आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

26 अक्तूबर 2015

नफरत ही कर ली

जब तुमने मुझे
छोड़ ही दिया है
तुमने मुझे
भुला ही दिया
तुमने मुझ से
नफरत ही कर ली
तो बताओ
तुम्हारी रूखी आँखे
मुझे तलाशती क्यों है
बताओ
तुम्हारे लबों को
मेरा इन्तिज़ार क्यों है
बताओ
तुम्हारे सीने में
जो दिल है
उसमे में सिर्फ में ही
इन्तिज़ार बनकर
धड़कता क्यों हूँ
बताओ
तुम्हे मेरा
मेरे कॉल का
मेरे अल्फ़ाज़ों का
मेरी पोस्टों का
मेरे आने का
इन्तिज़ार क्यों है ,,अख्तर

गुलाब कांटो में खिलता है

कमल कीचड़ में खिलता है
गुलाब कांटो में खिलता है
कुछ फूल इनसे भी खूबसूरत है
जो ना कीचड़ में है ना काँटों में है
फिर भी ना जाने लोग क्यों
मुसीबतों में फंसा करते है
काँटों से छलनी हुआ करते है
कीचड़ में धंसा करते है
मर जाते है जब यह
इनकी याद में तड़प कर
तो इनकी अर्थियों पर
चमेली और हज़ारा चढ़ा करते है ,,
गुलाब हो भी अगर तो बिखरा हुआ होता है
कमल तो कभी अर्थी पर चढ़ा ही नहीं ,,,,अख्तर

गलती उसी से होती है, जो काम करता है,

गलती उसी से होती है, जो काम करता है,
निकम्मो की जिंदगी तो दूसरों की बुराई खोजने मे ही खत्म हो जाती है !!!वर्तमान परिस्थितियों में शांति धारीवाल पूर्व मंत्री शांति कुमार धारीवाल पर खरा उतरती है ,,,शांतिधरीवाल जिन्होंने राजस्थान में ऐतिहासिक विकास ,,ऐतिहासिक काम किया ,,चारों तरफ हारने के बाद भी उनके गुणगान होते देख वर्तमान भारी बहुमत से जीती सरकार जो ,,राजस्थान में एक भी विकास की ईंट अब तक नहीं रख सकी है ,,एक बेरोज़गार को भी रोज़गार नहीं दे सके है ,,,,,,,,,ऐसी सरकार ईर्ष्या स्वभाव से ग्रसित हो गई ,,सरकार की संवेदनाये मर गई ,,एक तरफ शांतिधरीवाल पत्नी की आकस्मिक मृत्यु से शोकाकुल थे तो दूसरी तरफ अपनी पत्नी की मृत्यु से टूट चुके ,,शांतिधरीवाल को कमज़ोर ,,समझकर सरकार के कुछ निकम्मे नाकारा लोगों ने उनके खिलाफ साज़िश शुरू की ,,,उन्हें झूंठे मामले में फंसाने ,,उनका मान मर्दन करने की कोशिश की ,,,लेकिन दूध का दूध पानी का पानी होना था ,,सभी सम्भावनाये सुबूत के अभाव में निर्मूल साबित हुई ,,,धारीवाल कुंदन बनकर बाहर निकले ,,,वैसे सरकार अभी भी झूंठे सुबूत ,झूंठे साक्ष्य तलाश रही है ,,उन्हें फंसाने की कोशीशॉ में है ,,घायल शेर की तरह छटपटा रही है ,,,लेकिन नतीजा कुछ भी हो शांतिधरीवाल वर्तमान हालातों में कुंदन बनकर निकले है तो उनकी राजनितिक स्थिति मज़बूत हुई है ,,प्रदेश हाईकमान को तो उनकी ताक़त का अंदाज़ा है लेकिन राष्ट्रिय नेतृत्व भी अब शांतिधरीवाला की अहमियत समझने लगा है ,,राजस्थान प्रदेश कांग्रेस की एक जुटता ज़िंदाबाद है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,शांतिधरीवाल ज़िंदाबाद है ,,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बहुत गुरुर है तुम्हे

