तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के सरपरस्त कोटा शहर क़ाज़ी अनवार अहमद ने आज यहां
जंगलीशाह बाबा में उर्दू के अध्यापक और समर्पित कार्यकर्ताओ को सम्बोधित
करते हुए कहा के,,, इल्म हांसिल करना हर मुसलमान आदमी और औरत के लिए
फ़र्ज़ है इसलिए हमे खुद को हमारे बच्चो को हर हाल में इल्म हांसिल करना है
,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के सरपरस्त अनवार अहमद ने उर्दू अध्यापको के
स्नेहमिलन और कार्यकर्ताओ के सम्मान समारोह में बोलते हुए कहा के उर्दू
ज़ुबान पर हम अपना हक़ नहीं जमाते लेकिन उर्दू तहज़ीब की जुबां है ,,हमारा
इल्म उर्दू से वाबस्ता है इसलिए इसके फरोग और बचाव की ज़्यादा ज़िम्मेदारी
हमारी अपनी हो जाती है ,,,अनवार अहमद बोलते हुए भावुक हो उठे और उन्होेन
उर्दू के हमदर्दो ,,मददगारों को रुंधे हुए गले से आँखों में ख़ुशी के
आंसुओ के साथ मुबारकबाद के साथ शुक्रिया अदा करते हुए कहा के एक बूढ़े
,,बीमार शख्स की आवाज़ पर कोटा और आसपास के उर्दू के हमदर्दो का तहज़ीब के
दायरे में सैलाब जब देखा तो ख़ुशी के मारे आँखे नम हो गयी ,,,,और इसी एकता
इत्तिहाद के वजह से हमारी आपकी जीत हुई है ,,,अनवार अहमद ने कहा के अभी
हमे बहुत ज़्यादा खुश होने की ज़रूरत नहीं है ,,हमे उर्दू के फरोग और बका के
लिए अपनी ज़िम्मेदारी समझना होगी ,,घर घर उर्दू पढ़ाना होगी ,,,जो लोग
स्कूलों में उर्दू पढ़ा रहे है वोह भी स्कूलों में आसपास के बच्चो को उर्दू
पढ़ने के बारे में समझाये उन्हें उर्दू की बेहतर तालीम दे और अगर कोई
परेशानी हो तो तहरीक ऐ उर्दू के कार्यकर्ताओ को बताये ,,,,अनवार अहमद ने
कहा के इस्लाम का मुख्य सिद्धांत बुराई और अच्छाई के बीच की जंग है ,,यह
जंग किसी हथियार से नहीं लड़ी जाती ,,यह जंब अपने अखलाक़ ,,सब्र ,,,इंसाफ
,,महनत ,,गरीबो की मदद से जीती जाती है ,,बुराई का हम बहिष्कार अच्छाई को
हम अपनाये ,,हम एक बने नेक बने ,,,,कोटा शहर क़ाज़ी ने इस्लाम में फ़िरक़ों
,,,धर्म ,,समाज ,,,सियासी तोर तरीक़ो पर बटवारे पर अफसोस ज़ाहिर करते हुए साफ़
अल्फाज़ो में कहा के कुछ संगठन ,,कुछ लोग है जो हमे फ़िरक़ों ,,समाजो
,,,,जातियों ,,सियासी पार्टियो के कार्यकर्ताओ ,,,में बांटने की कोशिशो में
जुटे है और हमे इन लोगों ने इतना बांटा इतना बांटा के हमने अल्लाह के घरो
को भी बाँट दिया ,,अनवार अहमद ने हिदायत दी के समाज के कल्याण ,,फलाह
बहबुदगी के लिए हमे मिलजुलकर ,,इत्तेहाद से काम करना होगा ताके हमे अपना हक़
मिल सके ,,,,,उन्होंने कहा के आज किसी के घर में अगर उर्दू का खत आ जाए तो
वोह अड़ोस ,,पड़ोस ,,मोहल्ले में इस खत को पढ़ाने के लिए दौड़ता है जबकि हर
घर के फर्द को उर्दू पढ़ना लिखना आना चाहिए ,,,अनवार अहमद ने कहा के हमारा
इत्तेहाद ,,,इत्तेफ़ाक़ ,,अमनपसन्दी ,,एकदूसरे के साथ और मदद का जज़्बा
,,हमारी शिक्षा ,, हमारी बहतरीन क़्वालिटी ,,,,महनत और लगन हमारी कामयाबी का
राज़ है इसे हमे समझना होगा ,,,,,,,,,,,,,,,,,,कोटा शहर क़ाज़ी ने आज तहरीक ऐ
उर्दू राजस्थान के तीन सो से भी अधिक महनतकश समर्पित कार्यकर्ताओ को भी
सम्मानित किया इन कार्यकर्ताओ ने रात दिन एक कर मोन रैली को अनुशासित तरीके
से कामयाब बनाने में मदद की थी ,,कार्यक्रम की शुरुआत में नायब क़ाज़ी ज़ुबेर
अहमद ने तिलावत ऐ क़ुरआन के साथ इल्म का संदेश दिया ,,,कार्यक्रम में बोलते
