राजस्थान की कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओ का क्या क़ुसूर है ,,
भाजपा का एक कार्यकर्ता जनता के दम पर विकट परिस्थितियों में चुनाव जीतता
है ,,,जनता में उसकी लोकप्रियता की हद यह है के जब वोह एक बुलाता है तो
लोग हज़ार पहुंचते है ,,,उनके सम्मेलन में पच्चीस हज़ार से भी ज़्यादा
कार्यकर्ता उनकी ताक़त को मज़बूती देते है ,,यह सब हांसिल करने के लिए कोटा
उत्तर के विधायक प्रह्लाद गुंजल ने अपने कार्यकर्ताओं ने बेहिसाब
क़ुर्बानियाँ दी है ,, प्रह्लाद गुंजल की डिक्शनरी में उनके अपने कार्यकर्ताओं
के काम के लिए इंकार नहीं है ,,इसके लिए वोह पद की चिंता किये बगैर पहाड़
से भी टकराने का साहस रखते है ,,और इसीलिए पिछले दिनों एक अधिकारी ,,एक
नौकरशाह ने कुछ षडंत्रकारी के साथ मिलकर प्रह्लाद गुंजल के कार्यकर्ता का
पहले तो काम नहीं किया ,,फिर बार बार कहने के बाद प्रह्लाद गुंजल को उकसाया
और जब अपने कार्यकर्ता के वाजिब काम के लिए धैर्य और संयम की सभी सीमाये
खत्म हो गयी तब प्रह्लाद गुंजल ने एक नौकरशाह को जनहित में अाड़े हाथो लिया
तो नौकरशाह के इशारे पर नाचने वाले नेता बुरा मान गए और कार्यकर्ताओ के लिए
हमेशा समर्पित रहकर पार्टी को मज़बूती देने वाले विधायक को एक चापलूस
,,षड्यंत्रकारी नौकरशाह की शिकायत के नाम पर पार्टी से बाहर कर दिया
,,कागजो में तो पार्टी से बाहर किया लेकिन पार्टी की सांस ,,पार्टी की जान
समझे जाने वाले प्रह्लाद गुंजल का क़द पार्टी कार्यकर्ताओं में और बढ़ा हो
गया ,,वोह पार्टी की पहचान बन गए ,,अब जब इस नौकरशाह की शिकायत को पुलिस ने
गहन तफ्तीश के बाद झूंठा मान लिया है ,,इस शिकायत में पुलिस ने क्लोज़र
रिपोर्ट लगा दी है ,,खुद इस अधिकारी नौकरशाह ने अदालत में पुलिस की
कार्यवाही को सही क़रार देकर क्लोज़र रिपोर्ट स्वीकार करवा दी है ,, पार्टी
हाईकमान के सामने अब क्या बचता है ,,आरोप खत्म हो गए है ,,फिर भी कोटा
उत्तर के कायर्कताओ का भाजपा हाईकमान का सीधा सवाल है आखिर यह नाइंसाफी
क्यों ,,आखिर क्यों अब तक प्रह्लाद गुंजल को सम्मान की वापसी नहीं मिली है
,,क्यों कोटा उत्तर और कोटा ज़िले को प्रतिनिधित्व नहीं देकर उपेक्षित कर
रखा है ,,क्यों कोटा उत्तर के विधायको को अभी तक हर दिल अज़ीज़ मंत्री नहीं
दिया गया है ,,,कोटा उत्तर के भाजपा हाईकमान से कई क्यों के यह सवाल
उन्हें अब तो भाजपा से बगावत को मजबूर कर रहे है ,,,इधर हाईकमान है के कोटा
उत्तर के मतदाताओ के साथ लगातार छल कपट विश्वासघात किये जा रहा है और
प्रह्लाद गुंजल को कार्यकर्ताओ की इच्छा के अनुरूप अब तक कोई मान सम्मान
,,कोई मंत्री पद नहीं दिया गया है ,,यह तो एक शेर दिल नेतृत्व की ताक़त थी