बहुत गुरुर है तुम्हे
अपनी खूबसूरती पर
तुम्हारी ज़ुल्फो पर
तुम्हारी मुस्कुराहट पर
तुम्हारी अदाओ पर
तुम्हारे लबो पर
तुम्हारे गालों पर
तुम्हारी सुराहीदार गर्दन पर
तुम्हारी कजरारी आँखों पर
तुम्हारी पुरकशिश चाहत पर
तुम्हारे पुर लुत्फ़ ख्वाहिशात पर
तुम्हारी चाहत पर
तुम्हारी चाहत की ताबेदारी पर
लेकिन आज
तुम्हारे इस गुरुर को
देखो मेने तोड़ दिया
तुम्हारी खूबसूरती
तुम्हारे साथ है
नहीं है अगर कोई
साथ तुम्हारे
तो वोह तुम्हारी चाहत है
ज़रा टटोलों खुद को
इतनी नियामतों के बाद
ऐसी कोनसी कमी है आखिर
जो सब कुछ ,,सब कुछ
तुम्हारे पास है
नहीं है तो सिर्फ चाहत ,,चाहत
चाहने वाला ,,
तुम पर मर मिटने वाला
नहीं है ,,नहीं है
ऐसा क्यों
ज़रा सोचना ज़रूर ,,,अख्तर

खुशनुमा यादों के साथ

हम इस पार
तुम उस पार
फिर भी हम ,,तुम
हवाओ के ज़रिये
मिल लेते थे
तुम और हम
नदी की लहरो के ज़रिये
एक दूसरे की तड़प
सुन लिया करते थे
तुम उस पार
में इस पार था
फिर भी तुम और हम
ज़िंदगी को
खुशनुमा यादों के साथ
बुन लिया करते थे
आज तुम तुम हो
में में हूँ
उस पार उस पार
इस पार इस पार है
ऐसा क्यों
सोचना ज़रूर ,,
समझना ज़रूर
समझे मेरे मगरूर ,अख्तर

में खुश हूँ

में खुश हूँ
सच खुश हूँ
देख लो
मेरा मुस्कुराना
अंदर से में
रोता नहीं
मेरे दिल में
कोई तड़पन नहीं
मेरी मुस्कुराहट है
इसके पीछे कोई आंसू नहीं
मेरी वाह है
मेरी कोई आह नहीं
में खुश हूँ
मेरे आंसुओं पे न जाना
में तो दीवाना दीवाना ,,akhtar

कुछ तो है

कुछ तो है
तेरे मेरे दरमियान
सवाल तुम्हारा है
हां है कुछ तो है
तेरे मेरे बीच
बंधन है अंजाना
ना तूने जाना
ना मेने जाना
हाँ कुछ तो है
शक
अविश्वास
नकार
लूज़ कनेक्शन
इल्ज़ामात
हां कुछ तो है
तेरे मेरे बीच
कुछ तो है
वरना तुम और में
तुम और में
नहीं होकर
हम होते
एक दूजे के लिए होते
हाँ कुछ तो है
तेरे मेरे बीच
कुछ तो है ,,,,,,,,,,,,,

