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11 सितंबर 2015

"भारत माता"

सम्पूर्ण विश्व में भारत ही एक मात्र ऐसा देश है जहाँ..देश को देश ही नहीं..."भारत माता" सम्बोधित किया जाता है..
हमारे संविधान में भी स्पष्ट शब्दों में वर्णित है कि रंग,वर्ण और जातिगत आधार पर किसी से भेदभाव नहीं किया जायेगा..
हम हमारे स्कूलों में हमेशा यह "प्रतिज्ञा" लेते हैं.."भारत मेरा देश है..समस्त भारतीय मेरे भाई बहन हैं.."
लेकिन आपका मन आहत होता है...जब आप "आरक्षण" के नाम पर भेद-भाव देखते हैं..
आज़ादी के बाद कुछ साल ही के लिए दिया जाने वाला यह आरक्षण ..68 साल बाद भी जारी है..
समाज और देश का भला करने के बजाय..इसने लोगों को बांटा ज्यादा है..और कारण भी राजनैतिक ज्यादा हैं..
आरक्षण ने देश की प्रतिभाओं को पलायन के लिए ही मजबूर नहीं किया..वरन उसने आरक्षित वर्ग में भी प्रतिस्पर्धात्मक विशेषता पैदा करने में भी अवरोध पैदा किया है..जबकि यदि आरक्षित वर्ग को यह अहसास रहे कि हमें निश्चित मापदंड को पूरा करना है..तो केवल कुछ ही जुझारू प्रयासों से वह अपने आप को इसके लिए तैयार कर लेता..
आरक्षण देश में अनुसंधान और अन्यविधाओं के उत्थान में भी अवरोध पैदा करता है.
समाज में अब यह एक रोग की तरह देखा जाने लगा है...जिसके निराकरण के लिए..
आपके कोटा शहर के प्रबुद्धजनों,संस्थाओं और कई समाजों के प्रमुखजनो ने आरक्षण के विरोध में एक राष्ट्रव्यापी मुहीम चालू करने का फैसला किया है..
जिसके तहत..समस्त अनारक्षित वर्ग का सामूहिक सांकेतिक धरना
आरक्षण हटाओ..देश बचाओं..

आरक्षण भारत छोड़ो..
25 सितम्बर को
सायंकाल 4 बजे
शहीद स्मारक,अंटाघर चौराहा,कोटा पर आयोजित किया गया है..
जोड़ें उन सभी को जो देश को प्रेम करते हैं..
सभी को समान समझते हैं..
संविधान की मूल भावना का सम्मान करते हैं..
देश की प्रतिभा के पलायन से एवं योग्यजनो के तिरस्कार से आहत हैं..
सभी को इस मुहीम से जोड़ें और इस पोस्ट को शेयर करें.
सभी को समान अवसर..फिर आपस में क्यों अंतर..!
अनिल तिवारी 9829038090

फतवा: मोहम्मद साहब पर बनी फिल्म में म्यूजिक देकर नापाक हो गए रहमान


 फाइल फोटो : ए आर रहमान
फाइल फोटो : ए आर रहमान
मुंबई. मशहूर म्यूजिक कंपोजर ए आर रहमान और ईरानी फिल्म मेकर माजिद मजीदी के खिलाफ मुंबई के एक सुन्नी ग्रुप ने फतवा जारी किया है। रजा एकेडमी नाम के इस ग्रुप के फतवे में माजिद मजीदी की फिल्म 'मोहम्मद : द मैसेंजर ऑफ गॉड' के जरिए मुस्लिमों की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने का आरोप लगाया गया है।
क्या लिखा है फतवे में?
फतवे में कहा गया है कि मोहम्मद साहब की तस्वीर बनाई या रखी नहीं जा सकती है। ईरानी फिल्म ‘मोहम्मद...’ इस्लाम का मजाक उड़ाती है। इसमें प्रोफेशनल एक्टर्स ने रोल किए हैं, जिनमें कुछ गैर मुस्लिम भी हैं। जो मुस्लिम फिल्म में काम कर रहे हैं, खासकर मजीदी और रहमान, वे नापाक हो गए हैं और उन्हें फिर से कलमा पढ़ने की जरूरत है।

किसने और कैसे बनाई फिल्म?

>'मोहम्मद- मैसेंजर ऑफ गॉड' 27 अगस्त को रिलीज हो चुकी है। फिल्म के डायरेक्टर ऑस्कर विनर माजिद मजीदी हैं।
>फिल्म की लागत 253 करोड़ रुपए (40 मिलियन USD) बताई जा रही है। दावा किया जा रहा है कि यह ईरान की अब तक की सबसे महंगी फिल्म है।
>ईरान की मैगजीन 'हिजबुल्लाह लाइन' से बातचीत में माजिद ने कहा, ''मैंने वेस्टर्न देशों में इस्लाम को लेकर बढ़ते डर की वजह से इस फिल्म को बनाने का फैसला किया।''
>फिल्म तीन पार्ट में बनी है। पहला हिस्सा 117 मिनट का है। इसमें पैगंबर साहब के बचपन की स्टोरी दिखाई गई है। हालांकि, उनका रोल करने वाले एक्टर का चेहरा नहीं दिखाया गया है। सिर्फ परछाई ही दिखाई गई है।
>फिल्म की रिलीज के बाद से ही अरब देशों में बवाल खड़ा हो गया है। सुन्नियों का सबसे बड़ा संगठन अल-अजहर इस फिल्म से खफा है।

