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06 नवंबर 2015

ऑनर किलिंग: कपल को मार पेड़ से लटकाया, पिता ने बेटी और प्रेमी को गला दबाकर मारा

समस्तीपुर के गांव में कपल की लाशें पेड़ से लटकते मिलीं।
समस्तीपुर के गांव में कपल की लाशें पेड़ से लटकते मिलीं।
पटना. बिहार के समस्तीपुर और मोतिहारी जिले में शुक्रवार को ऑनर किलिंग से जुड़े दो मामले सामने आए। एक मामले में परिवार वालों ने कपल का मर्डर कर उन्हें पेड़ से लटका दिया। पुलिस ने इस ऑनर किलिंग की पुष्टि की है। दूसरे मामले में पिता ने बेटी और उसके प्रेमी की गला दबाकर हत्या कर दी। इस केस में खुद लड़की के पिता ने थाने जाकर सरेंडर किया और ऑनर किलिंग की बात कबूली।
पहला मामला: पेड़ से लटकी मिली युवक-युवती की लाश

> समस्तीपुर में विभूतिपुर के कापर चवर में शुक्रवार को एक युवक-युवती की लाश पेड़ से लटकती मिली। जानकारी के मुताबिक, दोनों एक ही गांव आलमपुर के रहने वाले थे। दीपक और मधुप्रिया के बीच दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दीपक पटना में रहकर पढ़ाई करता था, जबकि मधुप्रिया समस्तीपुर से इंटर पास करने के बाद से गांव में ही रहती थी।
> विभूतिपुर के एसओ ने बताया कि मामला ऑनर किलिंग का लगता है। पेड़ के चारों तरफ पानी है, लेकिन दोनों के पैर में कहीं भी मिट्टी नहीं लगी है। इससे लगता है कि हत्या कहीं अौर की गई और बाद में लाशों को पेड़ से लटका दिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। लड़का या लड़की, किसी के पक्ष से कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया।
दूसरा मामला: गला दबाकर कर की बेटी और प्रेमी की हत्या
> मोतिहारी जिले ममरखा गांव के शत्रुघ्न राम का बड़हरवा गांव की रहने वाले शालू कुमारी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। पुलिस के मुताबिक, गुरुवार रात लड़की के पिता राजन प्रसाद ने दोनों को संदिग्ध हालत में पकड़ लिया।
> लड़की के पिता ने शत्रुघ्न और बेटी, दोनों की गला दबाकर हत्या कर दी। दोनों को मारने के बाद उसने थाने में जाकर सरेंडर कर दिया।
> आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी और शत्रुघ्न का छह महीने से अफेयर चल रहा था। हमने लड़के के घरवालों को बोला था कि वे उसको समझाएं। आरोपी का कहना है कि वह दोनों की हत्या कर खुश है।