पाक से लौटी गीता मोदी से मिली, PM ने कहा- ईधी फाउंडेशन को देंगे 1 करोड़


नई दिल्ली. भटककर पाकिस्तान पहुंची और बोलने-सुनने में लाचार भारतीय लड़की गीता की वतन वापसी की मुहिम सोमवार को पूरी हो गई। गीता सुबह 10.40 बजे दिल्ली पहुंच गई। उसके साथ कराची से ईधी फाउंडेशन के पांच लोग भी भारत आए हैं। गीता 15 साल पहले पाकिस्तान चली गई थी। सोमवार शाम को गीता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद मोदी ने कहा कि ईधी फाउंडेशन ने बेशकीमती काम किया है। हम उन्हें 1 करोड़ रुपए का डोनेशन देंगे। शाम को मोदी ने पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ को फोन कर गीता की भारत वापसी के लिए उन्हें शुक्रिया अदा किया। इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गीता के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों के चार लोगों ने गीता को अपनी बेटी बताया है। उसने बिहार के सहरसा से आए लोगों को माता-पिता के रूप में पहचानने से इनकार कर दिया है। लिहाजा, अभी उसे इंदौर के एक सेंटर में भेजा जाएगा।
सुषमा ने क्या कहा?
गीता के भारत लौटने पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, “मैं हिंदुस्तान की जमीन पर हिंदुस्तान की बेटी का स्वागत करती हूं। हमारे लिए यह यादगार दिन है कि गीता भारत लौट आई है। मैं बिल्किस ईधी का शुक्रिया अदा करती हूं कि उन्होंने कराची में गीता की केयर की। हमने ये फैसला कर लिया था कि भले ही गीता के पेरेंट्स का पता नहीं लग पाए, लेकिन हम उसे अपने देश वापस जरूर लाएंगे। अलग-अलग राज्यों के चार लोगों ने गीता को अपनी बेटी बताया है। हम इसकी जांच करेंगे।”
कहां रहेगी गीता?
स्वराज ने कहा, “जब तक गीता के असली पेरेंट्स का पता नहीं लगाया जाता, तब तक हम उसे इंदौर के स्पेशल इंस्टीट्यूट में रखेंगे। गीता भी अब तक अपने पेरेंट्स को नहीं पहचान पाई है। हम डीएनए टेस्ट कराएंगे। गीता ने कहा कि बिहार की महतो फैमिली उसका परिवार नहीं है।
ईधी फाउंडेशन के लोग जहां जाने चाहेंगे, हम उन्हें वहां ले जाएंगे
स्वराज ने कहा, “ईधी फाउंडेशन के लोग हमारे स्टेट गेस्ट हैं। हम उन्हें अजमेर शरीफ और निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर ले जाएंगे। इसके अलावा वे जहां भी जाना चाहेंगे, हम उन्हें वहां ले जाएंगे।” सुषमा ने कहा कि हमारी सरकार 2014 में आई। हमने कोशिश की और उसे अपने वतन वापस ले आए। उन्होंने कहा कि अगर डीएनए टेस्ट में यह साबित हो जाता है कि सहरसा का महतो परिवार ही गीता का असली परिवार है, तो हम गीता को समझाएंगे कि उसका असली परिवार यही है।’’
कैसे पता चला कि गीता हिंदू है?
ईधी फाउंडेशन की बिल्किस ने कहा, "पहले कुछ लोगों ने कहा कि इस लड़की का नाम फातिमा है। शुरू में वह गुमसुम रहती थी। वह हाथ जोड़ती और पैर पड़ती थी। तब हमें समझ आया कि यह हिंदू लड़की है और पड़ोस के मुल्क की है। हमने उसे हनुमान और कृष्ण की मूर्तियां दी, घंटी दी। और तब यह तय हो गया कि वह हिंदू है। उसने कभी नॉनवेज नहीं खाया। वह अंडा तक नहीं खाती थी। जितने वक्त वह पाकिस्तान में रही, वह अपना खाना खुद बनाती थी।"
कौन है गीता?
> गीता 15 साल से पाकिस्तान में है। गलती से बॉर्डर पार करने के बाद उसे पाकिस्तान के पंजाब में रेंजर्स ने पकड़ा था। वह समझौता एक्सप्रेस में बैठकर गलती से पाकिस्तान पहुंच गई थी।
> रेंजर्स 15 साल पहले उसे लाहौर के ईधी फाउंडेशन में ले गए थे। बाद में कराची में इसी संगठन के एक शेल्टर होम में उसे भेज दिया गया।
> कराची में ‘मदर ऑफ पाकिस्तान' के नाम से मशहूर बिल्किस ईधी ने इस लड़की का नाम गीता रखा।
WHAT NEXT : गीता का होगा डीएनए टेस्ट
सहरसा के जनार्दन महतो के अलावा तीन और परिवार गीता को अपनी बेटी बता रहे हैं। गीता बोल-सुन नहीं पाती। इसलिए वह अपनी बात ठीक से कह नहीं पा रही है। लिहाजा, विदेश मंत्रालय ने डीएनए टेस्ट का फैसला किया है, ताकि गीता के असली माता-पिता की पहचान हो सके।