ऋषिकेश : गुरु का हालचाल पूछने पहुंचे PM ने कहा-इतिहास बन जाएगी कांग्रेस

फाइल फोटो- अपने गुरु स्वामी दयानंद गिरि के साथ पीएम मोदी।
फाइल फोटो- अपने गुरु स्वामी दयानंद गिरि के साथ पीएम मोदी।
ऋषिकेश. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तराखंड की देवभूमि ऋषिकेश में बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच भाषण दिया। उन्होंने कहा, 'अगले चुनाव में कांग्रेस इतिहास बन जाएगी। आज जनता का मन बदल चुका है। हमने बेटियों के लिए स्कूल में टॉयलेट का इंतजाम करवाया। हमने बैंक के दरवाजे गरीबों के लिए खोल दिए। ...मैं चैन से नहीं बैठूंगा।' बता दें कि मोदी अपने गुरु स्वामी दयानंद गिरी की सेहत का हालचाल जाने के लिए यहां आए थे।
पीएम की स्पीच के हाइलाइट्स
@ 3.55 PM संसद में आपके सांसदों को बोलने नहीं दिया गया। यह सकारात्मक राजनीति नहीं थी।
@ 3.54 PM अगले चुनाव में कांग्रेस का वजूद मिट जाएगा। लोग कहेंगे एक पार्टी थी कांग्रेस।
@ 3.52 PM वन रैंक वन पेंशन का हिसाब लगाया तो मामला 10 हजार करोड़ रुपए तक पहुंचा। भारत जैसे गरीब देश के लिए यह बहुत बड़ी रकम है। लेकिन जवानों को उनका सम्मान मिलना चाहिए। कांग्रेस ने 500 करोड़ ही दिए थे।
@ 3.48 PM 18 हजार गांवों में बिजली नहीं पहुंची है। इन गांवों में एक हजार दिनों में बिजली पहुंचेगी।
@ 3.47 PM 2022 में जब देश की आजादी के 75 साल होंगे तो देश में 24 घंटे बिजली होगी।
@ 3.46 PM मुझे कठिन काम के लिए ईश्वर ने पैदा किया है।
गुरु का पूछा हालचाल
इससे पहले उन्होंने अपने गुरु स्वामी दयानंद गिरी के मुलाकात की और उनकी सेहत का हाल जाना। मोदी गंगा तट पर बने गुरु के आश्रम में करीब एक घंटा रुके और ध्यान भी लगाया। पीएम मोदी के दौरे के चलते उत्तराखंड प्रशासन और पुलिस सतर्क है। दौरे से पहले सिक्युरिटी सख्त कर दी गई थी।
कौन हैं मोदी के गुरु?
स्वामी दयानंद गिरि हरिद्वार के ऋषिकेश में दयानंद सरस्वती आश्रम और कोयंबटूर में अर्श विद्या गुरुकुलम में गुरु हैं। वे शंकर परंपरा के वेदांत और संस्कृत के विद्वान हैं। वे करीब 50 सालों से देश और दुनिया में वेदांत की शिक्षा दे रहे हैं। नरेंद्र मोदी हिमालय यात्रा के दौरान अपने गुरु स्वामी दयानंद गिरि से मिले थे। इसके बाद उनके साथ ऋषिकेश के शीशमझाडी आश्रम में रहे थे।