छोटा राजन को मजिस्ट्रेट ने सीबीआई की हिरासत में भेजा, देर रात हुई सुनवाई

फाइल फोटो: छोटा राजन।
फाइल फोटो: छोटा राजन।
नई दिल्ली. इंडोनेशिया से शुक्रवार सुबह नई दिल्ली पहुंचे अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को मजिस्ट्रेट ने सीबीआई की हिरासत में भेज दिया है। पटियाला मजिस्ट्रेट देर रात सीबीआई मुख्यालय पहुंचे थे। उन्होंने फर्जी पासपोर्ट मामले में छोटा राजन को 5 दिन की सीबीआई हिरासत में भेजा। इसके पहले राजन ने भारतीय पुलिस और खुफिया एजेंसियों को मुंबई के उन पुलिसवालों के नाम बताए हैं, जो डॉन दाऊद इब्राहिम के मददगार रहे हैं। ऐसा दावा कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में किया गया है। मुंबई में छोटा राजन के खिलाफ 75 से ज्यादा केस दर्ज हैं। इससे पहले राजन को इंडोनेशिया की राजधानी बाली से चार्टेड प्लेन से 27 साल बाद भारत लाया गया। शुक्रवार को ही एम्स में राजन का मेडिकल टेस्ट किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेस्ट करने वाले डॉक्टरों के पैनल का कहना है कि राजन की सेहत ठीक है और उसे कोई गंभीर बीमारी नहीं है। पैनल में नेफ्रोलॉजिस्ट भी शामिल हैं। इससे पहले आई खबरों में कहा गया था कि छोटा राजन की किडनी फेल हो चुकी है और उसे जेल में डायलिसिस मशीन की जरूरत पड़ेगी।
दाऊद के पूर्व वकील ने कहा-उनका मुवक्किल आर्थर रोड जेल नहीं जाना चाहता था
इस बीच, दाऊद इब्राहिम के पूर्व वकील श्याम केसवानी ने दावा किया है कि उनके मुवक्किल रहे डॉन ने सरेंडर करने के लिए वही शर्तें रखी थीं, जो छोटा राजन ने रखी हैं। केसवानी का यह भी कहना है कि दाऊद और शकील भी इसी शर्त पर सरेंडर करना चाहते थे कि उन्हें आर्थर रोड जेल में न रखा जाए।
भारत की जमीन को चूमा?
शुक्रवार की सुबह दिल्ली पहुंचे छोटा राजन के बारे में कुछ टीवी रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद राजन ने भारत की धरती को चूमा। वह खुद को देशभक्त के तौर पर प्रोजेक्ट करता रहा है। भारत लाए जाने के बाद उसे किसी सीक्रेट लोकेशन पर ले जाया गया है, जहां उससे पूछताछ की जाएगी।
हमशक्ल भी हायर किया गया?
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि छोटा राजन की सिक्युरिटी के मद्देनजर उसका एक हमशक्ल भी हायर किया गया है। ऐसा मीडिया और संभावित हमलावरों को भटकाने के मकसद से किया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, राजन के दिल्ली पहुंचने के बाद कुछ मीडियावालों ने उसकी गाड़ी का पीछा किया। बाद में पता चला कि वे राजन की डमी का पीछा कर रहे हैं। असली छोटा राजन को तो डिटेंशन सेंटर पर पहुंचाया जा चुका है।
क्यों हायर किया गया राजन का डुप्लिकेट?
>राजन के डुप्लिकेट की बीते तीन दिन से तलाश चल रही थी। राजन को न केवल अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम, बल्कि अपने ही गैंग के कुछ लोगों से भी खतरा है। ये वे लोग हैं जो राजन के दुश्मन छोटा शकील से मिल गए हैं या पेमेंट और दूसरे मुद्दों की वजह से राजन से बेहद नाराज बताए जाते हैं।
>माना जा रहा है कि कुछ राजनेताओं और सिक्युरिटी अफसरों से भी राजन को खतरा हो सकता है। इनके और राजन के पुराने रिश्तों का खुलासा उससे पूछताछ में हो सकता है। ऐसे में, वे भी राजन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। राजन ने खुद कहा था कि मुंबई पुलिस के कई अफसरों के दाऊद से रिश्ते हैं। शायद इसी वजह से राजन के मुंबई से जुड़े सारे केस सीबीआई को सौंप दिए गए हैं। राजन को तिहाड़ जेल में रखा जाएगा।
कैसे काम करेगा राजन का डुप्लिकेट?
