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15 नवंबर 2015

पेरिसः मिली AK-47 से भरी हमलावरों की कार, सामने आई खून से सने हॉल की फोटो

पेरिस के बताक्लां कॉन्सर्ट हॉल की फोटो। आतंकियों ने इस हॉल में म्यूजिक शो के दौरान 100 से ज्यादा लोगों को भून दिया था।
पेरिस के बताक्लां कॉन्सर्ट हॉल की फोटो। आतंकियों ने इस हॉल में म्यूजिक शो के दौरान 100 से ज्यादा लोगों को भून दिया था।
पेरिस. फ्रांस की राजधानी पेरिस में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात हुए हमले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। रविवार को पुलिस ईस्ट पेरिस में लावारिस कार बरामद की है। कार में कई एके-47 पाई गईं हैं। समझा जा रहा है कि हमलावरों ने इस कार का इस्तेमाल किया था। चश्मदीदों का कहना है कि मॉन्ट्रियल में मिली कार का इस्तेमाल हमलवारों ने शुक्रवार की रात कई लोकेशंस पर किया। इस बीच, लोकल मीडिया में कॉन्सर्ट हॉल की दर्दनाक फोटोज सामने आईं हैं। बता दें कि हॉल में ही आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर 100 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।
मारे गए आतंकियों की पहचान हुई
इस बीच, हमले में शामिल आठ आतंकी हमलावरों में से एक की पहचान कर ली गई है। उमर इस्माइल मुस्तफा (29) सुसाइड अटैक करने वालों में से एक बताया जा रहा है। ओमर फ्रांस का ही नागरिक है। फ्रेंच अथॉरिटी के मुताबिक, ये कॉन्सर्ट हॉल पर हुए हमले में शामिल था। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, उमर इस्माइल के छह करीबी लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। इसमें उसके पिता, भाई और रिश्तेदार शामिल हैं।
आतंकी के पास था मैच का टिकट, प्रेसिडेंट ने स्टेडियम में ही संभाली थी कमान
पेरिस की पुलिस के मुताबिक, एक आतंकी के पास नेशनल स्टेडियम के अंदर चल रहे फुटबॉल मैच का टिकट था। उसने बाहर ही ब्लास्ट किया। इस स्टेडियम के अंदर खुद फ्रांस के प्रेसिडेंट फ्रांसुआ ओलांद 80 हजार लोगों के साथ मैच देख रहे थे। हमले की बात पता चलते ही उन्होंने स्टेडियम के कंट्रोल रूम से ही देश की इंटरनल सिक्युरिटी का जायजा लिया। ओलांद की उस वक्त की तस्वीरें रविवार को सामने आईं।
फ्रांस में क्या हुआ है?

पेरिस में आईएसआईएस के 8 आतंकियों ने 6 जगहों पर हमला किया। इनमें 128 लोगों की मौत हो चुकी है। हमला मुंबई के 26/11 अटैक की तरह था। आतंकियों ने दो रेस्टोरेंट, एक म्यूजिक कॉन्सर्ट हॉल और फुटबॉल स्टेडियम को निशाना बनाया। आतंकी आईएसआईएस के स्लिपर सेल के माने जा रहे हैं। जवाबी कार्रवाई में मारे गए एक आतंकी के पास से सीरिया का पासपोर्ट मिला है। 

पेरिस के नेशनल स्टेडियम में फ्रांस-जर्मनी के बीच फ्रेंडली फुटबॉल मैच चल रहा था। लोकल टाइम के मुताबिक शुक्रवार रात 9.17 बजे लोगों ने धमाकों की आवाज सुनी। जोरदार ब्लास्ट के बाद प्लेयर्स ने खेल रोक दिया। जब फायरिंग की भी आवाज आने लगी, तब लोग मैदान पर ही आ गए। दूसरा ब्लास्ट होने के बाद स्टेडियम में अनाउंसमेंट किया गया। इसके बाद लोग बाहर निकले।
स्टेडियम के मेन गेट तक पहुंच चुका था आतंकी

फ्रेंच मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस स्टेडियम के बाहर एक आतंकी शुरुआती जांच से गुजरकर मेन एंट्री गेट तक पहुंच चुका था। लेकिन सिक्युरिटी टीम को शक हुआ। जब उसकी तलाशी ली गई तो पाया गया कि उसने सुसाइड जैकेट पहन रखा था। जब उसे रोका गया तो उसने खुद को उड़ा लिया। स्टेडियम के बाहर इस ब्लास्ट में 28 लोगों की मौत हो गई। जब हमला हुआ, तब मैच शुरू हुए 15 मिनट बीत चुके थे।
ओलांद को कैसे मालूम चला?