राजनाथ ने पाक रेंजर्स से कहा- पाकिस्तान से ज्यादा इस्लामिक तो हिंदुस्तान है

शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करने पहुंचे पाकिस्तान रेंजर्स के डीजी मेजर जनरल उमर फारूख बुर्की।
शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करने पहुंचे पाकिस्तान रेंजर्स के डीजी मेजर जनरल उमर फारूख बुर्की।
नई दिल्ली/जम्मू. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को उनसे मिलने आए पाकिस्तान रेंजर्स के डीजी मेजर जनरल उमर फारूख बुर्की को कई मुद्दों पर खरी-खरी सुनाई। राजनाथ ने पहले कहा कि पाकिस्तान से ज्यादा इस्लामिक देश तो हिंदुस्तान है, क्योंकि आपके मुल्क से ज्यादा मुसलमान तो यहां रहते हैं। राजनाथ ने यह भी कहा कि भारत कभी पाकिस्तान पर पहले गोली नहीं चलाएगा। राजनाथ की दोटूक बातें सुनने के बाद पाकिस्तान रेंजर्स के डीजी बैकफुट पर आ गए। उन्होंने माना कि हिंदुस्तान महान और बड़ा है। यह भी कहा कि चूंकि वे नेता नहीं हैं, इसलिए कोई कमिटमेंट नहीं दे सकते।
राजनाथ और पाक रेंजर्स के डीजी के बीच क्या हुई बातचीत?
- राजनाथ : भारत पाकिस्तान सहित सभी पड़ोसियों से अमन चाहता है। यही वजह थी कि मोदीजी ने शपथ ग्रहण पर सभी पड़ोसी देशों के नेताओं को बुलाया। अटलजी भी कहा करते थे कि हम दोस्त बदल सकते हैं, पड़ोसी नहीं। हम कभी आप पर पहले गोली नहीं चलाएंगे। लेकिन घुसपैठ रोकना आपकी जिम्मेदारी है।
- बुर्की : मैं सिर्फ एक फोर्स का डीजी हूं। मैं आपकी तरह लीडर नहीं हूं। इसलिए मैं कोई कमिटमेंट नहीं दे सकता। लेकिन आपका मैसेज पाकिस्तान की लीडरशिप तक जरूर पहुंचा सकता हूं। हमारा मुल्क भी अमन चाहता है। कभी-कभी गलतफहमी के चलते फायरिंग हो जाती है।
- राजनाथ : हिंदुस्तान में पाकिस्तान से ज्यादा मुस्लिम आबादी है। हमारे यहां मुस्लिमों के 72 फिरके हैं। इतने फिरके (सेक्शन) किसी और देश में नहीं हैं।
- बुर्की : आपका मुल्क काफी बड़ा और महान है। हम आपसे अच्छे रिश्ते चाहते हैं।
24 घंटे भी नहीं टिकी फायरिंग रोकने को लेकर बनी रजामंदी
भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर अमन कायम करने की रजामंदी 24 घंटे भी नहीं टिकी। गुरुवार को बीएसएफ के साथ बातचीत के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स के अफसरों ने सूफी म्यूजिक और भारतीय जायके का लुत्फ उठाया था। लेकिन शुक्रवार सुबह ही पाकिस्तान की फौज ने एलओसी पर फायरिंग कर दी।
कहां हुई फायरिंग?
जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में एलओसी पर पाकिस्तान ने शुक्रवार सुबह 4 से 5 बजे के बीच फायरिंग की। जम्मू में डिफेंस स्पोक्सपर्सन लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष मेहता ने बताया- पाकिस्तान ने बिना किसी उकसावे के फायरिंग की। इसके बाद इंडियन आर्मी ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया।
क्या ये है सीजफायर तोड़े जाने की वजह?
दिल्ली में बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच बातचीत चल रही है। ये दोनों सिक्युरिटी फोर्स इंटरनेशनल बॉर्डर पर तैनात है। वहीं, इंडियन आर्मी और पाकिस्तानी फौज की तैनाती एलओसी पर है। पाकिस्तानी आर्मी हमेशा से भारत के साथ किसी भी तरह की बातचीत के खिलाफ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में यही कहा जा रहा है कि पाकिस्तानी आर्मी नहीं चाहती कि डीजी लेवल की बातचीत में कोई कामयाबी हासिल हो।
फायरिंग नहीं करने पर गुरुवार को ही बनी थी रजामंदी
दिसंबर 2013 के बाद बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच दिल्ली में बातचीत हो रही है। गुरुवार को इसका पहला दिन था। पाकिस्तान रेंजर्स के डीजी मेजर जनरल उमर फारूख बुर्की की अगुआई में 16 मेंबर्स का डेलीगेशन भारत आया है। भारतीय डेलीगेशन की अगुआई बीएसएफ चीफ देवेंद्र कुमार पाठक ने की। गुरुवार शाम को खबर आई कि दोनों देश बॉर्डर पर फायरिंग बंद करने को लेकर रजामंद हो गए। ढाई साल में चौथी बार ऐसा फैसला हुआ था।
पहले कब-कब बनी थी ऐसी रजामंदी?
- जनवरी 2013 : दोनों देशों के बीच तय हुआ था कि वे एक-दूसरे पर फायरिंग नहीं करेंगे। कई दिनों की फायरिंग के बाद भारत-पाकिस्तान की आर्मी के बीच यह सहमति बनी थी। लेकिन बाद में पाकिस्तान सीजफायर तोड़ता रहा।
- जुलाई 2014 : भारत-पाकिस्तान के डीजी मिलिट्री ऑपरेशन्स के बीच एक बार फिर इसी तरह की रजामंदी बनी।
- अगस्त 2014 : बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स की एक यूनिट चिनाब रेंजर्स के बीच 35 मिनट की मीटिंग हुई। इसमें तय हुआ कि एक-दूसरे पर फायरिंग नहीं की जाएगी।
- सितंबर 2015 : जुलाई-अगस्त के दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच भारी तनाव के बाद दिल्ली में बीएसएफ-पाक रेंजर्स के बीच मीटिंग हुई। इसमें भी फायरिंग नहीं करने पर सहमति बनी।
मीटिंग शुरू होने से एक दिन पहले तक पाकिस्तान ने की थी फायरिंग
डीजी लेवल की बातचीत शुरू होने से ठीक एक दिन पहले बुधवार को भी पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा था। जम्मू की कृष्णा घाटी और पुंछ एरिया में सीमापार से फायरिंग हुई। जवाब में बीएसएफ ने भी फायरिंग की थी।
जो कल तक कर रहे थे फायरिंग, उन्होंने सुना सूफी म्यूजिक, लिया भारतीय जायका
मीटिंग के लिए भारत आए पाकिस्तानी रेंजर्स ने शुक्रवार दिनभर बीएसएफ के साथ बातचीत के बाद शाम को सूफी संगीत और शानदार भारतीय खाने का लुत्फ उठाया। पाकिस्तानी मेहमानों के लिए बीएसएफ ने एक म्यूजिकल इवनिंग रखी थी। इस मौके पर कई आर्टिस्ट्स ने परफॉर्म किया। मशहूर सिंगर हंसराज हंस ने पंजाबी लोक गीत पेश किए। सूफी म्यूजिक के साथ-साथ पाॅपुलर हिंदी फिल्मी गाने भी पेश किए गए। पाकिस्तानी रेंजर्स के डीजी मेजर जनरल उमर फारूक बुर्की सहित बाकी अफसरों के लिए हुए इस प्राेग्राम के एक दिन पहले तक पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा था।
वेज, नॉनवेज दोनों परोसे गए
म्यूजिकल प्रोग्राम के बाद पाक मेहमानों को इंडियन खाना परोसा गया। इसमें वेजिटेरियन और नॉन वेजिटेरियन, दोनों ऑप्शन थे। इस खाने को पैरामिलट्री फोर्सेज के बेहतरीन शेफ की एक टीम ने तैयार किया था। इससे पहले, पाक रेंजर्स ने होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की। शनिवार को ज्वाइंट रिकॉर्ड ऑफ डिस्कशन साइन करने के बाद पाक रेंजर्स वतन लौट जाएंगे।

