले संघर्ष करना होगा ,,,बैठक में नईमुद्दीन गुड्डू ने भी तहरीक ऐ उर्दू के आंदोलन का समर्थन करते हुए हर संघर्ष में साथ देने का वायदा किया जबकि पंकज मेहता ने कहा के सरकार उर्दू ज़ुबान जो हिंदुस्तानी ज़ुबान है उसके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ,,बैठक को सम्बोधित करते हुए कॉमरेड आर के स्वामी ,,, गीता भवन के पूर्व अध्यक्ष मोहनलाल राव ,,,अभिभाषक परिषद के पूर्व अध्यक्ष ब्रहम्मानन्द शर्मा एडवोकेट ने खुलकर उर्दू के मामले में होने वाले संघर्ष को समर्थन देने का फैसला सुनाया ,,,,,,, बैठक में मौलाना अलाउद्दीन अशर्फी ने अपने ओजस्वी भाषण में सभी को एक जुट होकर दो सितमबर को अपनी ताक़त बताने का आह्वान किया ,,,,बैठक में गुलशेर खान ,,पूर्व वक़्फ़ बोर्ड सदस्य निज़ामुद्दीन बबलू ,, राजस्थान क्रिकेट एकेडमी चेयरमेन अमीन पठान ने अपने सम्बोधन में कहा के उर्दू के मामले में हम सभी लोग तहरीक ऐ उर्दू के आंदोलन के साथ है और आगामी वक़्त में होने वाले प्रस्तावित सरकार से चर्चा में वोह भी शामिल रहेंगे ,,,,,बैठक को सम्बोधित करते हुए हाफिज मंज़ूर साहब ने कहा के सरकार भुलावे में रख रही है और तहरीक ऐ उर्दू द्वारा लगातार दिए जाने वाले ज्ञापन को हल्के में ले रही है लेकिन पुरे राजस्थान में इस मामले को लेकर नाराज़गी है और जनता उर्दू के समर्थन में आंदोलन के लिए तय्यार बैठी है ,,,,गुलशेर अहमद ने राजस्थान में उनके कार्यकर्ताओ को उर्दू के हित में संघर्ष के लिए तय्यार होने का आह्वान किया ,,,,बैठक को अख्तर खान अकेला ,,शफी खान ,,,रईस नवाब ,,मुज़फ्फर राहीन ,,समीउल्लाह अंसारी ,,,शोएब खान ,,,सहित कई दर्जन लोगों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव रखे जबकि बैठक का संचालन अमीन खान ने किया बैठक के पूर्व नायब क़ाज़ी ज़ुबेर अहमद ने तिलावते क़ुरान की आखरी में कोटा शहर क़ाज़ी अनवर हंद ने तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान को अपने मक़सद में कामयाब होने के लिए दुआ की ,,,बैठक में खास तोर पर समीउल्ला अंसारी ,,लईक़ खान ,,फहीम खान ,,रईस नवाब ,,ज़ाकिर हुसेन ,,, केथुन के मोहम्मद हुसेन मदनी ,मुज़फ्फर राहीन ,,इमरान भाई झूले वाले ,,,,,जाकिर रिज़वी ,,इस्लाम खान सी ऐ ,,,अल्फ्लाह वेलफेयर सोसाइटी रफ़ीक बेलियम ,, ,,अंजुमन सेकेंडरी स्कूल सोसाइटी के नाजीमुद्दीन सिद्दीक़ी एडवोकेट ,,इन्साफ आज़ाद ,,,बोहरा समाज के अकबर भाई बोहरा ,,,तसद्दुक हुसेन ,,मंज़ूर भाई बोहरा ,,,लियाक़त अली ,,, मुस्लिम एजुकेशनल सोसाइटी के सलीम अब्बासी ,,,,समाजसेवक आबिद अली खान ,,सलीम खान एडवोकेट ,,सैफुल्ला खान ,,,आसिफ खान ,,,जावेद हाशमी ,,,,,शिक्षाविद शफी खान ,, अंसारी समाज के लियाक़त अंसारी ,,,मोमीन कॉन्फ्रेंस के रज़ाक आंसारी ,,,राहीन समाज के मुस्तेहहसन ,,,आकाशवाणी वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष नोशे खान ,,वक़्फ़ कमेटी के अज़ीज़ अंसारी ,,समाजसेवक उमर सी आई डी ,,शायर शकूर अनवर ,,चाँद शेरी ,,,,,,,,अब्बासी वेलफेयर सोसाइटी के आबिद हुसेन अब्बासी ,,,,,,शाह कॉन्फ्रेंस के जमील शाह ,,,,,नद्दाफान पंचायत के शाहिद मुल्तानी ,,,फातेहान वेलफेयर सोसाइटी के रहीम खान ,,,,,साजिद जावेद ,,,,,कुरैशी समाज के आबिद कुरैशी ,,,,,,,,,सुल्तानपुर पंचायत समिति के पूर्व उप प्रधान रईस खान ,,,,,,,,पार्षद मोहम्मद हुसेन मोमदा भाई ,,,,, अल्सपंख्य्क अधिकारी कर्मचारी महासंघ के जावेद खान ,,,सलीम खान ,,,शायर नईम दानिश ,,,,,,,,,,पार्षद समाज सेवक मोहम्मद हुसेन मिस कॉल ,,खिदमत ओर्गेनाइज़ेशन के हाफ़िज़ अब्दुल रशीद क़ादरी ,,देश सेवक वेलफेयर सोसाइटी के अनवर खान ,,,कोटड़ी व्यापार संघ के आबिद कागज़ी ,सुल्तानपुर पंचायत के पूर्व डाइरेक्टर मंज़ूर तंवर ,,,,zaif khan mansoori ,,,कोटा की सभी मस्जिदो के इमाम ,,मौलाना ,,मदरसा समितियों के पदाधिकारी ,,,व्यापार संघ के प्रतिनिधि भी मौजूद थे ,,बैठक में महिलाओ और छोटे बच्चो को जुलुस में नहीं लाने का फैसला लेते हुए निर्देशित किया गया के सभी लोग अनुशासित तरीके से चलेंगे और पानी के पाउच पीने के बाद सड़क पर गंदगी न हो इसलिए पाउच जेब में रखकर कचरा पात्र में ही डालेंगे ,,,,,,,,,,,,सभी लोग सफेद कपड़ो में ,,टोपी लगाकर घर से वुज़ू करके आएंगे और जुलुस में तख्तिया लेकर दरूद शरीफ पढ़ते हुए कलक्ट्रेट पहुंचेंगे जहां कोटा शहर क़ाज़ी के ख़िताब के बाद शांतिपूर्ण तरीके से अपने अपने घरो पर लोट जाएंगे ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