जिस वक्त स्टेडियम के बाहर ब्लास्ट की आवाज आई, उसी वक्त आेलांद का एक बॉडी गार्ड उनके पास पहुंचा। उसने आेलांद को धीमे से बताया कि पेरिस में हमले हो रहे हैं। इसके बाद ओलांद जब उठे तब तक धमाके की आवाज सुन दर्शक भी मैदान की ओर जाने लगे थे। ओलांद को तुरंत स्टेडियम के कंट्रोल रूम ले जाया गया। ओलांद ने वहीं से कमान संभाली और देश की इंटरनल सिक्युरिटी का जायजा लिया। तब तक स्टेडियम के बाहर एक और धमाका हो चुका था। स्टेडियम से धीरे-धीरे लोगों को बाहर निकाला जा रहा था। करीब पांच मिनट बाद ओलांद स्टेडियम से बाहर आए और पास ही बने गृह मंत्रालय के दफ्तर पहुंचे। वहां उन्होंने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई।
रविवार के अपडेट्स
>> पेरिस अटैक में शामिल आतंकियों के तार सीरियन रिफ्यूजी से जुड़े हैं।

>> आठ आतंकी हमलावरों में से एक की पहचान कर ली गई है। उमर इस्माइल मुस्तफा (29) सुसाइड अटैक करने वालों में से एक बताया जा रहा है। ओमर फ्रांस का ही नागरिक है।
>> जांच में खुलासा हुआ है कि सुसाइड जैकेट पहने आतंकियों की तीन टीमें पेरिस में आई थीं। पेरिस की पुलिस ने एक फ्रेंच गनमैन के पिता और भाई को हिरासत में लिया है। यह गिरफ्तारी पेरिस से 130 किमी दूर हुई है।

नागपुर पहुंचे शत्रुघ्न, कहा- अब कुछ नहीं बोलूंगा आराम से बैठकर मुजरा देखूंगा

फाइल फोटोः बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा।
फाइल फोटोः बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा।
नागपुर. बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद नेतृत्व के खिलाफ बयानबाजी में आगे रहने वाले सांसद शत्रुघ्न सिन्हा नागपुर पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने आरएसएस चीफ और बड़े पदाधिकारियों से मिलने की कोशिश भी की। इस बीच, रविवार को एक प्रोग्राम के दौरान उन्होंने कहा, ''मुझे जो बोलना था वो मैंने बोल दिया। अब बड़े बुजुर्ग बोल रहे हैं, कर रहे हैं। अब मैं शांत मन से किनारे बैठूंगा। आराम से बैठकर जग का मुजरा देखूंगा। क्या-क्या हो रहा है, क्या-क्या होना चाहिए।'' बता दें कि लालकृष्ण आडवाणीस, मुरली मनोहर जोशी जैसे बड़े नेता मोदी और अमित शाह की जोड़ी पर सवाल उठा रहे हैं।
शत्रुघ्न सिन्हा ने क्या कहा?
> नागपुर में एक प्रोग्राम में उन्होंने फिर से बीजेपी के सीनियर नेताओं पर निशाना साधा।
> उन्होंने एक बार फिर बिहार चुनाव की रणनीति में खुद को नजरअंदाज किएजाने पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को भी पूरे मामले के दौरान अंधेरे में रखा गया।
> शत्रुघ्न ने कहा- एक स्टार प्रचारक होने और बिहार का होने के बावजूद पार्टी ने उन्हें पूरी चुनावी प्रक्रिया से अलग-थलग रखा और सभी काम बाहरी नेताओं को सौंपे गए।
> सिन्हा ने कहा, ‘‘जिस दिन नीतीश कुमार, लालू प्रसाद और कांग्रेस का महागठबंधन बना, उसी दिन वे आधा चुनाव जीत गए थे।’’
> उन्होंने दावा किया कि लालू प्रसाद और ‘जंगल राज’ पर निशाना साधना भी बिहार की जनता को रास नहीं आया।
पार्टी की कार्रवाई पर क्या कहा?
> पार्टी विरोधी काम करने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा- मैं सामाजिक जिम्मेदारी के तहत राजनीति में आया। पहली और आखिरी बार बीजेपी में आया। इसके बाद यह इल्जाम लगाया जा रहा है। अगर सच को सच कहना बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं।
> क्या गुनाह किया है मैंने? कौन सी एंटी-पार्टी एक्टिविटी की है? क्या मेरे अंदर सीनियर्टी, मैच्यूरिटी नहीं?
> मैं बीजेपी में था, हूं और रहूंगा।