मक्का मस्जिद में क्रेन गिरने से 107 की मौत, 9 भारतीयों समेत 238 घायल

हादसे के बाद घटनास्थल पर बहुत ही दर्दनाक मंजर था।
हादसे के बाद घटनास्थल पर बहुत ही दर्दनाक मंजर था।
मक्का। सऊदी अरब में शुक्रवार रात बड़ा हादसा हो गया। मक्का की मुख्य मस्जिद अल हरम में क्रेन गिर गई। इसकी चपेट में आने से 107 लोगों की मौत हो गई। हादसे में 238 लोगों के घायल होने की खबर है। इनमें नौ भारतीय हैं। हालांकि मरने वालों में किसी के भारतीय होने का पता नहीं चला है। हज अभी शुरू नहीं हुआ है। इसलिए भीड़ थोड़ी कम थी।
हज 21 से 26 सितंबर के बीच होना है। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक तेज आंधी की वजह से क्रेन गिरी। इससे मस्जिद की छत का एक हिस्सा ढह गया। इसलिए ज्यादा लोग मारे गए। मरने वाले किस देश के हैं, यह खुलासा नहीं हो पाया है। सऊदी अधिकारियों के मुताबिक-हादसे के वक्त दुनियाभर से हज के लिए हजारों मुस्लिम यहां जमा थे। हादसे की वजह मौसम को माना जा रहा है। तेज आंधी के चलते क्रेन मस्जिद पर गिर गई। हादसे के थोड़ी देर बाद ही सोशल मीडिया पर घटना की तस्वीरें आना शुरू हो गईं। कुछ तस्वीरों में क्रेन पर बिजली गिरती भी दिखाई गई। हालांकि, सऊदी अधिकारियों ने हादसे की स्पष्ट वजह नहीं बताई है। रेस्क्यू टीमें मलबे से घायलों को निकालने में जुटी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा-जेद्दा स्थित भारतीय काउंसलेट हालात पर नजर रख रहा है। अस्पतालों में भारतीय डॉक्टर भी घायलों की जानकारी जुटा रहे हैं।
मस्जिद को बड़ा करने का चल रहा है काम
मक्का मस्जिद मुस्लिम समुदाय के लोगों की धार्मिक आस्था के केंद्र है। दुनियाभर के लाखों लोग हर साल यहां हज यात्रा पर आते हैं। मक्का में 2011 से मस्जिद बड़ा करने का काम चल रहा है। इसके लिए कई क्रेन लगाई गई हैं। शुक्रवार को आई तेज आंधी के कारण इनमें से एक भारी-भरकम क्रेन गिर पड़ी। इससे, जुमे की नमाज के लिए आए कई लोग चपेट में आ गए। अब तक भारत के 52 हजार लोग मक्का पहुंच चुके हैं। दुनिया भर से 8 लाख हज यात्री पहुंचे हुए हैं। शनिवार को मुंबई से मक्का जाने वाली फ्लाइट कैंसिल नहीं होगी। इस साल यहां भारत से 1.36 लाख यात्री हिस्सा लेंगे।

