राजस्थान का भविष्य युवा ह्रदय सम्राट ,,कांग्रेस की उम्मीद प्रदेश
कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सचिन पायलेट का सात सितमबर को जन्म दिन है
,,राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमेन निज़ाम
कुरैशी ,,,मक़सूद अहमद को ओर्डीनेटर ,,कोटा संभागीय अध्यक्ष अख्तर खान अकेला
सभी संभागो के अध्यक्ष सचिन पायलेट का हर ज़िले में जन्म दिन समारोह
मनाएंगे ,,,राजस्थान अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश प्रमुख निज़ाम कुरैशी ने
राजस्थान के सभी जिला अध्यक्षों को निर्देशित कर कहा है के हर ज़िले में
सचिन पायलेट का जन्म दिन कार्यक्रम समारोहपूर्वक मनाया जाए ,,प्रदेश
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के आह्वान पर राजस्थान की सभी जिला इकाइयों
द्वारा सचिन पायलेट के जन्म दिन अवसर पर अस्पतालों में फल वितरित कर ,,गरीब
बच्चो में खाद्य सामग्री वितरित कर मनाएंगे ,,,,,,,,,,,,,,,,सचिन पायलेट
को उनके जन्म दिन पर बधाई मुबारकबाद ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
सचिन पायलट का जीवन परिचय,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
प्रतिष्ठित कांग्रेस नेता राजेश पाइलट के बेटे सचिन पाइलट का जन्म 7
सितंबर, 1977 को सहारनपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ था. सचिन पाइलट की
प्रारंभिक शिक्षा एयर फोर्स बाल भारती स्कूल, दिल्ली में संपन्न हुई.
स्नातक की पढ़ाई उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से
संपन्न की. इसके बाद सचिन पायलट ने व्हार्टन बिजनेस स्कूल और यूनिवर्सिटी
ऑफ पेंसिलवेनिया से एम.बी.ए. की उपाधि प्राप्त की. वर्ष 2004 में सचिन
पायलट ने जम्मू कश्मीर के प्रभावी और प्रख्यात कांग्रेसी नेता फारुख
अबदुल्ला की बेटी सारा से विवाह किया. इन दोनों का एक बेटा भी है.
सचिन पायलट का व्यक्तित्व,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के युवा चेहरा सचिन पायलट एक प्रतिभावान और
प्रभावशाली व्यक्तित्व के नेता हैं. गुर्जर समुदाय से संबंधित होने के
बावजूद इन्होंने मुसलिम युवती से विवाह रचाया, जो यह प्रमाणित करता है कि
यह एक खुले विचारों और आधुनिक मानसिकता वाले व्यक्ति हैं.
सचिन पायलट का राजनैतिक सफर,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट एक प्रतिष्ठित कांग्रेसी नेता थे, उनकी
साख के कारण सचिन का राजनीति में आगमन बहुत आसानी और सहजता से हो गया.
अमेरिकी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी करने के बाद सचिन पायलट ने वर्ष 2002
में कांग्रेस की सदस्यता ली और सक्रिय राजनीति से जुड़ गए. सचिन पायलट वर्ष
2004 में पहली बार चुनाव लड़े और राजस्थान की दौसा निर्वाचन सीट से लगभग 1
लाख वोटों से विजयी होकर लोकसभा पहुंचे. इसके बाद सन् 2009 में अजमेर सीट
पर बीजेपी प्रत्याशी किरण महेश्वरी को 76,000 मतों से हरा वह एक बार फिर
संसद के सदस्य बने. सचिन पायलट 26 वर्ष की छोटी सी उम्र में सांसद बनने
वाले पहले व्यक्ति हैं.,,,,,,,,,,,,,,,
वर्तमान में सचिन पायलट गृह
मंत्रालय और नागरिक उड्डयन विभाग से भी जुड़े हैं. पूर्व प्रधानमंत्री
नरसिंह राव के कार्यकाल में जो विभाग सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट को
मिला था, आज सचिन पायलट भी उसी विभाग यानि संचार और प्रौद्योगिकी मंत्रालय
में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इसके अलावा वह सहारनपुर में जय जवान जय किसान
नामक एक चैरिटेबल ट्रस्ट का भी संचालन कर रहे हैं.
सचिन पायलट ने वर्ष
2001 में अपने पिता को समर्पित एक किताब भी लिखी है जो राजेश पायलट – द
स्पिरिट फॉरएवर के नाम से प्रकाशित हुई. पेशे से किसान सचिन पायलट को
थियेटर और फिल्में देखने का भी शौक है. इसके अलावा उन्हें हल्के विमान
उड़ाना भी पसंद है. सचिन पायलट अर्थव्यवस्था, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मसलों
से संबंधित सभी समाचारों पर बराबर नजर रखते हैं.,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला
कोटा राजस्थान