>राजन को दिल्ली या मुंबई ले जाए जाने के दौरान उसका डुप्लिकेट चौबीसों घंटे उसके साथ रहेगा। यहां तक कि हाई सिक्युरिटी जेल के अंदर भी वह मौजूद रहेगा।
>डुप्लिकेट और छोटा राजन को एक जैसी सिक्युरिटी में रखा जाएगा। ऐसी सिक्युरिटी कोर्ट, हॉस्पिटल या डिटेंशन सेंटर ले जाए जाने के दौरान रखी जाएगी, ताकि किसी को शक न हो।
>राजन और उसका डुप्लिकेट एक जैसी कारों में सफर करेंगे। इस दौरान सिक्युरिटी में तैनात जवान दोनों के चेहरों पर मास्क डाले रहेंगे। करीब 25-30 कमांडो सिक्युरिटी में होंगे। ये असॉल्ट राइफल, एमपी 5 मशीनगन और ग्लॉक पिस्टल्स से लैस होंगे।
>राजन की सिक्युरिटी से जुड़े एक सीनियर अफसर ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा कि एसपीजी की सुरक्षा पाने वाले लोगों जैसा ही मॉक ड्रिल छोटा राजन के लिए भी अपनाया जाएगा।
बुलेटप्रूफ गाड़ी में लाया गया राजन
सुबह चार बजे से ही दिल्ली एयरपोर्ट पर सिक्युरिटी बढ़ा दी गई थी। सुबह करीब पांच बजकर 45 मिनट पर विशेष विमान पालम एयरपोर्ट पर उतरा। वहां से कड़ी सिक्युरिटी में एक खास बुलेटप्रूफ कार में बैठाकर राजन को सीबीआई हेडक्वार्टर्स लाया गया। इस ऑफिस में सीबीआई और दिल्ली पुलिस के कई बड़े अधिकारी मौजूद थे। इससे पहले, राजन को मंगलवार को ही भारत लाया जाने वाला था, लेकिन ज्वालामुखी फटने के बाद आसमान में छाई राख के चलते बाली में सभी उड़ाने कैंसल हो गई थीं।
राजन बोला- मैं खुश हूं
बाली पुलिस के लॉकअप से गुरुवार को बाहर आने के बाद छोटा राजन ने मीडिया से कहा है कि वह भारत लौटने को लेकर काफी खुश है। मंगलवार को राजन ने कहा था, ''मुंबई पुलिस ने मुझ पर काफी अत्याचार किया है। मेरे साथ बुरा बर्ताव किया।'' यह पूछे जाने पर कि क्या भारत जाने के बाद उसे मुंबई जाने में डर लगता है या क्या वह दिल्ली जाना चाहेगा, राजन ने कहा, ''मैं दाऊद से नहीं डरता। मैं सारी जिंदगी आतंक के खिलाफ लड़ा हूं और आगे भी लड़ूंगा। सरकार जहां चाहे, मुझे ले जा सकती है। मुझे बस न्याय चाहिए।''
कौन है छोटा राजन
छोटा राजन का असली नाम राजेंद्र सदाशिव निखलजे है। उसका जन्म मुंबई के चेंबूर इलाके की तिलक नगर बस्ती में हुआ था। स्कूल छोड़ने के बाद छोटा राजन मुंबई में फिल्म टिकट ब्लैक करने लगा। इसी बीच वह राजन नायर गैंग में शामिल हो गया। अंडरवर्ल्ड की दुनिया में नायर को 'बड़ा राजन' के नाम से जाना जाता था। समय के साथ राजेंद्र (छोटा राजन) बड़ा राजन का करीबी बना और उसकी मौत के बाद गैंग का सरगना बन गया।
छोटा राजन पर दर्ज हैं कई मामले
छोटा राजन पर भारत में 65 से ज्यादा क्रिमिनल केस दर्ज हैं। राजन के नायर गैंग में रहते हुए उस पर अवैध वसूली, धमकी, मारपीट और हत्या की कोशिश के मामले दर्ज थे। दाऊद के साथ आने के बाद उसका क्राइम ग्राफ बढ़ गया। भारत में उसके खिलाफ 20 से ज्यादा लोगों के मर्डर का भी केस दर्ज हैं। सन 2011 में मुंबई के सीनियर जर्नलिस्ट ज्योतिर्मय डे के मर्डर में भी उसका हाथ माना जाता है।
दाऊद की दोस्ती ने बढ़ाई ताकत, 1993 ब्लास्ट के बाद हुई दुश्मनी
राजन नायर गैंग में काम करते हुए उसे छोटा राजन बुलाया जाने लगा। इसी दौरान अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से उसकी जान-पहचान हुई। दोनों साथ मिलकर मुंबई में वसूली, हत्या, स्मगलिंग जैसे काम करने लगे। 1988 में राजन दुबई चला गया। इसके बाद दाऊद और राजन मिलकर भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में गैर कानूनी काम करने लगे। लेकिन बाबरी कांड के बाद 1993 में मुंबई बम ब्लास्ट ने राजन को दहला दिया। जब उसे पता चला कि इस कांड में दाऊद का हाथ है, तो वह उसका दु्श्मन बन बैठा। उसने खुद को दाऊद से अलग करके नया गैंग बना लिया। दोनों एक-दूसरे के जानी-दुश्मन बन बैठे।