तुम्हारी मेरी दुआओ में

तुम्हारी मेरी दुआओ में
कितना था टकराव ,,
मुबारक हो
तुम जीत गए हम हार गए
खुदा का शुक्र है
हम हारे तो तो सही
लेकिन हार कर भी जीत गए
तुम्हारी दुआ थी
हम से हमारे प्यार से
तुम्हारा पीछा छूटे
हमारी दुआ थी
तुम हमे मुकम्मल मिल जाए
ना मिल सको अगर
तो हम यूँ ही मर जाए
लो खुश हो लो
तुम्हारी दुआ क़ुबूल हुई
तुम्हारा पीछा यूँ छूट रहा है
हमारी दुआ क़बूल है क़ुबूल है
तुम ना भी मिल सके तो क्या
देखो हम आखरी पड़ाव पर
हमारी दुआ
तुम ना मिल सको तो हम मर जाए
वोह क़ुबूल है क़ुबूल है ,,
तुम सोचते हो हमसे पीछा छूटा
दुआ तुम्हारी क़ुबूल है
नहीं नहीं
तुम गलत सिर्फ गलत सोचते हो
तुम न मिल सको तो हम मरजाये
यही दुआ थी हमारी
इसलिये लो
हमारी दुआ क़ुबूल है क़ुबूल है ,,
मिल जाओ तुम अगर
तो शायद
ज़िंदगी मिल जाए
लेकिन नहीं शायद नहीं
दुआ हमारी क़ुबूल है हमारी क़ुबूल है ,,अख्तर

हिंदी है हम हिंदुस्तान हमारा ,,

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा ,, हम बुलबुले है इसके ,,यह गुलिस्तां हमारा ,,हिंदी है हम हिंदुस्तान हमारा ,,जी हाँ दोस्तों भारत देश की मात्र भाषा हिंदी ,,भारत देश की संविधान की भाषा हिंदी ,,,,,,भारत देश के प्रधानमंत्री हिंदी समर्थित ,हाल ही में देश में बत्तीस साल बाद भोपाल में आयोजित दसवे विश्व हिंदी सम्मेलन में शामिल हुए ,,उन्होंने चाय बेचते हुए हिंदी सीखी यह तो उन्होंने लोगों को बताया लेकिन एक प्रधानमंत्री की हैसियत से वोह हिंदी को पुरे देश में लागू करने के लिए क्या कर रहे है ,,उनकी क्या कार्य योजना है यह उन्होंने नहीं बताई ,,दोस्तों हिंदी हमारी मात्र भाषा है कोई सियासत की चीज़ नहीं ,,इस पर सियासत नहीं सिर्फ और सिर्फ काम होना चाहिए ,,हम कांग्रेस की हिंदी विरोधी नीतियों पर नहीं जाना चाहते लेकिन भाजपा की पहले भी सरकार रही है हिंदी समर्थित अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे ,,अब नरेंद्र मोदी भारत माता की जय बोलने वाले हिंदी भाषी समर्थित प्रधानमंत्री है ,,उन्हें और उनके समर्थको को हिंदी के बारे में सोचना चाहिए ,,,हिंदी को पुरे देश में लागू करने के बारे में केवल भारतेंदु हरिश्चंद्र का जन्म दिवस मनाकर हंसी ठिठोली ,,चाय नाश्ता करने से कोई काम नहीं होगा ,,क़ानून बने ,,संविधान संशोधन हो ,,,क़ानून में लिखा जाए कोई भी आवेंदन चाहे लाइसेंस का हो ,,रेलवे आरक्षण का हो ,,,पंच ,,सरपंच ,,,विधायक ,,पार्षद ,,लोकसभा ,,राजयसभा ,,राष्ट्रपति का हो जो भी आवेदन हो वोह सिर्फ स्वलिखित हिंदी में भरा जाए बस सभी लोग हिंदी जाने लगेंगे ,,हिंदी पढ़ने लगेंगे ,,पुरे देश में कोई व्यवसायिक प्रतिष्ठान हो अपनी मन पसंद भाषा के अलावा हिंदी में आवश्यक रूप से बोर्ड पर संस्थान का नाम लिखने की अनिवार्यता हो हिंदी पुरे देश में छा जायेगी ,,क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खूब अच्छी तरह से जानते है ,,आज अगर दक्षिण भारत ,,,उड़ीसा ,,,बंगाल ,,गुजरात ,,महाराष्ट्र ,,,बिहार सहित कई राज्यों में जाओ तो वहां हिंदी बोलने ,,लिखने ,,पढ़ने ,,सुनने वाला भी नहीं ,,ऐसे में अगर सभी संस्थाओ के बोर्ड ,,विज्ञापन बोर्ड में हिंदी की अनिवार्यता हो जाए तो हिंदी पुरे देश की सच में ज़ुबान बन सकेगी वरना यूँ सियासत के नाम पर हिंदी की सिर्फ हिंदी ही करने वाले सियासी लोग समारोह को औपचारिक ही करते रहेंगे ,,मेरी इस पोस्ट को इस सुझाव को बिना किसी सियासी पूर्वाग्रह ,,,बिना किसी चमचागिरी की सोच के राष्ट्रिय सोच ,,हिंदी प्रेमी निष्पक्ष सोच के साथ पढ़िए और प्लीज़ सुझाव दीजिये ,हो सके तो प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी जी पर दबाव बनाइये क्योंकि वोह ही ऐसी शख्सियत है जो हिंदी से प्रेम करने के कारण पुरे देश में यह सब कर सकते है ,,हम देशवासियो पर हिंदी थोपने की बात नहीं कर रहे हिंदी की अनिवार्यता की बात कर रहे है ताकि हमारी संस्कृति पुनर्जीवित हो सके ,,हम ज़िंदाबाद हो सके ,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मेरी एक बात समझ में नहीं आती