जो विकट परिस्थितियों में भी यहां कार्यकर्ताओ के काम हुए है वरना कोई
कमज़ोर कड़ी अगर होता तो अब तक तो डूब गया होता ,,इसीलिए शायद कोटा उत्तर के
कार्यकर्ता गर्व से अपने इस लाडले नेता को ज़िंदाबाद कहते नज़र आते है ,और
हाईकमान को कोटा के विकास को रोकने ,,कोटा के विकास को खत्म करने का
ज़िम्मेदार मानने लगे है ,
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
23 अक्तूबर 2015
मेरे अल्फ़ाज़
मेरे अल्फ़ाज़
मेरी हिम्मत
मेरी ताक़त है
ऐ हुस्न
ऐ इश्क़
तू कुम्भकरण
की नींद भी हो अगर
तब भी मेरे अलफ़ाज़
तुम्हे जगाने के लिए
हर बार
एक नया करिश्मा करेंगे ,,अख्तर
मेरी हिम्मत
मेरी ताक़त है
ऐ हुस्न
ऐ इश्क़
तू कुम्भकरण
की नींद भी हो अगर
तब भी मेरे अलफ़ाज़
तुम्हे जगाने के लिए
हर बार
एक नया करिश्मा करेंगे ,,अख्तर
कभी गुनगुनाता था
कभी गुनगुनाता था
जिस ग़ज़ल को में
आज मेने उस ग़ज़ल को
किसी के होंठो से सुना है
कभी गुनगुनाता था
जिस ग़ज़ल को में
वोह ग़ज़ल खुद ही
दूसरे के होंठो पर चली गई
बस फख्र है तो इतना
मेरी ग़ज़ल किसी भी होंठ पर हो
दिल में उसे मेरे ही रहना है ,,अख्तर
जिस ग़ज़ल को में
आज मेने उस ग़ज़ल को
किसी के होंठो से सुना है
कभी गुनगुनाता था
जिस ग़ज़ल को में
वोह ग़ज़ल खुद ही
दूसरे के होंठो पर चली गई
बस फख्र है तो इतना
मेरी ग़ज़ल किसी भी होंठ पर हो
दिल में उसे मेरे ही रहना है ,,अख्तर
मेरी ग़ज़लों को
मेरी ग़ज़लों को तुम यूँ फाड़ दो
मेरी किताबो को तुम यूँ जला दो
मेरी यादो को यूँ तुम मिटा दो
मेरी तस्वीरों को तुम यूँ हटा दो
तुम चाहो जितना खुश हो लो
फिर भी सच कड़वा सच यही है
तुम्हारी साँसों में
तुम्हारी धड़कन में
सिर्फ में ,,सिर्फ में ,,हां में ही हूँ ,,,अख्तर
मेरी किताबो को तुम यूँ जला दो
मेरी यादो को यूँ तुम मिटा दो
मेरी तस्वीरों को तुम यूँ हटा दो
तुम चाहो जितना खुश हो लो
फिर भी सच कड़वा सच यही है
तुम्हारी साँसों में
तुम्हारी धड़कन में
सिर्फ में ,,सिर्फ में ,,हां में ही हूँ ,,,अख्तर
अच्छा
अच्छा
देखने के लिए
अच्छी नज़र ,,
अच्छा
नज़रिया चाहिए
दिमाग में
गोबर हो
तो सच
कुछ भी
अच्छा नहीं दिखता ,,,
देखने के लिए
अच्छी नज़र ,,
अच्छा
नज़रिया चाहिए
दिमाग में
गोबर हो
तो सच
कुछ भी
अच्छा नहीं दिखता ,,,
तेरी धड़कन ही
तेरी धड़कन ही
ज़िंदगी का
किस्सा है मेरा,
तू ज़िंदगी का
एक अहम् हिस्सा है मेरा..
मेरी मोहब्बत तुझसे,
सिर्फ़ लफ्जों की नहीं है,
तेरी रूह से
रूह तक का
रिश्ता है मेरा..!!
ज़िंदगी का
किस्सा है मेरा,
तू ज़िंदगी का
एक अहम् हिस्सा है मेरा..
मेरी मोहब्बत तुझसे,
सिर्फ़ लफ्जों की नहीं है,
तेरी रूह से
रूह तक का
रिश्ता है मेरा..!!