हुए हाफीज़ मंज़ूर साहब कन्वीनर ने कहा के अभी हमने पूरी लड़ाई नहीं जीती है
अभी हमे उर्दू के फरोग और बक़ा के लिए हर जगह लड़ाई जीतना है इस लड़ाई में सभी
की इत्तेहाद के लिए हाफ़िज़ मंज़ूर साहब ने सभी को मुबारकबाद पेश की
,,कार्यक्रम में बोलते हुए तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान के को कन्वीनर एडवोकेट
अख्तर खान अकेला ने कहा के अभी हमे राजस्थान लोक सेवा आयोग से चयनित दो सो
इक्कीस उर्दू अध्यापको को नियुक्त करवाना है ,,घर घर उर्दू साक्षरता का
अभियान चलाना है ,,जिन स्कूलों में उर्दू पढ़ने वाले इच्छुक छात्र है वहां
उनका ऐडमिशन उर्दू में करवाकर उर्दू खुलवाना है ,,,,स्कूलों में उर्दू की
बेहतर शिक्षा का प्रयास करना है ,,मदरसो के मॉडर्नाइजेशन ,,मुदर्रिसों की
दिक़्क़तों को समझकर उनके समाधान के लिए संघर्ष करना है ,,,,सी बी एस ई के
प्रायवेट अंग्रेजी स्कूलों ,,मिशनरी स्कूलों में उर्दू पढ़ने के इच्छुक
छात्र छात्राओ के लिए उर्दू विषय खुलवाना है ,,,,,,,अख्तर खान अकेला ने
तहरीक ऐ उर्दू के अभियान की सफलता पर सभी को मुबारकबाद देते हुए कहा के
पुरे राजस्थान में जहां हम जाते है वहां हमसे कहा जाता है के आखिर कोटा के
लोगों में ऐसी कोनसी ताक़त है जो कोटा के लोग ना मुमकिन मसलो को उठाते है
,,इत्तेहाद के साथ एक हो जाते है और ना मुमकिन मसलो का हल निकाल कर मुमकिन
बनाकर सरकार से अपनी मांगे मनवाने में कामयाब हो जाते है ,,ऐसे में हम कहते
है के हमारे कोटा वालो के साथ एक नेक दिल फ़रिश्ते के रूप में ,,एक हिम्मत
,,हौसले के रूप में ,,इंसाफ परस्त शख्सियत कोटा शहर क़ाज़ी अनवार अहमद मौजूद
है जिनकी दुआओ और निर्देशो पर हमारी हर समस्या का समाधान खामोशी के साथ हो
जाता है ,,,कार्यक्रम में ज़ाकिर हुसेन ने उर्दू अध्यापको के मामले में
अध्यापको और छात्रों की संख्या ,,स्टफिंग पैटर्न सहित कई मुद्दो पर आंकड़ों
सहित उर्दू के साथ हो रही ज़्यादती का पक्ष रखते हेु उर्दू को फिर घर घर
ज़िंदाबाद कैसे किया जाए इसके सुझाव रखे ,,,कार्यक्रम का संचालन मास्टर अमीन
खान ने किया जबकि मुज़फ्फर राहीन ने कार्यक्रम के अंत में सभी को धन्यवाद
ज्ञापित किया ,,,,,,,,,,कार्यक्रम में नईमुद्दीन गुड्डू ,,गुलशेर अहमद
,,नईम फलाही ,अनीस अंसारी ,,ज़फर चिश्ती ,,फहीम अहमद ,,रईस नवाब ,,समीउल्ला
अंसारी ,,,,इमरान कुरैशी ,,रफ़ीक़ बेलियम ,,,ज़ाकिर रिज़वी ,,अज़ीज़ अंसारी ,,,
सलीम अब्बासी नेशनल बैटरी ,,,,लईक़ अहमद ,,शिक्षक संघ के अज़ीम पठान ,,शोएब
अहमद ,,,,सहित हाड़ोती संभाग के सभी अध्यापक ,,सेकड़ो कार्यकर्ता मौजूद थे
,,कार्यक्रम के अंत में कोटा शहर क़ाज़ी सहित तहरीक ऐ उर्दू के लोगों ने एक
अपील उर्दू के हमदर्दो के नाम भी ,,अपील मज़्मून ,,का विमोचन कर जारी किया
,,,,कार्यक्रम के दौरान कई स्कूल अध्यापक अध्यापिकाओ ने उर्दू पढ़ाने के
मामले में शिक्षण संस्थाओ में अनावश्यक पैदा की जाने वाली परेशानियों के
बारे में भी शिकायत की ,,,,,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान ने फैसला लिया उर्दू
के मामले में सरकारी शिक्षण संस्थाओ में अगर पक्षपात पूर्ण कार्यवाही के
तहत अनावश्यक गैरकानूनी तरीके से किसी को परेशान किया तो पहले समझाइश की
जायेगी अगर फिर भी नहीं माने तो उनकी शिकायत उच्च अधिकारियो को की जायेगी
,,,,,,,,,,,,अख़्तर खान अकेला कोटा राजस्थान