मेरी एक बात समझ में नहीं आती ,,आपकी समझ में आये तो बताइये ज़रूर ,,यह मांस का विरोध करने वाले लोग क्या शराब को पसंद करते है जो कभी भी शराब को बंद करने की बात नहीं करते ,,,,,,अब तक सियासी ,या फिर मज़हबी सियासी वातावरण बनाने वाले लोग मांस का तो विरोध करते है लेकिन शराब का कोई विरोध करने वाला नहीं मिला ,,क्या मांस का विरोध करने वालो को शराब से नफरत नहीं ,,क्या शराब को वोह देश में पसंद करते है ,,,कई सवालात है जिनका जवाब नहीं ,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मुकदमा गैरकानूनी मानते हुए अदालत से रिहा किया गया

पूर्व मंत्री शान्ति धारीवाल और नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी के आह्वान पर कोटा नगर निगम द्वारा लगाए जा रहे नगरीय कर के खिलाफ शान्तिपूर्वक प्रदर्शन के दौरान भारी लाठीचार्ज और घेराबंदी करके गैर कानूनी तरीके से गिरफ्तार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रविन्द्र त्यागी एवं अन्य नेताओं को भारी जनाक्रोश को देखते हुए एवं मुकदमा गैरकानूनी मानते हुए अदालत से रिहा किया गया | रविन्द्र त्यागी के साथ पी सी सी सदस्य राजेंद्र सांखला, हिमांशु शर्मा, अंकुर गौतम, राकेश माखीजा रिहाई के बाद त्यागी के निवास स्थान पर पहुंचे जहाँ सैंकड़ो कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त उत्साह के साथ ढोल नगाड़े फूल मालाओं एवं नारों के साथ अपने नेताओं का जोरदार स्वागत किया |
त्यागी ने मीडिया को संबोधित करते हुए सभी कार्यकर्ताओं, नागरिकों एवं प्रेस और मीडिया के अपार समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया एवं आह्वान करते हुए चेतावनी दी कि ये जनआन्दोलन जारी रहेगा और जरुरत पड़ने पर कार्यकर्ता जेल भरो आन्दोलन करेंगे और भाजपा सरकार की इस तरह की दमनकारी नीतियों का जोरदार विरोध करेंगे | उन्होंने कहा कि हमें बिना एफ आई आर गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने राजनैतिक दबाव में आकर निगम अधिकारीयों से झूठी शिकायत ली गयी | जबकि पार्षद पति की निगम उपायुक्त से बदसुलूकी के बाद कोई पुलिसिया कार्यवाही नहीं करने से नाराज सभी निगम कर्मचारी पेन डाऊन हड़ताल पर हैं एवं निगम में कामकाज ठप्प पड़ा हुआ है |
स्वागतकर्ताओं में मुख्य रूप से देहात कांग्रेस अध्यक्ष रुक्मणी मीना, प्रदेश कांग्रेस सचिव शिवकांत नंदवाना, विध्याशंकर गौतम, महिला प्रदेश कांग्रेस की सचिव रचना राठौर, एन एस यू आई जिलाध्यक्ष अनुराग गौतम, कोमर्स कॉलेज के अध्यक्ष प्रफुल्ल पाठक, रफीक पठान, ललित सरदार, श्याम गौतम, दिनेश खटीक, तरुण चतुर्वेदी, ईश्वर शर्मा, संदीप भाटिया, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे |

एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्राचार्य को बनाया बंधक, हुआ लाठीचार्ज


कोटा. । रैगिंग के आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को राजकीय महाविद्यालय प्राचार्य के कक्ष में जमकर हंगामा किया। यही नहीं उन्होंने प्राचार्य को एक घंटे बंधक बनाए रखा। कार्यकर्ता हंगामा करते हुए उनकी टेबल पर भी चढ़ गए। बाद में पुलिस ने उन्हें बाहर निकाला और छात्रों को खदेडऩे के लिए लाठीचार्ज भी किया। इसमें एक कार्यकर्ता की पसलियां टूट गईं। राजकीय महाविद्यालय में बुधवार को छात्रसंघ अध्यक्ष धर्मराज मीणा और पूर्व उपाध्यक्ष प्रेमशंकर मीणा ने बाहरी युवकों के साथ मिलकर बीए द्वितीय वर्ष के छात्र महेश शाक्यवाल से कथित तौर पर रैगिंग की थी। विरोध करने पर आरोपितों ने उसे जमकर पीटा। दो दिन बाद भी इस मामले में कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज एबीवीपी कार्यकर्ता दोपहर में कॉलेज पहुंच गए। उन्होंने पहले कॉलेज बंद करवाया।
इसके बाद प्राचार्य डॉ. टीसी लोया के कक्ष में जाकर उन्हें बंधक बना लिया। उन्होंने प्राचार्य कक्ष के दरवाजे अंदर से बंद कर लिए और जमकर हंगामा किया। कार्यकर्ता प्राचार्य से 24 घंटे में कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे, लेकिन प्राचार्य ने सात दिन में कार्रवाई करने की बात कही। इस पर कुछ कार्यकर्ता प्राचार्य की मेज पर चढ़कर हंगामा करने लगे। एंटी रैगिंग कमेटी के अध्यक्ष डॉ. हरिशंकर शर्मा और कॉलेज के अन्य व्याख्याताओं ने कार्यकर्ताओं को निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन छात्रनेता लिखित में आश्वासन देने की जिद पर अड़े रहे।

