आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

14 अक्तूबर 2015

PM ने दादरी पर दुख जताया, शिवसेना बोली-गोधरा की वजह से करते हैं मोदी का सम्मान

फाइल फोटोः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
फाइल फोटोः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दादरी हत्याकांड और मुंबई में गुलाम अली का शो कैंसल होने पर पहली बार खुलकर बोला है। बांग्ला न्यूजपेपर आनंद बाजार पत्रिका को दिए इंटरव्यू में मोदी ने कहा, ''दादरी और गुलाम अली से जुड़ी घटनाएं वाकई दुखद हैं। लेकिन इसमें केंद्र का क्या रोल है?'' बता दें कि दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के बाद अखलाक नाम के शख्स की पीट कर हत्या कर दी गई थी। वहीं, पिछले दिनों शिवसेना के विरोध के कारण पाकिस्तानी सिंगर गुलाम अली का मुंबई और पुणे में होने वाला शो कैंसल करना पड़ा था।
हालांकि, महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना के नेता संजय राउत ने मोदी के बयान पर कहा, ''अगर पीएम ने दादरी पर इस तरह का बयान दिया है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस नरेंद्र मोदी जी की पहचान विश्व में गोधरा-अहमदाबाद की वजह से हुई है, और उसी वजह से हम मोदी जी का आदर भी करते हैं। उसी मोदी जी ने अगर गुलाम अली और कसूरी जी की घटनाओं को अनफॉर्चुनेट कहा है तो हम सबके लिए ये बात अनफॉर्चुनेट है। मुझे लगता है, यह बयान देश के पीएम का है। हमारे प्रिय नरेंद्र मोदी जी का नहीं।''
पहले भी बोल चुके हैं पीएम
पीएम ने पहली बार दादरी हत्याकांड और गुलाम अली का शो कैंसल किए जाने के मुद्दे पर सीधे सवालों का जवाब दिया है। हालांकि, इससे पहले बिहार की रैली में उन्होंने कहा था कि छोटे-मोटे लोग इस तरह की घटनाओं का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। लोगों को प्रेसिडेंट मुखर्जी के बताए रास्ते को फॉलो करना चाहिए। बता दें कि पीएम के इस बयान से एक दिन पहले ही प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी ने दादरी की घटना पर दुख जताते हुए सबको मिल-जुलकर रहने की नसीहत दी थी।
पीएम ने इंटरव्यू में और क्या कहा?

> पीएम ने दादरी की घटना को लेकर विरोधियों पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे इस तरह की घटना का समर्थन नहीं करते, लेकिन विरोधी इसे बेवजह मुद्दा बना रहे हैं।
> उन्होंने कहा, ''जो पार्टियां बीजेपी पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाती हैं, दसअसल वे खुद ही सांप्रदायिक हैं। क्या वे ध्रुवीकरण की राजनीति नहीं कर रहीं?''
> मोदी ने कहा, ''बीजेपी शुरू से ही छद्म धर्मनिरपेक्ष राजनीति का विरोध करती रही है। यह दुखद है कि आज भी समाज को इस तरह की घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन बातचीत और बहस से इसे कम किया जा सकता है।''

झारखंड: प्रिंसिपल के चैंबर में घुसा स्टूडेंट हाथ जोड़े और गर्दन काट डाली


गुमला/रांची. झारखंड के गुमला स्थित कार्तिक उरांव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. शशिभूषण प्रसाद सिन्हा की उनके ही कॉलेज के एक स्टूडेंट ने चैंबर में घुसकर गला काटकर हत्या कर दी। घटना बुधवार दोपहर 11:55 बजे घटी। पुलिस ने आरोपी स्टूडेंट कृष्णा उरांव को हिरासत में ले लिया है। घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक डॉ. सिन्हा फाइलों पर हस्ताक्षर कर रहे थे। तभी कॉलेज का स्टूडेंट कृष्णा उरांव चैंबर में घुसा। हाथ जोड़े। फिर बिना कुछ बोले कमर से दौली (धारदार हथियार) निकाली और डॉ. सिन्हा की गर्दन पर दो वार किए। इससे उनकी गर्दन आधी कट गई। इसके बाद वह बिना इधर-उधर देखे वहां से निकल गया। शोर सुनकर लोग वहां पहुंचे। प्रिंसिपल को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

घटना के बाद कृष्णा खून सनी दौली लहराते हुए घूमता रहा। कुछ देर बाद हॉस्टल (कमरा नंबर 103) पहुंचा। मगर छात्रों ने बाहर से कमरे को बंद कर दिया। फिर पुलिस पहुंची और उसे हिरासत में ले लिया। उसके कमरे से हत्या में प्रयुक्त दौली बरामद हुई।
हत्या के पीछे दो कारण
1. पिछले साल कृष्णा उरांव छात्रावास संचालन समिति का प्रिफेक्ट था। उस पर 10 हजार रुपए के गबन का आरोप लगा। 12 जून को बैठक हुई और उसे हॉस्टल से निकालने का फैसला लिया गया। कृष्णा ने प्रिंसिपल से मिलकर हॉस्टल से निकाले जाने के फैसले पर रोक लगाने की मांग की थी, लेकिन प्रिंसिपल ने मना कर दिया था।
2. कृष्णा पार्ट टू पास कर चुका था। उसे पास कोर्स के बदले ऑनर्स की पढ़ाई करनी थी। उसने इस मामले में प्रिंसिपल से मदद मांगी थी। लेकिन प्रिंसिपल कोई मदद नहीं कर पाए।
कृष्णा उरांव से पूछताछ में जो बातें सामने आई है, उसके अनुसार पुलिस दो बिंदुओं पर छानबीन कर रही है। एक तो हॉस्टल से निकाले जाने और दूसरा ऑनर्स में एडमिशन न मिलने का मामला। पुलिस पूछताछ कर रही है। - भीमसेन टूटी, एसपी, गुमला

क़ुरआन का सन्देश

 
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...