दोस्तों मेरा हिन्दुस्तान जल रहा है ,,भाजपा सरकार अटूट बहुमत के बाद भी रावण की तरह अठाहस कर रही है
दोस्तों मेरा हिन्दुस्तान जल रहा है ,,भाजपा सरकार अटूट बहुमत के बाद भी रावण की तरह अठाहस कर रही है ,,जो वायदे भाजपा ने देश और देश के लोगों से किये उन्हें भाजपा ने पुरे करने की जगह जुमला कहकर टाल दिए ,,दलितों पर अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिम समाज पर अत्याचार हो रहे है ,,दलितों को ज़िंदा जलाया जा रहा है ,,नंगा किया जा रहा है ,,निहत्थे मुस्लिमों को घेर का मारा जा रहा है ,,सिक्खो के धर्म ग्रन्थ को अपमानित किया जा रहा जा रहा है ,,देश की एकता ,,अखंडता ,,सीमाओं की सुरक्षा खतरे में है ,,देश के कांग्रेस के स्वदेशी विचारधारा वाले नेता सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति चीन में बनाकर उनकी आत्मा को ठेस पहुंचाई जा रही है ,,हिंदुस्तान खतरे में है ,,लेकिन हम खामोश है ,,,पार्टियो में बनते हुए है ,,हम लोगों की मदद करने की जगह इनमे चुनावी मुद्दे ढूंढ रहे है ,,,चुनाव के नफे नुकसान का हिसाब लगा रहे है ,,,ऐसे ही हालात मेरे राजस्थान मेरे कोटा के है ,,में प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के कोटा संभाग का चेयरमेन हूँ ,,में एक हिन्दुस्तानी ,,एक मुसलमान ,,एक कोंग्रेसी हूँ ,,मेने क़ुरआन भी पढ़ा है ,,हिन्दुस्तान भी पढ़ा है ,,संविधान भी पढ़ा है ,,कांग्रेस का संविधान भी पढ़ा है ,,,,देश के हालात भी जाने है ,,मेरे लिए अल्लाह सबसे बढ़ा है ,,फिर हिन्दुस्तान है , फिर मेरी कॉम है ,फिर मेरी कांग्रेस है ,,फिर मेरा राजस्थान ,,फिर मेरा कोटा ही मेरे लिए सब कुछ है ,,वर्तमान हालातों में कोटा का विकास सोंदर्यकर्ण संकट में है ,,,एक तरफ महारानी वसुंधरा सांसद ओम बिरला द्वारा एयरपोर्ट शुरू करने की घोषणा का विरोध करती है ,,तो दूसरी तरफ कोटा को मंत्री पद हो या फिर जन्पर्तीिनिधित्व है इस मामले में कंगाल कर दिया है ,,यहां कोई नेतृत्व नहीं ,,कोटा का विकास थम गया है ,,कोटा की स्मार्ट सिटी का सपना कागज़ की किताब बनता जा रहा है ,,यहां प्रहलाद गुंजल जो भाजपा का तेरत्व था उसे नीजी दुश्मनी के चलते उनके सियासी बढ़ते हुए क़दम रोकने के लिए हाईकमान ने नौकरशाह के नाम पर दूध में से मक्खी की तरह निकाल दिया है ,यह मेरे कोटा के विकास ,,कोटा के सोंदर्यकर्ण ,,कोटा की जनता के लिए घातक है जो मुझे कतई बर्दाश्त नहीं ,,कल मेने कोटा की जनता का क्या क़ुसूर है ,,इस मामले में प्रह्लाद गुंजल की शख्सियत के साथ एक कड़वा सच भरा आलेख लिखा ,,जिसमे जितनी अक़्ल थी ,,मेरे प्रति जो मनोविकार थे ,,रंजिश थी ,,प्यार था उसी तरीके से इस आलेख को पढ़ा ,,खूब सराहा भी तो ,उपहास भी उड़ाया ,,एक कोंग्रेसी और भाजपा के प्रह्लाद गुंजल जिसे दूध में से मक्खी की तरह भाजपा ने दबंग होने के बाद कोटा के विकास की उम्मीद होने के बाद भी निकाल फेंका है ,,,कोटा सिसक रहा है ,,कोटा बिलख रहा है ,,कोटा की विकास की डोर थमी पढ़ी है ऐसे में कोटा का विकास तो भाजपा का विधायक ही करेगा ,,कांग्रेस तो कोटा का