सुबह से दोपहर तक क्या हुआ?
1:30 PM : गीता से मिलीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज।
1:00 PM : एम्स के डॉक्टरों की एक टीम गीता का डीएनए सैंपल लेने पहुंची।
11:30 AM : गीता एयरपोर्ट से बाहर आई। वहां से दिल्ली के पार्क होटल के लिए रवाना।
11:25 AM : पाकिस्तानी दूतावास के मीडिया हेड मंजूर मेमन ने कहा- उम्मीद है कि भारत अब इस देश में बंद पाकिस्तान के 400 से ज्यादा कैदियों को भी रिहा कर देगा।
11:15 AM : पाकिस्तानी दूतावास के अफसरों ने बताया कि पाकिस्तानी हाई कमिश्नर अब्दुल बासित शाम को गीता को मुलाकात के लिए बुला सकते हैं।
10:50 AM : गीता दिल्ली पहुंची।
10:30 AM : @SushilModi15 ने ट्वीट कर कहा- साल पहले समझौता एक्सप्रेस से सफर के दौरान भटक कर पाकिस्तान पहुंची बिहार की मूक-बधिर बेटी गीता केंद्र सरकार के प्रयास से आज सकुशल भारत लौट रही है। क्या नीतीश कुमार इसके लिए प्रधानमंत्री को बधाई नहीं देंगे?
10:00 AM : गीता को रिसीव करने विदेश मंत्रालय के अफसर भी दिल्ली एयरपोर्ट पर मौजूद।
9:45 AM : शाम को पीएम मोदी से मिलने जा सकती है गीता।
9:30 AM : गीता के साथ दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज।
8:20 AM : गीता कराची से रवाना।
कैसे सामने आया गीता का मामला?
> भारत में गीता के वकील मोमिन मलिक ने dainikbhaskar.com को बताया- 18 फरवरी, 2007 को पानीपत में समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट हुआ था। जो लोग उसमें मरे थे, उनके मुआवजे का केस लड़ा था। पाकिस्तान के ऐसे कई लोग थे जो इस हादसे का शिकार हुए थे। इसलिए मुझे पाकिस्तान जाना पड़ता था। मेरे पास 2009 से मल्टीपल वीजा है। इसी दौरान मुझे गीता के बारे में पता चला।
> वकील ने कहा- पाकिस्तान के सोशल एक्टिविस्ट अंसार बर्नी ने बताया कि एक भारतीय बच्ची यहां के एक फाउंडेशन में है, जो बोल नहीं सकती। इसके बाद 22 अक्टूबर, 2012 को अंसार बर्नी के भारत आने पर हमने ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उसी दिन गीता का मामला पहली बार उठा था। इस दौरान पंजाब के सोशल एक्टिविस्ट एचएस पवार भी मौजूद थे।
> मलिक ने कहा- फिर हमने हमने एलान किया था कि जो आदमी गीता के बारे में बताएगा, उसे एक लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। इसके बाद मैंने पाकिस्तान हाई कमीशन को गीता के मामले को लेकर एक लेटर भेजा था।
> 7 जनवरी, 2015 को हाई कमीशन से मिला और सोशल साइट पर गीता की स्टोरी डाल दी। फिल्म 'बजरंगी भाईजान' रिलीज होने के बाद पांच परिवारों ने संपर्क किया।
इससे पहले क्या हुआ?
> गीता के पाकिस्तान में होने की खबर उस वक्त आई थी, जब इस साल जुलाई में बॉलीवुड फिल्म 'बजरंगी भाईजान' रिलीज हुई थी। इस फिल्म में एक्टर सलमान खान एक ऐसी ही बच्ची को पाकिस्तान छोड़ कर आते हैं। मीडिया में इस बात को लेकर चर्चा चली थी कि क्या गीता को भी बजरंगी भाईजान मिलेगा?
> मीडिया में गीता की खबर आने के बाद भारत सरकार ने इसका नोटिस लिया था। विदेश मंत्रालय के आदेश पर इस्लामाबाद में इंडियन हाई कमीशन के अफसर गीता से मिलने कराची गए थे।
> विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यह मामला अपने हाथ में लिया था। उन्होंने गीता की वापसी कराने को लेकर कई ट्वीट किए थे। @AnsarBurney ने ट्वीट किया था, ‘‘@SushmaSwaraj भारत से पाकिस्तान में आई एक भारतीय लड़की की फैमिली को खोजने में मदद करें।'' इसी ट्वीट के जवाब में सुषमा ने कहा था- ‘‘@AnsarBurney मैंने पाकिस्तान में इंडियन हाई कमिश्नर डॉ. टीसीए राघवन से बात की है। उन्हें कराची जाने के लिए कहा है, जहां वे उस लड़की से मिलेंगे।''