मूक बधिर महिला से सामूहिक दुष्कर्म के दो आरोपितों को 20 साल की सजा


कोटा. । नयापुरा थाना क्षेत्र से दो साल पहले एक मूक बधिर महिला को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म करने के दो आरोपितों को अदालत ने शुक्रवार को 20-20 साल कैद की सजा व 10-10 हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है।
सुल्तानपुर के कासमपुरा निवासी एक व्यक्ति ने 3 सितम्बर 2013 को नयापुरा थाने में रिपोर्ट दी थी। इसमें कहा था कि वह 28 अगस्त को अपनी बीमार व मूक बधिर पुत्रवधु को इलाज के लिए जे.के. लोन अस्पताल लेकर गया था।
वहां उसे डॉक्टर को दिखाने के बाद वह पुत्रवधु और अपनी 13 माह की पोत्री को अस्पताल के सामने बैठाकर दवाई लेने गया। वहां से कुछ समय बाद आया तो दोनों मौके पर नहीं मिले। इस पर उसने पहले तो उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई।
2 सितम्बर को उसकी पुत्रवधु गांव में बस स्टैण्ड पर मिली। इस पर उसने इशारों से बताया कि गांव के दो युवक सुरेश बैरवा व दुर्गाशंकर मेघवाल उसे अगवा कर ले गए। दोनों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और उसे वापस गांव छोड़ गए।

इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया। विशिष्ठ लोक अभियोजक नित्येन्द्र शर्मा ने बताया कि दो साल चली सुनवाई के बाद महिला उत्पीड़न क्रम एक अदालत ने सुरेश बैरवा व दुर्गाशंकर मेघवाल को 20-20 साल कैद और 10-10 हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है, जबकि अगवा करने के मामले में 6-6 साल की सजा व 5-5 हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है। सभी सजाएं साथ-साथ चलेंगी।

ॐ . कब सुनाई?