रो देता है अक्सर अकेले मे,

वो एक पुलिसवाला है
रो देता है अक्सर अकेले मे,
अपने अरमानों को मरते हुए देखकर,
हंसता है सबके सामने,
अपने दर्द को दिल में रखकर।
क्योंकि वो एक पुलिसवाला है......
आज फिर निकल गया ये रक्षाबंधन का त्यौहार,
रह गयी कलाई सूनी इतना बड़ा होते हुए परिवार,
हर समय काम का बोझ, न शनिवार, न रविवार।
फिर भी हर समय खुश दिखाने की कोशिश करता है।
क्योंकि वो एक पुलिसवाला है।।......
सोचता है कोई लगाए मेरे भी माथे पर टिका चंदन।
बहन बाँधे कलाई पर मेरी, प्यार का बंधन॥
हाथ रखकर सिर पर, दूं उसे रक्षा का वचन।
अबकी बार पक्का छुट्टी लेकर घर आऊंगा।
फिर मैं तुमसे रखड़ी बंधवाऊगा।
बस यही सोचकर अपने दिल को समझाता है।
क्योंकि वो एक पुलिसवाला है॥.....
मुझे बस दुनिया से यही कहना है,
लाखों में एक मेरी बहना है।
रखड़ी भी एक गहना है,
सूनी ना रह जाये कलाई, चौराहे पर खड़े पुलिस वाले की।
बाँध देना एक डोरी उसकी भी कलाई ,
जो सोचता है अकसर लोगों की भलाई ।
वो हर एक बहन की इज्जत का रखवाला है।
वो पुलिसवाला है.......
वो पुलिसवाला है ............