विकास वर्तमान हालातों में करने से रही इसलिए प्रह्लाद गुंजल मज़बूत हो ताके कोटा वासियों के काम हो सके कोटा में कांग्रेस ने विकास के जो सपने देखे थे वोह अधूरे पढ़े सपने पुरे हो सके ,,,,,,,दोस्तों प्रह्लाद गुंजल वोह शख्सियत है जिसे कांग्रेस हाईकमान कोटा से सांसद का टिकिट देना चाहते थे ,,कोटा के शीर्ष नेतृत्व ने इसकी सहमति दी थी ,,राजस्थान का शीर्ष नेतृत्व इसके लिए तैयार तैयार था ,,किसी ने इस नेतृत्व से सवाल नहीं किया ,,,कांग्रेस के शासन में मुस्लिम समाज के नेतृत्व नईमुद्दीन गुड्डू को कांग्रेस का बहुमत होते हुए जिला प्रमुख का टिकिट दिया ,लेकिन मेरे कोंग्रेसी भाइयो आपके ही दिग्गज कोंग्रेसियो के इशारे पर मुस्लिम विरोधी नीति अपनाकर डॉन कांग्रेस के वोटर इन्ही प्रह्लाद गुंजल की गोद में जा बैठे इन प्रह्लाद गुंजल के प्रत्याक्षी विद्याशंकर नंदवाना को इन्होने कांग्रेस के कुछ नेताओ के दम पर ही जिताया ,,तब आपने कोई ऐतराज़ नहीं जताया ,,अपने अपने भाईसाहबों जहां आप हाथ बांधे खड़े रहते हो ,,उनसे कभी पलट कर नहीं पूछा क्या भाईसाहब भाजपा में जा रहे है ,,,रामगंजमंडी में एक पार्षद का टिकिट राजस्थान के बढ़े नेता ने दिलवाया और वोह भाजपा की गोद में जा बैठे ,,,केशोराय पाटन में कोंग्रेसी पार्षद वोट देने नहीं गए ,,कृषि उपज मंडी में खुद कोंग्रेसियों ने कांग्रेस को हरवा दिया ,,कांग्रेस के प्लॉक अध्यक्ष और सरपंच दिलदार के मामले में कांग्रेस ने कोई प्रदर्शन नहीं किया ,,सभी कोंग्रेसी सदस्यों ने दिलदार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास नहीं किया तब किसी ने सवाल नहीं किया के यह लोग क्या भाजपा में जा रहे है ,,,राजस्थान में कांग्रेस के शासन में भाजपा के नेताओ के साथ कई कोंग्रेसी दिग्गजों के व्यापारिक रिश्ते रहे ,,कई भाजपाइयों की तो कोंग्रेसियो के साथ आर डी बर्मन ,,सलीम जावेद की तरह जोड़ी भी प्रसिद्ध हो गई ,उन लोगों से आपने फलसफा और क्या वोह भाजपा में जा रहे है नहीं पूंछा ,,,दोस्तों इन्ही प्रह्लाद गुंजल के साथ मिलकर आपके कांग्रेस मित्रो ने सहकारिता चुनाव ,,,कृषि उपज मंडी चुनाव सहित कई चुनाव में कांग्रेस प्रत्याक्षी के खिलाफ हाथ मिलाया है ,,अभी आपके भाईसाहबों ने इनके भाई के खिलाफ कोटा डेरी में प्रत्याक्षी ही नहीं उतारे ,,निर्विरोध निर्वाचित करवा दिया ,,,चुनाव में इन प्रह्लाद जी से कोंग्रेसी नेताओ की विडिओ वायरल हुई है ,,,,,लाडपुरा में कांग्रेस प्रत्याक्षी नईमुद्दीन गुड्डू को हराने के लिए हमारे अपने किस तरह की खिचड़ी पकाते है एक होटल इस मामले में आज भी गवाह है ,,,,,,,दोस्तों प्रह्लाद गुंजल कांग्रेस में आ रहे है और अगला चुनाव वोह कांग्रेस से लड़े तो कोई बढ़ी बात नहीं ,,,कांग्रेस महासमुंद्र है यहां सभी लोग आते है ,,,आप जानते है कांग्रेस के शीर्ष पदों पर आज भी राष्ट्रिय ,,राज्य और जिला स्तर पर कई भाजपा कैडर के लोग बैठे है उनसे कभी आपने सवाल नहीं किया ,,कोटा में कांग्रेस के पार्षदों ने भाजपा के प्रत्याक्षी को वोट दिया ,,घंटाघर मुस्लिम इलाक़े में कांग्रेस का टिकिट नहीं दिया ,,,,जिन पार्षदो को टिकिट दिया उनमे से एक ने तो कांग्रेस का टिकिट ठुकरा कर भाजपा से चुनाव लड़ा ,,,तीन अपराधी थे दो ने टिकिट बेच दिए फ़ार्म ही नहीं भरा ,,तो दोस्तों इन कोंग्रेसियो से आपने सवाल नहीं किया ,,आज जो कांग्रेस है आप बैठक बुलाये ,,कांग्रेस कार्यालय पर जाकर परेड कराये ,,दस फीसदी से ज़्यादा पदाधिकारी अगर उपस्थित मिले तो में जीवन भर लिखना छोड़ दूंगा ,,दोस्तों कांग्रेस एक महासमुंद्र है और आने वाले कल का फिर भविष्य है ,,कांग्रेस राजस्थान में दोसो में से दोसो पर आएगी ,,लेकिन घर बैठे नहीं एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणी करने से नहीं ,,एक दूसरे की टांग खेंचने से नहीं ,,कांग्रेस को कांग्रेस बनाओ ,,अभी कांग्रेस में कितने प्रकोष्ठ है ,,मंच है कोई उँगलियों पर गिना कर बताये फिर खुद को कोंग्रेसी कहे ,,,दलित ,,मुस्लिम ,,किसान जो कांग्रेस से दूर हुए है उन्हें फिर से कांग्रेस में कैसे जोड़ा जाए इस पर विचार करो ,,कहो कोंग्रेसियो से के मुस्लिमों की समस्याएं उठाने से इसलिए मत डरो के हिन्दू वोटर्स नाराज़ हो जाएंगे ,,हिन्दुओं की समस्या उठाने से इसलिए मत डरो के मुसलमान नाराज़ हो जाएंगे ,,कांग्रेस महासमुंद्र है ,,एक क़ानून ,,एक विधान से बंधी है उसे इसी तरह से चलाओं ,,,यहां कोटा में कांग्रेस से लोगों को जोड़ो ,,कई लोग भाईसाहब के गुलाम है उन्हें कांग्रेस से कोई लेना देना नहीं ,,उनके भाईसाहब अगर आज कांग्रेस छोड़ दे तो वोह भी अपने भाई साहब के साथ कांग्रेस छोड़ भाजपा में चले जाएंगे ऐसे लोगों को तो कोंग्रेसी कहने में भी शर्म महसूस होती है ,,,कोटा में पंकज मेहता कांग्रेस को ज़िंदाबाद किये हुए है ,,शान्ति धारीवाल किसानो की आवाज़ उठाकर कांग्रेस को मज़बूत करते है ,,भरत सिंह गाँव की समस्या उठाकर कोटा में कांग्रेस ज़िंदाबाद करते है ,,,नईमुद्दीन गुड्डू लाडपुरा के लोगों की आवाज़ उठाते है ,,ऐसे आवाज़ उठाओ एक बनो ,,मज़बूत बनो ,,भाईसाहबों के छद्म गुलामी भरे नेतृत्व से निकल का शुद्ध कोंग्रेसी बनो ,,आप कोंग्रेसी बनोगे तो सभी भाईसाहब आपके होंगे ,,कांग्रेस अध्यक्ष ,,प्रदेश अध्यक्ष ,,राष्ट्रिय अध्यक्ष आपकी बात सुनेंगे ,,,मुझे पता है इस लेख पर आपकी कोई टिप्पणी नहीं होगी ,,,,दोस्तों देश बचाना है तो भाईसाहब के गुलाम कोंग्रेसी नहीं कांग्रेस के संविधान वाले कोंग्रेसी बनो ,,कांग्रेस बचेगी ,,देश बचेगा ,,कांग्रेस ज़िंदाबाद होगी ,,,,दलित और मुस्लिमों से ,,अल्पसंख्यको से कांग्रेस में बैठे लोग जो नफरत करते है ,,छुआछूत वाला व्यवहार करते है उन्हें समझाओ के ऐसे नहीं ,,कांग्रेस को ज़िंदाबाद करने के लिए इनका पर्तीिनिधित्व और हक़ इन्हे देना ही होगा ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, मुझे पता है इस पर किसी की टिप्पणी नहीं आना है लेकिन फिर भी मेरे दोस्तों जिन हालातो ने कांग्रेस को मुर्दा कर दिया उन हालातों को बदल कर कांग्रेस फिर से ज़िंदाबाद तो करना ही है ,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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