जुबा. साउथ सूडान में बुधवार एक प्लेन टेक ऑफ के कुछ ही देर
बाद क्रैश हो गया। इस रुसी कार्गो प्लेन के हादसे में 42 लोगों की मौत हो
गई। हादसे में 8 माह का एक बच्चा समेत 3 लोग बच गए। जिंदा बचने वालों में
एक महिला और पायलट है। प्लेन में 45 लोग सवार थे। प्लेन ने जुबा एयरपोर्ट
से उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के बाद वह नील नदी के किनारे गिरा। जमीन पर इसकी
चपेट में आने से किसी नागरिक की मौत की खबर नहीं है।
क्रैश की वजह ओवरलोडिंग?
> साउथ सूडान ट्रिब्यून के मुताबिक, मौके पर मौजूद एक्सपर्ट ने क्रैश के पीछे ओवरलोडिंग या तकनीकी खामी को जिम्मेदार ठहराया है।
> प्लेन जुबा एयरपोर्ट से 800 मीटर की दूरी पर क्रैश हो गया।
> लोकल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मरने वालों में 7 बच्चे व एक महिला शामिल है।
> चश्मदीदों का कहना है कि क्रैश साइट पर 40 से ज्यादा शव बिखरे पड़े हैं।
नदी किनारे फैला मलबा
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, हादसा जुबा एयरपोर्ट के पास व्हाइट
नील नदी के पास हुआ। चश्मदीदों का कहना है कि जुबा एयरपोर्ट से टेक ऑफ करने
के कुछ ही देर बाद प्लेन क्रैश कर गया। प्लेन का मलबा नदी किनारे बिखरा
पड़ा है। इसकी तस्वीर भी सामने आई है। साउथ सूडान ट्रिब्यून के मुताबिक, यह
एक कार्गो प्लेन था। इसमें पांच रूसी क्रू मेंबर समेत सात लोग सवार थे।
ट्रिब्यून ने भी दो के जिंदा होने की जानकारी दी है।
कहां है साउथ सूडान?
साउथ सूडान दुनिया के सबसे नए देशों में एक है। यह अफ्रीकी महाद्वीप के सेंटर में स्थित है और छह देशों की सीमा से सटा हुआ है। नेचुरल ऑयल के लिहाज से यह एक संपन्न देश है। 2011 में सूडान से अलग होने के बाद यहां गृह युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। यह दुनिया के सबसे कम विकसित इलाकों में शामिल है।
साउथ सूडान दुनिया के सबसे नए देशों में एक है। यह अफ्रीकी महाद्वीप के सेंटर में स्थित है और छह देशों की सीमा से सटा हुआ है। नेचुरल ऑयल के लिहाज से यह एक संपन्न देश है। 2011 में सूडान से अलग होने के बाद यहां गृह युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। यह दुनिया के सबसे कम विकसित इलाकों में शामिल है।