पाण्डव पाँच भाई थे जिनके नाम हैं -
1. युधिष्ठिर 2. भीम 3. अर्जुन
4. नकुल। 5. सहदेव
( इन पांचों के अलावा , महाबली कर्ण भी कुंती के ही पुत्र थे , परन्तु उनकी गिनती पांडवों में नहीं की जाती है )
यहाँ ध्यान रखें कि… पाण्डु के उपरोक्त पाँचों पुत्रों में से युधिष्ठिर, भीम और अर्जुन
की माता कुन्ती थीं ……तथा , नकुल और सहदेव की माता माद्री थी ।
वहीँ …. धृतराष्ट्र और गांधारी के सौ पुत्र…..
कौरव कहलाए जिनके नाम हैं -
1. दुर्योधन 2. दुःशासन 3. दुःसह
4. दुःशल 5. जलसंघ 6. सम
7. सह 8. विंद 9. अनुविंद
10. दुर्धर्ष 11. सुबाहु। 12. दुषप्रधर्षण
13. दुर्मर्षण। 14. दुर्मुख 15. दुष्कर्ण
16. विकर्ण 17. शल 18. सत्वान
19. सुलोचन 20. चित्र 21. उपचित्र
22. चित्राक्ष 23. चारुचित्र 24. शरासन
25. दुर्मद। 26. दुर्विगाह 27. विवित्सु
28. विकटानन्द 29. ऊर्णनाभ 30. सुनाभ
31. नन्द। 32. उपनन्द 33. चित्रबाण
34. चित्रवर्मा 35. सुवर्मा 36. दुर्विमोचन
37. अयोबाहु 38. महाबाहु 39. चित्रांग 40. चित्रकुण्डल41. भीमवेग 42. भीमबल
43. बालाकि 44. बलवर्धन 45. उग्रायुध
46. सुषेण 47. कुण्डधर 48. महोदर
49. चित्रायुध 50. निषंगी 51. पाशी
52. वृन्दारक 53. दृढ़वर्मा 54. दृढ़क्षत्र
55. सोमकीर्ति 56. अनूदर 57. दढ़संघ 58. जरासंघ 59. सत्यसंघ 60. सद्सुवाक
61. उग्रश्रवा 62. उग्रसेन 63. सेनानी
64. दुष्पराजय 65. अपराजित
66. कुण्डशायी 67. विशालाक्ष
68. दुराधर 69. दृढ़हस्त 70. सुहस्त
71. वातवेग 72. सुवर्च 73. आदित्यकेतु
74. बह्वाशी 75. नागदत्त 76. उग्रशायी
77. कवचि 78. क्रथन। 79. कुण्डी
80. भीमविक्र 81. धनुर्धर 82. वीरबाहु
83. अलोलुप 84. अभय 85. दृढ़कर्मा
86. दृढ़रथाश्रय 87. अनाधृष्य
88. कुण्डभेदी। 89. विरवि
90. चित्रकुण्डल 91. प्रधम
92. अमाप्रमाथि 93. दीर्घरोमा
94. सुवीर्यवान 95. दीर्घबाहु
96. सुजात। 97. कनकध्वज
98. कुण्डाशी 99. विरज
100. युयुत्सु
( इन 100 भाइयों के अलावा कौरवों की एक बहनभी थी… जिसका नाम""दुशाला""था,
जिसका विवाह"जयद्रथ"सेहुआ था )
"श्री मद्-भगवत गीता"के बारे में-
ॐ . किसको किसने सुनाई?
उ.- श्रीकृष्ण ने अर्जुन को सुनाई।
ॐ . कब सुनाई?
उ.- आज से लगभग 7 हज़ार साल पहले सुनाई।
ॐ. भगवान ने किस दिन गीता सुनाई?
उ.- रविवार के दिन।
ॐ. कोनसी तिथि को?
उ.- एकादशी
ॐ. कहा सुनाई?
उ.- कुरुक्षेत्र की रणभूमि में।
ॐ. कितनी देर में सुनाई?
उ.- लगभग 45 मिनट में
ॐ. क्यू सुनाई?
उ.- कर्त्तव्य से भटके हुए अर्जुन को कर्त्तव्य सिखाने के लिए और आने वाली पीढियों को धर्म-ज्ञान सिखाने के लिए।
ॐ. कितने अध्याय है?
उ.- कुल 18 अध्याय
ॐ. कितने श्लोक है?
उ.- 700 श्लोक
ॐ. गीता में क्या-क्या बताया गया है?
उ.- ज्ञान-भक्ति-कर्म योग मार्गो की विस्तृत व्याख्या की गयी है, इन मार्गो पर चलने से व्यक्ति निश्चित ही परमपद का अधिकारी बन जाता है।
ॐ. गीता को अर्जुन के अलावा
और किन किन लोगो ने सुना?
उ.- धृतराष्ट्र एवं संजय ने
ॐ. अर्जुन से पहले गीता का पावन ज्ञान किन्हें मिला था?
उ.- भगवान सूर्यदेव को
ॐ. गीता की गिनती किन धर्म-ग्रंथो में आती है?
उ.- उपनिषदों में
ॐ. गीता किस महाग्रंथ का भाग है....?
उ.- गीता महाभारत के एक अध्याय शांति-पर्व का एक हिस्सा है।
ॐ. गीता का दूसरा नाम क्या है?
उ.- गीतोपनिषद
ॐ. गीता का सार क्या है?
उ.- प्रभु श्रीकृष्ण की शरण लेना
ॐ. गीता में किसने कितने श्लोक कहे है?
उ.- श्रीकृष्ण जी ने- 574
अर्जुन ने- 85
धृतराष्ट्र ने- 1
संजय ने- 40.
अपनी युवा-पीढ़ी को गीता जी के बारे में जानकारी पहुचाने हेतु इसे ज्यादा से ज्यादा शेअर करे। धन्यवाद
अधूरा ज्ञान खतरना होता है।
33 करोड नहीँ 33 कोटी देवी देवता हैँ हिँदू
धर्म मेँ।
कोटि = प्रकार।
देवभाषा संस्कृत में कोटि के दो अर्थ होते है,
कोटि का मतलब प्रकार होता है और एक अर्थ करोड़ भी होता।
हिन्दू धर्म का दुष्प्रचार करने के लिए ये बात उडाई गयी की हिन्दुओ के 33 करोड़ देवी देवता हैं और अब तो मुर्ख हिन्दू खुद ही गाते फिरते हैं की हमारे 33 करोड़ देवी देवता हैं...
कुल 33 प्रकार के देवी देवता हैँ हिँदू धर्म मे :-
12 प्रकार हैँ
आदित्य , धाता, मित, आर्यमा,
शक्रा, वरुण, अँश, भाग, विवास्वान, पूष,
सविता, तवास्था, और विष्णु...!
8 प्रकार हे :-
वासु:, धर, ध्रुव, सोम, अह, अनिल, अनल, प्रत्युष और प्रभाष।
11 प्रकार है :-
रुद्र: ,हर,बहुरुप, त्रयँबक,
अपराजिता, बृषाकापि, शँभू, कपार्दी,
रेवात, मृगव्याध, शर्वा, और कपाली।
एवँ
दो प्रकार हैँ अश्विनी और कुमार।
कुल :- 12+8+11+2=33 कोटी

क़ुरआन का सन्देश

  
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