नई दिल्ली/श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर की सरकार ने वैष्णो देवी जाने
वालों के लिए चलने वाले हेलिकॉप्टर का जो किराया बढ़ाया है, उसका विरोध
तेज हो गया है। कांग्रेस ने 'जजिया कर' बता कर इसका विरोध किया है। सरकार
की पार्टनर भाजपा भी इसका विरोध कर रही है और किराये में बढ़ोत्तरी वापस
लेने की मांग कर रही है।
कितना बढ़ा है किराया
वैष्णो देवी जाने वाले भक्तों को कटरा से सांझी छत तक पहुंचाने वाले
हेलिकॉप्टर पर 12.5 फीसदी सर्विस टैक्स लगाया गया है। शनिवार को लिए गए
राज्य सरकार के इस फैसले के चलते अब एक तरफ का किराया 1039 रुपए से बढ़ कर
1170 रुपए प्रति पैसेंजर हो गया है।
कांग्रेस नेता ने क्या कहा?
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने सोमवार को नई दिल्ली में एक
प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस सर्विस टैक्स की तुलना जजिया कर से करते हुए कहा
कि सरकार तीर्थयात्रियों से मनमाने ढंग से टैक्स वसूल रही है। यही वजह है
कि वैष्णो देवी आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद 93 लाख से घटकर 78 लाख हो गई
है।
क्या था जजिया कर
बता दें कि भारत में मुगलों के शासन में गैर मुस्लिमों पर जजिया कर लगाया जाता था। मुगल शासक औरंगजेब ने हिंदुओं पर यह कर लगाया था।
बीजेपी भी विरोध में
राज्य में पीडीपी-बीजेपी गठबंधन की सरकार है। जम्मू-कश्मीर के
मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद पीडीपी के हैं। बीजेपी का कहना है कि
उससे बात किए बिना ही फाइनेंस मिनिस्ट्री ने सर्विस टैक्स लगाने का फैसला
कर लिया। राज्य में भाजपा के प्रवक्ता सुनील सेठी ने इस फैसले को तुरंत
वापस लेने की मांग की है।