शत्रुघ्न से नहीं मिले आरएसएक के नेता
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शत्रुघ्न शुक्रवार रात गुपचुप तरीके से नागपुर पहुंचे। उन्होंने संघ हेडक्वार्टर्स से संपर्क किया ताकि आरएसएस चीफ मोहन भागवत या सरकार्यवाह भैयाजी जोशी से मुलाकात का वक्त मिल जाए। लेकिन हेडक्वार्टर्स की ओर से उन्हें कहा गया कि दोनों ही नेता शहर में नहीं हैं। इतना ही नहीं संघ के दूसरे नेताओं ने भी सिन्हा से मुलाकात करने से इनकार कर दिया। सिन्हा को बताया गया कि भागवत 22 नवंबर के पहले नहीं मिल पाएंगे, जबकि भैयाजी जोशी दिल्ली में हैं

पंडित नेहरू को कांग्रेस कार्यालय में श्रद्धांजलि

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के हर दिल अज़ीज़ प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलेट ने पंडित नेहरू को जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में श्रद्धांजलि दी तो कोटा जिला कांग्रेस कार्यालय में यह काम अल्पसंख्यक विभाग के अख्तर खान अकेला ,,अब्दुल करीम खान ,,साजिद जावेद ,,तबरेज़ पठान ,,नरेश विजय वर्गीय ,,क्रान्ति तिवारी सहित दूसरे साथियों ने किया ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी कोटा संभाग अल्पसंख्यक विभाग ,,कोटा देहात ,, कोटा शहर अल्पसंख्यक विभाग द्वारा कोटा जिला कांग्रेस कमेटी में पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर एक संगोष्ठी आयोजित कर ,,पंडित जवाहरलाल नेहरू को देश का मूलभूत ढांचा तय्यार कर खुशहाली का ,,सुरक्षा का ,,विकास का ,,साम्प्रदायिक सद्भाव का ,,सभी को न्याय का ,,फार्मूला देने वाला बताकर उन्हें श्रद्धांजलि दी ,,,,,,,,,,,,,,कोटा जिला कांग्रेस कार्यालय में पंडित नेहरू की कोटा के विकास से जुडी यादों का स्मरण करते हुए वक्ताओं ने कहा के ,,कोटा का विकास मॉडल ,,खुशहाल मॉडल ,,,पंडित नेहरू की ही देन रहा है ,,यहां पंडित नेहरू ने गांधी सागर बाँध ,,फिर कोटा बैराज बाँध बनवाकर चंबल के किनारे ,पानी ,,बिजली ,,खुशहाली की सौगात दी ,,नतीजन कोटा एक उद्योग नगरी बना ,,यहां की फसलों की रौनक देखकर किसानो के चहरे पर रौनक लौटी ,,पंडित नेहरू घंटाघर क्षेत्र में भी गए और केथुन कोटा साडी के हाथ करघा उत्पाद को भी उत्साहवर्धन कर सराह कर गए थे ,,वक्ताओं ने कहा के कोटा को विकसित कर ,,उद्योगनगरी ,,शैक्षिक नगरी ,,हथकरघा उत्पाद नगरी ,,,,कृषक उत्पाद नगरी बनाने की सोच सिर्फ पंडित जवाहर लाल नेहरू की थी और आज कोटा में देश विदेश के बच्चे शिक्षा लेकर नाम इसी चाचा नेहरू की दूर दृष्टि सोच के कारन कमा रहे है ,,,,वक्ताओं ने कहा कोटा तो एक मॉडल है इसी तरह से भारत देश में जब अराजकता का माहोल था ,,,कुप्रबंध था ,,पांच सो रियासतों को जोड़कर राष्ट्रनिर्माण करना था ,,,,राजनीति में असहयोग भी था तब पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सभी को शिक्षा ,,सभी को रोज़गार ,,सभी को चिकित्सा ,,सभी को सम्मान ,,साम्प्रदायिक सद्भाव का अभियान चलाते हुए सभी को रोटी ,,कपड़ा ,,मकान मिले ,,सीमा के जवानो