> 'बजरंगी भाईजान' के एक्टर सलमान खान ने भी गीता को भारत लाने की बात की थी। हालांकि, उन्होंने कहा कि हम गीता को तभी भारत लाएं, जब उसे यहां बेहतर जिंदगी दे पाएं।

दादरीः ABVP का आरोप-अखलाक के बेटे का हिंदू लड़की से था अफेयर, बेवजह बना मुद्दा

मोहम्मद अखलाक का बेटा दानिश (फाइल फोटो)।
मोहम्मद अखलाक का बेटा दानिश (फाइल फोटो)।
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के दादरी में बीफ की अफवाह पर मारे गए मोहम्मद अखलाक के मर्डर को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने आपसी रंजिश का नतीजा बताया है। आरएसएस और बीजेपी से जुड़ी स्टूडेंट विंग एबीवीपी ने दावा किया है कि अखलाक के बेटे का हिंदू लड़की से अफेयर था। इसी कारण उसकी हत्या हुई। लेकिन लोकल नेताओं ने इसे बीफ का मुद्दा बना दिया। बता दें, घटना वाले दिन अखलाक के साथ उसके छोटे बेटे दानिश पर भी हमला हुआ था। वह फिलहाल हॉस्पिटल में एडमिट है, जबकि बड़ा बेटा सरताज चेन्नई में इंडियन एयरफोर्स में टेक्निशियन है।
एबीवीपी के मुताबिक- जानबूझकर डायवर्ट हुआ मुद्दा

> इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, एबीवीपी के अवध रीजन ऑर्गेनाइजेशन सेक्रेटरी सत्यभान ने बताया, "वेस्टर्न यूपी की कई मीडिया रिपोर्ट्स में भी ये सामने आ चुका है कि अखलाक के बेटे का गांव के ही हिंदू लड़की के साथ अफेयर चल रहा था। उस लड़की के घरवालों ने इसी बात को लेकर अखलाक के परिवार पर हमला किया था।"
> सत्यभान के मुताबिक, "कुछ पार्टी के लीडरों ने साजिश के तहत इस मुद्दे को डायवर्ट कर दिया और बीफ खाने की अफवाह फैला दी। ऐसा सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए किया गया था।"

> दादरी मामला तुष्टीकरण की राजनीति का ही नतीजा है। यूपी सरकार ने विक्टिम फैमिली की मदद इसलिए की, क्योंकि वे माइनॉरिटी कम्युनिटी से थे।
क्या था मामला?
बकरीद के एक दिन पहले से दादरी के बिसहड़ा गांव में एक बछड़ा चोरी हो गया था। 28 सितंबर की रात अखलाक को एक प्लास्टिक बैग लिए घर से निकलते देखा गया। अखलाक ने इसे कचरे में डाल दिया। वहां मौजूद एक बच्चे ने यह बात लोगों को बता दी। कथित रूप से इसका एलान मंदिर के लाउडस्पीकर से किया गया। इसके बाद कुछ लोग अखलाक के घर पहुंचे और उससे मारपीट की। अखलाक की मौत हो गई। आरोप था कि अखलाक के पास बीफ है। इसके बाद बीफ के मुद्दे पर कई नेताओं ने तीखी बयानबाजी की है।
एनुअल कन्वेंशन में उठेगा मुद्दा

एबीवीपी का एनुअल स्टेट लेवल कन्वेंशन सीतापुर में 1-3 नवंबर तक चलेगा। इस कन्वेंशन के पहले दिन "तुष्टीकरण की राजनीति" विषय के जरिए दादरी केस पर भी चर्चा होगी। दूसरे दिन इसमें हिस्सा लेने वाले युवाओं के सुझाव मांगे जाएंगे। यूपी के गवर्नर राम नाईक को इस कन्वेंशन में बतौर चीफ गेस्ट बुलाया गया है। दादरी मामले को यूएन में लेकर जाने के आजम खान के बयान पर भी इस कन्वेंशन में चर्चा होगी। इस बीच, सपा ने गवर्नर के आरएसएस के प्रोग्राम में जाने को लेकर कमेंट किया है। सपा नेता राम गोपाल ने कहा, ''गवर्नर आरएसएस के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं।

क़ुरआन का सन्देश

 
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