रेहाम ने इमरान को लड्डू में मिलाकर दिया था जहर, होती थी मारपीट: रिपोर्ट्स

फाइल फोटो: पिछले साल दिसंबर में शादी के बाद इमरान और रेहाम।
फाइल फोटो: पिछले साल दिसंबर में शादी के बाद इमरान और रेहाम।
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के मशहूर पूर्व क्रिकेटर और नेता इमरान खान ने हाल ही में एलान किया कि वे अपनी दूसरी पत्नी रेहाम से तलाक लेने वाले हैं। इमरान और रेहाम ने तलाक की वजहों को साफ नहीं किया। लेकिन पाकिस्तान के एक बड़े जर्नलिस्ट ने दावा किया कि रेहाम इमरान को स्लो प्वॉइजन देकर मारना चाहती थीं और इमरान की पार्टी पर कब्जा जमाना चाहती थीं। रेहाम ने एक बार इमरान को लड्डू में जहर मिलाकर भी दे दिया था।
यह खुलासा पाकिस्तानी मीडिया में इस कदर छा गया कि इमरान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ को सफाई में बयान जारी करना पड़ा। इस बयान में रेहाम द्वारा इमरान से मारपीट या किसी साजिश की बात से इनकार किया गया। कहा गया कि यह उनके नेता को बदनाम करने की साजिश है।
जर्नलिस्ट ने क्या दावा किया?
पाक जर्नलिस्ट आरिफ निजामी ने पाकिस्तान के न्यूज 24 चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, “पाकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसियों ने इमरान को उनके खास दोस्तों के जरिए वॉर्निंग दी थी कि रेहाम के इरादे सही नहीं हैं। वे खुद पार्टी सुप्रीमो बनना चाहती हैं। इमरान को कुछ दिनों पहले स्लो प्वॉइजन दिया भी गया था। इमरान ने रेहाम के दिए लड्डू खाए और उसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था।”
निजामी के दावों में कितना दम?
जानकार मानते हैं कि निजामी के दावों में दम हो सकता है। उन्हें एक बार में ही खारिज नहीं किया जा सकता। निजामी ही वे शख्स हैं जिन्होंने इमरान और रेहाम की दिसंबर 2014 में हुई शादी की खबर को सामने लाया था। तलाक की खबर भी निजामी ने ही ब्रेक की थी। सितंबर में जब उन्होंने तलाक की खबर को पहली बार ब्रेक किया तो उन्हें काफी खरी-खोटी सुनाई गई। लेकिन निजामी अपनी बात पर अड़े रहे। आखिरकार, उनकी बात सही साबित हुई।
और क्या दावे करते रहे हैं निजामी?
- रेहाम ने इमरान की जिंदगी को नर्क बना दिया था।
- दोनों के बीच शादी एक साल भी रेहाम की वजह से ही पूरी नहीं हो सकी।
- दोनों के बीच आए दिन झगड़ा और मारपीट होती थी।
- रेहाम को शक था कि इमरान उन्हें तलाक दे सकते हैं।
- तलाक के डर से रेहाम ने इमरान के इस्लामाबाद स्थित आलीशान मकान पर एक तरह से कब्जा कर लिया था।
- रेहाम और इमरान के बीच तलाक के फैसले से दो दिन पहले काफी झगड़ा हुआ था।
- रेहाम ने इमरान से कहा था कि वे उन्हें बताएंगी की पीटीआई को कैसे चलाया जाना चाहिए।
लेकिन पार्टी ने खबरों को बताया बकवास
पाकिस्तानी मीडिया में चल रही खबरों को इमरान की पार्टी ने खारिज कर दिया है। पीटीआई की प्रवक्ता शिरीन निजामी ने बयान जारी कर कहा कि मीडिया में आ रही ये खबरें बिल्कुल झूठी हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि इमरान और रेहाम के बीच मारपीट होती थी और रेहाम ने इमरान की पिटाई की थी। बयान में कहा गया कि दोनों के बीच तलाक का फैसला आपसी रजामंदी से हुआ है और मीडिया के कुछ लोग इमरान की इमेज खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
रेहाम बोलीं: छक्का तो कोई भी मार सकता है, सेन्चुरी लगाना चुनौती
इस बीच, तलाक के बाद रेहाम ने पहली बार ब्रिटेन जाकर अपनी बात कही है। रेहाम ने किसी सवाल को सीधा जवाब तो नहीं दिया लेकिन कहा, “छक्का तो हर कोई मार सकता है, लेकिन धीमी पार्टनरशिप के बाद शतक लगाना बड़ा चैलेंज होता है।” माना गया कि रेहाम ने यह बयान अपने और इमरान के रिश्तों पर दिया था।
बता दें कि इमरान ने अपनी कप्तानी में 1992 में पाकिस्तान को इकलौता क्रिकेट वर्ल्ड कप जिताया था। बाद में वे राजनीति में आ गए और तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी बनाई। इमरान की पहली शादी जेमिमा से हुई थी। दूसरी शादी रेहाम से हुई। रेहाम बीबीसी की वेदर रिपोर्टर थीं। वे डॉन न्यूज के लिए भी काम कर चुकी हैं।

क़ुरआन का सन्देश

   
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