को सुरक्षा के लिए आधुनिक हथियार मिले ,,किसानो को पानी ,,बिजली ,,खाद मिले ,,,,देश को एक करने के लिए सड़के ,,रेल लाइने ,,हवाई सेवाएं मिले ,,,स्कूलों में शिक्षा हो ,,बच्चे जो देश का भविष्य है उन्हें कुपोषण से मुक्ति मिले ,,,उन्हें शिक्षा मिले ,,हिम्मत के साथ अच्छे संस्कार मिले ताकि देश का भविष्य बेहतर से बेहतर हो सके ,,इसी सोच के साथ उन्होंने राष्ट्र का निर्माण किया ,,,वक्ताओं ने कहा के आज जो लोग गद्दार थे ,,जो लोग अंग्रेज़ों के मुखबीर थे ,,जो लोग माफीनामा लिखकर अंग्रेज़ो से पीछा छुड़ा रहे थे ,,जिन लोगों ने आज़ाद भारत में पहली आतंकवादी घटना अंजाम देकर महात्मा गांधी का क़त्ल किया फिर जेल से बचने के लिए खुद के संगठन को सिर्फ सांस्कृतिक संगठन बताया ,,आज वही लोग पंडित नेहरू की छवि खराब करने के लिए उन पर उँगलियाँ उठा रहे है ,,वक्ताओं ने एक जुट होकर अख़बारों में ,,टीवी में ,,सोशल मीडिया में ,,सभाओं में हर तरह से भारत के विकास के रोल मॉडल रहे पंडित जवाहरलाल नेहरू पर कीचड़ उछालने वालों को मुंह तोड़ जवाब देने का आह्वान किया ,,,,राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्सपसंख्य्क विभाग कोटा संभाग के प्रवक्ता ने बताया के जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में,,, पंडित नेहरू और भारत संरक्षण ,,,विषय पर आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता कोटा संभाग अध्यक्ष एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने की जबकि संगोष्ठी में मुख्य वक्ता नेहरू विचारक ,,चिंतक वरिष्ठ कोंग्रेसी नरेश विजय वर्गीय थे ,,,विशिष्ठ अतिथी और वक्ता के रूप में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य जुझारू क्रन्तिकारी नेता क्रान्ति तिवारी थे ,,,,,अन्य केशव तिवारी वरिष्ठ कोंग्रेसी थे ,,,,जबकि कोटा अल्सपंख्य्क विभाग के अध्यक्ष अब्दुल करीम खान ,,देहात अध्यक्ष साजिद जावेद कार्यक्रम के आयोजक थे ,,तबरेज़ पठान ने बताया के कार्यक्रम का कामयाब संचालन हरपाल सिंह राणा ,,,पूर्व पार्षद उमर सी आई डी ने किया ,,,,,गोष्ठी को नरेश विजय वर्गीय ,,,,क्रान्ति तिवारी ,,अख्तर खान अकेला ,, दिनेश खटीक , अब्दुल कलीम मंटू ,,,तरेंद्र पाल सिंह ,,,ज़ीशान अली ,,,युथ कांग्रेस के इसरार भाई ,,,कोटा शहर अध्यक्ष अब्दुल करीम खान ,, देहात अध्यक्ष साजिद जावेद ,,,कैलाश बंजारा ,,,केशव तिवारी ,,सहित कई वक्ताओं ने सम्बोधित किया ,,देर रात तक चली इस गोष्ठी में नरेश विजय वर्गीय ,,शाहिद भाई ,,,ट्रेंडर पल सिंह ,,एडवोकेट इमरान ,,गुरमीत सिंह टाक ,,,शाकिर अली ,,,संतोष कुमार सुमन ,,,आशीष ,,रंजनवाल ,,,सागर वर्मा ,,हवश अहमद ,,सलीम गोरी ,,बशीर अहमद ,,,गोकुल यादव ,,अख्तर हुसेन ,,,अकबर कुरैशी ,,,सोनू पठान ,,शरजील अहमद राहीन ,,,,सलमान खान ,,शाहिद कुरैशी ,,,अब्दुल कलीम मंटू ,,कपिल बनानी ,,,वर्जिलियस हैरी सहित कई लोग मौजूद थे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

क़ुरआन का सन्देश

 
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