एक खामोश बुर्दुबार शख्सियत ,,जो ईमानदार है ,,इन्साफपरस्त है ,,अमीन है ,,दयानतदार ,,साफ़ गो और बर्दाश्त की क़ूवत रखें वाला शख्स है ,

एक खामोश बुर्दुबार शख्सियत ,,जो ईमानदार है ,,इन्साफपरस्त है ,,अमीन है ,,दयानतदार ,,साफ़ गो और बर्दाश्त की क़ूवत रखें वाला शख्स है ,, लोग सोचते है के आखिर किया है इस शख्सियत में जो हर शख्स ,,धर्म ,,समाज ,,मज़हब ,,सम्प्रदाय ,,,सियासी पार्टियों को भुलाकर इस शख्सियत के आह्वान पर उठ खड़ा होता है ,,दोस्तों में बात कर रहा हूँ कोटा शहर क़ाज़ी अनवार अहमद की जो हर मुश्किल घडी में कोटा के अमन ,,कोटा के सुकून ,,कोटा के हक़ इंसाफ के साथ खड़े है ,, वोह मुस्लिम समाज की बुराइयों के खिलाफ है तो उनके हक़ और इन्साफ के लिए संघर्ष में अपना सब कुछ दांव पर लगाने से भी नहीं चूकते है ,,बीमारी की हालत हो चाहे जो भी यह शख्स कॉम की हक़ की लड़ाई के लिए सभी समाजो को ,,सभी सियासी पार्टियों के नुमाइंदो को ,,सभी तरह की अलग अलग सोच रखने वाले लोगों को अपने साथ एक डोरे में मोती की तरह पिरो कर बढ़ी से बढ़ी जंग जीत लेता है ,,,जी हाँ दोस्तों कोटा पर कोई भी संकट हो ,,मुस्लिम समाज पर कोई भी हमला हो ,,झूंठे मुकदमो की कहानी हो ,,,दंगे फसादात में ज़ुल्म ज़्यादती हो ,,गैर राजनितिक तरीके से हिकमत ऐ अमली से मर्यादाओं में रहकर इस शख्सियत ने कॉम की ताक़त एक कर हर लड़ाई जीती है ,,और यही शख्सियत हिंदुस्तान में जन्मी हिंदुस्तानी ज़ुबान उर्दू को राजस्थान के स्कूलों से खत्म कर सभी अध्यापको को हटाने के खिलाफ एक जुट है ,,,,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के सरपस्त की हैसियत से कोटा शहर क़ाज़ी अनवार अहमद कोटा ही नहीं राजस्थान की सर ज़मीन पर मर्यादित आचरण से इतिहास रचने जा रहे है ,,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के इस सरपरस्त के ज़ेरे अलम कोटा और राजस्थान के सभी लोग एक जुट होकर बिना किसी विवाद के उर्दू की हक़ की लड़ाई के लिए एक साथ निकल पढ़े है ,,,,,कोटा में अमिन पठान भाजपा के है निज़ामुद्दीन बबलू भाजपा के है ,,तो गुलशेर अहमद जमात के है ,,,मुज़फ्फर राहीन एस डी पी आई के है ,, ,,,,अशफ़ाक़ हुसेन ,,शफी मोहम्मद ,,ज़फर चिश्ती सीधे एस डी पी आई के है तो आसिफ खान ,,सैफुल्ला भाई वेलफेयर पार्टी के है ,,डॉक्टर ज़फ़र मोहम्मद कांग्रेस के है तो कॉमरेड आर के स्वामी माक्र्सवादी है ,,ब्र्हम्मानन्द शर्मा समाजवादी है तो मोहनलाल राव ,,पंकजमेहता ,,नईमुद्दीन गुडु कोंग्रेसी है ,,सभी एक झंडे के नीचे है ,,भाई समीउल्ला अंसारी ,,भाई इमरान कुरैशी उनके इशारे पर गलियों चौराहो पर पोस्टर चिपका रहे है जागरण अभियान चला रहे है ,,तो खलील इंजीनियर ,,शफी खान ,,,गफ्फार मिर्ज़ा उनके साथ बैठकर हर मुद्दे पर चर्चा कर रहे है सभी मस्जिदो के इमाम ,,मोलवी मौलाना ,,मौलाना फज़ले हक़ ,,,सईद मुख्तार ,,,मुफ़्ती ,,,मौलाना अलाउद्दीन सभी तो इनके झंडे के निचे तहरीक ऐ उर्दू के आंदोलन को सफल बनाने में जुटे है ,,,चलता फिरता ब्लड बैंक समाजसेवक भाई ज़ाकिर रिज़वी ,,उमर रिज़वी ,,,,,,,,,,लियाक़त अंसारी हो ,,रज़ाक अंसारी हो ,,,अज़ीज़ अंसारी हो जो भी हो सब उनके कहने पर तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के साथ जुड़ गए है ,,,पॉपुलर फ्रंट के शोएब भाई हो ,,एस डी पि आई के ,,हाफ़िज़ मंज़ूर ,,, मुज़फ्फर राहीन रात दिन एक कर तहरीक ऐ उर्दू के आंदोलन को मिसाली बनाने में जुटे है ,,,ज़ाकिर हुसेन ,,फहीम खान ,,अमीन खान ,,,लईक़ भाई ,,,,रईस नवाब ,,,,,आरिफ नागोरी ,,रफ़ीक बेलियम ,,मुनव्वर खान ,,सलीम अब्बासी जो भी हो सभी तो इस खामोश इंसाफ परस्त शख्सियत के सामने ,,इनके बताये हुए निर्देशो पर उर्दू के हक़ के संघर्ष के लिए धर्म ,,समाज ,,सियासी पार्टियो विचारधाराओ से ऊपर उठ कर तहरीक ऐ उर्दू के आनदोलन के साथ जुड़े है ,,सभी इस शख्सियत के ज़ेरे एहतमाम संकल्पबद्ध है के अगर सियासी पार्टी और कॉम के हक़ के संघर्ष में से कोई एक चुनना हो तो इनके साथ काम करने वाला हर शख्स केवल कॉम को ही चुनेगा और सियासी पार्टी को छोड़ देगा ,,लेकिन शहर क़ाज़ी अनवर अहमद का हुनर है ,, उनकी सीख ,,उनकी समझाइश है के वोह सभी साथ काम करने वालों की निजी आज़ादी को ज़िंदा रखते हुए उनके निजी स्वार्थो को छोड़ कर सिर्फ और सिर्फ कॉम के हक़ के संघर्ष में लगने को मजबूर कर देती है ,,,,,,,,,,,,,,,तो दोस्तों खुदा से इस शख्सियत की सह्त्याबी ,,लम्बी उम्र और इनकी ताक़त सरकार में और मज़बूत हो ऐसी दुआ करो ,,इनका साया ,, इनकी सरपरस्ती हमारे साथ हमेशा हमेशा बनी रहे ,,,यह हमारे मार्गदर्शक ,,संरक्षक ,,हमारे रहबर ,,हमारे मुंसिफ है अल्ल्लाह इनका साया हमारे ऊपर उनकी हिम्मत के साथ हमेशा बनाये रखे ,,और इनकी सरपरस्ती में तहरीक ऐ उर्दू की इस लड़ाई को जीत हांसिल हो ,जीत हासिल हो ,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

क़ुरआन का सन्देश

   

निर्भीक-आजाद पंछी: हमारे जीवन का दर्शन ( सितम्बर -2015 )

1 सितम्बर 2015 :मान-शान की इच्छा से दिये गए लाख रूपये की तुलना में
प्रेम व ईमानदारी से दान किये गए मुट्ठी भर चावल का अधिक महत्व है.
2 सितम्बर 2015 : यदि आप हिम्मत का पहला कदम आगे बढायेगे तब परमात्मा की सम्पूर्ण मदद मिल जायेगी.
3 सितम्बर 2015 : मुस्कराना, संतुष्टता की निशानी है. इसलिए सदा मुस्कराते रहो.
4 सितम्बर 2015 : क्या मेरे विचारों का स्तर ऐसा है कि मैं परमात्मा का बच्चा कहलाने का अधिकारी हूँ.
5 सितम्बर 2015 : स्वयं में दैवी गुणों का आह्वान करो तो अवगुण भाग जायेंगे.
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सितम्बर 2015 : एक अच्छा, स्वच्छ मन वाला व्यक्ति दूसरों की विशेषताओं को
देखता है. दूषित मन वाला व्यक्ति दूसरों में बुराई ही तलाशता है.
7 सितम्बर 2015 : जो संकल्प करो उसे बीच-बीच में दृढ़ता का ठप्पा लगाओ तब विजयी बन जायेंगे. आगे पढ़े......

निर्भीक-आजाद पंछी: हमारे जीवन का दर्शन ( सितम्बर -2015 )

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